त्वचा पर चकत्ते होना क्या होता है?

ये त्वचा पर व्यापक रूप से फैले घाव होते हैं, त्वचा पर चकत्ते का होना एक बड़ा मेडिकल टर्म (शब्दावली) है। त्वचा पर चकत्ते अलग-अलग प्रकार के और बहुत अधिक संख्या में उपस्थित हो सकते हैं और इसके कई संभावित कारण हैं। इसके कई प्रकार होने के कारण इसके उपचार के भी कई प्रकार होते हैं।

ये चकत्ते शरीर के सिर्फ एक छोटे हिस्से तक भी रह सकते हैं और शरीर के अन्य कई हिस्सों में भी फैल सकते हैं। त्वचा पर चकत्ते के कई रूप होते हैं, ये सूखे, नम, उभरे हुऐ, खुरदरे या चिकने आदि के रूप में दिखाई दे सकते हैं। इनके कारण दर्दनाक खुजली उत्पन्न हो सकती है और त्वचा के रंग में परिवर्तन हो सकता है।

त्वचा के चकत्ते, त्वचा में सूजन, जलन और इसके रंग में परिवर्तन कर देते हैं, जिससे त्वचा की सामान्य दिखावट खराब हो जाती है। चकत्ते उत्पन्न करने वाले कारक कई प्रकार के हो सकते हैं, जिसमें संक्रमण, गर्मी, एलर्जिक पदार्थ, प्रतिरक्षा प्रणाली विकार और दवाएं शामिल हैं। 

त्वचा पर चकत्ते के प्रकार - Types of Skin Rash in Hindi

त्वचा पर चकत्ते कितने प्रकार के हो सकते हैं?

चकत्तों को खुजली वाले तथा बिना खुजली वाले दो हिस्सों में विभाजित किया जाता है।

खुजली वाले चकत्ते के प्रकारों में निम्नलिखित शामिल हैं:

  • पित्ती और वेल्ट्स (Urticaria)
  • कीटों द्वारा काटना, जैसे बेड के कीट (Bedbugs)
  • खाज (स्केबीज़; माइट के कारण होने वाला संक्रमण)
  • एक्जिमा (त्वचा की एलर्जी)
  • सूखी त्वचा (जिसको जेरोसिस भी कहा जाता है)
  • घमौरियां (नमी, गर्मी, घर्षण के क्षेत्रों में जलन या सतही संक्रमण हो सकता है)
  • कुछ प्रकार के वायरल चकत्ते आदि।

बिना खुजली वाले जिनमें निम्न शामिल हैं:

त्वचा पर चकत्ते के लक्षण - Skin Rash Symptoms in Hindi

त्वचा पर चकत्ते होने के क्या लक्षण हो सकते हैं?

ज्यादातर चकत्तों में खुजली या उनको छूने से खुजली शुरू हो जाती है, हालांकि कुछ प्रकार के गंभीर मामलों में चकत्तों में खुजली और जलन भी होने लगती है।

चकत्ते कई अलग-अलग रंग, आकार और पैटर्न में निकल सकते हैं। त्वचा में सूजन और जलन पैदा करने वाला ज्यादातर चकत्ते लाल रंग के होते हैं। चकत्तों को निम्न रूपों में वर्णित किया जाता है:

  • समतल और धब्बेदार।
  • ऊपर की तरफ उठे और उभरे हुऐ (दानेदार)।
  • शीट की तरह उपर उठे हुऐ (Plaque)।
  • समतल और ऊपर की तरफ उठे हुऐ चकत्तों का मिश्रण, जिसको मैक्युलोपॉपुलर कहा जाता है।
  • छोटे-छोटे पीप वाले दाने (Pustular)
  • एक्नेयाफोर्म (मुंहासें जैसे, छोटे या बड़े आकार के पिंपल्स)
  • छोटे स्पष्ट फफोले (Vesicular)
  • लाल या गुलाबी रंग के चकत्ते
  • त्वचा में छोटे-छोटे निशान जिनसे खून निकलता है (Petechial)।
  • सफेद और चांदी जैसे रंग के चकत्ते (Psoriasis)
  • शुरू में सूखे, परतदार और खुरदरे तथा कुछ समय बाद रंग बिगड़ना और मोटाई बढ़ना (Eczematous)।
  • छिला हुआ या जिन क्षेत्रों में खरोंच आदि लगना (Excoriated)। यह किसी अन्य चकत्ते के साथ भी हो सकते हैं।

डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए?

निम्न स्थितियां होने पर डॉक्टर को दिखा लेना चाहिए:

  • अगर त्वचा में छोटे-छोटे लाल रंग के दाने बने हुऐ हैं, जो छूने से महसूस नहीं होते और दबाने से हल्के नहीं होते।
  • अगर त्वचा पर कोई नीला निशान पड़ा हुआ है, जो किसी चोट आदि से संबंधित नहीं है।
  • अगर चकत्ते में एक हफ्ते तक भी कोई सुधार नहीं आया।
  • गले में दर्द
  • जोड़ों में दर्द
  • अगर हाल ही में किसी जानवर या कीट आदि ने काटा हो।
  • चकत्तें के आस-पास लाल रंग की धारियां
  • चकत्ते के आस-पास की त्वचा को छूने पर दर्द होना।
  • अत्याधिक मात्रा में मवाद या पीप इकट्ठा होना।
  • त्वचा के रंग में तेजी से बदलाव होना।
  • सांस लेने में कठिनाई या घुटन महसूस होना (जैसे गल बंद हो गया हो),
  • दर्द बढ़ना या गंभीर हो जाना,
  • उच्च बुखार,
  • उलझन (कंफ्यूजन),
  • चक्कर आना,
  • चेहरे या हाथ-पैरों में पसीना आना।
  • गर्दन में दर्द
  • सिर में दर्द
  • बार-बार उल्टी आना या दस्त लगना।

त्वचा पर चकत्ते के कारण - Skin Rash Causes in Hindi

त्वचा पर चकत्तों के कारण और जोखिम कारक क्या हो सकते हैं?

त्वचा पर चकत्ते के कई संभावित कारण हो सकते हैं, जिनमें एलर्जी, रोग, रिएक्शन और दवाएं आदि शामिल हैं। ये बैक्टीरियल संक्रमण, वायरल संक्रमण, कवक संक्रमण और पैरासाइटिक संक्रमण के कारण भी हो सकती हैं।

त्वचा के चकत्ते के कुछ सामान्य कारण जैसे:

  • डर्मेटाइटिस –
    यह चकत्ते के सबसे सामान्य कारणों में से एक है, यह तब होता है किसी एलर्जी रिएक्शन करने वाली चीज को छूआ जाता है। त्वचा लाल हो सकती है और सूजन हो सकती है, और चकत्ते उभर सकते हैं।
  • दवाएं –
    कुछ प्रकार की दवाओं के कारण कुछ लोगों में चकत्ते पैदा होने लगते हैं, जो एलर्जी का एक कारण होता है।
  • संक्रमण –
    फंगल, बैक्टीरिया और वायरस आदि के कारण हुए संक्रमण भी चकत्ते पैदा कर सकते हैं, चकत्ते संक्रमण के प्रकार के आधार पर अलग-अलग हो सकते हैं।
  • स्व-प्रतिरक्षित स्थितियां (ऑटो-इम्यून रोग)–
    यह स्थिति तब उत्पन्न होती है, जब किसी व्यक्ति की प्रतिरक्षा प्रणाली उसके शरीर के स्वस्थ ऊतकों पर आक्रमण करना शुरू कर देती है। स्व-प्रतिरक्षित रोग कई प्रकार के होते हैं, जिनमें से कुछ के कारण चकत्ते भी बनने लगते हैं।

त्वचा में चकत्ते उत्पन्न करने वाली कुछ सामान्य स्थितियां:

  • शिंगल्स (हरपीज़ ज़ोस्टर)
    यह एक उभरे हुऐ दाने होते हैं, जो दर्दनाक फफोले में परिवर्तित हो जाते हैं, शिंगल्स के कारण त्वचा में जलन और खुजली होने लग जाती है और त्वचा अत्याधिक संवेदनशील हो जाती है।
  • पित्ती (Hives) –
    पित्ती के कारण खुजली, जलन और चुभन महसूस हो सकती है। इससे कारणों में तापमान, गले में संक्रमण, दवाओं से एलर्जी, खाद्य पदार्थ और खाद्य पदार्थों में मिलाए जाने वाले अन्य पदार्थ जैसे की मसाले आदि शामिल हैं।
  • सोरायसिस –
    मोटे तथा लाल रंग के धब्बे जो सफेद तथा चांदी रंग की परत से ढके हों, ये सोरायसिस के संकेत होते हैं। इसके धब्बे आम तौर पर सिर, कोहनी, घुटने या पीठ के निचले हिस्से के आस-पास विकसित होते हैं। ये जिंदगीभर अपने आप आते और जाते रहते हैं।
  • एक्जिमा
    एक्जिमा कई गैर-संक्रामक स्थितियों के लिए एक पोटली की तरह होता है, जो सूजन, लाल, सूखापन और खुजली वाली त्वचा का कारण बनते हैं। तनाव, उत्तेजित करने वाले पदार्थ (जैसे साबुन, डिटर्जेंट), एलर्जिक पदार्थ और जलवायु आदि इसके लक्षणों को और बढ़ा सकते हैं।
  • रोसेसिया (Rosacea)
    इसमें आसानी से लालिमा होने की प्रवृत्ति होती है, जिसमें नाक, ठोड़ी, गाल, और माथे पर लाली होना रोसेसिया हो सकता है।
  • मुंह के आस-पास के छाले –
    इनको बुखार के घाव भी कहा जाता है, क्योंकि अक्सर बुखार में मुंह व होठों पर पीप से भरे छाले निकल जाते हैं। हर्पिज सिंप्लेक्स वायरस के कारण मुंह और नाक के आस-पास दर्दनाक, पीप से भरे छोटे-छोटे फोड़े बन सकते हैं। इसके अलावा ये अत्याधिक धूप, तनाव और हार्मोनल में बदलाव के कारण भी हो सकते हैं जैसे पिरियड्स आदि।
  • पिंपल्स (Acne)
    जब तेल से भरे हुऐ रोमकूप और बेजान त्वचा कोशिकाओं में सूजन आती है, तो पिंपल्स निकलने लग जाते हैं। बैक्टीरिया और हार्मोन्स के द्वारा शुरू किये गए पिंपल्स आम तौर पर ज्यादातर चेहरे, छाती और पीठ पर दिखाई देते हैं।
  • दाद
    दाद एक अत्यधिक संक्रामक फंगल संक्रमण होता है, जो त्वचा पर लाल या चांदी रंग का गोल और परतदार धब्बा बनाता है, इसमें खुजली व जलन भी हो सकती है।
  • खसरा
    खसरा एक अत्यधिक संक्रामक रोग है, जो आमतौर पर छोटे बच्चों को प्रभावित करता है, खसरा से होने वाले चकत्ते लाल-भूरे रंग के मुंहासे जैसे होते हैं।

(और पढ़ें - चर्म रोग का कारण)

त्वचा पर चकत्ते की रोकथाम - Prevention of Skin Rash in Hindi

त्वचा पर चकत्तों की रोकथाम कैसे की जा सकती है?

ज्यादातर चकत्तों की रोकथाम करना काफी मुश्किल होता है, हालांकि, कुछ विशिष्ट चकत्ते हैं, जिनकी रोकथाम की जा सकती है:

  • जिन लोगों को संक्रामक चकत्ते हों उन लोगों से बचें।
  • एलर्जिक चकत्तों के लिए उन चीजों से बचने की कोशिश करें, जो एलर्जी का कारण बनती हैं।
  • सनबर्न से बचने के लिए सनस्क्रीन का उपयोग करें। (और पढ़ें - सनबर्न के उपाय)
  • अगर आपको एक्जिमा उभरने की समस्या है, तो अधिक कठोर साबुन का इस्तेमाल ना करें।

(और पढ़ें - डायपर के रैशेस हटाने के घरेलू नुस्खे)

त्वचा पर चकत्ते का परीक्षण - Diagnosis of Skin Rash in Hindi

त्वचा के चकत्तों का परीक्षण/ निदान कैसे किया जा सकता है?

त्वचा के चकत्तों का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर मरीज का शारीरिक परिक्षण करेंगे और उसकी पिछली मेडिकल जानकारी के बारे में पूछेंगे। चकत्तों का रंग, जगह, फैलाव और चकत्तों से जुड़ी खुजली आदि डॉक्टरों को इस रोग के निदान करने में मदद करती है।

अन्य टेस्ट जो आवश्यक हो सकते हैं:

त्वचा पर चकत्ते का इलाज - Skin Rash Treatment in Hindi

त्वचा के चकत्तों का उपचार कैसे किया जाता है?

त्वचा पर हुऐ चकत्तों का इलाज उनके अंदरूनी कारणों को ठीक करने के रूप में किया जाता है।

हालांकि, कुछ आधारभूत उपाय हैं जो त्वचा पर हुऐ चकत्तों की ठीक होने की गति को तेज कर सकते हैं और इससे संबंधित तकलीफ को कम कर सकते हैं, जिसमें निम्नलिखित शामिल हैं -

  • हल्के साबुन का उपयोग करें - जो सुगंधित ना हों।
  • गर्म पानी से ना धोएं, उसकी बजाएं गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें।
  • चकत्तों को खुला रखें, उनको किसी पट्टी आदि से ढकने की कोशिश ना करें।
  • चकत्तों को रगड़ें या खुजाएं नहीं, ऐसा करने से संक्रमण हो सकता है।
  • अगर चकत्ते सूखें हैं जैसे कि एक्जिमा, तो मॉइश्चराइज़र का इस्तेमाल करें।
  • एसी किसी लोशन या कोस्मेटिक प्रोड्क्ट का इस्तेमाल ना करें जो चकत्ते उत्पन्न कर सकते हैं।
  • संक्रमण के खतरे से बचने के लिए चकत्तों को किसी प्रकार की खरोंच लगने से बचाएं।
  • हाइड्रोकार्टिसोन (Hydrocortisone) क्रीम खुजली को कम कर सकती है।
  • कैलामाइन कुछ प्रकार के चकत्तों को दूर कर सकता है, जैसे पॉइज़न आइवी और चिकनपॉक्स। (और पढ़ें - कैलामाइन लोशन के फायदे)

अगर चकत्तों के कारण हल्का दर्द या खुजली हो रही है, तो एसिटामिनोफेन (Acetaminophen) और आईबूप्रोफेन (Ibuprofen) दवाएं मदद कर सकती हैं, लेकिन ये दीर्घकालिक समाधान नहीं हैं और ना ही ये चकत्ते के कारणों का इलाज कर पाती है। इनको लेने से पहले एक बार डॉक्टर से बात करना जरूरी होता है। 

(और पढ़ें - पीरियड रैशेज के उपाय)

Dr Shishpal Singh

डर्माटोलॉजी
5 वर्षों का अनुभव

Dr. Sarish Kaur Walia

डर्माटोलॉजी
3 वर्षों का अनुभव

Dr. Rashmi Aderao

डर्माटोलॉजी
13 वर्षों का अनुभव

Dr. Moin Ahmad Siddiqui

डर्माटोलॉजी
4 वर्षों का अनुभव

त्वचा पर चकत्ते की दवा - OTC medicines for Skin Rash in Hindi

त्वचा पर चकत्ते के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

OTC Medicine NamePack SizePrice (Rs.)
Myupchar Ayurveda Tea Tree Essential Oilएक बोतल में 15 ml ऑयल360.0
Johnson Baby Powder Blossoms 200gmएक डब्बे में 200 gm पॉवडर156.75
Baksons B42 Hematinic Dropएक बोतल में 30 ml ड्रौप180.0
Bactimo-F Ointment 30gmएक ट्यूब में 30 gm ऑइंटमेंट100.0
Nagarjuna Mahatiktak Ghritamएक बोतल में 100 gm घृत230.0
Schwabe Comocladia dentata Dilution 12 CHएक बोतल में 30 ml डाइल्यूशन102.0
Schwabe Comocladia dentata Dilution 1000 CHएक बोतल में 30 ml डाइल्यूशन102.0
SBL Carboneum sulphuratum Dilution 6 CHएक बोतल में 30 ml डाइल्यूशन90.0
SBL Arsenicum iodatum Dilution 30 CHएक बोतल में 30 ml डाइल्यूशन90.0
Schwabe Arsenicum iodatum Dilution CM CHएक बोतल में 10 ml डाइल्यूशन276.25

त्वचा पर चकत्ते से जुड़े सवाल और जवाब

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मेरे घर में हमेशा लड़ाई-झगड़े होते हैं, जिनकी वजह से मैं काफी परेशान रहता हूं। कुछ दिनों से मेरे शरीर पर लाल चकत्ते से होने लगे हैं। मुझे किसी तरह की फूड एलर्जी भी नहीं है, तो ये मुझे क्यों हो रहे हैं? क्या तनाव और चिंता के कारण शरीर पर चकत्ते हो सकते हैं?

Dr. Rajeev Kumar Ranjan MBBS, MS , यूरोलॉजी, सामान्य शल्यचिकित्सा, लेप्रोस्कोपिक सर्जरी, प्रसूति एवं स्त्री रोग

तनाव की वजह से त्वचा संबंधी समस्या और बढ़ सकती है। तनाव सोरायसिस, चेहरा लाल होने और एक्जिमा को बढ़ा सकता है। इसी के साथ तनाव की वजह से पित्ती रोग व त्वचा पर अन्य प्रकार के रैशेज भी हो सकते हैं और बुखार में फुंसियां बढ़ सकती हैं। आप डॉक्टर की सलाह से इसके लिए ट्रीटमेंट लें और तनावपूर्ण स्थितियों से बचने की कोशिश करें।

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मुझे त्वचा पर लाल चकत्ते हो गए हैं, जिनमें बहुत खुजली होती है। ये मुझे 1 हफ्ते से हो रहे हैं। मैंने गूगल पर पढ़ा था कि त्वचा पर चकत्ते होने से स्किन कैंसर हो सकता है। क्या यह सही है? क्या मुझे स्किन कैंसर हो सकता है?

Dr. Saurabh Shakya MBBS , सामान्य चिकित्सा

त्वचा पर चकत्ते संक्रामक रोग या एलर्जिक रिएक्शन जैसे कई कारणों से हो सकते हैं। त्वचा पर चकत्ते होने की वजह से स्किन कैंसर के लक्षण दिखाई देना बहुत ही दुर्लभ है। स्किन कैंसर की वजह से या इससे पहले शरीर की त्वचा पर बदलाव हो सकते हैं। इन मामलों में त्वचा के लक्षण एक मुख्य स्थिति का संकेत देते हैं, जिसके लिए आपको परीक्षण और ट्रीटमेंट की जरूरत है। स्किन कैंसर के लक्षणों में त्वचा पर गुलाबी और लाल रंग के दाने निकल जाते हैं, जिसमें से खून भी निकलता है। अक्सर लोग शरीर पर चकत्ते देखकर डर जाते हैं, जबकि स्किन कैंसर के लक्षण अलग होते हैं। बेहतर होगा कि आप डर्मेटोलॉजिस्ट से मिलकर अपनी जांच करवा लें।

सवाल लगभग 4 साल पहले

मेरे दोस्त को लिवर की तरफ दर्द की शिकायत रहती थी। डॉक्टर से जांच करवाने पर पता चला कि उसका लिवर डैमेज है। अब उसे 2 महीने हो चुके हैं, वह इसके लिए ट्रीटमेंट भी ले रहा है, लेकिन उसके शरीर पर कुछ लाल रंग के चकत्ते आने लगे हैं। क्या लिवर से जुड़ी समस्या की वजह से त्वचा पर चकत्ते हो सकते हैं?

Dr. Joydeep Sarkar MBBS , कार्डियोलॉजी, न्यूरोलॉजी, श्वास रोग विज्ञान, गुर्दे की कार्यवाही और रोगों का विज्ञान, हीपैटोलॉजी (यकृत पित्त अग्न्याशय चिकित्सा ), आंतरिक चिकित्सा, मधुमेह चिकित्सक

जी हां, लिवर डैमेज होने पर त्वचा पर चकत्ते दिखाई दे सकते हैं। यह लिवर डैमेज का एक लक्षण है। इसके लक्षणों में त्वचा पर तेज खुजली होना भी शामिल है।

सवाल लगभग 4 साल पहले

क्या डिहाइड्रेशन की वजह से त्वचा से जुड़ी समस्या हो सकती है?

Dr. Anand Singh MBBS , सामान्य चिकित्सा

अगर आपकी त्वचा डिहाइड्रेट है यानि कि त्वचा में पानी की कमी है, तो त्वचा के डिहाइड्रेट होने की स्थिति में त्वचा खोए हुए पानी को प्राप्त करने के लिए और अधिक तेल बनाने लगती है, जिससे त्वचा पर ब्रेकआउट, जलन और शुष्क धब्बे बन सकते हैं। आपको एक ही समय पर अपनी त्वचा ऑयली और शुष्क दोनों महसूस हो सकती है।

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