एकपद राजकपोतासन ऐसा योगासन है, जिसके नियमित अभ्यास से रीढ़ को मजबूत किया जा सकता है. इसके अलावा, इस आसन का नियमित अभ्यास करने से पीठ दर्द, कमजोर पाचन शक्ति व सेक्सुअल हेल्थ इत्यादि परेशानियों को दूर किया जा सकता है. नियमित रूप से एकपद राजकपोतासन का अभ्यास करने से शरीर की कई अन्य समस्याएं दूर की जा सकती हैं. इस आसन को आसानी से घर में किया जा सकता है.

आज इस लेख में आप एकपद राजकपोतासन को करने के तरीके व फायदे के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. एकपद राजकपोतासन के फायदे
  2. एकपद राजकपोतासन को करने का तरीका
  3. सारांश
एकपद राजकपोतासन को करने का तरीका व फायदे के डॉक्टर

एकपद राजकपोतासन का नियमित रूप से अभ्यास करने से पीठ में दर्द व सेक्सुअल हेल्थ इत्यादि में सुधार किया जा सकता है. इसके अलावा, इस आसन के कई अन्य फायदे हैं. आइए, इन फायदों के बारे में विस्तार से जानते हैं -

पीठ, पेट, पैर व कूल्हों को करे मजबूत

विभिन्न अध्ययनों से पता चलता है कि एकपद राजकपोतासन का नियमित अभ्यास करने से पीठ, पेट, पैर और कूल्हे की मांसपेशियों में खिंचाव उत्पन्न होता है. इससे मसल्स पर अतिरिक्त दबाव पड़ता है, जिससे इस क्षेत्र में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है. इससे मांसपेशियों को अधिक मात्रा में ऑक्सीजन और पोषण मिलता है. ऐसे में एकपद राजकपोतासन का अभ्यास करने से शरीर के इन हिस्सों को मजबूती मिलती है.

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पाचन स्वास्थ्य में करे सुधार

पाचन स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए एकपद राजकपोतासन का नियमित अभ्यास करना चाहिए. यह आसन कब्ज जैसी विभिन्न प्रकार की पाचन से जुड़ी परेशानियों को दूर करने में प्रभावी हो सकता है. दरअसल, एकपद राजकपोतासन के नियमित अभ्यास से पेट और आंतरिक आंत के अंगों पर कुछ अतिरिक्त दबाव पड़ता है.

इससे पाचन तंत्र के कार्य को बढ़ावा मिलता है. साथ ही यह मल त्याग में सुधार करता है. इतना ही नहीं, इस आसन के नियमित अभ्यास से पाचन रस और एंजाइम के उत्पादन को बढ़ावा मिलता है. यह भोजन को पचाने में मददगार होता है. साथ ही शरीर से अपशिष्ट पदार्थों को बाहर कर सकता है.

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यौन स्वास्थ्य करे बेहतर

एकपद राजकपोतासन का नियमित अभ्यास करने से सेक्सुअल हेल्थ में भी सुधार किया जा सकता है. इसे करने से यौन अंग स्ट्रेच होते हैं और उत्तेजना बढ़ती है. साथ ही यौन अंगों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे सेक्सुअल एक्टिविटी में सुधार आता है. ऐसे में कहा जा सकता है कि यह योग सेक्सुअल हेल्थ को बेहतर कर सकता है.

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गर्दन, छाती व कंधों को करे मजबूत

नियमित रूप से एकपद राजकपोतासन का अभ्यास करने से गर्दन, छाती और कंधों की मांसपेशियों को मजबूती मिलती है. दरअसल, इस आसन को करने से गर्दन, छाती और कंधे स्ट्रेच होते हैं. इससे इन अंगों में ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है, जिससे मांसपेशियां मजबूत होती हैं. साथ ही यह आसन हड्डियों में होने वाले दर्द और सूजन को भी कम करने में मददगार होता है.

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लिवर और किडनी को रखे स्वस्थ

एकपद राजकपोतासन का नियमित अभ्यास करने से लिवर और किडनी के कार्य में सुधार किया जा सकता है. इस आसन को करते समय यह किडनी और लिवर में बहुत दबाव उत्पन्न होता है. इससे किडनी और लिवर के कार्यों में सुधार आ सकता है.

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राजकपोतासन करने के कई अलग-अलग तरीके हैं. यहां हम इसे करने का सबसे आसान तरीका बता रहे हैं -

  • राजकपोतासन को करने के लिए सबसे पहले समतल जगह पर योग मैट बिछाकर घुटनों के बल खड़े हो जाएं. और फिर आगे की तरफ झुकते हुए हाथों को जमीन पर रख दें और बाजुओं को सीधा रखें.
  • अब दाएं घुटने को आगे दाईं कलाई तक ले जाएं. फिर दाएं पैर को बाएं घुटने के आगे रख दें और दाएं घुटने को जमीन के साथ सटा दें.
  • अब धीरे-धीरे बाएं पैर को पीछे की ओर ले जाएं और आराम से नीचे बैठ जाएं.
  • फिर लंबी गहरी सांस लेते हुए बाएं पैर को घुटने से मोड़ें.
  • इसके बाद जितना संभव हो सके सिर को पीछे की ओर ले जाएं, ताकि सिर पैर को छू सके.
  • फिर हाथों को ऊपर की ओर उठाएं और कोहनियों से मोड़ते हुए बाएं पैर को पकड़कर सिर से स्पर्श करने का प्रयास करें.
  • कुछ देर इसी अवस्था में रहें और सामान्य गति से सांस लेते रहें.
  • इसके बाद धीरे-धीरे सामान्य अवस्था में आ जाएं.
  • अब यही प्रक्रिया दूसरे पैर से भी करें.

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एकपद राजकपोतासन का नियमित रूप से अभ्यास करने से पाचन में सुधार किया जा सकता है. साथ ही यह शरीर की अन्य परेशानियां जैसे- सेक्सुअल हेल्थ, कंधों में दर्द व पेट दर्द इत्यादि को दूर कर सकता है. अगर कोई पहली बार इस आसन को करने जा रहा है, तो किसी एक्सपर्ट की निगरानी में करे, ताकि इसे सही प्रकार से किया जा सके और फायदेमंद भी साबित हो. वहीं, अगर कोई किसी तरह की समस्या से जूझ रहा है, तो एक्सपर्ट की राय पर ही इस आसन का अभ्यास करें.

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Dr. Smriti Sharma

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