गठिया एक ऐसी समस्या है, जिससे दुनियाभर के करोड़ों लोग प्रभावित हैं. गठिया से ग्रसित लोगों के ज्वाइंट्स में असहनीय दर्द का सामना करना पड़ता है. इसके अलावा गठिया से ग्रसित मरीजों के ज्वाइंट्स में सूजन और अकड़न जैसी समस्या देखने को मिलती है. आमतौर पर गठिया की परेशानी बुजुर्गों में काफी ज्यादा देखी जाती है, लेकिन आधुनिक समय में बदलते खानपान और लाइफस्टाइल की वजह से कम उम्र के लोग भी गठिया से प्रभावित हो रहे हैं. गठिया के इलाज की बात की जाए, तो इस रोग का फिलहाल कोई ऐसा इलाज नहीं है, जिससे गठिया को पूरी तरह से खत्म किया जा सके. हालांकि, इसकी परेशानियों और लक्षणों को कम करने के लिए डॉक्टर के दिशा-निर्देशों का पालन करना बहुत ही जरूरी है. खासतौर पर गठिया मरीजों को अपने खानपान पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है.

आज हम इस लेख में आपको उन फलों के बारे में बताएंगे, जिसे गठिया रोगी खा सकते हैं.

(और पढ़ें - गठिया का आयुर्वेदिक इलाज)

  1. गठिया में कौन सा फल है फायदेमंद - Which fruits are good for arthritis in Hindi
  2. सारांश
  3. गठिया में कौन सा फल खाना चाहिए के डॉक्टर

डॉक्टर्स गठिया मरीजों को ऐसे खाद्य पदार्थ खाने की सलाह देते हैं, जिसमें एंटी-इंफ्लामेटरी (anti-inflammatory) का गुण पाया जाता है. इसके अलावा ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करने की सलाह दी जाती है, जिससे आपकी हड्डियां और इम्यूनिटी पावर मजबूत हो सके. हम अपने डाइट में कुछ ऐसे फलों को शामिल कर सकते हैं, जिससे गठिया के लक्षणों को कम किया जा सके, जैसे -

(और पढ़ें - गठिया के दर्द का इलाज)

  1. बेरीज
  2. अंगूर
  3. टार्ट चेरीज
  4. एवोकाडो
  5. तरबूज
  6. अन्य फल

बेरीज

गठिया मरीज अपने डाइट में बेरीज को शामिल कर सकते हैं. बेरीज एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर होता है. इसके साथ ही इसमें कई तरह के विटामिंस और मिनरल्स होते हैं, जो सूजन को आंशिक रूप से कम करने में मददगार साबित हो सकते हैं. रिसर्च में भी इस बात की पुष्टि हुई है कि बेरीज के सेवन से गठिया में होने वाले सूजन को कम किया जा सकता है. ऐसे में अगर आपको गठिया की समस्या है, तो आप अपने डाइट में ब्लूबेरी, स्ट्रॉबेरी, ब्लैकबेरी इत्यादि बेरीज को शामिल कर सकते हैं. इससे आपको काफी फायदा हो सकता है.

(और पढ़ें - गठिया में क्या खाना चाहिए)

अंगूर

अंगूर कई पोषक तत्वों से भरपूर होता है. गठिया मरीज इसे अपने डाइट में शामिल कर सकते हैं. यह एंटी-ऑक्सीडेंट और एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर होता है. जो गठिया में होने वाले सूजन को कम करने में मददगार साबित हो सकता है. रिसर्च में भी इस बात की पुष्टि हुई है कि अंगूर का सेवन करने से सूजन को कम किया जा सकता है. ऐसे में गठिया मरीज सूजन को कम करने के लिए अंगूर को अपने आहार में शामिल कर सकते हैं.

(और पढ़ें - गठिया के लिए एक्सरसाइज)

टार्ट चेरीज

लाल रंग का टार्ट चेरीज में फ्लेवोनोइड एंथोसायनिन (flavonoid anthocyanin) मौजूद होता है,  इससे आपके शरीर को पावरफुल एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट प्राप्त हो सकता है. चेरी के इन्हीं गुणों के कारण कई हेल्थ एक्सपर्ट गठिया रोगियों को चेरी खाने की सलाह दे सकते हैं. रिसर्च में पाया गया है कि टार्ट चेरी का सेवन करने से ऑस्टियोआर्थराइटिस के रोगियों को दर्द से छुटकारा दिलाने में मददगार हो सकता है. साथ ही इससे गठिया होने के जोखिम भी कम किए जा सकते हैं. टार्ट चेरी का सेवन करने से नींद की गुणवत्ता भी बढ़ाई जा सकती है.   

(और पढ़ें  - ऑस्टियोआर्थराइटिस का इलाज)

एवोकाडो

एवोकाडो एंटी-इंफ्लामेटरी और मोनोअनसैचुरेटेड फैट से समृद्ध होता है. इसके अलावा इसमें कैरोटीनॉयड ल्यूटिन (carotenoid lutein) भी पाया जाता है. इतना ही नहीं, इसमें विटामिन ई भी समृद्ध रूप से पाया जाता है. ऑस्टियोआर्थराइटिस रोगी अगर एवोकाडो का सेवन नियमित रूप से करते हैं, तो गठिया में होने वाले क्षति को काफी हद तक कम किया जा सकता है.  

(और पढ़ें - गठिया के घरेलू उपाय)

तरबूज

तरबूज एंटी-इंफ्लामेटरी गुणों से भरपूर होता है. रिसर्च के मुताबिक, तरबूज ब्लड में सीआरपी (C-reactive protein) को कम करने में मददगार साबित हो सकता है. इसमें कैरोटीनॉयड बीटा-क्रिप्टोक्सैन्थिन (carotenoid beta-cryptoxanthin) समृद्ध रूप से पाया जाता है. साथ ही इसमें एंटी-ऑक्सीडेंट भरपूर रूप से मौजूद होता है, जो गठिया के लक्षणों को कम करने में मददगार हो सकता है. 

(और पढ़ें - गठिया का होम्योपैथिक इलाज)

अन्य फल

इन फलों के अलावा गठिया रोगी अपने डाइट में ऐसे फलों को शामिल कर सकते हैं, जो एंटी-इंफ्लामेटरी और एंटी-ऑक्सीडेंट गुणों से भरपूर हो. जैसे- 

(और पढ़ें - गठिया के लिए योग)

ध्यान रखें कि गठिया का जड़ से इलाज संभव नहीं है. गठिया के लक्षणों को कंट्रोल करके इसमें होने वाली परेशानी को कम किया जाता है. इसलिए अगर आप गठिया से पीड़ित हैं, तो अपने खानपान पर ध्यान दें. डॉक्टर से बताए गए दिशा-निर्देशों का पालन करें. इसके अलावा अपने डाइट में ऐसी चीजों को शामिल न करें, जिससे सूजन बढ़ता हो. जैसे- शराब, सिगरेट, तेल-मसालेदार चीजें, रिफाइंड तेल इत्यादि. साथ ही अपने शरीर को स्थिर न रखें, इससे आपकी परेशानी बढ़ सकती है. रोजाना हल्के-फुल्के एक्सरसाइज को अपने रुटीन में जरूर शामिल करें. 

(और पढ़ें - जोड़ों में दर्द का इलाज)

Abhishek Chaturvedi

ओर्थोपेडिक्स
5 वर्षों का अनुभव

Dr. G Sowrabh Kulkarni

ओर्थोपेडिक्स
1 वर्षों का अनुभव

Dr. Shivanshu Mittal

ओर्थोपेडिक्स
10 वर्षों का अनुभव

Dr. Saumya Agarwal

ओर्थोपेडिक्स
9 वर्षों का अनुभव

और पढ़ें ...
ऐप पर पढ़ें