हमारी जिंदगी से जुड़ी हर चीज हमे किसी न किसी तरह प्रभावित करती है। कई लोगों को कुत्ता पालने का शौक होता है और अगर आप भी उनमें से एक हैं तो आपको बता दें कि आपका ये शौक सेहत को कई फायदे पहुंचा सकता है। आपको बता दें कि पालतू कुत्ते को रखने से आपकी सेहत पर सकारात्मक प्रभाव भी पड़ता है और आज इस लेख के जरिए हम आपको यही बताने जा रहे हैं पालतू कुत्ता रखने से सेहत को क्या फायदे मिलते हैं। 

मिर्गी के दौरे से बचाव

मिर्गी एक न्यूरोलॉजिकल डिसऑर्डर है, जिसमें रोगी को बार-बार दौरे पड़ते हैं। मस्तिष्क में किसी तरह की गड़बड़ी हो जाने से ऐसा होता है। दौरे पड़ने के दौरान अचानक गिरने से चोट लगना, जल जाना या हड्डियों के टूटने जैसी घटना हो सकती है। यदि मिर्गी से पीड़ित व्यक्ति को दौरा पड़ने के दौरान उचित मदद या उपचार न मिले तो इस स्थिति में संभवतः उसकी मृत्यु भी हो सकती है। इस स्थिति से बचने के लिए कई लोग अपने पालतू कुत्ते को प्रशिक्षण देकर रखते हैं। अगर मरीज को कभी दौरा पड़े तो प्रशिक्षित कुत्ता किसी न किसी तरह से उसकी मदद कर सकता है या किसी को मदद के लिए बुला सकता है। 

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डॉक्टर से रहते हैं दूर 

एक रिपोर्ट में पाया गया है कि कुत्ते के मालिक को डॉक्टर के पास उन लोगों के मुकाबले करीबन 15 प्रतिशत कम जाना पड़ता है, जिनके यहां दोस्त के रूप में डॉग नहीं होता है। आप यदि अपने पालतू कुत्ते के साथ खेलते या समय बिताते हैं, तो यकीनन आपका स्वास्थ्य अन्य लोगों के मुकाबले अच्छा रहता है और आपको डॉक्टर के पास कम जाना पड़ता है। 

अवसाद से लड़ने में मिलती है मदद

एक अध्ययन के दौरान कॉलेज के कुछ छात्रों को डिप्रेशन से मुक्त करने के लिए कुत्ते के साथ कुछ घंटे बिताने के लिए कहा गया। इन छात्रों ने डॉग के साथ खूब मस्ती की, उसके साथ खेले और यहां तक कि सेल्फी भी ली। इसका परिणाम यह रहा कि उन सभी में चिंता और अकेलेपन के लक्षणों में 60 प्रतिशत तक की कमी पाई गई।

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तनाव से मुक्ति 

कुत्तों के साथ अच्छा समय व्यतीत करने की आदत आपके ब्लड प्रेशर को कम कर सकती है, इससे आपके शरीर में मौजूद आराम पहुंचाने वाले हार्मोंस रिलीज होते हैं जबकि तनाव पैदा करने वाले हार्मोन के स्तर में कमी आती है। 

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ऑटिज्म बच्चों के लिए फायदेमंद

एक शोध के अनुसार, ऑटिज्म से ग्रसित बच्चों के साथ पालतू जानवर हों तो इससे उन्हें अपने आस-पास के बच्चों के साथ बेहतर व्यवहार करने में मदद मिलती है। पालतू जानवर माहौल को सकारात्मक रूप से बदलते हैं और उन लोगों को एकीकृत करने में मदद करते हैं जो एक-साथ नहीं रहते हैं। जब एक बार बच्चे जानवरों के साथ जुड़ जाते हैं, तो वे एक-दूसरे को अधिक सकारात्मक रूप से देखते हैं और एक साथ बेहतर काम करते हैं।

इम्यून सिस्टम को मजबूती

एक अध्ययन में पाया गया है कि कॉलेज के जिन छात्रों के पास पालतू कुत्ते थे, उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता यानी इम्यून सिस्टम में काफी सुधार पाया गया। इसलिए अगर आप अपनी रोग प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करना चाहते हैं तो अपने साथ डॉग रखने पर विचार कर सकते हैं।

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भले ही आज की व्यस्त दिनचर्या में पालतू कुत्ते के लिए समय निकालना मुमकिन ना लग रहा हो, लेकिन यदि आप ऐसा करते हैं तो यकीनन आप अपने में सकारात्मक बदलाव पा सकते हैं।

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