राइनेक्टोमी एक सर्जिकल प्रक्रिया है, जिसमें नाक के कुछ हिस्से या पूरी नाक को हटाने का काम किया जाता है। इस प्रोसीजर में नाक के नाजुक या कोमल ऊतकों को अधिकतर नेजल फ्रेमवर्क के साथ हटा दिया जाता है।
किसी व्यक्ति के आकर्षक दिखने के पीछे नाक की भूमिका अहम मानी जाती है। लेकिन इसका सही से काम करना भी उतना ही महत्वपूर्ण होता है। बताया जाता है कि सूरज की रोशनी में अधिक रहने से नाक को नुकसान हो सकता है और व्यक्ति नेजल स्किन कैंसर (नाक में त्वचा का कैंसर) से ग्रस्त हो सकता है।
नाक का बाहरी हिस्सा हड्डी और कार्टिलेज (एक लचीला और नाजुक ऊतक) से बना होता है। यह नाक के दोनों छेदों के बीच स्थित एंटिरियर नेजल सेप्टम द्वारा विभाजित होता है। नाक के पिछले हिस्से में नेजल कैविटी होती है, जहां नासिका छिद्र खुलते हैं। यह मुंह के ऊपरी हिस्से में होती है और गले के पीछे से होते हुए मुंह से कनेक्ट होती है। नाक के छेदों के जरिये अंदर आने वाली हवा नेजल कैविटी में गर्म और नम हो जाती है। हवा के जरिये नाक में घुसने वाले बैक्टीरिया इसी जगह छान लिए जाते हैं और शरीर में नहीं घुस पाते।
नाक के कैंसर अक्सर नेजल कैविटी में शुरू होते हैं या इससे सटी हड्डियों में मौजूद उन छोटी-छोटी जगहों में बनते हैं, जिनमें वायु भरी होती है। इन जगहों को पैरानेजल साइनसेस कहते हैं। नेजल सेप्टम के सबसे नीचे स्थित ऊतकों और नाक के प्रवेश की तरफ की नेजल कैविटी में बनने वाले कैंसर गंभीर और आक्रामक होते हैं। ऐसा इसलिए, क्योंकि कैविटी की पतली और नाजुक ऊतक परत (टिशू लाइनिंग) किसी भी प्रकार से ट्यूमर को फैलने से नहीं रोक पाती।
चूंकि नेजल कैविटी कान, मुंह और आंखों के नजदीक होती है, इसलिए इसमें बनने वाला कैंसर आसानी से आसपास की हड्डियों, कार्टिलेज, गाल और होंठों तक पहुंच जाता है। इस फैलाव के लिए पेरियोस्टियम की भूमिका अहम बताई जाती है, जो हड्डियों को कवर करने वाली एक पतली झिल्ली है। ज्यादातर नेजल कैविटी कैंसर स्क्वैमस सेल कार्सिनोमा (स्किन कैंसर का एक प्रकार) और एडिनोकार्सिनोमा (कैंसर जिसमें बलगम बनाने वाले ग्लैंड विकसित हो जाते हैं) होते हैं।
राइनेक्टोमी में ट्यूमर में जरूरी मार्जिन रखते हुए कैंसर ग्रोथ को हटाया जाता है। इसके बाद नाक की बनावट और संचालन की बहाली के लिए प्रभावित हिस्से का पुनर्निर्माण किया जाता है। इस सर्जरी के दो प्रकार हैं:
- आंशिक (पार्शियल) राइनेक्टोमी: इसमें नासिका ढांचे को सीमित रूप से हटा दिया जाता है।
- संपूर्ण (टोटल) राइनेक्टोमी: इसमें नाक की त्वचा, आंतरिक नासिका के ढांचे और नाजुक टिशू को हटा दिया जाता है।
तेजी से फैलने वाले, व्यापक और बार-बार होने वाले कैंसर के इलाज के लिए राइनेक्टोमी आधारित सर्जिकल प्रोसीजर अपनाया जाता है। हालांकि सर्जरी किसी व्यक्ति के चेहरे के लिए सौन्दर्य के लिहाज से नुकसानदेह हो सकती है। यही कारण है कि इसे नाक के कैंसर का प्राथमिक उपचार नहीं माना जाता। इसे तभी किया जाता है, जब रेडिएशन थेरेपी या कोई अन्य सर्जरी कैंसर का ट्रीटमेंट करने में विफल हो जाए।