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Synadil डॉक्टर के द्वारा निर्धारित की जाने वाली दवा है, जो मेडिकल स्टोर से क्रीम दवाओं के रूप में मिलती है। इस दवा का उपयोग विशेष रूप से फंगल इन्फेक्शन, कैंडिडा संक्रमण, यूरिन इन्फेक्शन का इलाज करने के लिए किया जाता है। इस दवाई Synadil को अन्य दिक्कतों में भी काम लिया जा सकता है, जिनके बारे में नीचे बताया गया है।
Synadil को कितनी मात्रा में लेना है, यह पूर्ण रूप से रोगी के वजन, लिंग, आयु और पिछले चिकित्सकीय इतिहास पर निर्भर करता है। इसकी सही मात्रा इस पर भी निर्भर करती है, कि मरीज की मुख्य समस्या क्या है और उसे किस तरीके से दवा दी जा रही है। यह जानकारी विस्तार से खुराक वाले भाग में दी गई है।
कुछ मामलों में Synadil के कुछ अन्य साइड इफेक्ट भी देखे जा सकते हैं, जो नीचे दिए गए हैं। सामान्य तौर पर Synadil के साइड इफेक्ट लंबे समय तक बने नहीं रहते हैं और एक बार जब इलाज खत्म हो जाता है तो ये भी ठीक हो जाते हैं। अगर ये दुष्प्रभाव और बिगड़ जाते हैं या लंबे समय तक बने रहते हैं तो इस बारे में अपने डॉक्टर से बात करें।
इसके अलावा Synadil को गर्भावस्था के दौरान लेने पर प्रभाव गंभीर होता है और स्तनपान कराने वाली माताओं के लिए इसका प्रभाव सुरक्षित है। आगे Synadil से जुड़ी चेतावनियों के सेक्शन में बताया गया है कि Synadil का लिवर, हार्ट, किडनी पर क्या असर होता है।
यदि किसी व्यक्ति को लिवर रोग जैसी कोई समस्या है, तो उसे Synadil दवा नहीं लेनी चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति के स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। इनके आलावा कुछ अन्य समस्याएं भी हैं जिनमें Synadil लेने से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ सकता है। इसके बारे में जानकरी के लिए आगे पढ़ें।
Synadil को कुछ दवाओं के साथ लेने से गंभीर समस्याएं हो सकती हैं। ऐसी दवाओं की पूरी सूची आगे इस लेख में दी गयी है।
उपरोक्त सभी जानकारीयों के साथ-साथ यह भी ध्यान रखें कि ड्राइविंग करते समय Synadil दवा लेना असुरक्षित है। यह भी ध्यान रखें कि इस दवा की लत नहीं लग सकती है।
Synadil इन बिमारियों के इलाज में काम आती है -
मुख्य लाभ
अन्य लाभ
यह अधिकतर मामलों में दी जाने वाली Synadil की खुराक है। कृपया याद रखें कि हर रोगी और उनका मामला अलग हो सकता है। इसलिए रोग, दवाई देने के तरीके, रोगी की आयु, रोगी का चिकित्सा इतिहास और अन्य कारकों के आधार पर Synadil की खुराक अलग हो सकती है।
दवाई की खुराक बीमारी और उम्र के हिसाब से जानें
आयु वर्ग | खुराक |
रिसर्च के आधार पे Synadil के निम्न साइड इफेक्ट्स देखे गए हैं -
गंभीर
मध्यम
हल्का
क्या Synadil का उपयोग गर्भवती महिला के लिए ठीक है?
Synadil गर्भवती महिलाओं पर बुरा असर दिखाती है। इस कारण इसका सेवन डॉक्टरी सलाह के बाद ही करें। अपनी इच्छा से इसको लेना हानिकारक हो सकता है।
क्या Synadil का उपयोग स्तनपान करने वाली महिलाओं के लिए ठीक है?
Synadil का कोई भी बुरा प्रभाव स्तनपान कराने वाली महिलाओं पर नहीं पड़ता है।
Synadil का प्रभाव गुर्दे पर क्या होता है?
Synadil से किडनी पर बुरा प्रभाव पड़ सकता है। यदि आपके शरीर पर भी दवा से कोई भी दुष्प्रभाव हो तो आप इसको लेना बंद कर दें और डॉक्टर से पूछ लेने के बाद ही इसका सेवन करें।
Synadil का जिगर (लिवर) पर क्या असर होता है?
Synadil का दुष्प्रभाव आपके लीवर पर बेहद कम पड़ेगा। आप इसे डॉक्टर से बिना सलाह लिए भी ले सकते हैं।
क्या ह्रदय पर Synadil का प्रभाव पड़ता है?
दिल पर Synadil के हानिकारक प्रभाव काफी कम देखे गए हैं।
Synadil को इन दवाइयों के साथ लेने से गंभीर दुष्प्रभाव या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं -
गंभीर
मध्यम
हल्का
अगर आपको इनमें से कोई भी रोग है तो, Synadil को न लें क्योंकि इससे आपकी स्थिति और बिगड़ सकती है। अगर आपके डॉक्टर उचित समझें तो आप इन रोग से ग्रसित होने के बावजूद Synadil ले सकते हैं -
क्या Synadil आदत या लत बन सकती है?
नहीं, इसका कोई प्रमाण नहीं है कि Synadil को लेने से आपको इसकी लत पड़ जाएगी। कोई भी दवा डॉक्टर से पूछ कर ही लें, जिससे कोई हानि न हो।
क्या Synadil को लेते समय गाड़ी चलाना या कैसी भी बड़ी मशीन संचालित करना सुरक्षित है?
Synadil को खाने के बाद आपको वाहन चलाने व किसी मशीन पर काम नहीं करना चाहिए, यह खतरनाक हो सकता है।
क्या Synadil को लेना सुरखित है?
हां, लेकिन डॉक्टर से सलाह जरूर लें।
क्या मनोवैज्ञानिक विकार या मानसिक समस्याओं के इलाज में Synadil इस्तेमाल की जा सकती है?
मस्तिष्क विकारों में Synadil काम नहीं कर पाती है।
क्या Synadil को कुछ खाद्य पदार्थों के साथ लेने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है?
आप खाने के साथ भी Synadil को ले सकते हैं।
जब Synadil ले रहे हों, तब शराब पीने से नकारात्मक प्रभाव पड़ता है क्या?
रिसर्च न होने के कारण Synadil के नुकसान के विषय में पूर्ण जानकारी मौजूद नहीं है। अतः डॉक्टर की सलाह पर ही इसको लें।
जी हां, यौन अंगों में फंगल इंफेक्शन (टिनिआ क्रूरिस) के इलाज के लिए प्रमुख रूप से Synadil का इस्तेमाल किया जाता है। Synadil एक प्रिस्क्रिप्शन दवा है इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना टिनिआ क्रूरिस के लिए Synadil का इस्तेमाल ना करें।
Synadil के कारण किडनी को नुकसान नहीं होता है। लेकिन अमेरिका की प्रसिद्ध दवा संस्थान-एफडीए की रिपोर्ट के अनुसार 65 साल की उम्र से अधिक लोगों की Synadil के कारण किडनी फेल हो सकती है इसलिए वृद्ध मरीजों को डॉक्टर के प्रिस्किप्शन पर ही Synadil लेनी चाहिए। हालांकि, Synadil के कारण किडनी फेल होने का स्पष्ट कारण अब तक पता नहीं चल पाया है।
Synadil, फ्लुकोनाज़ोल ब्रांड है। ये एक प्रिस्किप्शन दवा है जोकि एंटी-फंगल दवाओं के समूह से संबंधित है। Synadil का इस्तेमाल वजाईना में यीस्ट इंफेक्शन (वजाइनल कैंडिडायसिस), मुंह और गले में फंगल इंफेक्शन (इसोफेगल कैंडिडायसिस), मुंह के छाले, पेनिस इंफेक्शन, फंगल निमोनिया, सिस्टेमिक कैंडिडायसिस (पूरे शरीर में फैलने वाला इंफेक्शन), मूत्र मार्ग में संक्रमण, फंगल पेरिटोनिटिस (पेट की परत में झिल्ली की लाइनिंग में सूजन), क्रिप्टोकोक्कल मेनिंगाइटिस (मस्तिष्क में फंगल संक्रमण), क्रिप्टोकोक्कोसिस (दुर्लभ फंगल संक्रमण), फंगल इंफेक्शन प्रोफिलेक्सिस, कोक्सीडिओडोमाइकोसिस (एचआईवी मरीजों को प्रभावित करने वाला फंगस), हिस्टोप्लासमोसिस (एचआईवी मरीजों को प्रभावित करने वाला फंगस), ब्लास्टोमाइसोसिस (फंगस का एक प्रकार), ओनिकोमीकोसिस (नाखूनों में होने वाला फंगल संक्रमण) के इलाज में किया जाता है।
इंजेक्शन द्वारा Synadil लेने पर बहुत कम ही पेट खराब होने के मामले सामने आए हैं। वहीं दूसरी ओर Synadil को खाने पर पेट से संबंधित समस्याएं जैसे कि अपच, पेट दर्द, दस्त और जी मिचलाना जैसे लक्षण देखे गए हैं। Synadil लेने के बाद पेट खराब हो रहा है तो तुरंत डॉक्टर से इस बारे में बात करें।
रिंगवर्म (टिनिआ कोर्पोसिस) के इलाज में Synadil असरकारी दवा है। Synadil एक प्रिस्क्रिप्शन दवा है इसलिए डॉक्टर की सलाह के बिना टिनिआ कोर्पोसिस के लिए Synadil का इस्तेमाल ना करें।
इस जानकारी के लेखक है -
B.Pharma, फार्मेसी
5 वर्षों का अनुभव
संदर्भ
US Food and Drug Administration (FDA) [Internet]. Maryland. USA; Package leaflet information for the user; Diflucan® (fluconazole)
KD Tripathi. [link]. Seventh Edition. New Delhi, India: Jaypee Brothers Medical Publishers; 2013: Page No 793-794