जबड़े में जकड़न - Tight Jaw in Hindi

Dr. Nadheer K M (AIIMS)MBBS

February 14, 2022

May 30, 2022

जबड़े में जकड़न
जबड़े में जकड़न

जबड़े में जकड़न की वजह से न सिर्फ जबड़े में, बल्कि शरीर के कई हिस्सों में दर्द और डिसकंफर्ट महसूस हो सकता है. इसमें सिर, दांत, कान, चेहरा और गर्दन शामिल है. यह दर्द हर व्यक्ति के हिसाब से अलग-अलग तरह का हो सकता है और चबाते या जम्हाई लेते समय बढ़ भी सकता है. दर्द वाली जगह में भी बदलाव आ सकता है.

जबड़े में जकड़न की वजह से चेहरे, जबड़े, नाक, मुंह या कान के एक तरफ या दोनों तरफ असुविधा महसूस हो सकती है. तनाव और एंजाइटी के अलावा, टीएमजे डिसऑर्डर (TMJ disorder) और अर्थराइटिस जैसे चिकित्सकीय कारकों की वजह से जबड़े में जकड़न की समस्या हो जाती है. 

आज इस लेख में आप जबड़े में जकड़न के कारण और इलाज के बारे में जानेंगे -

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जबड़े में जकड़न के कारण - Tight Jaw Causes in Hindi

दांत पीसने, टिटनेस, तनाव और अर्थराइटिस जबड़े में जकड़न के कारण हैं. आइए, विस्तार से जबड़े में जकड़न के कारण के बारे में जानते हैं -

तनाव और एंजाइटी

मांसपेशियों में दर्द होने का एक आम कारण तनाव और एंजाइटी है. तनाव के पलों में अनजाने में व्यक्ति जबड़े या दांतों को पीसने लगता है. इस वजह से मांसपेशियों में कसाव आता है और जकड़न महसूस होने लगती है. इसके अलावा, ज्यादा तनाव की स्थिति में पूरे शरीर की मांसपेशियों में कसाव आ जाता है, जो जबड़े में जकड़न का कारण बनता है.

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टीएमजे डिसऑर्डर

टीएमजे डिसऑर्डर यानी टेम्पोरोमैंडिबुलर ज्वाइंट डिसऑर्डर जबड़े के निचले हिस्से और आसपास की मांसपेशियों के साथ उस जोड़ को भी प्रभावित करता है, जो खोपड़ी से जुड़ा होता है. टीएमजे डिसऑर्डर शारीरिक चोट, दांतों के पीसने और ऑटोइम्यून बीमारियों से हुए इंफेक्शन की वजह से हो सकता है. टीएमजे के लक्षण अलग-अलग हो सकते हैं, जो इसके कारण और गंभीरता पर निर्भर करते हैं. टीएमजे की वजह से जबड़े में दर्द, चबाने या जबड़े को खोलने के दौरान परेशानी, जबड़े को घुमाने के दौरान आवाज आना और सिर दर्द के साथ कान, चेहरे या गर्दन में दर्द हो सकता है.

टिटनेस

यह क्लोस्ट्रिडियम टेटानी बैक्टीरिया के कारण होने वाला एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है. क्लोस्ट्रिडियम टेटानी ऐसे टॉक्सिन उत्पन्न करता  है, जिनकी वजह से गर्दन और जबड़े में दर्द शुरू हो जाता है. इंफेक्शन की गंभीरता के आधार पर यह किसी भी व्यक्ति के मुंह खोलने और निकलने की क्षमता को सीमित कर सकता है. टिटनेस की वजह से निमोनिया या खून के थक्के जमा होने जैसी गंभीर चिकित्सकीय स्थिति भी हो सकती है.

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दांत पीसना

अनजाने में दांत पीसने के लिए ब्रुक्सिज्म चिकित्सकीय शब्द को इस्तेमाल किया जाता है. यह जागते या सोते किसी भी समय हो सकता है. क्रॉनिक तनाव या एंजाइटी किसी भी व्यक्ति को अनजाने में दांत पीसने या जबड़े को जकड़ने के लिए उत्तेजित कर सकती है. कुछ दवाइयों या नर्वस सिस्टम डिसऑर्डर की वजह से भी ब्रुक्सिज्म होने की आशंका रहती है. ब्रुक्सिज्म के लक्षणों में जबड़े और आसपास की मांसपेशियों में जकड़न, दांत में दर्द, टेम्पोरोमैंडिबुलर ज्वाइंट से आवाज आना शामिल है.

रूमेटाइड अर्थराइटिस

यह क्रॉनिक ऑटोइम्यून डिसऑर्डर है, जिसकी वजह से जोड़ों में सूजन आ जाती है. शोध बताते हैं कि रूमेटाइड अर्थराइटिस का अनुभव कर रहे लोगों में से 50 प्रतिशत को टीएमजे के लक्षणों का भी अनुभव होता है. रूमेटाइड अर्थराइटिस होने से जबड़े में जकड़न के साथ जोड़ों का दर्द और सूजन, अचानक से वजन का घटना व बुखार जैसी समस्या भी हो जाती है. 

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ऑस्टियोअर्थराइटिस

शोध के अनुसार ऑस्टियोअर्थराइटिस एक आम क्रॉनिक बीमारी है, जो जोड़ों को प्राथमिक तौर पर प्रभावित करती है. ऑस्टियोअर्थराइटिस अमूमन 65 साल की उम्र के लोगों को प्रभावित करता है. यूं तो ऑस्टियोआर्थराइटिस हाथ, घुटनों और कूल्हे में होता है, लेकिन जबड़े को भी बराबरी से प्रभावित करता है.

अधिक चबाना

किसी गम या चिपकने वाली कैंडी को चबाने या किसी हार्ड फैटी फूड को खाने के बाद भी जबड़े की मांसपेशियों में अस्थाई तौर पर कसाव आ जाता है. हालांकि, ये लक्षण कुछ दिनों के अंदर ही ठीक हो जाते हैं.

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जबड़े में जकड़न का इलाज - Tight Jaw Treatment in Hindi

जबड़े में जकड़न की वजह से चबाने या बात करने में दिक्कत हो, तो इसका मतलब है कि इलाज की जरूरत है. हॉट पैक और आइस पैक, जॉ ज्वाइंट स्ट्रेच एक्सरसाइज और डाइट में बदलाव लाकर जबड़े में जकड़न का इलाज किया जा सकता है. दर्द निवारक दवाइयों और इंजेक्शन की मदद से भी जबड़े में जकड़न का इलाज डॉक्टर द्वारा किया जाता है. आइए, विस्तार से जबड़े में जकड़न के इलाज के बारे में जानते हैं.

हॉट पैक और आइस पैक

चेहरे के जिस किनारे टीएमजे है, वहां पर हॉट पैक और आइस पैक के इस्तेमाल से लक्षणों को कम किया जा सकता है. गर्माहट से उस जगह पर रक्त संचार बढ़ता है, जिससे जबड़े के जकड़न को ठीक होने में मदद मिलती है. ठंडेपन से रक्त संचार कम होता है, जिससे सूजन और दर्द को कम होने में सहायता मिलती है.

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जबड़े की एक्सरसाइज

जबड़े में जकड़न को कम करने में मूवमेंट अहम भूमिका निभाते हैं. नीचे बताए गए एक्सरसाइज की मदद से जबड़े के जकड़न को कम किया जा सकता है -

रिलैक्स्ड जॉ स्ट्रेच:

  • जीभ के अगले हिस्से को ऊपर के सामने वाले दांतों के पीछे रखना है.
  • अब जबड़े के निचले वाले हिस्से को और नीचे की ओर करना है ताकि नीचे के दांत ऊपर के दांत से दूर हो जाएं.
  • इस समय जब जबड़े की मांसपेशियां रिलैक्स होने की अवस्था में होनी चाहिए.

गोल्डफिश एक्सरसाइज:

  • जीभ को मुंह के ऊपरी हिस्से के विपरीत दबाना है.
  • एक हाथ कान के पास जबड़े पर रखें और दूसरा हाथ ठुड्डी पर रखें.
  • अब हाथ से बार-बार ठुड्डी को नीचे की ओर करना है.
  • मुंह को बंद करके इसे बार-बार दोहराना है. 

रेसिस्टेंट माउथ ओपनिंग

  • ठुड्डी के टिप पर दाहिना हाथ रखना है. इस समय अंगूठा ठुड्डी के नीचे और तर्जनी उंगली आगे की ओर होने चाहिए.
  • दाहिने हाथ को जबड़े के विपरीत दिशा में हल्के से पुश करना है.
  • ठुड्डी के विपरीत पुश करते हुए धीरे-धीरे जबड़े को खोलने की कोशिश होनी चाहिए.
  • इस पोजीशन में कुछ देर रुकने के बाद धीरे-धीरे मुंह को खोलना चाहिए. 

डाइट में बदलाव

जबड़े में जकड़न के बाद ठोस भोजन को खाने से जबड़े पर ज्यादा दबाव पड़ता है, जिसकी वजह से उसे ठीक होने का समय नहीं मिलता है. ऐसी स्थिति में टोफू, दही, स्मूदी और जूस जैसी खाने-पीने की चीजों का सेवन करना सही रहता है.

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माउथगार्ड

माउथगार्ड की मदद से जबड़े पर पड़ने वाले दबाव से छुटकारा पाने में मदद मिलती है. इसके साथ ही दांत पीसने वाली समस्या को भी कम करने में सहायता होती है, खासकर रात के समय. किस व्यक्ति के लिए कौन-सा माउथगार्ड सही रहेगा, इसके बारे में डॉक्टर या डेंटिस्ट ही सही तरीके से बता सकते हैं.

मालिश

जबड़े में मालिश करने से रक्त संचार बढ़ सकता है और मांसपेशियों के कसाव को कम होने में मदद मिलती है. इसे करने के लिए मुंह को खोलकर कान के पास की मांसपेशियों को गोलाकार तरीके से हल्के से रगड़ने की जरूरत पड़ती है. यही वह जगह है, जहां पर टेम्पोरोमैंडिबुलर ज्वाइंट स्थित होते हैं.

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दर्द निवारक दवाइयां

कुछ मामलों में टीएमजे से संबंधित बीमारियों को ठीक करने के लिए दर्द निवारक दवाइयों का इस्तेमाल किया जाता है. इसके साथ ही मांसपेशियों को रिलैक्स करने के लिए भी दवाइयां दी जाती है. कुछ ओवर द काउन्टर दवाइयां भी मिलती हैं, जो जबड़े की मांसपेशियों में जकड़न को तो सीधे कम नहीं कर सकती हैं, लेकिन उससे जुड़े सूजन और दर्द को जरूर कम कर सकती हैं. बेहतर तो होगा कि इसके लिए डेंटिस्ट की सलाह ली जाए.

इंजेक्शन

जबड़े में जकड़न के लिए इंजेक्शन का इस्तेमाल सबसे पहले नहीं किया जाता है, लेकिन जब अन्य इलाज सफल नहीं होते हैं, तो इंजेक्शन का इस्तेमाल मददगार साबित हो सकता है. इंजेक्शन के इस्तेमाल से दर्द और सूजन कम होने के साथ ही टीएमजे में फ्रिक्शन भी कम होने के मामले देखे गए हैं.

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सारांश – Summary

तनाव, एंजाइटी, दांत पीसने या अर्थराइटिस जैसी चिकित्सकीय कारकों की वजह से जबड़े में जकड़न की समस्या हो सकती है. इसके इलाज में जबड़े की मालिश, रिलैक्स्ड जॉ स्ट्रेच और गोल्डफिश एक्सरसाइज जैसे जबड़े के एक्सरसाइज और डाइट में बदलाव अहम भूमिका निभाते हैं. हालांकि, किसी भी तरह के इलाज की शुरुआत करने से पहले डेन्टिस्ट की सलाह जरूर लेनी चाहिए.

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