दूध पीना अधिकतर लोगों को पसंद होता है. फिर चाहे वो गाय का दूध हो, बादाम का दूध हो या फिर सोया दूध हो. वहीं, अगर किसी को डायबिटीज है, तो इस स्थिति में कोई भी दूध पीना सही नहीं है. अमेरिकन डायबिटीज एसोसिएशन का कहना है कि डायबिटीज से ग्रस्त मरीज को दूध पीना चाहिए, लेकिन कोई-सा भी दूध पीना सही नहीं है. यह चेक करना जरूरी है कि किस प्रकार का दूध मरीज के ब्लड शुगर को कंट्रोल रखने और संपूर्ण पोषण देने में मदद कर सकता है.

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आज इस लेख में आप विस्तार से जानेंगे कि डायबिटीज में कौन-सा दूध पीना चाहिए और कितनी मात्रा में -

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  1. क्या है डायबिटीज?
  2. क्या डायबिटीज में दूध पी सकते हैं?
  3. दूध के पोषक तत्व
  4. शुगर में कौन-सा दूध पीना चाहिए?
  5. शुगर में कितना दूध पीना चाहिए?
  6. क्या डायबिटीज के मरीज रात में दूध पी सकते हैं?
  7. सारांश
  8. शुगर में दूध पीना चाहिए कि नहीं के डॉक्टर

डायबिटीज एक प्रकार से ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है. डायबिटीज की समस्या को जड़ से खत्म करना मुश्किल है, लेकिन इसे कंट्रोल जरूर किया जा सकता है. डायबिटीज के 2 प्रकार सबसे प्रमुख हैं - टाइप 1 डायबिटीज और टाइप 2 डायबिटीज. टाइप 1 डायबिटीज होने पर पैंक्रियाज से इंसुलिन का निर्माण बहुत कम या फिर न के बराबर होता है. टाइप 1 डायबिटीज होने पर इंसुलिन इंजेक्शन के साथ डाइट में कार्बोहाइड्रेट को कम करना होता है. 

वहीं, टाइप 2 डायबिटीज में पैंक्रियाज पर्याप्त इंसुलिन नहीं बना पाता है. साथ ही शरीर भी उसका उपयोग ठीक तरह से नहीं कर पाता है. डायबिटीज का यह प्रकार धीरे-धीरे विकसित होता है और इसके पीछे मुख्य कारण मोटापे को माना जाता है.

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डायबिटीज में हाई फैट वाली चीजें खाने से हृदय रोग का जोखिम बढ़ सकता हैं. इसलिए, डाइट में फैट की मात्रा को कंट्रोल करके इस जोखिम को कम करने में मदद मिल सकती है. वहीं, अगर दूध की बात करें, तो रिसर्च कहती है दूध में मौजूद फैट की अधिक मात्रा डायबिटीज के मरीज के लिए अनहेल्दी होती है. इसलिए, डायबिटीज के मरीज को कम फैट वाले या फैट फ्री दूध का सेवन करना चाहिए. डायबिटीज में फैट फ्री दूध पीने से इस समस्या की गंभीरता से बचा जा सकता है, साथ ही दूध में मौजूद कैल्शियम व अन्य पोषक तत्व प्राप्त किए जा सकते हैं.‌

वहीं, दूध में मौजूद कार्ब्स टूट जाते हैं और ब्लड स्ट्रीम में मिलकर शुगर बन जाते हैं. इसलिए, टाइप 1 और टाइप 2 डायबिटीज दोनों स्थिति में कार्ब्स पर ध्यान देने की जरूरत है. ऐसी स्थिति में ज्यादा फैट फ्री दूध पीने से भी ब्लड शुगर बढ़ सकता है.

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यहां हम दूध के कुछ आम विकल्पों के पोषण तत्वों के बारे में बता रहे हैं. यहां बताई गई पोषक तत्वों की मात्रा 1 कप दूध के अनुसार है -

पोषक तत्व होल मिल्क स्किम मिल्क बादाम का दूध सोया दूध अलसी का दूध चावल का दूध
कैलोरी 149 91 39 79 24 113
फैट 8 gm 0.61 gm 2.88 gm 4.01 gm 2.50 gm 2.33 gm
कार्बोहाइड्रेट 12 gm 12 gm 1.52 gm 4.01 gm

1.02 gm

22 gm
फाइबर 0 gm 0 gm 0.5-1 gm 1 gm 0 gm 0.7 gm
प्रोटीन 8 gm 9 gm 1.55 gm 7 gm 0 gm 0.67 gm
कैल्शियम 276 mg 316 mg 516 mg 300 mg 300 mg 283 mg

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डायबिटीज में कौन-सा दूध पीना चाहिए यह प्रत्येक व्यक्ति की पसंद, स्वाद, दिनभर में खाई जाने वाली अन्य चीजों और कुछ कितना कार्बोहाइड्रेट का सेवन किया जा रहा है, उस पर निर्भर करता है. उदाहरण के लिए, अगर डायबिटीज से ग्रस्त मरीज अपनी डाइट में से कार्बोहाइड्रेट को कम करना चाहता है, तो बादाम और अलसी का दूध सबसे बेस्ट है. इन दूध में कार्बोहाइड्रेट की मात्रा लगभग शून्य होती है.

वहीं, गाय के दूध में कार्बोहाइड्रेट होता है और मधुमेह वाले लोगों के लिए जरूरी है कि वो अपनी कार्बोहाइड्रेट की मात्रा पर ध्यान दें. ऐसे में जो लोग गाय का दूध पसंद करते हैं, उनके लिए कम वसा और कम कैलोरी वाला स्किम मिल्क बेहतर विकल्प हो सकता है. डायबिटीज के मरीज को कौन-सा दूध पीना चाहिए, इस बारे में आहार विशेषज्ञ ही बेहतर बता सकते हैं.

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दूध में लैक्टोज मुख्य रूप से पाया जाता है, जो एक प्रकार की चीनी होता है. इसलिए, अगर डायबिटीज में दूध को गलत तरीके से पिया जाता है, तो लैक्टोज के चलते शरीर में ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है. इसलिए, दूध की मात्रा का ध्यान रखना जरूरी है. रिसर्च के अनुसार, डायबिटीज के मरीज प्रोटीन और कैल्शियम की आवश्यकता को पूरा करने के लिए रोजाना कम फैट वाला 1 गिलास दूध पी सकता है.

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अधिकतर लोग रात को सोने से पहले दूध पीना पसंद करते हैं. ऐसा माना जाता है कि रात को दूध पीने से नींद अच्छी आती है, लेकिन डायबिटीज के मरीजों को रात में दूध पीने से सावधान रहना चाहिए, क्योंकि इससे ब्लड शुगर लेवल बढ़ सकता है. दरअसल, दूध में मौजूद लैक्टाेज के टूटने से एनर्जी रिलीज होती है, जिसे शरीर रात में इस्तेमाल नहीं कर पाता है और शुगर लेवल बढ़ जाता है. यही कारण है कि डायबिटीज के मरीज को रात में दूध न पीने की सलाह दी जाती है.

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यदि किसी को डायबिटीज है, तो दूध का सेवन सोचसमझ के करना चाहिए. इसका मतलब यह नहीं है कि डायबिटीज मरीज को सभी प्रकार के दूध से परहेज करना चाहिए, बल्कि डायबिटीज की स्थिति में भी दूध में मौजूद पोषक तत्वों को लेना जरूरी है. इसलिए, डायबिटीज के मरीज को दूध का सेवन करने से पहले आहार विशेषज्ञ से बातचीत करनी चाहिए और उनकी सलाह पर दूध को सीमित मात्रा में सही समय पर पीना चाहिए.

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