इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस एक गंभीर स्थिति है, जिसमें मूत्राशय में दबाव, दर्द और कभी-कभी पेडू में दर्द हो सकता है। यह दर्द हल्के से लेकर गंभीर तक हो सकता है। यह स्थिति मूत्राशय से संबंधित सिंड्रोम का एक हिस्सा है।

मूत्राशय एक गुब्बारेनुमा अंग है जिसमें मूत्र इकट्ठा होता है जब यह भर जाता है तो यह मस्तिष्क को पेल्विक नसों के ​जरिए संकेत भेजता है, जिससे किसी व्यक्ति में पेशाब करने की इच्छा पैदा होती है।

इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस में ये संकेत मिश्रित हो जाते हैं। इसमें अक्सर आपको पेशाब करने की आवश्यकता महसूस होती है, लेकिन तेज इच्छा की वाबजूद ज्यादातर लोगों को खुलकर पेशाब नहीं होती है या यूं कहें कि थोड़ी मात्रा में पेशाब होती है।

यह परेशानी महिलाओं में ज्यादा होती है और उनकी जीवन की गुणवत्ता पर लंबे समय तक प्रभाव डाल सकती है। वैसे तो इसका कोई इलाज नहीं है, लेकिन कुछ दवाएं और अन्य उपचार इस स्थिति में राहत दे सकती हैं।

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इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस का लक्षण क्या है? - Interstitial Cystitis Symptoms in Hindi

इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस के ग्रस्त व्यक्तियों में निम्न में से एक या एक से अधिक लक्षण दिखाई दे सकते हैं :

  • पुरुषों में अंडकोश और गुदा के बीच दर्द
  • मूत्राशय भरने पर दर्द या बेचैनी और पेशाब करने के बाद राहत महसूस होना
  • श्रोणि (पेल्विक) में लंबे समय से दर्द
  • पेल्विक में दबाव या बेचैनी
  • पेशाब करने की तेज या तुरंत इच्छा
  • दिन व रात में बार-बार पेशाब आना (दिन में 60 बार तक)
  • सेक्स के दौरान दर्द

इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस के लक्षण दिन-प्रतिदिन अलग-अलग हो सकते हैं। यदि इस स्थिति में यूरिनरी ट्रैक्ट या मूत्र पथ में संक्रमण हो जाता है तो ऐसे में आईसी के लक्षण बदतर हो सकते हैं।

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इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस का कारण क्या है? - Interstitial Cystitis Causes in Hindi

इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन यह निम्न स्थितियों से जुड़ा हो सकता है :

  • मूत्राशय में चोट
  • पेल्विक वाले हिस्से की मांसपेशियों का सही से कार्य न करना
  • मूत्राशय के ऊतकों के साथ कोई ऐसी समस्या, जिसकी वजह से मूत्राशय में जलन होती है।
  • सूजन में शरीर कुछ ऐसे रसायन जारी करता है, जिसकी वजह से आईसी के लक्षण विकसित हो सकते हैं।
  • पेशाब में कुछ ऐसा मौजूद होना जो मूत्राशय को नुकसान पहुंचाता है।
  • तंत्रिका संबंधी समस्याओं की वजह से कई बार मूत्राशय में दर्द होता है
  • कई बार प्रतिरक्षा प्रणाली मूत्राशय को नुकसान पहुंचा सकती है
  • ऑटोइम्यून विकार
  • रीढ़ की हड्डी में चोट
  • आनुवंशिकी
  • एलर्जी

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इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस का निदान कैसे किया जाता है? - Interstitial Cystitis Diagnosis in Hindi

इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस के निदान के लिए कोई सटीक परीक्षण नहीं है। इसका एक कारण यह है कि इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस के लक्षण कुछ अन्य ब्लैडर डिसऑर्डर के लक्षणों से मिलते-जुलते हैं। इन अन्य विकारों में शामिल हो सकते हैं :

  • मूत्र मार्ग में संक्रमण (यूटीआई)
  • ब्लैडर कैंसर
  • क्रोनिक प्रोस्टेटाइटिस (पुरुषों में)
  • क्रोनिक पेल्विक पेन सिंड्रोम (पुरुषों में)
  • एंडोमेट्रियोसिस (महिलाओं में)

इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस के निदान के लिए निम्न टेस्ट मदद कर सकते हैं :

  • मेडिकल हिस्ट्री : चिकित्सक द्वारा पिछली बीमारियों व उनके इलाज से जुड़े प्रश्न पूछना
  • पेल्विक एग्जाम : इसमें डॉक्टर बाहरी जननांगों, योनि और गर्भाशय ग्रीवा की जांच करते हैं। इसके अलावा वे गुदा और मलाशय की भी जांच कर सकते हैं।
  • यूरिन टेस्ट : मूत्र पथ के संक्रमण के संकेत के लिए डॉक्टर मूत्र के सैंपल का विश्लेषण यानी यूरिन टेस्ट कर सकते हैं।
  • बायोप्सी : डॉक्टर प्रभावित हिस्से (मूत्राशय और मूत्रमार्ग) का नमूना (बायोप्सी) लेकर इसे लैब भेजते हैं जहां माइक्रोस्कोप से इसका परीक्षण किया जाता है।

इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस का इलाज कैसे किया जाता है? - Interstitial Cystitis Treatment in Hindi

इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस के लिए कोई इलाज उपलब्ध नहीं है और कोई भी सहायक उपचार प्रत्येक व्यक्ति में एक जैसा असर नहीं करता है। आपको अपने लक्षणों से राहत पाने के लिए विभिन्न उपचार या उपचारों के संयोजन की जरूरत पड़ सकती है।

फिजिकल थेरेपी

इसे हिंदी में भौतिक चिकित्सा कहते हैं। इसमें फिजिकल थेरेपिस्ट पेल्विक वाले​ हिस्से में होने वाले दर्द से राहत दिलाने में मदद कर सकता है।

ओरल मेडिकेशन (मौखिक रूप से ली जाने वाली दवाइयां)

  • दर्द के लिए नॉन स्टेरॉयडल एंटी इंफ्लामेटरी ड्रग्स जैसे आइबूप्रोफेन, नेपरोक्सिन सोडियम
  • मूत्राशय को आराम व दर्द से राहत देने के लिए ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेशेंट जैसे एमिट्रिप्टाइलीन या इमिप्रेमाइन
  • पेशाब की तेज इच्छा और बार-बार पेशाब आने की प्रवृत्ति को धीमा करने के लिए एंटीहिस्टामिन ड्रग्स जैसे लोराटेडिन

इनके अलावा घर पर भी कुछ उपाय किए जा सकते हैं जैसे -

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इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस में क्या आहार लेना चाहिए - Interstitial Cystitis Diet in Hindi

आईसी वाले कई लोगों में कई विशिष्ट खाद्य और पेय पदार्थ उनके लक्षणों को बदतर बना सकते हैं। ऐसे पदार्थों के सेवन से दूर रहना चाहिए, इनमें शामिल हैं

Dr. Samit Tuljapure

यूरोलॉजी
4 वर्षों का अनुभव

Dr. Rohit Namdev

यूरोलॉजी
2 वर्षों का अनुभव

Dr Vaibhav Vishal

यूरोलॉजी
8 वर्षों का अनुभव

Dr. Dipak Paruliya

यूरोलॉजी
15 वर्षों का अनुभव

इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस की दवा - OTC medicines for Interstitial Cystitis in Hindi

इंटरस्टीशियल सिस्टाइटिस के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

OTC Medicine NamePack SizePrice (Rs.)
Cystopen Capsuleएक पत्ते में 10 कैप्सूल693.5
For IC Capsuleएक पत्ते में 10 कैप्सूल469.7
COMFORA CAPSULES 90S3850.0
Pentosan Polysulphate Sodium Capsuleएक पत्ते में 10 कैप्सूल690.0
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