मानसिक रूप से थकावट महसूस होना काफी आम समस्या है, जो आमतौर पर आजकल काफी लोगों में देखी जाती है। मानसिक थकान कोई रोग नहीं, बल्कि यह कई बीमारियों से विकसित होने वाला एक लक्षण है। स्वास्थ्य संबंधी कुछ बीमारियां है, जिनके परिणामस्वरूप मानसिक थकावट उत्पन्न हो सकती है। वैसे तो मानसिक थकान पूरी तरह शारीरिक थकान से अलग होती है, लेकिन कुछ मामलों में ये दोनों स्थितियां एक साथ भी विकसित हो जाती हैं।
कुछ मामलों में मानसिक रूप से थकावट होना अधिक शारीरिक मेहनत का परिणाम भी हो सकता है। मानसिक थकान मुख्य रूप से किसी व्यक्ति को भावनात्मक रूप से प्रभावित करती है। आमतौर पर यह किसी गंभीर रोग का संकेत नहीं देता, लेकिन कुछ मामलों में यह किसी गंभीर बीमारी से संबंधित हो सकता है। यदि पर्याप्त नींद लेकर, स्वस्थ व संतुलित आहार लेकर और तनाव मुक्त रह कर भी मानसिक थकान कम नहीं हो रही है, तो डॉक्टर से इस बारे में बात कर लेनी चाहिए।