ओसिपिटल नर्व स्टिमुलेशन एक ऐसी प्रक्रिया है जो सिरदर्द से जुड़े कई प्रकार के ऐसे विकारों के इलाज के लिए की जाती है जिनमें किसी अन्य थेरेपी से लाभ नहीं मिल पाता है। इसमें सिर के पीठे लीड नामक पतली तारें और पेट में, कूल्हों के ऊपरी हिस्से या कॉलर या कंधे की हड्डी के बीचे बैटरी लगाई जाती है। लीड और बैटरी को एंक्सटेंशन वायर से कनेक्ट किया जाता है जो त्वचा के अंदर से चलती है।
यह डिवाइस मस्तिष्क को हल्के इलेक्ट्रिकल संवेग भेजता है जिससे दर्द के संकेत बंद हो जाते हैं। हालांकि, इससे मरीज की समस्या का समाधान नहीं होता है। यह प्रक्रिया करवाने वाले मरीजों को 50 पर्सेंट दर्द से राहत मिल जाती है और वो आराम से अपने रोजमर्रा के काम कर पाते हैं।
इस प्रक्रिया में कई तरह की बैटरियां इस्तेमाल की जाती हैं। लिथियम की बैटरी तीन से पांच साल तक चलती है जबकि रिचार्ज होने वाली बैटरी सात से नौ साल तक चल जाती है। इसके बाद इसे बदलने की जरूरत होती है। हो सकता है कि इस सर्जरी की बाद में जरूरत ही न पड़े क्योंकि इससे मस्तिष्क की नसों को कोई नुकसान नहीं पहुंचता है।