नाक बहना - Runny Nose in Hindi

Dr. Abhishek GuptaMBBS

October 28, 2017

August 30, 2023

नाक बहना
नाक बहना

नाक बहना क्या होता है?

नाक बहना काफी आम लेकिन परेशान करने वाली समस्या होती है। यह समस्या तब होती है, जब साइनस या नाक के वायुमार्गों में बलगम की मात्रा ज्यादा बढ़ जाती है। साइनस एक प्रकार की गुहा होती है जो चेहरे की हड्डियों के पीछे होती है और नाक के मार्गों से जुड़ी होती है, इसमें बलगम इकट्ठा होता है। शरीर में बलगम का उत्पादन बढ़ना जुकाम या फ्लू के वायरस या एलर्जी पैदा करने वाले पदार्थों का शरीर में हमला करने के कारण होता है।

अगर अतिरिक्त बलगम गले के अंदर चली जाती है, तो इसके कारण गले में दर्द व जलन या खांसी हो सकती है। नाक से द्रव निकलना परेशान करने वाली स्थिति है, लेकिन यह अपने आप ठीक हो जाती है। नाक बहना, कुछ मामलों में शरीर की अंदरूनी समस्याओं का एक संकेत भी हो सकता है।

नाक बहने (बहती नाक) के लक्षण - Runny Nose Symptoms in Hindi

नाक बहने के लक्षण क्या-क्या हो सकते हैं?

अगर बहती नाक के साथ-साथ आपको निम्न में से कोई भी लक्षण दिखे तो आपको कान, नाक और गले के विशेषज्ञ डॉक्टर को दिखाना चाहिऐ:

  • बहती नाक के अलावा बुखार, ठंड लगना, छाती में दर्द, साँस लेने में कठिनाई, दाने, सिर या गर्दन में गंभीर दर्द या असामान्य उनींदापन (उंघना)।
  • नाक रूकने के साथ आखों के नीचे या गालों पर सूजन या धुंधला दिखाई देना।
  • गले में अधिक दर्द या गले के अंदर के हिस्से जैसे टॉन्सिल्स (Tonsils) आदि में सफेद या पीले धब्बे दिखाई देना।
  • नाक से निकलने वाले पदार्थ का बदबूदार होना, नाक की एक तरफ बहना और पीले व सफेद रंग के अलावा कोई और रंग होना।
  • खांसी जो 7 से 10 दिन तक बनी रहे और जिससे पीला, हरा या धुंधला सफेद रंग का बलगम आना। (और पढ़ें - खांसी के घरेलू उपाय)
  • उपरोक्त लक्षण 3 हफ्तों से ज्यादा समय से दिखाई देना। 

नाक बहने के कारण - Runny Nose Causes in Hindi

नाक क्यों बहती है?

नाक बहने के कुछ सामान्य कारण इस प्रकार हैं -

  • जुकाम या फ्लू - जुकाम और फ्लू दोनों के लिए नाक बहना एक बहुत ही आम लक्षण होता है। जब आप इन बीमारियों से ग्रसित होते हैं, तो आपका शरीर अधिक मात्रा में बलगम पैदा करने लगता है, ताकि बैक्टीरिया को इसमें फंसाकर या रोककर रखा जा सके। इस पैदा किए गए बलगम में से कुछ हिस्सा नाक के माध्यम से बाहर निकल जाता है। (और पढ़ें - सर्दी जुकाम के घरेलू उपाय)
  • एलर्जी – अगर आप उन चीजों या पदार्थो को छूते, खाते या सूंघते हैं, जिससे आपको एलर्जी है तो आपको नाक बहने की समस्या हो सकती हैं। पशुओं के बाल और घास आदि एलर्जी पैदा करने वाले सबसे आम पदार्थों में आते हैं। आपका शरीर एलर्जी के पदार्थों के प्रति भी ऐसे ही प्रतिक्रिया करता है जैसे कि वे हानिकारक बैक्टीरिया हैं, और इस कारण से नाक बहने लगती है। (और पढ़ें - एलर्जी के घरेलू उपाय)
  • साइनसाइटिस (Sinusitis) – जब आपके साइनस या नाक के वायुमार्गों में सूजन, जलन व दर्द पैदा हो जाता है, तो उसे साइनसाइटिस कहा जाता है। इससे नाक के वायुमार्ग संकुचित हो जाते हैं, जिससे सांस लेने में कठिनाई होने लगती है और बलगम बनने लगता है। (और पढ़ें - साइनस के घरेलू उपाय)
  • अगर आपको उपरोक्त समस्या है तो बलगम नाक के माध्यम से बाहर निकल सकता है। कुछ मामलों में बलगम नाक की बजाए गले में जाने लगता है। साइनसाइटिस के कारण बनने वाला बलगम आम तौर पर गाढ़ा होता है, जिसमें पीले व हरे रंग के धब्बे भी दिखाई दे सकते हैं।

अन्य संभावित कारण -

नाक बहने के कुछ अन्य संभावित कारण भी हैं,  जिसमे निम्न शामिल हो सकते हैं:

जोखिम कारक –

निम्न कारक नाक बहने की संभावनाओं को बढ़ा देते हैं,

  • कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली – कोई दीर्घकालिक बीमारी या कमजोर प्रतिरक्षा प्रणाली ये दोनों नाक बहने जैसी समस्याओं के जोखिम को बढ़ा देती हैं। (और पढ़ें - प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधर के तरीके
  • समय व ऋतु – हालांकि जुकाम किसी भी समय हो सकता है, लेकिन वर्षा ऋतु और सर्दियों के मौसम में जुकाम और फ्लू होने की संभावनाएं काफी बढ़ जाती हैं।
  • संपर्क – अगर आप काफी सारे लोगों के बीच हैं, जैसे स्कूल, मार्केट या मंदिर आदि तो जुकाम पैदा वाले वायरस के संपर्क में आने की संभावनाएं और अधिक बढ़ जाती हैं।
  • धूम्रपान करना

नाक बहने से बचाव - Prevention of Runny Nose in Hindi

नाक बहने की रोकथाम कैसे की जा सकती है?

आप कुछ ऐसे कदम उठा सकते हैं, जिससे नाक बहने का कारण बनने वाली कुछ स्थितियों की रोकथाम की जा सकती है।

सामान्य सर्दी और जुकाम के संपर्क में आने की संभावनाओं को कम करने के लिए -

  • अपने हाथों को बार-बार धोते रहें और उन्हें रोग फैलाने वाले रोगाणुओं से मुक्त रखें।
  • नाक बहने के दौरान टीश्यू या कपड़े का प्रयोग करें और इस्तेमाल करने के बाद उसे फेंक दें।
  • बहती नाक को साफ करने के बाद अपने अपने हाथ धों लें।
  • आम सर्दी-जुकाम को रोकने के उपचार में विटामिन C का इस्तेमाल भी किया जाता है।

(और पढ़ें - स्वच्छता से संबंधित गलत आदतें)

अगर आपको एलर्जी की समस्या है, तो एलर्जी का कारण बनने वाले पदार्थों से बचने की कोशिश करें। ऐसा करने से एलर्जी के लक्षणों से बचाव किया जा सकता है, और इन लक्षणों में नाक बहना भी शामिल होता है। जो पदार्थ व वस्तुएं आपके लिए एलर्जी का कारण बनती हैं, उनकी पहचान कर लें और उनसे बचने की कोशिश करें।

सिगरेट व अन्य ऐसे उत्तेजक पदार्थों का सेवन ना करें जिससे नाक के वायुमार्गों में सूजन व जलन उत्पन्न होती है।

नाक बहने का परीक्षण - Diagnosis of Runny Nose in Hindi

नाक बहने का परीक्षणनिदान कैसे किया जाता है?

डॉक्टर आपसे आपकी पिछली दवाओं और स्वास्थ्य आदि की जानकारी लेने के बाद शारीरिक परीक्षण शुरू करते हैं, जिसमें नाक, कान, गला और नाक के वायुमार्गों पर ध्यान दिया जाता है। परीक्षण आम तौर पर नाक, कान और गले के विशेषज्ञों द्वारा किया जाता है।

इसमें निम्न टेस्ट शामिल हो सकते हैं:

  • त्वचा की एलर्जी का टेस्ट,
  • खून की जांच (रक्त में "एओसीनोफिल" (eosinophil) नामक कोशिकाओं की गणना करने के लिए। इनकी अधिक गिनती एलर्जी का संकेत देती है)
  • थूक का जांच (संक्रमण की जांच करने के लिए)
  • साइनस व छाती का एक्स रे करना
  • नाक और "पैरा-नेसल साइनस" (paranasal sinus) का सीटी स्कैन

(और पढ़ें - लैब टेस्ट)

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नाक बहने (बहती नाक) का इलाज - Runny Nose Treatment in Hindi

नाक बहने का इलाज क्या है?

नाक बहने का इलाज उसके अंतर्निहित कारणों पर निर्भर करता है। ज्यादातर मामलों में इसका इलाज घर पर ही घरेलू उपचार की मदद से हो जाता है और कुछ मामलों में इसमें डॉक्टरों द्वारा इलाज व दवाओं की जरूरत पड़ सकती हैं।

  • अगर नाक बहने की समस्या सामान्य सर्दी जुकाम के कारण हुई है, तो इसका उपचार काफी सीमित हो जाता है, क्योंकि यह कुछ दिनों में अपने आप ही ठीक हो जाता है। बस आपको अत्यधिक मात्रा में तरल पदार्थ पीनें और खूब आराम करने की जरूरत है।
  • जुकाम और फ्लू वायरस के कारण फैलते हैं, तो इसलिए एंटीबायोटिक दवाएं काम नहीं करती, क्योंकि वे बैक्टीरिया से लड़ने के लिए होती हैं। अगर फ्लू काफी गंभीर हैं, तो डॉक्टर कुछ प्रकार की एंटीवायरल दवाएं लिख सकते हैं। एंटीवायरल दवाएं ठीक होने के समय को कम कर देती है, हालांकि ज्यादातर स्वस्थ लोगों को इन दवाओं की जरूरत नहीं पड़ती। ये दवाएं ज्यादातर अधिक बीमार और उच्च जोखिम वाले लोगों को दी जाती है।

लक्षणात्मक उपचार (Symptomatic Treatment):

  • एलर्जी के कारण होने वाली छींक और नाक रुकने जैसी समस्याओं के लिए एंटीकोलिनर्जिक नेजल एलर्जी स्प्रे (Anticholinergic Nasal Allergy Sprays) बेहतर विकल्प हो सकते हैं।
  • एंटिहिस्टामिन (Anthistamines), दवाएं जैसे डाइनफिनहाइड्रामिन (diphenhydramine) और क्लोरफिनिरामिन (chlorpheniramine) दवाएं भी छींक और नाक बहने जैसी समस्या के लिए बेहतर विकल्प हो सकती है। इन दवाओं के कुछ साइड इफेक्ट्स भी हैं, जैसे उनींदापन (उंघना) आदि।
  • डीकॉन्जेस्टेंट नेजल स्प्रे (Decongestant nasal spray) जैसे स्यूडोफेड्रिन (psuedoephedrine), फिलनाइलेफ्रिन (phenylephrine), ऑक्सिमेटाजॉलिन (oxymetazoline) आदि ये दवाएं भी नाक और कान के जमाव में काफी सुधार लाती हैं। इसके साइड इफेक्ट्स में हाई ब्लड प्रेशर और ह्रदय की गति का बढ़ना आदि शामिल होते हैं। डॉक्टर की सलाह के बिना इन दवाओं का प्रयोग 3 दिनों से ज्यादा नहीं करना चाहिए।

नोट: बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी दवा का इस्तेमाल न करें।

स्वयं देखभाल:

  • बेड रेस्ट – पूरी नींद लेने और शरीर को पूरा आराम देने से ठीक होने के समय में काफी महत्वपूर्ण कमी आती है।
  • नमक के पानी से नाक धोना - अपनी नाक के वायुमार्गों को नमक के पानी से धोने से नाक के अंदर के वायरस बाहर निकल जाते हैं और रूकी हुई नाक भी ठीक हो जाती है। इस्तेमाल करने से पहले पानी को उबालना जरूरी होता है, उसके बाद उसको सामान्य तापमान में लाकर उससे नाक को धोया जा सकता है।
  • भाप लेना - भाप लेने से भी रूकी हुई नाक खुलने में मदद मिलती है, यह प्रक्रिया भरी हुई या बहती हुई नाक में काफी आराम प्रदान करती है। भाप की ज्यादा खुराक लेने के लिए गर्म पानी को किसी बर्तन में डालें उसके बाद अपना मुंह उसके उपर करें और चारों तरफ से किसी तौलिए या मोटे कपड़ें से ढंक लें। आप बाथरूम में गर्म पानी का शॉवर ऑन करके तथा सभी खिड़की दरवाजे बंद करके भी अच्छी मात्रा में भाप ले सकते हैं। (और पढ़ें - भाप लेने के फायदे)
  • विटामिन C - जुकाम और फ्लू को ठीक करने के लिए विटामिन C का भी काफी इस्तेमाल किया जाता है, इसके तहत संतरे और नींबू का सेवन करें।
  • नीलगिरी का तेल – किसी बड़े बर्तन में गर्म पानी डालें और उसमें नीलगिरी के तेल की कुछ बूंदे डालें। उसके बाद जैसा की ऊपर बताया गया है, इसे तौलिए से ढ़कने की प्रक्रिया करें। नीलगिरी के तेल की मदद से भी भरी हुई और बहती नाक के लक्षणों को ठीक करने में आराम मिलता है।

नाक बहने की जटिलताएं - Runny Nose Complications in Hindi

नाक बहने की क्या जटिलताएं हो सकती हैं?

वैसे नाक बहने जैसी समस्याओं को विकसित करने वाले कई संभावित कारण हो सकते हैं, लेकिन एलर्जी और संक्रमण उनमें सबसे सामान्य कारण होते हैं। नाक बहने की समस्या किसी पदार्थ या वस्तु से हो सकती है, जो नाक के ऊतकों को उत्तेजिक करता है। रूकी हुई नाक आमतौर पर कुछ ही दिनों में अपने आप ठीक हो जाती है। अगर इसका समय पर इलाज ना किया जाए तो इसके कारण खांसी, कान में दर्द, सिर दर्द और अन्य कई समस्याएं पैदा हो सकती हैं। 

किन चीजों से बहती नाक रुक सकती है? - What Gets Rid of Runny Nose in Hindi?

आमतौर पर बहती नाक चिंता का कारण नहीं होती है. अगर बहती नाक के साथ और किसी प्रकार की गंभीर समस्या नहीं हैं, तो कुछ आसान घरेलू नुस्खों के जरिए ठीक किया जा सकता है. ये घरेलू उपचार निम्न प्रकार के हो सकते हैं -

  • तरल पदार्थ का अधिक सेवन
  • गरम चाय
  • भाप लेना
  • हल्के गुनगुने पानी से नहाना
  • नेति क्रिया

बहती हुई नाक के साथ कैसे सोना चाहिए? - How to Sleep with Runny Nose in Hindi?

अगर नाक लगातार बह रही है, तो सोने में थोड़ी परेशानी हो सकते है. ऐसे में अच्छी नींद को लाने के लिए कुछ जरूरी काम करने चाहिए, जो इस प्रकार हैं - 

  • सोने से पहले एंटीहिस्टामाइन दवा ले सकते हैं.
  • सोने वाले कमरे में ह्यूमिडिफायर में कोई भी एसेंशियल ऑयल डाल सकते हैं. इससे सांस लेने में आसानी होती है.
  • एसेंशियल ऑयल से छाती की मालिश भी कर सकते हैं. 
  • सोते समय सिर के नीचे मोटा तकिया रखने से भी आराम मिल सकता है.

क्या बहती नाक जुकाम के खत्म होने का संकेत है? - Is a Runny Nose the End of a Cold in Hindi?

नहीं, बहती नाक को जुकाम खत्म होने का संकेत नहीं माना जा सकता. सर्दी-जुकाम के शुरू होने पर गले में सूजन व खराश होने के साथ-साथ नाक बहना व छींक आना जैसे लक्षण भी शामिल हैं. जब सर्दी-जुकाम ठीक होने लगता है, तो अन्य लक्षणों के साथ-साथ बहती नाक भी ठीक होने लगती है.

मेरी नाक से पानी क्यों निकलता है? - Why does My Nose Run Like Water in Hindi?

ऐसी कई स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं, जिसके कारण नाक लगातार बहती रहती है. एलर्जी और इंफेक्शन ऐसी ही कुछ प्रमुख स्वास्थ्य समस्याएं हैं. इसके अलावा, कुछ खास प्रकार के खाद्य पदार्थ, दवाएं और हार्मोन में परिवर्तन के कारण भी नाक से पानी निकलने की समस्या हो सकती है.



संदर्भ

  1. American College of Allergy, Asthma & Immunology, Illinois, United States. Runny Nose, Stuffy Nose, Sneezing
  2. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Stuffy or runny nose - adult
  3. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Common Cold and Runny Nose
  4. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Common Colds: Protect Yourself and Others
  5. National Health Service [internet]. UK; Cold, Flu, or Allergy?

नाक बहना के डॉक्टर

Dr. Manish Gudeniya Dr. Manish Gudeniya कान, नाक और गले सम्बन्धी विकारों का विज्ञान
8 वर्षों का अनुभव
Dr. Manish Kumar Dr. Manish Kumar कान, नाक और गले सम्बन्धी विकारों का विज्ञान
17 वर्षों का अनुभव
Dr. Oliyath Ali Dr. Oliyath Ali कान, नाक और गले सम्बन्धी विकारों का विज्ञान
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नाक बहना की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Runny Nose in Hindi

नाक बहना के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

नाक बहना पर आम सवालों के जवाब

सवाल लगभग 4 साल पहले

दो दिन से मेरी नाक बहुत बह रही है। मुझे हमेशा अपने हाथ में रुमाल रखना पड़ता है और इसकी वजह से मैं कही बाहर भी नहीं जा पा रहा हूं। नाक क्यों बहती है? क्या नाक बहना सही है? मुझे इससे छुटकारा पाने के लिए कोई उपाय बताएं?

Dr. Faisal Mukhtar MBBS, PG Dip, DNB , ऑपथैल्मोलॉजी

नाक के माध्यम से शरीर में संचारित होने वाले बैक्टीरिया को रोकने के लिए नाक बहना शुरू हो जाती है, जिसकी वजह से आप बीमार हो सकते भी हैं। इसलिए कभी-कभी नाक बहना और उसके साथ बलगम आना अच्छा होता है। यह बीमारियों को रोकने और शरीर को संक्रमण से छुटकारा दिलाने में मदद कर सकता है। इसलिए, ठंडे मौसम में जब सर्दी और फ्लू जैसी समस्या होती है और आप इसके संपर्क में आते हैं, तो आपको हाइड्रेटेड रहने की बहुत जरूरत होती है। इसलिए इस स्थित में आप पानी पीते रहें। बहती नाक को रोकने के लिए कई तरह की दवाइयां उपलब्ध हैं, जिन्हे आप डॉक्टर की सलाह से ले सकते हैं।

सवाल लगभग 4 साल पहले

चार दिन से मुझे कोल्ड है और मेरी नाक बह रही है। मैं दवा भी ले रहा हूं, लेकिन लक्षणों में किसी तरह का सुधार नहीं हुआ है। मेरी नाक अभी तक बह रही है। नाक से पानी आने की समस्या कब तक रह सकती है?

Dr. OP Kholwad MBBS , सामान्य चिकित्सा

कोल्ड की वजह से नाक बहना बहुत आम है, जिसके कारण नाक सिकुड़ना और बार-बार छींकने जैसी समस्या हो जाती है। कोल्ड के लक्षण आमतौर पर 3 से 7 दिनों तक रहते हैं, लेकिन कभी-कभी ये लक्षण आपको 2 हफ्तों से अधिक समय तक भी परेशान कर सकते हैं।

सवाल लगभग 4 साल पहले

मुझे ठंड लग गई है, जिसकी वजह से मेरी नाक बह रही है। मैं इसके लिए एंटीहिस्टामिन दवा ले रहा हूं, लेकिन इसकी वजह से रात को मेरी नींद खराब हो जाती है। रात को अच्छी नींद के लिए मुझे कैसे सोना चाहिए?

Dr. Rajeev Kumar Ranjan MBBS, MS , यूरोलॉजी, सामान्य शल्यचिकित्सा, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी, प्रसूति एवं स्त्री रोग

अगर आपको कोल्ड है या आपकी नाक बहती है, तो रात को अच्छे से सोने के लिए आप निम्न तरीकों और उपायों को अपनाएं। अगर आपकी नाक बहती है या आपको किसी चीज से एलर्जी है, तो रात को सोने से पहले एंटीहिस्टामिन दावा लें, यह आपकी छींक और बहती नाक को कंट्रोल करने में मदद करती है, जिससे आपकी नींद खराब न हो। अगर आपको धूल या पालतू जानवरों से एलर्जी है, तो अपने कमरे में साफ-सफाई रखें और पालतू जानवर को अंदर न आने दें। सोते समय अपने सिर को ऊंचा रखकर सोएं। रात को सोने से पहले किसी तरह की नशीले पर्दाथ या शराब और कैफीन आदि का सेवन न करें, ये आपको डिहाइड्रेट कर सकते हैं। नेसल स्प्रे का इस्तेमाल करें।

सवाल लगभग 4 साल पहले

कुछ दिनों से मेरी नाक बह रही है। मुझे इससे बचने के लिए कोई उपाय बताएं? इसके लिए मैं कौन-सी दवा ले सकता हूं?

Dr. Bharat MBBS , सामान्य चिकित्सा

बहती नाक को रोकने के लिए बहुत सी दवाएं उपलब्ध हैं जैसे टैबलेट Alcof D (एल्कोफ डी), टैबलेट Alday Am (एल्डे एम), टैबलेट Alex (एलेक्स), टैबलेट Allercet (एल्लेरसेट) या टैबलेट Ambcet (एम्बसेट)। ध्यान रहे कि इनमें से कोई भी दवा आप डॉक्टर की सलाह के बगैर न लें। डॉक्टर की सलाह के बिना दवा लेने से आपको गंभीर नुकसान पहुंच सकता है।