रनिंग इंजरी यानि दौड़ने के कारण लगने वाली चोटें। विश्व के 60 प्रतिशत रनर को किसी न किसी प्रकार की रनिंग इंजरी के कारण अपनी गतिविधि को रोकना पड़ जाता है। क्योंकि किसी भी प्रकार की चोट को बढ़ने से रोकने के लिए सबसे महत्वपूर्ण होता है, उस गतिविधि से परहेज करना। दौड़ने से लगने वाली चोट के जोखिम को कम करने के लिए रनर अच्छे से अच्छे जूतों का इस्तेमाल करते हैं। दौड़ने या जॉगिंग करते समय अच्छे जूते चुनना बेहद आवश्यक होता है।

हालांकि, अच्छी क्वालिटी के जूते चुनना केवल इकलौता विकल्प है। ऐसे कई और विकल्प हैं, जिनकी मदद से ऐसी चोटों को रोका जा सकता है। जैसे कि खुद को फ्लैकसिबल, मजबूत और प्रबल बनाना। इसके अलावा अभ्यास का समय तय करना भी जरूरी माना जाता है।

रनिंग के समय हमारी टांगें, टखने, पिंडली और पैरों पर बल पड़ता है। दौड़ लगाते समय इन सभी की मांसपेशियों के क्षतिग्रस्त होने की आशंका सबसे अधिक होती है। दौड़ने के कारण लगने वाली चोट तीव्र या पुरानी हो सकती है, जिन्हें उचित इलाज और आराम से ठीक करने की आवश्यकता होती है।

रनिंग इंजरी के प्रकार - Types of Running injuries in Hindi

कितने तरह की होती है रनिंग इंजरी?

रनिंग इंजरी तीव्र या पुरानी हो सकती हैं। तीव्र चोट अचानक से लगती है और कई बार गंभीर हो सकती हैं। इनमें हड्डी टूटनामोच आना और लंगड़ा होना शामिल है। पुरानी चोट अक्सर कम तीव्र वाली होती हैं, लेकिन समय के साथ-साथ बढ़ती चली जाती हैं। यह चोट दौड़ते समय असामान्य बल के कारण लगती हैं। क्रॉनिक इंजरी रनर्स की सबसे सामान्य चोट है। यह किसी भी अंग को लगातार एक ही गतिविधि में इस्तेमाल करने के कारण विकसित हो सकती है।

निम्न कुछ ऐसी वस्तुएं हैं, जो रनिंग इंजरी को बढ़ावा देती हैं और उनके जोखिम को बढ़ाती है :

  • दौड़ लगाने वाली जगह
  • जूतों की स्थिति
  • सपाट पैर जैसी स्थिति
  • कमजोरी
  • लचीलेपन में कमी
  • लंबे समय या अधिक तीव्रता वाले अभ्यास
  • गलत तरीके से दौड़ना
  • प्रति सप्ताह क्षमता के अनुसार अधिक मील दौड़ना
  • ट्रेडमिल से एकदम से उतर जाना
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रनिंग इंजरी के लक्षण - Running injuries Symptoms in Hindi

रनिंग इंजरी होने पर क्या लक्षण होते हैं?

दौड़ने के दौरान दर्द के अलावा भी रनिंग इंजरी को कई लक्षणों से पहचाना जा सकता है। निम्न में से कोई भी लक्षण सामने आने पर गतिविधि को तुरंत रोक दें : 

इसके अलावा चोट लगने का मुख्य कारण अत्यधिक अभ्यास हो सकता है, इसलिए इसके लक्षणों को भी पहचानना जरूरी होता है :

इनमें से किसी भी संकेत के पता चलते ही तुरंत दौड़ना रोक दें और किसी डॉक्टर से सलाह ले लें। ऐसा न करने से स्थिति और गंभीर हो सकती है।

डॉक्टर से कब संपर्क करें

  • तुरंत सूजन आना
  • लगातार तीव्र दर्द होना
  • क्षतिग्रस्त अंग को इस्तेमाल न कर पाना
  • चोट लगने पर चटकने की आवाज आना
  • दर्द कम होने की बजाए बढ़ने लगे
  • 10 से 14 दिन बाद भी दर्द होना
  • अभ्यास करने के लिए दवाओं का सहारा लेना पड़ रहा हो
  • आराम करने से दर्द में राहत मिले, लेकिन फिर से अभ्यास करने पर दोबारा दर्द महसूस होना

इनमें से कोई भी स्थिति उत्पन्न होने पर किसी की सहायता लें या डॉक्टर से संपर्क करें। ध्यान रहे चोट या दर्द को नजरअंदाज करने से वह एक गंभीर रोग का रूप ले सकती है और आगे चल कर आपके अभ्यास में बाधा बन सकती है।

रनिंग इंजरी के कारण - Running injuries Causes in Hindi

रनिंग इंजरी क्यों होती है?

दौड़ एक बेहतरीन व्यायाम है, वजन कम करने से लेकर शरीर को मजबूत बनाने तक में इसके लाभ मिलते हैं। हालांकि, सही तरीके या उपकरण न अपनाने से दौड़ लगाते समय कई प्रकार की चोट लग सकती हैं, जैसे कि :

  • रनर नी -
    काफी लंबे समय से दौड़ने वाले व्यक्तियों के घुटनों में मोजूद उपास्थि क्षतिग्रस्त हो जाती है, जिसके कारण घुटनों में दर्द महसूस होता है।
     
  • स्ट्रेस फ्रैक्चर -
    यह हड्डी में होने वाली एक प्रकार की छोटी दरार होती है, जिसके कारण दौड़ लगाने वाले व्यक्ति को तीव्र दर्द महसूस हो सकता है।
     
  • शिन स्प्लिंट्स -
    यह पिंडली के आगे की हड्डी में होने वाला दर्द है। यह व्यक्ति के अत्यधिक दौड़ने के कारण होती है।
     
  • अकिलिस टेंडन समस्या -
    अकिलिस हमारी टांग के निचले हिस्से के पीछे की तरफ स्थित होती है, इसमें होने वाली सूजन को अकिलिस टेंडन समस्या कहा जाता है।
     
  • मांसपेशियों में खिंचाव -
    इस स्थिति में व्यक्ति की मांसपेशियों में हल्का खिंचाव पैदा हो जाता है, यह अक्सर मांसपेशियों को जरूरत से ज्यादा खींचने के कारण होता है।
     
  • टखने में मोच -
    यह टखने के आसपास के लिगामेंट्स के खिंचने या क्षतिग्रस्त होने के कारण होता है। टखने में मोच अक्सर पैर मुड़ने या अत्यधिक घूमने की वजह से आती है।
     
  • पेल्विक और कूल्हे की चोट -
    मांसपेशियों के खींचने के कारण ग्रोइन पेन और कूल्हों में दर्द जैसी समस्या आ सकती है। हमारे कूल्हों की हड्डी संतुलन बनाने में मदद करती हैं, जिनका दौड़ते समय चोट लगने पर क्षतिग्रस्त होना सामान्य बात है।
     
  • त्वचा की चोट -
    दौड़ने के कारण कई बार खिलाड़ी अपना संतुलन खो देते हैं, जिसकी वजह से त्वचा पर चोट लग सकती है। त्वचा की कई ऐसी सामान्य चोटें हैं जो ज्यादातर दौड़ने के कारण लगती हैं, जैसे कि रगड़, लालिमा और नील पड़ना
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रनिंग इंजरी का इलाज - Running injuries Treatment in Hindi

रनिंग इंजरी का उपचार क्या है?

दौड़ने के कारण लगने वाली सभी चोट सामान्य होती हैं, जिनमें से अधिकतर का इलाज घर पर आराम और सिकाई से किया जा सकता है। हालांकि, ज्यादा गंभीर चोटों के लक्षण दिखाई देने या चोट न ठीक होने पर डॉक्टर से संपर्क कर लेना ही बेहतर होता है।

रनिंग इंजरी का प्राथमिक उपचार

  • खून बहने से रोकें
  • प्रभावित हिस्से की दिन में 3 से 4 बार 20 मिनट के लिए बर्फ से सिकाई करें
  • प्रभावित अंग को आराम प्रदान करें और कुछ समय के लिए स्थिर रखें
  • दौड़ना तुरंत रोक दें
  • कम्प्रेशन यानि हल्का दबाव दें, प्रभावित हिस्से की सूजन को कम करने के लिए पट्टी बांधें
  • क्षतिग्रस्त हिस्से को हृदय स्तर से ऊंचा उठाने की कोशिश करें
  • दर्द से आराम पाने के लिए एस्पिरिन या इबुप्रोफेन दवाएं लें
  • चोट के कारण का पता लगाएं और जल्द ही किसी डॉक्टर से संपर्क करें

दौड़ने के कारण मांसपेशियों में खिंचाव या मोच आना आम बात होती है। हालांकि, इस प्रकार की साधारण स्थिति को घर पर ही “RICE” थेरेपी की मदद से ठीक किया जा सकता है। इस थेरेपी में क्षतिग्रस्त अंग को आराम प्रदान करें, बर्फ से सिकाई करें, पट्टी बांधे और हृदय स्तर से ऊपर उठाने की कोशिश करें।

इस थेरेपी को अपनाने के बाद डॉक्टर से सलाह जरूर ले लें। चोट की गंभीरता को देखते हुए घर पर इलाज अपनाने की बजाए तुरंत अस्पताल या किसी क्लिनिक जाएं।

इसके अलावा चोट के कारण हड्डी टूटने की स्थिति में प्राथमिक उपचार या घरेलू उपायों का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। फ्रैक्चर एक गंभीर चोट होती है, जिसमें व्यक्ति की हड्डी टूट जाती है। ऐसे मामले बेहद गंभीर होते हैं, जिनमें तुरंत डॉक्टर के पास जाने की जरूरत होती है। ऐसी चोट का इलाज केवल डॉक्टर द्वारा ही करवाना चाहिए।

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