शारीरिक स्वास्थ्य के लिए विटामिन-बी12 को महत्वपूर्ण माना गया है. इसे कोबालमिन के नाम से भी जाना जाता है. यह विटामिन नर्व टिश्यू हेल्थ, ब्रेन फंक्शन और रेड बल्ड सेल्स के उत्पादन के लिए जरूरी होता है. इसके अलावा, विटामिन-बी12 बालों और त्वचा के लिए भी जरूरी होता है. डॉक्टरों के अनुसार, आंखों को स्वस्थ रखने के लिए भी विटामिन-बी12 का सेवन करना जरूरी है. आंखों में सूखापन व दर्द जैसी समस्याओं के लिए विटामिन-बी12 को लेने की सलाह दी जाती है.

आज इस लेख में आप आंखों के लिए विटामिन-बी12 के फायदों और विभिन्न स्रोत के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. आंखों के लिए विटामिन-बी12 के फायदे
  2. विटामिन-बी12 के स्रोत
  3. सारांश
  4. आंखों के लिए विटामिन-बी12 के फायदे व स्रोत के डॉक्टर

स्वस्थ शरीर की तरह ही, स्वस्थ आंखों के लिए भी विटामिन-बी12 जरूरी होता है. जब शरीर में विटामिन-बी12 की कमी होती है, तो न्यूरोलॉजी से संबंधी समस्याएं बढ़ सकती हैं. साथ ही आंखों में दर्द, इरिटेशन और मैक्युलर डीजेनेरेशन का जोखिम भी बढ़ सकता है. ऐसे में आंखों को स्वस्थ रखने के लिए विटामिन-बी12 लेना जरूरी हो जाता है. आंखों के लिए विटामिन-बी12 के फायदे इस प्रकार हैं -

  1. आंखों को रखे स्वस्थ
  2. मैक्युलर डीजेनेरेशन का जोखिम कम
  3. आंखों का दर्द ठीक करे
  4. ड्राई आई सिंड्रोम से राहत
  5. न्यूरोपैथिक दर्द करे ठीक

आंखों को रखे स्वस्थ

वर्ष 2015 में हुए एक अध्ययन के अनुसार, आंखों के लिए विटामिन-बी12 जरूरी होता है. इस अध्ययन में पुरुषों और महिलाओं दोनों को शामिल किया गया है. इसमें पता चला कि विटामिन-बी12 एएमडी यानी ऐज-रिलेटेड मैक्युलर डीजेनेरेशन को रोकने में मदद कर सकता है. साथ ही यह भी साबित हुआ है कि जिन लोगों में विटामिन-बी12 की कमी है, उनमें आंखों से जुड़ी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए, आंखों को स्वस्थ रखने के विटामिन-बी12 जरूर लेना चाहिए.

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मैक्युलर डीजेनेरेशन का जोखिम कम

माना जाता है कि विटामिन-बी12 सप्लीमेंट रक्तप्रवाह में होमोसिस्टीन को कम करता है. यह उम्र से संबंधित आंखों में मैक्युलर डीजेनेरेशन के जोखिम को कम करने में मदद कर सकता है. आपको बता दें कि मैक्युलर डीजेनेरेशन एक नेत्र रोग है, जो बुजुर्गों में अंधेपन का कारण बन सकता है, लेकिन विटामिन-बी12 लेने से इस रोग के जोखिम को काफी हद तक रोका जा सकता है.

यह बात एक अध्ययन में साबित हुई है. इसमें 40 वर्ष से अधिक उम्र की 5 हजार महिलाओं पर एक अध्ययन किया गया. इन महिलाओं को विटामिन-बी12, विटामिन-बी6 और फोलिक एसिड की खुराक दी गई. इन महिलाओं में मैक्युलर डीजेनेरेशन का 41 फीसदी जोखिम कम था. अगर इस बीमारी का जोखिम है, तो डॉक्टर की सलाह पर विटामिन-बी6, बी12 और फोलिक एसिड की खुराक ली जा सकती है.

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आंखों का दर्द ठीक करे

कई बार शरीर में विटामिन की कमी होने से आंखों में दर्द व इरिटेशन होने लगती है. ऐसे में विटामिन-बी12 सप्लीमेंट लेना लाभकारी हो सकता है. वर्ष 2017 के एक अध्ययन के अनुसार पोषक तत्वों की कमी से आंखों की गंभीर बीमारी और आंखों में दर्द हो सकता है. अगर किसी को भी आंखों में दर्द हो, तो डॉक्टर की सलाह पर विटामिन-बी12 सप्लीमेंट ले सकते हैं.

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ड्राई आई सिंड्रोम से राहत

विटामिन-बी12 लेने से ड्राई आई सिंड्रोम के लक्षणों में सुधार हो सकता है. वर्ष 2020 के एक अध्ययन में साबित हुआ है कि विटामिन-बी12 कॉर्नियल नर्व लेयर को रिपेयर कर सकता है. इससे ड्राई आई की वजह से होने वाली आंखों की जलन को कम करने में मदद मिल सकती है. ड्राई आई की स्थिति में आमतौर पर 2 हजार माइक्रोग्राम की डोज लेना सुरक्षित माना जा सकता है.

आपको बता दें कि ड्राई आई सिंड्रोम आंखों से जुड़ी एक समस्या है. दरअसल, आंखों में टियर फिल्म होती है. यह आंखों में नमी बनाए रखने में मदद करती है. साथ ही आंखों के लिए एक सुरक्षा कवच के रूप में काम करती है. जब टियर फिल्म में कोई गड़बड़ी आती है, तो ड्राई आई सिंड्रोम के लक्षण महसूस हो सकते हैं. विटामिन-बी12 इन लक्षणों को कम करने में असरदार साबित हो सकता है.

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न्यूरोपैथिक दर्द करे ठीक

कई बार नेत्र संबंधी न्यूरोपैथिक दर्द का भी सामना करना पड़ता है. यह विटामिन-बी12 की कमी के कारण भी हो सकता है. वहीं, अगर विटामिन-बी12 की खुराक ली जाती है, तो नेत्र संबंधी न्यूरोपैथिक दर्द का इलाज किया जा सकता है.

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विटामिन-बी12 हमारी आंखों के लिए जरूरी होता है. विटामिन-बी12 एमिनल प्रोडक्ट्स में अधिक मात्रा पाया जाता है. इसके साथ ही डेयरी प्रोडक्ट्स में भी विटामिन-बी12 होता है. विटामिन-बी12 के स्रोत निम्न प्रकार हैं -

  1. मछली और सेल्फिश
  2. रेड मीट
  3. डेयरी प्रोडक्ट्स
  4. अंडे

मछली और सेल्फिश

अगर आपके शरीर में विटामिन-बी12 की कमी है, तो आप फिश और सेल्फिश को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. 85 ग्राम स्टीम फिश और सेल्फिश में करीब 20.4 माइक्रोग्राम विटामिन-बी12 पाया जाता है.  

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रेड मीट

आप अपनी डाइट में रेड मीट को भी शामिल कर सकते हैं. रेड मीट में काफी अच्छी मात्रा में विटामिन-बी12 पाया जाता है. डाइट में रेड मीट शामिल करने से विटामिन-बी12 की कमी को पूरा किया जा सकता है.

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डेयरी प्रोडक्ट्स

डेयरी प्रोडक्ट्स लेने से भी शरीर में होने वाली विटामिन-बी12 की कमी को पूरा किया जा सकता है. इसके लिए आप गाय के दूध को डाइट में शामिल कर सकते हैं. इसके अलावा, दही और चीज़ से भी विटामिन-बी12 की कमी पूरी हो सकती है.

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अंडे

अंडे में काफी अच्छी मात्रा में विटामिन-बी12 पाया जाता है. एक उबले हुए अंडे में लगभग 0.6 माइक्रोग्राम विटामिन-बी12 होता है. इसलिए, अगर विटामिन-बी12 की कमी है, तो आप एक पूरा अंडा खा सकते हैं.

इनके अलावा, अगर शरीर में विटामिन-बी12 की अधिक कमी पाई जाती है, तो डॉक्टर इसके लिए सप्लीमेंट भी दे सकते हैं. इसके लिए आप माय उपचार का प्राकृतिक स्प्राउट विटामिन-बी12 भी ले सकते हैं.

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विटामिन-बी12 न सिर्फ स्वस्थ शरीर, बालों और त्वचा के लिए जरूरी होता है, बल्कि आंखों के लिए भी एक महत्वपूर्ण विटामिन है. विटामिन-बी12 आंखों को मैक्युलर डीजेनेरेशन से बचा सकता है. साथ ही ड्राई आई सिंड्रोम के लक्षणों में भी कमी कर सकता है. अगर आपके शरीर में विटामिन-बी12 की कमी है, तो आप एमिनल प्रोडक्ट्स को अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं. अगर आप वेजेटेरियल हैं, तो डॉक्टर की सलाह पर विटामिन-बी12 सप्लीमेंट ले सकते हैं.

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