सार्स-सीओवी-2 वायरस से होने वाली बीमारी कोविड-19 ने दुनियाभर में 40 लाख से ज्यादा लोगों को संक्रमित कर दिया है और 2 लाख 75 हजार से ज्यादा लोगों की मौत भी हो चुकी है। इस कोरोना वायरस महामारी ने लोगों के काम करने के तरीके, एक-दूसरे से मिलने के सलीके और रोजाना की गतिविधियां को भी पूरी तरह से उलट-पलट कर रख दिया है। जीवनशैली में अचानक आए इस बड़े बदलाव की वजह से न सिर्फ आपकी शारीरिक और मानसिक सेहत पर असर पड़ा है बल्कि महिलाओं का मासिक धर्म (मेन्स्ट्रुअल साइकल) भी इस बदलाव से अछूता नहीं है।

अगर मौजूदा समय में आपका मासिक धर्म से जुड़ा प्रवाह हल्का हो गया है, मासिक धर्म अपने समय से नहीं आ रहा है या फिर पूरी तरह से स्किप हो गया है तो आप इसके लिए कोविड-19 महामारी को जिम्मेदार मान सकती हैं। अगर अब आप सोच रही हैं कि आखिर आपके पीरियड्स का कोरोना वायरस संक्रमण से क्या संबंध है? तो इसका जवाब है तनाव। जी हां, कोविड-19 से जुड़े तनाव की वजह से सभी लोगों को जरूरत से ज्यादा तनाव, डर और बेचैनी (ऐंग्जाइटी) महसूस हो रही है। यह बेचैनी और तनाव आपके शरीर पर कई तरह से बुरा असर डालते हैं और आपका मासिक धर्म भी उनमें से एक है।

(और पढ़ें : जानें कैसे निपटें कोविड-19 और लॉकडाउन के स्ट्रेस से)

स्ट्रेस हार्मोन का शरीर पर असर
स्ट्रेस हार्मोन, आपके शरीर के नियमित हार्मोनल साइकल के साथ प्रतिक्रिया करता है और शरीर को बहकाने की कोशिश करता है। इसका मतलब है कि तनाव की वजह से या तो आपका मासिक धर्म समय से पहले आ सकता है, देर से आ सकता है या फिर बिलकुल ही न आए। मासिक धर्म अगर किसी भी रूप में बाधित हो जाए तो या तो पीरियड्स देर से आता है या फिर बिलकुल नहीं आता। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपका शरीर खुद को सुरक्षित रखने के लिए सामंजस्य स्थापित करने की कोशिश कर रहा है। 

मासिक धर्म की प्रक्रिया होती है बाधित
जब आप कथित तौर पर बहुत ज्यादा तनाव की स्थिति में होती हैं तो शरीर का सिस्टम आपकी सुरक्षा को ओवुलेशन से ज्यादा प्राथमिकता देने लगता है। आपके तनाव के कथित लेवल और मस्तिष्क द्वारा दिए जा रहे सिग्नल के आधार पर आपका शरीर यह फैसला करता है कि यह समय ओवुलेट करने के लिए या फिर मासिक धर्म के लिहाज से सही नहीं है। दरअसल, मासिक धर्म होने के लिए शरीर के अंदर सही माहौल बनना जरूरी है तभी सही समय पर सही हार्मोन्स का निर्माण हो सकता है और तनाव इस पूरी प्रक्रिया को बाधित कर देता है।

(और पढ़ें: अनियमित मासिक धर्म के कारण और उपचार)

तनाव और मासिक धर्म के  बीच कनेक्शन
कोविड-19 से पहले भी अनुसंधानकर्ताओं ने तनाव और मासिक धर्म के बीच कनेक्शन पाया था। अगर आप आम दिनों की तुलना में ज्यादा तनाव में हों तो आपको मासिक धर्म के दौरान रक्त प्रवाह बहुत ज्यादा, बेहद हल्का, अनियमित प्रवाह या फिर मासिक धर्म बिलकुल न होना जैसी चीजों का अनुभव करना पड़ सकता है। महिलाओं की सेहत से जुड़ी एक रिपोर्ट की मानें तो अगर किसी को दुष्चिन्ता विकार (ऐंग्जाइटी डिसऑर्डर) है तो उनका मासिक धर्म चक्र छोटा हो सकता है या फिर उनका रक्त प्रवाह बेहद हल्का हो सकता है जिसे हाइपोमेनोरिया भी कहते हैं। 

नेशनल इंस्टिट्यूट ऑफ मेंटल हेल्थ की मानें तो इस महामारी की वजह से आपको कई तरह से चिंता और तनाव हो सकता है:

  • अपनी खुद की या फिर अपनों की सेहत की चिंता और बीमारी का डर
  • रोजाना के खाने और सोने की आदतों में बदलाव
  • लंबे समय से चली आ रही बीमारी का अचानक बढ़ जाना
  • अल्कोहल, तंबाकू और दूसरी नशीली चीजों का अधिक सेवन

तनाव की ये सभी वजहें आपके मासिक धर्म चक्र को प्रभावित कर सकती हैं खासकर मासिक धर्म के दौरान कितना प्रवाह होगा और यह कितने दिन तक चलेगा इस पर भी खासा असर होता है।

(और पढ़ें: हर दिन योग करें और दूर भगाएं कोविड-19 महामारी से जुड़ा स्ट्रेस)

क्या कोरोना वायरस आपके मासिक धर्म को बाधित कर सकता है?
स्टैन्फोर्ड यूनिवर्सिटी की ऑब्स्ट्रेटिशन/गाइनैकॉलजिस्ट जेनिफर कॉन्टी कहती हैं कि मौजूदा समय में चिकित्सा जगत के पास इस बारे में बहुत अधिक जानकारी नहीं है कि आखिर कोविड-19 किस तरह से शरीर के बाकी के अंगों और शरीर के सिस्टम पर असर डालता है। बावजूद इसके शारीरिक और मानसिक तनाव का हमारी प्रजनन सेहत और मानसिक धर्म चक्र पर असर होता है इस बात से इनकार नहीं किया जा सकता।

अगर आपको कोरोना वायरस का संक्रमण नहीं होता है और आप तनाव से दूर रहने की कितनी भी कोशिश क्यों न करें, मौजूदा समय का असर हमारे जीवन पर बहुत ज्यादा होगा और इसका असर निश्चित तौर पर आपकी सेहत पर दिखेगा। आप क्या खाती हैं, कितना सोती हैं, आपकी एक्सरसाइज रूटीन क्या है, ये सारी चीजें आपके मासिक धर्म को प्रभावित करती हैं। लिहाजा ऐसे समय में जब फिजिकल डिस्टेंसिंग का पालन करना है, लॉकडाउन की वजह से आप घरों में बंद हैं, इन सभी का आपकी डेली रूटीन पर जो असर पड़ा है उसकी वजह से भी आपका मासिक धर्म देर से आ सकता है, मिस हो सकता है, स्पॉटिंग हो सकती है या फिर प्रवाह हद से ज्यादा या कम हो सकता है।

समस्या से निपटने के लिए क्या करें?

  • डॉक्टरों की मानें तो आपको खुद को और अपने शरीर को थोड़ा समय देना होगा ताकि वे इस नई रूटीन और बदलाव के साथ सामंजस्य बिठा पाएं और उसके बाद हो सकता है कि आपका मासिक धर्म च्रक नियमित हो जाए।
  • जहां तक संभव हो अपने तनाव और चिंता को कम करने और अपनी डेली रूटीन को सामान्य बनाने की कोशिश करें। तनाव को कम करने के लिए आप योग और मेडिटेशन का सहारा ले सकती हैं। 
  • अगर आपको बहुत ज्यादा ब्लीडिंग हो रही हो या फिर लंबे समय से ब्लीडिंग हो रही हो तो या फिर बहुत ज्यादा क्लॉटिंग हो तो डॉक्टर से संपर्क जरूर करें।

इन कारणों से भी मासिक धर्म में हो सकता है बदलाव
कोविड-19 महामारी से जुड़े तनाव के अलावा कई ऐसे कारण भी हैं जिनका कोरोना वायरस से कोई संबंध नहीं है और इनकी वजह से भी आपके मासिक धर्म में बदलाव हो सकता है या फिर आपके पीरियड्स मिस हो सकते हैं। वे कारण हैं:

  • कई गर्भनिरोधक गोलियां भी ऐसी होती हैं जिनके सेवन से अनियमित ब्लीडिंग की समस्या हो सकती है।
  • आईयूडी डिवाइस की वजह से भी स्पॉटिंग, अनियमित ब्लीडिंग या फिर पीरियड्स के मिस होने की दिक्कत हो सकती है।
  • अगर आपको थायरॉइड से जुड़ी कोई बीमारी है तो इसका असर भी मासिक धर्म पर पड़ता है। इस कारण आपको अधिक या कम ब्लीडिंग हो सकती है।
  • पीसीओएस हार्मोन्स से जुड़ी बीमारी है जिसमें मासिक धर्म अनियमित हो जाता है या फिर पीरियड्स मिस हो जाते हैं।
कोविड-19 महामारी क्या आपके मासिक धर्म को भी करती है प्रभावित? के डॉक्टर
Dr Sujata Sinha

Dr Sujata Sinha

प्रसूति एवं स्त्री रोग
30 वर्षों का अनुभव

Dr. Pratik Shikare

Dr. Pratik Shikare

प्रसूति एवं स्त्री रोग
5 वर्षों का अनुभव

Dr. Payal Bajaj

Dr. Payal Bajaj

प्रसूति एवं स्त्री रोग
20 वर्षों का अनुभव

Dr Amita

Dr Amita

प्रसूति एवं स्त्री रोग
3 वर्षों का अनुभव


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें कोविड-19 महामारी क्या आपके मासिक धर्म को भी करती है प्रभावित? है

ऐप पर पढ़ें