शिरोधारा एक आयुर्वेदिक प्रक्रिया है, जिसमें सिर पर धीरे-धीरे गुनगुना आयुर्वेदिक तेल डाला जाता है. यह थेरेपी मानसिक और शारीरिक संतुलन को बेहतर बनाती है और व्यक्ति को रिलैक्स महसूस करने में भी मदद करती है. इससे मूड ठीक रहने और स्ट्रेस कम होने जैसे मानसिक लाभों के साथ-साथ बहुत से शारीरिक फायदे भी मिल सकते हैं.
आज इस लेख में शिरोधारा थेरेपी का अर्थ, प्रक्रिया और फायदों के बारे में जानेंगे -
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- क्या है शिरोधारा?
- शिरोधारा प्रक्रिया
- शिरोधारा थेरेपी के फायदे
- शिरोधारा थेरेपी के लिए फायदेमंद तेल
- शिरोधारा थेरेपी के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां
- सारांश
क्या है शिरोधारा?
शिरोधारा दो शब्दों से मिल कर बना है- 'शिरो' जिसका अर्थ है सिर और 'धरा' जिसका अर्थ है बहाव. शिरोधारा पुराने समय से स्थापित आयुर्वेदिक थेरेपी है. यह भारत और विदेशों के पंचकर्म सेंटर पर अपने चिकित्सिकीय लाभों के कारण प्रसिद्ध थेरेपी है. इस तकनीक से मेडिटेशन जैसे लाभ पाए जा सकते हैं. यह प्रक्रिया शरीर में दोष को संतुलित करने में भी सहायक होती है.
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शिरोधारा प्रक्रिया
इस प्रक्रिया को आयुर्वेद तकनीक में माहिर विशेषज्ञ की सहायता से लेना ही अच्छा विकल्प है.
- इसमें शुरुआत में कमर के बल लिटाया जाता है.
- फिर विशेषज्ञ आयुर्वेदिक तेल को शरीर के तापमान जितना गर्म करते हैं.
- यह तेल ऐसे बर्तन में डाल दिया जाता है, जिसके नीचे बीच में एक छोटा-सा छेद होता है.
- उसी छेद से तेल आपके माथे पर (दोनों आई-ब्रो के बीच) गिराया जाता है.
- आंखों को बचाने के लिए उसे पट्टी से ढक दिया जाता है.
- इस सारी प्रक्रिया में लगभग एक से डेढ़ घंटे का समय लगता है.
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शिरोधारा थेरेपी के फायदे
इस तकनीक से चैन की नींद आना, मूड बढ़िया रहना और स्ट्रेस कम होने जैसे फायदे होते हैं. आइए, शिरोधारा से मिलने वाले कुछ फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं -
मूड का बेहतर होना
इस तकनीक के प्रयोग से स्ट्रेस कम होता है, जिससे मूड पहले की तुलना में काफी अच्छा रहने लगता है. इस तकनीक से कुछ क्षणों के लिए काफी रिलैक्स महसूस होता है और शांति भी मिलती है. ब्रीदिंग रेट घट जाता है और ब्लड-प्रेशर कम होता है. साथ ही अधिक चिंता और स्ट्रेस से राहत मिलती है.
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अच्छी नींद
पर्याप्त नींद के साथ-साथ चैन की नींद भी शरीर के लिए काफी जरूरी है. अगर नींद पूरी नहीं होती है, तो काफी सारी शारीरिक स्थितियों का सामना करना पड़ सकता है. शिरोधारा तकनीक से मन एकदम शांत हो जाता है. यदि चिंता या स्ट्रेस होने के कारण ढंग से नींद नहीं आ रही है, तो इस तकनीक से काफी सहायता मिल सकती है, क्योंकि इससे एंजाइटी और मानसिक तनाव कम होता है. इनसोमनिया जैसे स्लीप-डिसऑर्डर को भी इस तकनीक से ठीक किया जा सकता है.
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ब्लड-प्रेशर लेवल कम होना
कुछ लोगों पर की गई स्टडी में यह देखने को मिला कि जिन-जिन लोगों ने इस तकनीक का सहारा लिया, उनका मन शांत रहा, मूड ठीक रहने लगा और साथ ही उनका डायस्टोलिक ब्लड-प्रेशर लेवल भी कम हुआ. इसके साथ ही हार्ट-रेट और रेस्पिरेटरी-रेट में भी गिरावट देखने को मिली. इसका अर्थ है अधिक ब्लड-प्रेशर या हाइपरटेंशन से जूझ रहे मरीजों के लिए भी यह तकनीक काफी सहायक हो सकती है.
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एंजाइटी से राहत
शिरोधारा तकनीक के कुछ फायदे मेडिटेशन से मिलने वाले फायदों के ही समान हैं. इनमें से एक फायदा है अधिक चिंता करने की आदत से छुटकारा मिलना. इस प्रक्रिया को करवाने के बाद काफी अच्छा और शांत महसूस होता है, जिससे बुरे-बुरे ख्याल दिमाग में नहीं आते और नतीजतन चिंता से भी छुटकारा मिलता है.
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शिरोधारा थेरेपी के लिए फायदेमंद तेल
शिरोधारा थेरेपी लेते समय यदि तेल या तरल पदार्थ चुनने की बात आती है, तो सबकी अपनी-अपनी प्राथमिकताएं हैं. वैसे, इसमें आमतौर पर तिल का तेल प्रयोग किया जाता है, लेकिन इस तेल को अन्य एसेंशियल ऑयल के साथ भी मिक्स करके प्रयोग किया जा सकता है. इसके अलावा, कुछ अन्य तरल पदार्थ भी हैं, जो शिरोधारा में इस्तेमाल किए जा सकते हैं -
- नारियल का तेल
- क्षीरबाला तेल
- महानारायण तेल
- मक्खन या घी
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शिरोधारा थेरेपी के दौरान बरती जाने वाली सावधानियां
वैसे तो यह सुरक्षित तकनीक है, लेकिन अगर घर में ही इसका प्रयोग कर रहे हैं, तो कुछ बातों को ध्यान में रखना जरूरी है -
- तेल की गर्माहट का ध्यान जरूर रखें. इस तेल का तापमान आपके शरीर के तापमान से ज्यादा या कम नहीं होना चाहिए.
- आंखों पर तेल गिरने से आंखें प्रभावित हो सकती हैं. इसलिए, आंखों पर पट्टी या कोई कपड़ा रख लें.
- इस प्रकार की गलतियां होना संभव है, इसलिए शुरू-शुरू में किसी प्रोफेशनल आयुर्वेदिक प्रैक्टिशनर के पास ही अपॉइंटमेंट बुक करवाएं.
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सारांश
अगर खुद को रिलैक्स करना चाहते हैं, तो शिरोधारा तकनीक का एक बार प्रयोग करके जरूर देखें. दरअसल, शिरोधारा थेरेपी से एंजायटी कम होती है और स्ट्रेस भी कम होता है. कुछ स्पा में भी शिरोधारा थेरेपी उपलब्ध है, लेकिन कहीं भी जाने से पहले कुछ जरूरी सवाल-जवाब जैसे वह मसाज भी प्रदान करते हैं या नहीं और किस प्रकार का तेल या लिक्विड प्रयोग करते हैं, आदि के बारे में जरूर पूछ लें, ताकि बाद में असहज महसूस न हो.
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