सर्दियों में कई तरह की बीमारियां और संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ जाता है। इसका मुख्य कारण कई बार शरीर में विटामिन डी की कमी हो सकती है। विटामिन डी की मदद से हमारी हड्डियां और मांशपेशियां सही ढंग से काम कर पाती हैं। अगर हमारे शरीर को यह विटामिन पर्याप्त मात्रा में न मिल पाए तो यह हमारी कई गतिविधियों को प्रभावित कर सकता है। विटामिन डी कैल्शियम के अवशोषण, हड्डियों को स्वस्थ्य और सूजन को कम करने में मदद करता है।

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सर्दियों के मौसम में मांसपेशियों में अकड़न व ऐंठन आने की समस्या बढ़ जाती है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन में इंटरमाउंटेन हेल्थ केयर द्वारा की गई एक स्टडी के अनुसार विटामिन डी की कमी के कारण अल्जाइमर रोग, स्ट्रोक, हाई ब्लड प्रेशर, डायबिटीज, कैंसर, और हृदय रोग जैसी गंभीर स्थिति उत्पन होने का खतरा बना रहता है।

भारत में अधिकतर लोगों की त्वचा सांवले रंग की होती है, जिसके कारण सूरज की किरणों से मिलने वाले पोषक तत्वों को अवशोषित करने में परेशानी होती है। सांवली त्वचा वाले लोगों को गोरी त्वचा के मुकाबले धूप में अधिक समय बिताने की जरूरत होती है।

2010 की इस स्टडी में बताया गया कि सर्दियों में सूरज की रौशनी से पोषक तत्व न मिलने के कारण 85 प्रतिशत लोगों में विटामिन डी की कमी पाई जाती है। तो इस बात की काफी आशंका है कि आपने में भी इसके लक्षण हो सकते हैं। विटामिन डी की कमी पता लगाने के लिए आपको कुछ लक्षणों को पहचानने की जरूरत होती है, जैसे हर समय उदास रहना, बार-बार बीमार पड़ना, थकावट महसूस होना, घाव न भर पाना, हड्डियों में दर्दकमजोरी, सिर में पसीना आना और बाल झड़ना। विटामिन डी की कई समस्याएं लिवर और किडनी से भी जुड़ी होती हैं।

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अगर आपको यह लक्षण दिखाई देते हैं, तो इसका कारण पर्याप्त मात्रा में विटामिन डी की खुराक न मिल पाना और सूरज की रोशनी न मिल पाना हो सकता है। यह समस्या गर्मियों से ज्यादा सर्दियों में होती है। इससे बचने और इस कमी को पूरा करने के कई आहार, सप्लीमेंट्स और उपाय हैं। 

सर्दियों में विटामिन डी प्राप्त करना मुश्किल होता है, क्योंकि इस समय लोगों को सूरज की रोशनी नहीं मिल पाती है। दरअसल धूप से हमें प्राकृतिक रूप से विटामिन डी मिल जाता है। इसकी कमी को पूरा करने के लिए अपने आहार में कॉड लिवर ऑयल, अंडे की जर्दी और मशरूम को शामिल करें। इनमें भारी मात्रा में विटामिन डी पाया जाता है। इसके अलावा अपना वजन संतुलित बनाए रखें, ऐसा करने के लिए आप व्यायाम, दौड़ या आहार में सुधार कर सकते हैं। सर्दियों में विटामिन डी की कमी को पूरा करने के लिए डॉक्टर सप्लीमेंट्स लेने की भी सलाह देते हैं। रोजाना हर व्यक्ति को कम से कम 5 से 15 माइक्रोग्राम विटामिन डी का सेवन करना चाहिए।

अगर आपको विटामिन डी की कमी के लक्षण दिखाई देते हैं तो उनका जल्दी परीक्षण करवाएं क्योंकि यह किसी गंभीर रोग जैसे जोड़ो में दर्द, कॉग्निटिव इम्पेयरमेंट (यददाश्त से जुड़ी समस्या), हृदय रोग और अस्थमा का रूप ले सकता है। परीक्षण के लिए अपने डॉक्टर से सलाह लें।

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