शिशु जैसे-जैसे बड़ा होता है और ठोस आहार लेना शुरू करता है, तो माता-पिता की पूरी कोशिश रहती है कि उनके नन्हे को सभी पोषक तत्व मिलें. इसके साथ ही उनके मन में यह भी चलता है कि उनका बच्चा तेल-मसाले युक्त खाद्य पदार्थों से दूर रहे. यही कारण है कि परिवार के बड़े अपने अनुभव के आधार पर कई तरह के खाद्य पदार्थों के बारे में सुझाव देते हैं. इन्हीं में शामिल है दाल का पानी, अब यह शिशु के लिए कितना पौष्टिक और लाभकारी इसकी जानकारी आपको इस लेख से मिलेगी.

आज इस लेख में आप जानेंगे कि शिशु के लिए दाल का पानी किस प्रकार महत्वपूर्ण है -

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  1. क्या शिशु को दाल का पानी पिला सकते हैं?
  2. शिशु को कब से दाल का पानी पिलाना शुरू करें?
  3. शिशु के लिए दाल के पानी के फायदे
  4. शिशु को दाल का पानी देते वक्त बरतें सावधानियां
  5. दाल का पानी बनाने का तरीका
  6. सारांश
शिशु को दाल का पानी पिलाने के फायदे के डॉक्टर

सीडीसी (सेंटर फॉर डिजीज कंट्रोल एंड प्रिवेंशन) के अनुसार, शिशुओं को दाल देना सुरक्षित है. यह शिशु में आयरन की कमी के जोखिम को कम कर सकता है. इतना ही नहीं दाल में कई अन्य पोषक तत्व भी होते हैं, जो शिशु के लिए लाभकारी हो सकते हैं. इसमें फाइबर व कैल्शियम पाया जाता है. ये सभी पोषक तत्व शिशु के बेहतर विकास में मददगार हो सकते हैं.

(और पढ़ें - 6 महीने के बच्चे को क्या खिलाएं)

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शिशु के 6 महीने का होते ही कुछ-कुछ ठोस आहार देने की सलाह दी जाती है. ऐसे में एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नॉलॉजी इंफॉर्मेशन) द्वारा प्रकाशित स्टडी के अनुसार शिशु के 6 महीने का होने के बाद उनकी डाइट में दाल का पानी शामिल किया जा सकता है. दरअसल, दाल में कई माइक्रोन्यूट्रिएंट्स होते हैं, जो शिशु के बेहतर विकास में सहायक हो सकते हैं.

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पेरेंट्स ये तो जान ही गए हैं कि शिशु के लिए दाल का पानी सुरक्षित है. तो अब बारी आती है शिशु के लिए दाल के पानी के फायदे समझने और जानने की. तो नीचे पढ़ें शिशु के लिए दाल के पानी के फायदे -

रोग प्रतिरोधक शक्ति बेहतर करे

आज के दौर में तरह-तरह की बीमारियां अपने पैर पसार रही है. ऐसे में इम्यून पावर का मजबूत होना आवश्यक है. इसलिए, शिशु की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बेहतर करने के लिए उनके आहार में दाल का पानी जरूर शामिल करें. दरअसल, दाल में शिशु के इम्यून सिस्टम को बेहतर करने का गुण है. बड़ों के मुकाबले बच्चों का इम्यून पावर कमजोर होता है. ऐसे में उन्हें अधिक देखभाल की आवश्यकता होती है.

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एनीमिया से बचाए

खून की कमी यानी एनीमिया का मुख्य कारण आयरन की कमी होता है. छोटे बच्चे इसका ज्यादा शिकार होते हैं. इस कारण उन्हें कई स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं होती हैं और यहां तक कि उनका विकास भी प्रभावित होता है. ऐसे में आयरन की कमी को पूरा करने के लिए उससे बचाव के लिए बच्चे को दाल देना मददगार हो सकता है. वहीं, 6 महीने के शिशु के आहार में दाल शामिल करने को सुरक्षित और फायदेमंद भी माना गया है. ऐसे में खून की कमी के जोखिम को कम करने और पर्याप्त आयरन के लिए बच्चे को दाल या दाल का पानी देना लाभकारी हो सकता है.

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डायबीटीज से बचाव

डायबिटीज अब सिर्फ बड़ों में ही नहीं, बल्कि बच्चों में भी सामान्य हो चुका है. दरअसल, दाल में पोलिमेरिक फ्लेवोनोइड्स (polymeric flavonoids) होते हैं, जो एंटी डायबिटिक प्रभाव प्रदर्शित कर शिशु में मधुमेह के जोखिम को कम कर सकते हैं.

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स्वस्थ हड्डियां

दाल में मैग्नीशियम मौजूद होता है. मैग्नीशियम हड्डियों के लिए आवश्यक पोषक तत्वों में से एक है. इसलिए, अगर शिशु की हड्डियों को बेहतर और मजबूत बनाना है, तो उन्हें दाल के पानी का सेवन जरूर कराएं.

इन सब फायदों के अलावा, दाल हृदय के लिए व पाचन तंत्र के लिए भी लाभकारी है.

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यह तो स्पष्ट हो गया कि शिशु के लिए दाल का पानी काफी लाभकारी है, लेकिन शिशु को यह देने के साथ-साथ कुछ सावधानियों का ध्यान रखना भी जरूरी है, जो इस प्रकार हैं -

  • ध्यान रहे बच्चे को दाल का पानी जिस बर्तन में दें, वो पूरी तरह से साफ हो.
  • दाल को धोकर और अच्छी तरह से पका लेने के बाद ही दाल का पानी निकालें.
  • बच्चे को दाल का पानी देने के लिए उसमें किसी तरह का मसाला न मिलाएं और नमक भी बस चुटकीभर डालें.
  • ध्यान रहे कि दाल का पानी न तो गर्म हो और न ही ठंडा.

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अब दाल के पानी के इतने फायदे व नुकसान जानने के बाद अब बारी आती है दाल का पानी बनाने का तरीका जानने की.

सामग्री :

विधि :

  • सबसे पहले मूंग की दाल को अच्छी तरह से धो लें.
  • आप चाहें तो दाल को पानी में भिगो कर कुछ देर के लिए छोड़ दें.
  • अब दाल को कुकर में डालकर उसमें आवश्यकतानुसार पानी, नमक व हल्दी डालकर 4 से 5 सीटी तक पकाएं.
  • दाल पक जाने के बाद गैस बंद कर दें, लेकिन कुकर को न खोलें.
  • कुकर से भाप निकलने के बाद दाल को छन्नी से छानकर पानी अलग कर लें.
  • तैयार है दाल का पानी. इसे अच्छी तरह छानने के बाद बच्चे को दें.

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उम्मीद है इस लेख से आपको पता चल होगा कि दाल का पानी शिशु के लिए कितना आवश्यक है. इसे देने से न सिर्फ शिशु के शरीर में आयरन की पूर्ति होती है, बल्कि हड्डियां भी मजबूत होती है. साथ ही इस बात का भी ध्यान रखें कि दाल को पकाने से पहले उसे अच्छी तरह जरूर धोएं और शिशु को दाल का पानी गर्म-गर्म न दें.

Dr. Mayur Kumar Goyal

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