दुनियाभर के करोड़ों अन्य लोगों की तरह आपकी सुबह भी एक कप चाय या कॉफी के साथ होती होगी। सर्दियों का मौसम और सुबह नींद खुलते ही हाथों में कॉफी का प्याला मिल जाए तो फिर कहने ही क्या। हालांकि, समय के साथ कॉफी पीने का ट्रेंड (अंदाज) जरूर बदला है। कई लोग नॉर्मल कॉफी पीना पसंद करते हैं तो कुछ ब्लैक कॉफी। मगर आजकल एक तरह की कॉफी हमारी बदलती लाइफ स्टाइल का हिस्सा बन चुकी है या यूं कहे कि ट्रैंड में आ चुकी है और वो है घी कॉफी। जी हां, कॉफी के कप में एक-दो चम्मच घी मिलाइये और घी कॉफी तैयार।

घी कॉफी क्या है?
घी कॉफी और बुलेट कॉफी आजकल ट्रैंड (चलन) में हैं। कॉफी में घी मिलाकर पीने को ही घी कॉफी कहते हैं, जिसे बहुत से सेलिब्रिटी (मशहूर लोग) और डाइट वॉचर्स (स्वास्थ्य को लेकर गंभीर रहने वाले लोग) फोलो कर रहे हैं। इतना ही नहीं भारत में साइंस एंड स्पोर्ट्स एक्सपर्ट और एशियन इंस्टीट्यूट ऑफ गैस्ट्रोएंटरोलॉजी से न्यूट्रिशन अवॉर्ड विजेता डाइटीशियन रूजुता दिवेकर ने भी घी कॉफी को लेकर अपनी अलग प्रतिक्रिया दी है। खैर कॉफी और घी को मिलाकर पीने से कई तरह के स्वास्थ्य लाभ हो सकते हैं।

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घी कॉफी के फायदे
कुछ तरह की कॉफी पीना पाचन तंत्र और पेट के लिए हानिकारक होता है। यही कारण है कि कुछ खाली पेट कॉफी पीने से दूरी बनाते हैं। हालांकि, कॉफी में घी मिलाकर पीने से इस समस्या से बचा जा सकता है। इसके अलावा भी इसके कई फायदे हैं। जैसे-

  • घी आपके पेट में बनी गैस या एसिडिटी की समस्या को खत्म करने में मदद करता है और इसमें मौजूद कैल्शियम अन्य दुष्प्रभाव को बेअसर बनाता है। इसलिए कॉफी में घी मिलाकर पीना फायदेमंद होता है।
  • घी में वसा - ब्यूटिरिक एसिड और ओमेगा-3एस भी होता है, जो आपकी आंत के  लिए और चयापचय (मेटाबोलिज्म) के लिए भी अच्छा होता है।

विशेषज्ञों की क्या है राय?
स्ट्रीट स्मार्ट न्यूट्रिशन के डाइटीशियन कारा हर्बस्ट्रीट के मुताबिक बटर या मक्खन में दूध के ठोस पदार्थ और पानी होता है, जो इसे ओपीक्यू अपीयरेंस यानी अपारदर्शी बनाता है। चूंकि, घी लंबे समय तक पकाया जाता है, इसलिए उसमें केवल मक्खन का फैट (वसा) होता है। घी आमतौर पर पीले या सुनहरे रंग होता और पिघलने पर मक्खन की तुलना में घी अधिक ट्रांसलूसेंट (पारदर्शी) हो जाता है। इसके अलावा एक चम्मच घी में कई तरह के न्यूट्रिशन होते है। जो इस प्रकार हैं-

डाइटीशियन कारा हर्बस्ट्रीट के मुताबिक घी में आमतौर पर 60 से 62 प्रतिशत सेच्यूरेटिड फैड होता है, जो बाकी बचे मोनोअनसैचुरेटेड वसा से आता है।

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क्या कॉफी में घी मिलाकर पीना सही है?
डाइटीशियन कारा हर्बस्ट्रीट का कहना है कि क्योंकि घी में अन्य खाद्य पदार्थों की तुलना में अधिक सैचुरेटेड फैट होता है, इसलिए कॉफी में घी मिलाकर पीने से सुबह के समय आपको संतुष्टि महसूस होगी। हालांकि, नाश्ता में खाई जाने वाली कई चीज ऐसे ही होती हैं, जिनमें कार्बोहाइट्रेट ज्यादा होता है। वो आपके शरीर को ऊर्जा प्रदान करती हैं, लेकिन इनमें उतनी ऊर्जा नहीं होती, जो सुबह के समय आपके लिए जरूरी होती है। कुल मिलाकर कॉफी में घी मिलाकर पीना सही विकल्प हो सकता है। इसलिए सुबह के नाश्ते में वसा से जुड़े स्रोत को शामिल करें।

क्या घी कॉफी के कोई दुष्प्रभाव हो सकते हैं?
रजिस्टर्ड डाइटीशियन न्यूट्रिशनिस्ट समर यूले का कहना है कि घी के दुष्प्रभाव को लेकर ऑनलाइन कई स्वास्थ्य क्लेम किए जा चुके हैं। बावजूद इसके इस पर किए गए शोध बताते हैं कि ये क्लेम या दावे सीमित हैं।

  • ये ध्यान रखना आश्वयक है कि घी (जैसे- मक्खन) में बहुत अधिक मात्रा में कैलोरी और वसा (फैट) होता है। जिसको लेकर विशेषज्ञों की बहस अब तक जारी है कि सैचुरेटेड फैट कैसे शरीर को प्रभावित करता है।
  • अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के मुताबिक हमें प्रतिदिन की कुल कैलोरी जरूरत का  5 से 6 प्रतिशत ही ऐसे स्रोतों से लेना चाहिए।
  • एक व्यक्ति को अपने आहार के जरिए औसतन 2,000 कैलोरी की जरूरत होती है। जिसमें लगभग 120 कैलोरी (लगभग 13 ग्राम) सैचुरेटेड फैट होता है। इसलिए एक चम्मच घी खाने से कोई नुकसान नहीं होगा।

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कुल मिलाकर अगर आप घी कॉफी को पसंद करते हैं और अपने नाश्ते में शामिल करना चाहते हैं तो इसमें नुकसान की आशंका नहीं है। बल्कि घी शरीर के लिए लाभदायक होता है और कॉफी में मिलाकर पीने से फायदा हो सकता है।

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