दुनिया भर में फंगस की लाखों प्रजातियां मौजूद हैं. इनमें से सिर्फ 300 फंगस ही मनुष्यों में इंफेक्शन का कारण बनते हैं. जब कोई फंगस किसी व्यक्ति पर हमला करता है, तो इस स्थिति में त्वचा पर गोल लाल या फीका पड़ा हुआ दाद बन सकता है. इसे फंगल इंफेक्शन कहा जाता है. वैसे तो ये दाद 2 से 4 सप्ताह में ठीक हो जाता है, लेकिन इसके बाद त्वचा पर कुछ गहरे निशान रह सकते हैं. ऐसे में हल्दी व नारियल तेल जैसे घरेलू उपायों का सहारा लिया जा सकता है, जो फंगल इंफेक्शन के प्रभाव को ठीक करने के साथ-साथ इसके निशान को भी हटा सकते हैं.

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इस लेख में आप त्वचा से फंगल इंफेक्शन के निशान मिटाने के लिए बेहतरीन घरेलू उपायों के बारे में जानेंगे -

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  1. फंगल इंफेक्शन के निशान पर फायदेमंद घरेलू उपाय
  2. सारांश
फंगल इंफेक्शन के निशान हटाने के घरेलू तरीके के डॉक्टर

फंगल इंफेक्शन हाथों, सिर या फिर त्वचा के किसी भी हिस्से को प्रभावित कर सकता है. फंगल इंफेक्शन के अधिकतर मामले हल्के होते हैं और कुछ समय बाद खुद ही ठीक हो जाते हैं, लेकिन अपने पीछे त्वचा पर निशान छोड़ जाते हैं. ये दाग त्वचा की खूबसूरती को खराब कर सकते हैं. ऐसे में टी ट्री ऑयल व लेमन ग्रास ऑयल जैसे कुछ घरेलू उपायों की मदद से फंगल इंफेक्शन के निशानों को हटाने में मदद मिल सकती है. आइए, इन घरेलू उपायाें के बारे में विस्तार से जानते हैं -

सेब का सिरका

सेब के सिरके में एंटीफंगल गुण होते हैं, जो फंगल इंफेक्शन की समस्या को दूर करने में मदद कर सकते हैं. फंगल इंफेक्शन के इलाज के लिए सेब का सिरका वैज्ञानिक रूप से भी सिद्ध हो चुका है. शोध के अनुसार सेब का सिरका एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल एजेंट के रूप में काम करता है. 2018 के एक अध्ययन में पाया गया कि सेब का सिरका फंगल इंफेक्शन के विकास को रोकने में मदद कर सकता है.

इसके लिए एक कटोरी में सेब का सिरका लें, अब एक रूई के टुकड़े को सिरके में भिगोएं और प्रभावित स्थान पर लगाएं. फंगल इंफेक्शन के दाद और इसके निशान हटाने के लिए सेब के सिरके को दिन में दो बार लगाया जा सकता है.

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एलोवेरा

शोध के अनुसार, एलोवेरा में एंटीफंगल, एंटीबैक्टीरियल और एंटीवायरल गुण होते हैं. एलोवेरा जेल में कूलिंग इफेक्ट होता है, जो त्वचा की खुजली और जलन को शांत कर सकता है. त्वचा से फंगल इंफेक्शन या दाद के निशान हटाने के लिए सबसे पहले प्रभावित एरिया को साफ पानी से धो लें. इसके बाद फ्रेश एलोवेरा पल्प को प्रभावित जगह पर लगाएं और कुछ देर बाद धो लें. रोजाना 3 बार ऐसा करने से त्वचा पहले की तरह सामान्य रंग में आने लगेगी.

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हल्दी

हल्दी औषधीय गुणों से भरपूर होती है. इसमें एंटीइंफ्लेमेटरी, एंटीफंगल और एंटीबैक्टीरियल गुण पाए जाते हैं. कई अध्ययनों में साबित हो चुका है कि हल्दी सेहत के साथ-साथ त्वचा के लिए भी लाभकारी होती है. दाद के निशान हटाने के लिए चुटकी भर हल्दी में नारियल का तेल मिलाएं और फिर प्रभावित क्षेत्र पर लगाएं. सूख जाने पर पानी से साफ कर लें.

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नारियल तेल

फंगल इंफेक्शन में होने वाले दाद के निशानों को मिटाने के लिए नारियल के तेल भी इस्तेमाल किया जा सकता है. यह एक बेहतरीन घरेलू उपाय के तौर पर काम कर सकता है. नारियल के तेल में फैटी एसिड होता है, जो त्वचा की कोशिका झिल्ली को नुकसान पहुंचाने वाले फंगल कोशिकाओं को मार सकता है. इससे दाद, खुजली की समस्या में आराम मिलता है. साथ ही दाग-धब्बों से भी छुटकारा मिल सकता है.

कुछ शोध भी बताते हैं कि हल्के त्वचा संक्रमण वाले लोगों के लिए नारियल का तेल प्रभावी उपाय हो सकता है. नारियल के तेल में एंटीमाइक्रोबियल और एंटीफंगल दोनों गुण होते हैं. दाद के निशान मिटाने के लिए त्वचा पर नारियल का तेल दिन में 3 बार लगाया जा सकता है.

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विटामिन-ई

विटामिन-ई युक्त तेल या क्रीम फंगल इंफेक्शन के बाद के निशानों को हटाने में उपयोगी साबित हो सकती है. बादाम का तेलएवोकाडो तेलसूरजमुखी का तेल और गेहूं का तेल विटामिन-ई के अच्छे सोर्स हैं. विटामिन-ई निशान कम करने में प्रभावी होता है, इसके कुछ ही क्लीनिकल सबूत है. इसलिए, अगर आप निशान को हटाने के लिए विटामिन-ई तेल का इस्तेमाल कर रहे हैं, तो पहले डॉक्टर की राय जरूर लें.

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टी ट्री ऑयल

टी ट्री ऑयल को फंगल इंफेक्शन की वजह से होने वाले दाद और इसके निशान के इलाज में प्रभाव माना जाता है. दाद के निशान मिटाने के लिए किसी भी एसेंशियल ऑयल में कुछ बूंद नारियल तेल और टी ट्री ऑयल की मिलाकर लगाएं. ऐसा दिन में 3 बार किया जा सकता है.

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ओरेगेनो तेल

ओरेगेनो तेल में दूसरे तेलों की तुलना में अधिक शक्तिशाली एंटीफंगल गुण होते हैं, जो फंगल इंफेक्शन यानी दाद का इलाज करने में मदद करते हैं. कुछ शोध बताते हैं कि ओरेगेनो का तेल दाद की समस्या को ठीक करने में कारगर हो सकता है. ओरेगेनो ऑयल में जैतून या नारियल के तेल की कुछ बूंदें मिलाकर लगाने से फायदा हो सकता है.

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लेमनग्रास ऑयल

लेमनग्रास एक एसेंशियल ऑयल है, इसमें एंटीफंगल गुण होते हैं, जो कई तरह के फंगस के विकास को कम करने में मदद कर सकते हैं. त्वचा पर लेमनग्रास ऑयल को लगाने से पहले इसे पतला करना जरूरी है. इसके लिए इस तेल में नारियल तेल मिलाएं. दिन में दो बार रूई की मदद से इस तेल को त्वचा पर लगाएं. इससे त्वचा साफ होगी व दाग-धब्बों से भी छुटकारा मिलेगा.

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त्वचा पर दाद होना फंगल इंफेक्शन का एक मुख्य लक्षण होता है. इलाज और घरेलू उपायों की मदद से दाद तो ठीक हो सकते हैं, लेकिन त्वचा पर इसके निशान लंबे समय तक बने रह सकते हैं. ऐसे में दाद के निशान मिटाने के लिए ओरेगेनो तेल, नारियल तेल व हल्दी का इस्तेमाल किया जा सकता है. अगर लगातार 2 हफ्ते तक घरेलू उपाय आजमाने के बाद कोई फर्क नहीं पड़ता है, तो एक बार त्वचा रोग विशेषज्ञ से जरूर कंसल्ट करें.

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