सिट्ज बाथ एक प्रकार का थेराप्यूटिक बाथ है, जिसका उपयोग पेरिनेम (जननांगों और एनस के बीच की जगह) के आसपास के क्षेत्र को साफ करने के लिए किया जाता है. सिट्ज बाथ टब में भी लिया जा सकता है या फिर सिट्ज बाथ किट का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. सिट्ज बाथ पाइल्स, एनल फिशर, प्रोस्टेटाइटिस, जेनिटल हर्पीस व पुरानी कब्ज जैसी स्थितियों के लिए प्रभावी घरेलू उपचार है.
इसका उपयोग डिलीवरी के बाद महिला की योनि में हुए घाव को भरने में मदद करने के लिए भी किया जा सकता है. यह प्रभावित क्षेत्र में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है और जलन, दर्द व खुजली को शांत कर सकता है.
आज इस लेख में जानेंगे कि सिट्ज बाथ क्या है और इसके फायदे क्या-क्या हैं -
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सिट्ज बाथ के फायदे
पेरिनेम में दर्द, सूजन या जलन से पीड़ित लोगों के लिए सिट्ज बाथ लेना अच्छा होता है. सिट्ज बाथ सूजन को कम कर सकता है, बाउल मूवमेंट में मदद करता है और जननांग क्षेत्र में ब्लड फ्लो को बढ़ा सकता है. आइए, विस्तार से जानते हैं कि सिट्ज बाथ के फायदे क्या-क्या हैं -
सर्जरी के बाद
सर्जरी के बाद सिट्ज बाथ लेने से पेरिनेम को ठीक करने में मदद मिल सकती है. सिट्ज बाथ उस जगह पर ब्लड फ्लो को बढ़ाकर उस एरिया को जल्दी ठीक करने में मदद कर सकता है. इंफेक्शन को रोकने में मदद करने के लिए पोविडोन-आयोडीन नामक एंटीसेप्टिक को पानी में डाला जा सकता है.
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पाइल्स से राहत
आमतौर पर जो लोग बवासीर से पीड़ित होते हैं, उनके प्रभावित क्षेत्र में होने वाले दर्द को शांत करने में मदद के लिए सिट्ज बाथ की सलाह दी जाती है. सिट्ज बाथ दिन में कई बार किया जा सकता है और कम से कम 15 मिनट तक लिया जा सकता है खासकर मल त्याग के बाद. इतना ही नहीं, सिट्ज बाथ लेने से लोगों को एनल रीजन में जलन, दर्द और खुजली से राहत मिल सकती है. यह बवासीर से जल्दी छुटकारा पाने के प्राकृतिक तरीकों में से एक है.
योनि की परेशानी से राहत
महिलाओं को समय-समय पर योनि में परेशानी का अनुभव हो सकता है. इन असुविधाओं में योनि से बदबू आना, योनि में खुजली होना और वजाइनल डिस्चार्ज शामिल हैं. इन स्थितियों में भी सिट्ज बाथ फायदेमंद हो सकता है.
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प्रसव के बाद
शिशु के जन्म के दौरान वजाइना और पेरिनेम डैमेज हो सकते हैं, जिस कारण लालिमा या सूजन हो सकती है. ये अवस्था नई मां के लिए दर्दनाक हो सकती हैं. डिलीवरी के बाद वजाइना और पेरिनेम में दर्द व पीड़ा को कम करने के लिए सिट्ज बाथ लेना अच्छा और प्रभावी तरीका है. प्रभावित एरिया को जल्द-से-जल्द हील करने के लिए डॉक्टर की सलाह पर गर्म पानी में कुछ जड़ी-बूटियों को भी डाला जा सकता है.
पीरियड्स के दर्द से राहत
पीरियड्स में ऐंठन से पीड़ित महिलाओं को भी सिट्ज बाथ से फायदा हो सकता है. यह मासिक धर्म के दौरान ऐंठन से छुटकारा पाने का सुरक्षित और प्रभावी तरीका है. गर्म सिट्ज बाथ प्रभावित क्षेत्र में ब्लड सर्कुलेशन में सुधार कर सकता है, जिससे ऐंठन को ट्रिगर करने वाले कुछ केमिकल के प्रभाव को कम किया जा सकता है.
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सिट्ज बाथ कैसे लें?
सिट्ज बाथ लेने से जहां हीलिंग प्रक्रिया तेज होती है, वहीं प्रभावित क्षेत्र में ब्लड फ्लो भी बढ़ता है. सिट्ज बाथ में ज्यादा गर्म पानी का इस्तेमाल नहीं किया जाता है. अपनी जरूरत के अनुसार निजी क्षेत्र को भिगोने के लिए पानी चाहिए होता है. डॉक्टर कभी-कभी सिट्ज बाथ में डालने के लिए दवा लिख सकते हैं, जिसमें एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं. पानी में किसी भी प्रकार का साबुन, सुगंधित शॉवर जेल या बबल बाथ डालने से बचना चाहिए. इसके अलावा, सुनिश्चित करें कि आप गुनगुने पानी का उपयोग करें, जो टच करने के लिए पर्याप्त आरामदायक हो. आइए, विस्तार से समझते हैं कि सिट्ज बाथ कैसे लिया जाता है -
बाथटब में सिट्ज बाथ लेने का तरीका:
- टब को 2-3 इंच तक गर्म पानी से भरें.
- बाथटब में आराम से बैठ जाएं और अपने निजी क्षेत्र को भिगो दें.
- 10-15 मिनट तक इसमें आराम करें.
- इसके बाद साफ और सॉफ्ट कॉटन टॉवल का उपयोग करके एरिया को सुखा लें.
सिट्ज बाथ किट का उपयोग:
- सिट्ज बाथ बाउल को टॉयलेट रिम पर रखें. इस बात का ध्यान रखें कि बाउल अच्छे से फिट हो जाए और हिले नहीं.
- बाउल को गुनगुने पानी से भर दें.
- गर्म पानी में डॉक्टर की ओर से लिखी गई दवा मिला सकते हैं. सिट्ज बाथ बाउल को ठीक से भरने के तरीके के बारे में पैकेज डायरेक्शन पढ़ सकते हैं.
- जब सब कुछ तैयार हो जाए, तो लगभग 15 मिनट के लिए बाउल में बैठ जाएं.
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सारांश
सिट्ज बाथ कई तरह की समस्याओं में मदद करता है. यही कारण है कि अधिकांश डॉक्टरों द्वारा इसकी सिफारिश की जाती है. सिट्ज बाथ की सलाह उन लोगों को दी जाती है, जिन्हें एनल फिशर, सूजन की समस्या या पाइल्स हो या फिर डिलीवरी के बाद महिला को गर्म पानी में बैठने के लिए कहा जाता है. बाथटब में या टॉयलेट के ऊपर फिट होने वाली प्लास्टिक किट से सिट्ज बाथ आसानी से ले सकते हैं. इसे 15 मिनट तक दिन में दो से तीन बार लेना चाहिए. सिट्ज बाथ कई तरह से आपकी मदद कर सकता है जैसे कि सूजन को कम करना, हाइजीन में सुधार करना और साथ ही एनल एरिया में ब्लड फ्लो को बढ़ाता है.
गर्म पानी में बैठने के फायदे व प्रक्रिया के डॉक्टर

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Dr. Suhas Chauhan
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