एंटीऑक्‍सीडेंट्स वो पदार्थ होते हैं जो फ्री रेडिकल्‍स के कारण कोशिकाओं को होने वाले नुकसान को रोकते एवं देरी करते हैं। प्राकृतिक रूप से एंटीऑक्‍सीडेंट्स फल और सब्जियों में पाए जाते हैं। इसके अलावा सप्‍लीमेंट्स में भी ये पाया जाता है। चूंकि, प्राकृतिक खाद्य पदार्थों में पर्याप्‍त मात्रा में एंटीऑक्‍सीडेंट्स मौजूद होते हैं इसलिए सप्‍लीमेंट्स की जरूरत बहुत कम ही पड़ती है।

बीटा-कैरोटीन, विटामिन ई और विटामिन सी से युक्‍त खाद्य पदार्थ एंटीऑक्‍सीडेंट के बेहतरीन स्रोत होते हैं और इन्‍हें बड़ी आसानी से आप अपने आहार में शामिल कर सकते हैं। तो चलिए जानते हैं कि एंटीऑक्‍सीडेंट्स के महत्‍व कार्य और फायदों के बारे में।  

  1. एंटीऑक्सीडेंट क्या है? - What is Antioxidants in Hindi
  2. एंटीऑक्सीडेंट के उदाहरण और प्रकार - Types of Antioxidant in Hindi
  3. एंटीऑक्सीडेंट की खुराक और कितना खाएं - Antioxidant dose and how much eat in Hindi
  4. एंटीऑक्सीडेंट के लाभ - Benefits of Antioxidants in Hindi
  5. एंटीऑक्सीडेंट युक्त भारतीय आहार - Antioxidants Rich Indian Food In Hindi
  6. एंटीऑक्सीडेंट की कमी से होने वाले लक्षण और नुकसान - Antioxidant deficiency symptoms and disadvantages in Hindi

एंटीऑक्सीडेंट आपकी कोशिकाओं को खराब होने से बचाते हैं, इससे कैंसर, उम्र के बढ़ने व अन्य रोग होने से आप बचाव होता है। हमारी शारीरिक संरचना की रक्षा करने के लिए यह किसी सुपरहिरो की तरह ही काम करते हैं। यह हरी सब्जियों में प्राकृतिक रूप में पाए जाते है। सबसे प्रचलित एंटीऑक्सिडेंट्स विटामिन सी और ई, बीटा कैरोटीन और कैरोटीनॉड्स हैं और खनिज में सबसे प्रचलित मैंगनीज और सेलेनियम होते हैं।

एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स को कम करने का काम करते है। फ्री रेडिकल ऐसे मुक्त अणु होते है जो आपकी कोशिकाओं से जुड़ एक जगह इकट्ठा होने लगते हैं। यह प्रक्रिया आपको कई रोगों की चपेट में ले लेती है, लेकिन एंटीऑक्सीडेंट लेने से यह फ्री रेडिकल्स एक जगह इकट्ठा नहीं हो पाते हैं। 

एंटीऑक्सीडेंट कई प्रकार के होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट एक या दो नहीं कई तरह के होते हैं। एंटीऑक्सीडेंट की सूची में आपके शरीर के अंदर बनने वाले व बाहर से लेने वाले सभी प्रकार के एंटीऑक्सीडेंट्स को शामिल किया जाता है। इनके बारे में हम नीचे बता रहें हैं।

आपके शरीर में बनने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स -

  • ग्लूटेथिओन (Glutathione) – ऑक्सीडेटिव क्षति से आपकी कोशिकाओं को बचाने का काम करता है।
  • अल्फा-लिपोइक (Aplha-lipoic acid) – यह जीन में सक्रियता लाकर सूजन को कम कर देता है।
  • कोक्यू10 (CoQ10) – यह बढ़ती उम्र के प्रभावों को कम करता है, इसको यूबीक्यूनिओन (Ubiquinone) के नाम से भी जाना जाता है।

बाहर से लेने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स –

  • रेस्वेराट्रोल (Reveratrol) – यह अंगूर और रेड वाइन में पाया जाता है। इससे बढ़ती उम्र के प्रभावों को कम किया जा सकता है।
  • कैरोटीनॉयड (Carotnoids) – यह प्राकृतिक रूप से सब्जियों व फलों में पाया जाता है।
  • एस्टैक्सैंटीन (Astaxanthin) – यह सबसे प्रभावशाली एंटीऑक्सीडेंट होता है। यह फ्री रेडिकल्स को साफ करने का काम करता है।
  • विटामिन सी – इसको एंटीऑक्सीडेंट का दादा कहा जा सकता है। इसके कई महत्वपूर्ण स्वास्थ्य लाभ होते हैं।
  • विटामिन ई – यह एक परिवार के आठ यैगिकों से मिलकर बनता है।
  • सेलेनियम – यह एक आवश्यक खनिज होता है।

एंजाइमेटिक एंटीऑक्सिडेंट्स में सुपरऑक्साइड डिसम्युटैस, कैटालेस और ग्लूटेथियोन शामिल होते हैं। यह फ्री रेडिकल्स को कम करने का काम करते हैं। इसके अलावा नॉन एंजाइमेटिक एंटीऑक्साइड में विटामिन सी, ई व ग्लूटेथियोन शामिल होता है। यह फ्रि रेडिकल की चेन बनने नहीं देता है।

कुछ अध्ययन बताते हैं कि आइसोथियोसाइनेट (isothiocyanates) एंटीऑक्सीडेंट कैंसर जैसे गंभीर रोगों के इलाज के लिए भी फायदेमंद होते हैं। 

निम्न तरीके को अपनाकर आप एंटीऑक्सीडेंट से परिपूर्ण आहार ले सकते हैं।

  1. जिन एंटीऑक्सीडेंट युक्त खाद्य पदार्थों को हमने सूचीबद्ध किया है उनको अपने आहार में नियमित रूप से शामिल करें।
  2. जब भी कुछ खाएं तो उसमें फल व सब्जियों को जरूर शामिल करें।
    (और पढ़ें - हरी सब्जियां खाने के फायदे)
  3. ग्रीन टी बेहद ही उपयोगी साबित होती है। इसको आप रोजाना ले सकते हैं।
  4. मसालों का प्रयोग करें। जिसमें हल्दी, लहसुन, दालचीनी, लौंग व ऑरिगेनो (अजवायन की पत्ती) का प्रयोग अधिक करें।  
  5. मेवों का सेवन करें। जैसे – सूखे मेवे, ब्राजील नट व सूरजमुखी के बीजों का सेवन करें, लेकिन इस बात का ध्यान रखें कि इसमें आप चीनी और नमक न मिलाएं।

कुछ ऐसे एंटीऑक्सीडेंट की मात्रा के बारे में बता रहें हैं जिसको आप रोजाना सेवन कर सकते हैं। नीचे एंटीऑक्सीडेंट को कितनी मात्रा में लेना चाहिए इस बारे में विचार कर रहें हैं।

  • विटामिन ए – 1076 मिलीग्राम
  • विटामिन सी – 107 मिलीग्राम
  • विटामिन ई – 9 मिलीग्राम

वैसे इन एंटीऑक्सीडेंट को लेने की कोई अधिकतम मात्रा निर्धारित नहीं की गई है। इसका सबसे बढ़िया तरीका है कि आप 5 तरह के फल व सब्जियों को अपने भोजन में शामिल करें। इसके अलावा आप 6 से 11 तरह के अनाज का रोजाना सेवन करें। 

एंटीऑक्सीडेंट फ्री रेडिकल्स से होने वाले रोगों को दूर करने का काम करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट बढ़ती उम्र के प्रभावों को कम करने के साथ ही साथ कई तरह की समस्याएं जैसे – सूजन, डायबिटीज, हार्ट की समस्या व दृष्टि दोष को दूर करने का काम करते हैं। इसके अलावा यह रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने का भी काम करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट से होने वाले फायदों के बारे मे विस्तार से जानते हैं -

कैंसर के जोखिम को कम करें

अध्ययन बताते हैं कि कैंसर के दौरान शरीर में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट की स्थिति में काफी कमी आ जाती है। इसमें उच्च एंटीऑक्सिडेंट खाद्य पदार्थों को लेने से इसके लक्षणों को कम करने में मदद मिल सकती है। अन्य अध्ययन में कहा गया है कि एंटीऑक्सिडेंट कैंसर के दौरान फ्री रेडिकल्स प्रक्रिया से होने वाली क्षति को रोक सकते हैं। हालांकि, कैंसर की रोकथाम में एंटीऑक्सिडेंट की प्रभावशीलता को सिद्ध करने के लिए कई अन्य रिसर्च की आवश्यकता है।
(और पढ़ें - कैंसर के लिए अश्वगंधा)

रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है

स्पेन में हुए एक अध्ययन के बताया गया कि विटामिन सी और ई, सेलेनियम, बीटा-कैरोटीन और जस्ता जैसे एंटीऑक्सीडेंट पोषक तत्वों से रोग प्रतिरोधक क्षमता में सुधार होता है। जिससे बैक्टीरिया, परजीवी या वायरस की वजह से होने वाले संक्रमण से आप सुरक्षित रहते हैं। अल्फा-लिपोइक एसिड एक अन्य तरह का महत्वपूर्ण एंटीऑक्सीडेंट है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत बनाने में विटामिन सी और ई से अधिक प्रभावशाली सिद्ध होता है। 
(और पढ़ें - रोग प्रतिरोधक क्षमता कैसे बढ़ाएं जानें बाबा रामदेव से)

दिमाग को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी

यह बात स्पष्ट है कि आयु के साथ आपकी याददाश्त में भी असर पड़ता है। ऐसे में फ्री रेडिकल्स से मस्तिष्क की तंत्रिका तंत्र को होने वाले नुकसान से बचाने में मुश्किल होती है। यदि इन फ्री रेडिकल्स पर ध्यान न दिया जाए तो यह आपके कई रोगों का कारण बन सकते हैं। इस अवस्था में आपको अल्जाइमर, मनोभ्रंस व अवसाद हो सकता है।
इसमें विटामिन सी और ई कोशिकाओं को क्षति पहुंचाने से रोकते हैं। वृद्धावस्था में आपके मस्तिष्क की सीखने और स्मृति की हानि को कम करने के लिए कुएरसेटीं (Quercetin) नामक एंटीऑक्सीडेंट यौगिक का इस्तेमाल किया जाता है। मस्तिष्क की नसों में वाले रोगों के जोखिम को दूर करने के लिए भी एंटीऑक्सीडेंट फायदेमंद साबित होते हैं।
अध्ययन के अनुसार पता चला है कि मस्तिष्क की कोशिकाओं की मृत्यु में परिणामस्वरूप होने वाली बीमारियां जैसे - स्ट्रोकअल्जाइमर रोग, पार्किंसंस सिंड्रोम और हनटिंग्टन की बीमारी को रोकने के लिए विटामिन सी अहम भूमिका निभाता है। एंटीऑक्सिडेंट आपके विचारों के विकारों का इलाज भी करते हैं।
(और पढ़ें -  याददाश्त बढ़ाने के घरेलू  उपाय)

डायबिटीज को नियंत्रित रखने में कारगर

अध्ययन बताते हैं कि फ्री रेडिकल्स के कारण डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। वहीं ग्लूकोस को अतिरिक्त लेने से भी कोशिकाएं खराब हो जाती है, जिसकी वजह से डायबिटीज हो जाती है। अध्ययन के अनुसार एंटीऑक्सीडेंट इस स्थिति को काबू में रखते हैं। एंटीऑक्सीडेंट लेने से डायबिटीज के बाद होने वाली अन्य समस्याओं के खतरे भी कम हो जाते हैं।
इसके अलावा एक अध्ययन में यह बात भी सामने आई कि पोलीफेनॉल्स (Polyphenols) आपके खून से रक्त शकर्रा के स्तर को कम करता है।
(और पढ़ें - शुगर कम करने के घरेलू उपाय)

डायबिटीज का इलाज:निरंतर जाँच करे,myUpchar Ayurveda Madhurodh डायबिटीज टैबलेट का उपयोग करे,स्वस्थ आहार ले, नियमित व्यायाम करे और  स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और सही दिशा में बढ़ें।

 

आंखों को स्वस्थ रखें

अमेरिकन ऑप्टोमैट्रिक एसोसिशन के द्वारा जारी एक रिपोर्ट में इस बात का पता चला कि एंटीऑक्सीडेंट उम्र के साथ आंखों पर पड़ने वाले दुष्प्रभावों के खतरे को 25 प्रतिशत तक कम कर देते हैं। एस्टैक्सैंटीन एंटीऑक्सीडेंट आंखों के स्वास्थ के लिए बेहतर होता है। यह विटामिन सी के मुकाबले 65 प्रतिशत अधिक प्रभावशाली होता है। इसके अलावा ल्यूटीन (Lutein) व जियाक्सथीन (Zeaxanthin) भी आंखों के लिए अच्छे माने जाते हैं। यह मोतीयाबिंद की समस्या से भी आपको दूर रखते हैं।
(और पढ़ें - आंखों की रोशनी बढ़ाने वाले आहार)

हृदय को रोग मुक्त रखें

एंटीऑक्सीडेंट आपको हृदय रोगों से दूर रखता है। लेकिन इसके लिए विशेष तरह की प्रक्रिया को बनाने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स को लेना होता है। इस विशेष तरह की प्रक्रिया के तहत एंटीऑक्सीडेंट हृदय रोग के लिए घातक फ्री रेडिकल्स को सामान्य अवस्था में ले आता है। इस तरह के एंटीऑक्सीडेंट को आप आहार से प्राप्त कर सकते हैं।
कई अध्ययन इस बात को बताते हैं कि बीटा कैरोटीन व विटामिन सी हृदय रोगों के लिए प्रभावी तरह से काम करते हैं। इस तरह की कोई रिसर्च नहीं हुई है जो यह बताती हो कि सभी एंटीऑक्सीडेंट हृदय पर सामान प्रभाव दिखाते हो। एंटीऑक्सीडेंट हृदय रोगों के लिए जिम्मेदार कोलेस्ट्रोल के स्तर को भी सकारात्मक तरीके से ठीक करता है।
(और पढ़ें - हृदय को स्वस्थ रखने वाले आहार)

सूजन को कम करें

नियमित आहार में एंटीऑक्सीडेंट की कमी के कारण सूजन व कई अन्य तरह के रोग हो सकते हैं। प्रकृति से मिलने वाले एंटीऑक्सीडेंट्स को निवारक दवाओं के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।
ऑक्सीकरण तब होता है, जब ऑक्सीजन एक अणु इलेक्ट्रॉन को खो देती हैं और इससे वह अस्थिर हो जाते हैं। अस्थिर ऑक्सीजन अणु दोबारा से स्थिरता पाने के लिए इलेक्ट्रॉन को पाने की कोशिश करता है। इससे डोमिनो प्रभाव (इसमें एक के बाद एक सारी कड़ियां खुलती जाती हैं) पैदा हो जाता है, जिससे मांसपेशियों में सूजन आ जाती है। एंटीऑक्सीडेंट ऑक्सीकरण प्रणाली को ठीक करता है, इस प्रक्रिया में सूजन कम हो जाती है।
(और पढ़ें - पैरों में सूजन)

उम्र को बढ़ने से रोके

कई अध्ययन इस बात को साबित कर चुकें हैं कि एंटीऑक्सीडेंट उम्र के बढ़ने की प्रक्रिया को रोक देते हैं। इटली में हुए एक अध्ययन से इस बात का पता चला कि एंटीऑक्सीडेंट न सिर्फ उम्र को बढ़ाने वाले कारकों को कम करते हैं, बल्कि वह अधिक आयु में होने वाले रोगों के खतरे को भी कम कर देते हैं। विटामिन सी, ई व कैरोटीनॉयड इसमें बेहद ही कारगर होते हैं। इसके साथ ही साथ एंटीऑक्सीडेंट लीवर को स्वस्थ रखता है। बालों को झड़ने से रोकता है। तनाव के कारण कई बार बाल झड़ने लगते हैं जिनको एंटीऑक्सीडेंट के द्वारा ठीक किया जा सकता है।
(और पढ़ें - एजिंग के लक्षणों को कम करने के आयुर्वेदिक उपाय)

एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार में ऐसे तत्व होते हैं जो शरीर को प्राकृतिक तरीके से डटॉक्स (detox) करने का काम करते हैं। क्योंकि कई बार शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स और मोलेक्युल्स (free radicals aur molecules) शरीर को हानि पहुँचाते हैं। एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार का सेवन करने से आप कई तरह की बीमारियों से बच सकते हैं।
एंटीऑक्सीडेंट आहार विटामिन, मिनरल, पोषक तत्व तथा कई तरह के खनिज पदार्थो से भरपूर होता है। जब हम इन तत्वों का सेवन करते हैं तो हम ऊर्जावान रहते हैं तथा शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है। इसके अलावा यह हमारे शरीर में चर्बी को नहीं जमने देता है।
इसलिए एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार को आप अपनी प्रतिदिन के आहार में ज़रूर शामिल करें। एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार का सेवन करने से त्वचा ग्लो करती है तथा त्वचा की खूबसूरती और भी बढ़ने लगती है। हम आप को कुछ एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर आहार के बारे में बताने जा रहे हैं ताकि इनका सेवन करके आप हमेशा स्वस्थ और सुन्दर रहें।

(और पढ़ें - खूबसूरत त्वचा के लिए आहार)

एंटीऑक्सीडेंट युक्त कुछ अन्य आहार - Some other foods containing antioxidants in Hindi

एंटीऑक्सीडेंट फल है कीवी - Antioxidant Fruit is Kiwi in Hindi

कीवी में विटामिन ई और एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा पाई जाती है। कीवी का उपयोग हमारे शरीर में रोग प्रतिरोधी क्षमता बढ़ाता है। कीवी का सेवन हमारे शरीर से थकान को मिनट में दूर कर के हमें चुस्त बनाए रखता है। कीवी में भरपूर मात्रा में विटामिन सी है जो हमारे शरीर से आयरन सोखने में मदद करता है। कीवी का सेवन तनाव को दूर कर के अच्छी नींद लाने में मदद करता है। 

(और पढ़ें – थकान का घरेलू इलाज)

अनार एंटीऑक्सीडेंट फल है - Pomegranate is antioxidant fruit in Hindi

अनार एंटीऑक्सीडेंट का एक अच्छा स्रोत है। इस में मौजूस एलेजिक एसिड, पॉली अनसेचुरेटेड फेटी एसिड, ओमेगा ५, कैल्शियम, फास्फोरस, पोटेशियम, फॉलिक एसिड, विटामिन A, C, E, राइबोफ्लेविन, थायमिन, आयरन हमारे शरीर को रोगों से बचते हैं। अनार हमारे शरीर में लाल रक्त कोशिकाओं (hemoglobin ) को बढ़ाने में मदद करता है और श्वेत रक्त कोशिकाओं को मजबूत करता है। अनार में प्रचुर मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट होने के कारण शरीर के टोक्सिंस को बाहर निकलता हैं। अनार इम्यून सिस्टम को मजबूत करता है और रोगों की प्रति प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाता है। इस का रोजाना सेवन कैंसर जैसी बीमारी को होने से रोकता है।

(और पढ़ें - अनार के फायदे)

बीमारियों से बचाव करता है लहसुन - Garlic protects against diseases in Hindi

लहसुन में कई एंटीऑक्सीडेंट तत्व जैसे विटामिन ए, विटामिन बी और विटामिन सी उचित मात्रा में होते हैं। लहसुन का सेवन तो औषधि के रूप में भी किया जाता है क्योंकि इसमें कई ऐसे तत्व होते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ रखने तथा बीमारियों से दूर रखने में मदद करते हैं। कई लोगो को लहसुन का स्वाद अच्छा लगता है और कई लोगों को बिल्कुल पसंद नहीं आता, लेकिन इसका सेवन करना सभी के लिए फायदेमंद है क्योकि यह भी बेस्ट एंटीऑक्सीडेंट आहार है।

लहसुन में मौजूद सेलेनियम, आयरन, और ज़िंक हाई बीपी को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। जब हम इसका सेवन करते हैं तो लहसुन के गुण कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखने में भी मदद करते है। 

(और पढ़ें - लहसुन खाने का फायदा)

अदरक एंटीऑक्सीडेंट का खजाना - Ginger is full of antioxidants in hindi

अनेकों अध्ययनों में पाया गया है कि अदरक में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट पाए जाते हैं जो हमारे शरीर के लिपिड पेरोक्सिडेशन (lipid peroxidation) और डीएनए की क्षति को रोकतें हैं। एंटीऑक्सीडेंट महत्वपूर्ण तत्व हैं ये हमारे शरीर को फ्री रेडिकल्स के खिलाफ सुरक्षा प्रदान करते हैं। एंटीऑक्सीडेंट युक्त अदरक हमें तमाम तरह की बीमारियों जैसे कैंसर, हृदय रोगशुगरगठिया, अल्जाइमर और बाकी रोगों से बचाने में मदद करता है।

चुकंदर में एंटीऑक्सीडेंट की भरपूर मात्रा - Antioxidant amount of Beetroot in Hindi

चुकंदर में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होते हैं जिससे त्वचा ग्लो करती है और सुन्दर दिखती है। चुकंदर को हम सलाद के साथ या इसका जूस बना कर भी पी सकते हैं। इसका सेवन करने से खून साफ होता है साथ ही लाल रक्त कोशिकाओं (hemoglobin ) को बढ़ाने में भी यह मदद करता है।

चुकंदर सेवन करने से शरीर में खून की मात्रा बढ़ती है और साथ-साथ रक्त संचार भी बढ़ता है। चुकंदर में विटामिन, मिनरल और प्रोटीन होते हैं जो हमारे शरीर को स्वस्थ बनाए रखते हैं। चुकंदर को अपने आहार में शामिल करना ना भूले यह हमें कई तरह की बीमारियों से बचाता है।

टमाटर एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार है - Tomato is rich in Antioxidants in Hindi

हमेशा हम टमाटर को सब्जी का स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग करते हैं क्योंकि यह स्वादिष्ट होता है लेकिन क्या आप जानते हैं। टमाटर ना केवल हमारे खाने का स्वाद बढाता है बल्कि इसमें उचित मात्रा में एंटीऑक्सीडेंट तत्व होते हैं।

टमाटर का सेवन कैंसर जैसी बीमारी होने की संभावना को कम करता है। टमाटर में मौजूद ल्य्कोपेन एंटीऑक्सीडेंट के कारण हृदय रोग के होने की संभावना 30% कम हो जाती है। टमाटर में विटामिन ए, विटामिन सी और सबसे ज़्यादा शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट ल्य्कोपेन होता है।

एंटीऑक्सीडेंट युक्त आहार है राजमा - An antioxidant diet is a rajma in Hindi

राजमा में एंटीऑक्सीडेंट भरपूर मात्रा में होता है इसलिए जब भी एंटीऑक्सीडेंट आहार की बात आती है। राजमा का नाम ज़रूर लिया जाता है। लाल राजमा में किसी और अन्या खाद्य पदार्थ की तुलना में अधिक एंटीऑक्सीडेंट पाया जाता है।

इसके अलावा राजमा में फ्लैवोनॉइड (flavonoids ) भी पाया जाता है जो दिल से जुड़ी बीमारी तथा कैंसर जैसी बीमारी होने से रोकता है। यदि आप राजमा का रोजाना सेवन करोगे तो यह आपके लिए बहुत फायदेमंद होगा।

एंटीऑक्सीडेंट की कमी से कई तरह के रोग हो सकते हैं। इससे होने वाले कुछ लक्षण व नुकसान के बारे में आपको नीचे बताया जा रहा है।

एंटीऑक्सीडेंट की कमी से होने वाले उच्च जोखिम के बारे नीचे बताई गई स्थितियों को शामिल किया जाता है।

  • वृद्धावस्था के समय शरीर अपनी क्षमता से कम एंटीऑक्सिडेंट का निर्माण करता है।
  • शराब को अधिक पीना व तंबाकू के धुएं के संपर्क में रहने से आपको कई रोग हो सकते हैं।  
  • पाचन क्रिया संबंधी समस्या होना।
  • जो लोग एंटीऑक्सीडेंट को अपने शरीर में सही तरह से अवशोषित नहीं कर पाते हैं।

उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें एंटीऑक्सीडेंट है

संदर्भ

  1. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Antioxidants
  2. Ralph M Trüeb. Oxidative Stress in Ageing of Hair. Int J Trichology. 2009 Jan-Jun; 1(1): 6–14. PMID: 20805969
  3. V. Lobo, A. Patil, A. Phatak, N. Chandra. Free radicals, antioxidants and functional foods: Impact on human health. Pharmacogn Rev. 2010 Jul-Dec; 4(8): 118–126. PMID: 22228951
  4. Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria; Antioxidants
  5. Masaki H. Role of antioxidants in the skin: anti-aging effects.. J Dermatol Sci. 2010 May;58(2):85-90. PMID: 20399614
  6. Ruta Ganceviciene et al. Skin anti-aging strategies. Dermatoendocrinol. 2012 Jul 1; 4(3): 308–319. PMID: 23467476
  7. Silke K. Schagen, Vasiliki A. Zampeli, Evgenia Makrantonaki, Christos C. Zouboulis. Discovering the link between nutrition and skin aging. Dermatoendocrinol. 2012 Jul 1; 4(3): 298–307. PMID: 23467449
  8. Ralph M Trüeb. Pharmacologic interventions in aging hair. Clin Interv Aging. 2006 Jun; 1(2): 121–129. PMID: 18044109
  9. Fernández E, Martínez-Teipel B, Armengol R, Barba C, Coderch L. Efficacy of antioxidants in human hair. J Photochem Photobiol B. 2012 Dec 5;117:146-56. PMID: 23123594
  10. BE Prie et al. Oxidative stress in androgenetic alopecia. J Med Life. 2016 Jan-Mar; 9(1): 79–83. PMID: 27974920
  11. American Optometric Association, St. Louis. [Internet] Antioxidants & Age-Related Eye Disease
  12. Christen WG Jr. Antioxidants and eye disease. Am J Med. 1994 Sep 26;97(3A):14S-17S; discussion 22S-28S. PMID: 8085581
  13. Fernando Gómez-Pinilla. Brain foods: the effects of nutrients on brain function. Nat Rev Neurosci. 2008 Jul; 9(7): 568–578. PMID: 18568016
  14. Jane A. Leopold. Antioxidants and Coronary Artery Disease: From Pathophysiology to Preventive Therapy. Coron Artery Dis. 2015 Mar; 26(2): 176–183. PMID: 25369999
  15. Am Fam Physician. 1999 Sep 1;60(3):895-902. Antioxidant Vitamins and the Prevention of Coronary Heart Disease. American Academy of Family Physicians. [Internet]
  16. Simone Reuter, Subash C. Gupta, Madan M. Chaturvedi, Bharat B. Aggarwal. Oxidative stress, inflammation, and cancer: How are they linked? Free Radic Biol Med. 2010 Dec 1; 49(11): 1603–1616. PMID: 20840865
  17. Terry D. Oberley. Oxidative Damage and Cancer. Am J Pathol. 2002 Feb; 160(2): 403–408. PMID: 11839558
  18. Patterson RE, White E, Kristal AR, Neuhouser ML, Potter JD. Vitamin supplements and cancer risk: the epidemiologic evidence. Cancer Causes Control. 1997 Sep;8(5):786-802. PMID: 9328202
  19. National Cancer Institute [Internet]. Bethesda (MD): U.S. Department of Health and Human Services; Antioxidants and Cancer Prevention
  20. Abdali D, Samson SE, Grover AK. How effective are antioxidant supplements in obesity and diabetes? Med Princ Pract. 2015;24(3):201-15. PMID: 25791371
  21. Better health channel. Department of Health and Human Services [internet]. State government of Victoria; Tea leaves and health
  22. SARAH C. FORESTER, JOSHUA D. LAMBERT. Antioxidant effects of green tea. Mol Nutr Food Res. 2011 Jun; 55(6): 844–854. PMID: 21538850
ऐप पर पढ़ें