कैंसर के बढ़ते मरीजों की संख्या हमें इस बात पर गौर करने को मजबूर करती है कि ये बीमारी किस वजह से बढ़ रही है। इस जानलेवा बीमारी के लक्षणों को समय रहते पहचानना बेहद कारगर साबित हो सकता है। स्वस्थ भोजन और नियमित व्यायाम करते हैं लेकिन फिर भी डॉक्टर के पास नियमित जांच के लिए नहीं जाते हैं तो यह आपके लिए बुरा साबित हो सकता है क्योंकि इससे आप अपने शरीर में पनप रहे कैंसर के लक्षणों को नजरअंदाज कर सकते हैं।

किसी भी बीमारी से लड़ने के सर्वोत्तम तरीकों में से एक है उसका शुरुआती चरण में ही पता चलना। आपको बता दें कि कुछ प्रकार के कैंसर के संकेत शुरुआत में नजर नहीं आते हैं जिस वजह से कैंसर का पता समय पर नहीं लग पाता है। 

बहरहाल, हम यहां कुछ महत्वपूर्ण लक्षणों के बारे में आपको बता रहे हैं जो कैंसर का संकेत दे सकते हैं।

लगातार खांसी में खून आना

खांसी एक साधारण बीमारी है और इसके अनेक कारण हो सकते हैं लेकिन लगातार खांसी में खून आना निश्चित रूप से चिंता का कारण हो सकता है। डॉक्टर का मानना कि ऐसा जरूरी नहीं है कि खांसी कैंसर की वजह से ही हो। लेकिन अगर आपको लगातार खांसी हो रही है तो ये फेफड़ों के कैंसर का संकेत हो सकती है।

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पेशाब करने में दिक्कत

कई पुरुषों को उम्र बढ़ने के साथ पेशाब करने में कुछ समस्याएं हो सकती हैं। प्रोस्टेट ग्रंथि के बढ़ने पर पेशाब करने में दिक्कत या इससे जुडी परेशानियां हो सकती हैं लेकिन यह प्रोस्टेट कैंसर का संकेत भी हो सकता है। इसलिए नियमित रूप से डॉक्टर से जांच करवाते रहें ताकि ऐसी किसी समस्या के असली कारण का पता चल सके। डॉक्टर प्रोस्टेट कैंसर की पुष्टि के लिए पीएसए टेस्ट नामक ब्लड टेस्ट करवाने की सलाह दे सकते हैं।

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अंडकोष में परिवर्तन आना

अगर आपको अपने अंडकोष में कोई गांठ, भारीपन या अन्य कोई बदलाव दिखाई देता है, तो इसे नजरअंदाज न करें। डॉक्टर कहते हैं कि "अंडकोष में होने वाला वृषण कैंसर बहुत तेजी से बढ़ता है जबकि प्रोस्टेट कैंसर में ऐसा नहीं है।" इस स्थिति में बीमारी का पता लगाने के लिए डॉक्टर शारीरिक परीक्षण, खून की जांच या अंडकोष के अल्ट्रासाउंड की सलाह दे सकते हैं। 

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पेशाब या मल में खून आना

यदि आपके पेशाब या फिर मल में रक्त आता है तो ये मूत्राशय या गुर्दे के कैंसर के शुरुआती लक्षणों में से एक हो सकता है। अगर आपको ब्लीडिंग हो रही है लेकिन कोई अन्य लक्षण नजर नहीं आ रहा है तो भी इस बारे में डॉक्टर से बात जरूर करें। इस बात की संभावना है कि आपको कैंसर नहीं बल्कि बवासीर या मूत्र संक्रमण जैसी बीमारियों की वजह से ऐसी प्रॉब्लम हो रही हो।  

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त्वचा में बदलाव

अगर त्वचा पर किसी तिल या अन्य निशान के आकार या रंग में बदलाव आ रहा है तो ऐसी स्थिति में आपको तुरंत चिकित्सक से मिलना चाहिए। कोई नया या अजीब सा दिखने वाला दाग त्वचा कैंसर का पहला संकेत हो सकता है। ऐसे में डॉक्टर आपको संबंधित परीक्षण या फिर बायोप्सी करवाने की सलाह दे सकते हैं।

लिम्फ नोड्स में बदलाव

लिम्फ नोड्स में सूजन आना, गर्दन, बगल और शरीर के अन्य हिस्सों पर छोटी ग्रंथि दिखना आपके शरीर में चल रही किसी गड़बड़ी का संकेत हो सकता है। आमतौर पर, इसका मतलब यह होता है कि आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली (इम्यून सिस्टम) गले में खराश या सर्दी जुकाम जैसी परेशानियों से लड़ रही है, लेकिन कुछ प्रकार के कैंसर की वजह से भी ये बदलाव हो सकते हैं।

निगलने में परेशानी

कुछ लोगों को समय-समय पर निगलने में परेशानी होती रहती है लेकिन अगर आपको इस समस्या से निजात नहीं मिल पा रहा है और आपका वजन भी लगातार घट रहा है या फिर आपको उल्टी हो रही है तो ऐसे में डॉक्टर आपको गले या पेट के कैंसर की जांच करवाने के लिए कह सकते हैं। शुरुआत में डॉक्टर आपको गले की जांच और बेरियम एक्स-रे करवाने के लिए कह सकते हैं। 

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गौरतलब है कि, कैंसर एक घातक बीमारी है जो पूरे जीवन को प्रभावित कर देती है। ऐसे में आपकी एक लापरवाही आपको इस बीमारी के चपेट में ला सकती है। इसलिए उपरोक्त लक्षणों पर ध्यान दें और इन्हें नजरअंदाज न करें। आपकी सावधानी आपको एक बड़ी बीमारी से बचा सकती है।

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