सिर के पीछे दर्द होने के कई कारण हो सकते हैं. इनमें प्राइमरी हेडेक डिसऑर्डर, माइग्रेन व खराब पोश्चर आदि शामिल है. बार-बार होने वाले सिरदर्द के लिए हमेशा डॉक्टर की निगरानी में ही इलाज करवाना चाहिए. सिर के अलग-अलग हिस्सों में होने वाले दर्द को एसिटामिनोफेन जैसी ओवर-द-काउंटर पेन किलर से कम किया जा सकता है. वहीं, तेज सिरदर्द या पुराने सिरदर्द को टाइलेनॉल दवा से कम किया जा सकता है. सिरदर्द के कारणों को ठीक करके सिर के पीछे के दर्द को ठीक किया जा सकता है.

आज इस लेख में आप सिर के पीछे दर्द के कारण व इलाज के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. सिर के पिछले हिस्से में दर्द के कारण
  2. सिर के पिछले हिस्से में दर्द का इलाज
  3. सारांश
सिर के पीछे दर्द के कारण व इलाज के डॉक्टर

सिर के पिछले हिस्से में दर्द होने के कई कारण है. कुछ मामलों में शरीर के अन्य हिस्से में दर्द के कारण सिर के पीछे दर्द होने लगता है. टेंशन टाइप डिसऑर्डर, माइग्रेन, किसी दवा का अधिक इस्तेमाल और कुछ एक्सरसाइज के कारण भी सिर के पिछले हिस्से में दर्द हो सकता है. आइए, सिर के पिछले हिस्से में होने वाले दर्द के कारणों के बारे में विस्तार से जानते हैं -

टेंशन टाइप सिरदर्द

ये आधे घंटे से लेकर 7 दिन तक रह सकता है. टेंशन टाइप सिरदर्द का कारण ज्यादा स्ट्रेस लेनाथकान होनानींद की कमीसाइनस पेन, एक समय का भोजन न करना, खराब बॉडी पोश्चर और पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना हो सकता है. टेंशन टाइप सिरदर्द होने पर मरीज को सिर के पिछले हिस्से में हल्के से लेकर गंभीर दर्द तक हो सकता है. ऐसा सिरदर्द होने पर लाइट और साउंड के प्रति सेंसिटिविटी बढ़ जाती है. भूख कम लगती है, कंधे और कमर के ऊपरी हिस्से में सूजन महसूस होती है और फोकस करने में परेशनी होती है.

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माइग्रेन

बार-बार सिर के पीछे दर्द होने का सबसे अहम कारण माइग्रेन हो सकता है, जोकि कम उम्र में शुरू होता है और उम्र के बढ़ने के साथ अधिक होने लगता है. माइग्रेन 35 से 45 साल की महिलाओं में अधिक देखा जाता है. माइग्रेन होने पर उल्टी, मसल्स में टेंडरनेस और देखने में दिक्कत होने लगती है.

इसके अलावा, सिर के एक हिस्से में तेज दर्द होना, सेंसिटिव स्किन होना, लाइट, शोर और स्मैल की तरफ सेंसिटिव होना, फीजिकल एक्टिविटी के दौरान तीव्र दर्द होना और कुछ घंटों से लेकर कई दिनों तक दर्द रहना. माइग्रेन होने का कारण इमोशनल और फीजिकल स्ट्रेस, मेंस्ट्रुअल या हार्मोंस में बदलाव, एंग्जायटीडिप्रेशन, एनवायरनमेंट और डायटरी चेंज होना, अपर्याप्त नींद इत्यादि हो सकते हैं. कई बार कंट्रासेप्टिव पिल्स जैसी दवाओं के कारण भी माइग्रेन हो जाता है.

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खराब पोश्चर

अगर कोई अक्सर खड़े होते समय या बैठते समय आगे की ओर झुकता है, तो इससे सिर के पीछे की मांसपेशियों में स्ट्रेस, खिंचाव या दबाव पड़ सकता है. गलत या खराब पोश्चर के कारण सिर के पिछले हिस्से सहित बॉडी के अपर पार्ट्स में दर्द महसूस हो सकता है. इस दौरान आप सुस्त महसूस कर सकते हैं.

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पेन किलर का अधिक सेवन

ये समस्या उन लोगों को हो सकती है, जो लंबे समय तक सप्ताह में दो बार या इससे अधिक बार पेनकिलर का सेवन करते हैं. इस कारण सिर के पिछले हिस्से में तेज दर्द होना, एंग्जायटी, इर्रिटेशन होना, थकान, मेमोरी लॉस, फोकस करने में दिक्कत होना और कई बार डिप्रेशन तक हो सकता है.

इतना ही नहीं, इस कारण के चलने सिरदर्द होना, दवा बंद करने के बाद सिरदर्द फिर हो जाना, लगभग रोजाना सिरदर्द रहना, नींद आना, एनर्जी में कमी होना व फीजिकल वीकनेस इत्यादि समस्या हो सकती है.

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ओसीसीपिटल न्यूराल्जिया

ओसीसीपिटल न्यूराल्जिया रेयर कंडीशन है, लेकिन जब ये होती है, तो सिर के पिछले हिस्से में गंभीर दर्द महसूस किया जा सकता है. ये समस्या तब होती है, जब ओसीसीपिटल नसें क्षतिग्रस्त होती हैं. अंडरलाइंग डिजीज, गर्दन में तनाव और कुछ अज्ञात कारण नर्व डैमेज या इर्रिटेशन का कारण बनते हैं. इस कंडीशन में होने वाला सिरदर्द जलन और शूटिंग सेंसेशन के साथ होता है और दर्द सिर के एक हिस्से में बढ़ जाता है.

इस कारण गर्दन का मोमेंट बिगड़ सकता है. लाइट के प्रति सेंसिटिविटी बढ़ जाती है और स्कैल्प में टेंडरनेस आ जाती है. ओसीसीपिटल न्यूराल्जिया आमतौर पर स्पाइन डैमेज, ट्यूमरडायबिटीज के कारण नर्व डैमेज, ब्लड वैसल्स में सूजन और रेयर इंफेक्शन के कारण हो सकता है.

सिर के पिछले हिस्से में होने वाले दर्द के कई और कारण हो सकते हैं, जैसे -

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सिर के पिछले हिस्से में होने वाले दर्द का इलाज कारणों पर निर्भर करता है. आमतौर पर दवाएं, एक्सरसाइज, मसाज व लाइफस्टाइल में बदलाव से दर्द को कम किया जा सकता है. आइए, सिर के पिछले हिस्से में होने वाले दर्द के इलाज के बारे में विस्तार से जानते हैं -

टेंशन टाइप सिरदर्द

इस समस्या को लाइफस्टा‍इल में बदलाव, मसाज और कुछ रिलैक्सिंग टेक्नीक्स जैसे मेडिटेशन से ठीक किया जा सकता है. कई बार कॉग्निटिव बिहेवियरल थेरेपी, फिजिकल थेरेपी या एक्यूपंक्चर से भी ट्रीटमेंट किया जाता है. हालांकि, बार-बार सिरदर्द होने पर डॉक्टर की निगरानी में ट्रीटमेंट किया जाता है. इसके अलावा, कुछ ओवर-द-काउंटर दवाएं, जैसे - एसिटामिनोफेन, इबुप्रोफेन या एस्पिरिन ली जा सकती है. कुछ मामलों में, डॉक्टर एंटीडिप्रेसेंट दे सकते हैं.

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माइग्रेन

डार्क रूम में रेस्ट करने, लाइफस्टाइल में बदलाव करके और हार्मोनल थेरेपी देकर माइग्रेन कम किया जा सकता है. माइग्रेन की फ्रीक्वेंसी को कम करने के लिए डॉक्टर कुछ पेनकिलर जैसे एस्पिरिन और एसिटामिनोफेन लेने को कह सकते हैं. अगर इनसे आराम नहीं आता, तो डॉक्टर एंटी-माइग्रेन ड्रग्स जैसे - ट्रिपटैन दे सकते हैं.

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खराब पोश्चर

खराब पोश्चर को ठीक करके सिर के पिछले हिस्से में होने वाले दर्द को कम किया जा सकता है. इस तरह के दर्द के लिए ओवर-द-काउंटर दवाएं, जैसे - एसिटामिनोफेन भी दी जा सकती है. कुछ मामलों में फीजिकल थेरेपी दी जा सकती है.

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पेन किलर का अधिक सेवन

इस अवस्था में डॉक्टर पूरी तरह से पेन रिलीफ दवाएं बंद कर कर सकते हैं. शुरुआत में सिरदर्द बहुत बिगड़ सकता है, लेकिन धीरे-धीरे स्थिति में सुधार हो सकता है. कुछ गंभीर मामलों में मरीज को पेन रिलीफ मेडिसिन को ब्रेक करने के लिए फीजिकल या बिहेवियरल थेरेपी की जरूरत पड़ सकती है. कई बार पेन रिलीफ दवाओं की आदत को धीरे-धीरे कम करने के लिए डॉक्टर ओपिओइड दे सकते हैं, क्योंकि अचानक दवाओं को रोकना या बंद करना खतरनाक हो सकता है.

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ओसीसीपिटल न्यूराल्जिया

ओसीसीपिटल न्यूराल्जिया के ट्रीटमेंट के दौरान सिर के पिछले हिस्से में दर्द को कम करने के लिए आइस या हीट पैक, रेस्टिंग, मसाज, नेक स्ट्रेथिंग या स्ट्रेचिंग एक्सरसाइज जैसी फीजिकल थेरेपी दी जा सकती है. इसके अलावा, पेनकिलर्स या नॉनस्टेरॉइडल एंटी-इंफ्लेमेटरी दवाएं, जैसे - एस्पिरिन, नेप्रोक्सेन, न्यूरॉन्टिन, लिरिका या ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट जैसी दवाएं दी जा सकती हैं, जो सूजन को कम करती हैं. कुछ दुर्लभ मामलों में नर्व्स के प्रेशर को कम करने या तीव्र दर्द को रोकने के लिए सर्जरी की जा सकती है.

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सिरदर्द होना आम बात है, लेकिन सिर के पिछले हिस्से में दर्द होने से रोजमर्रा के काम प्रभावित हो सकते हैं. सिर के पीछे दर्द कई कारणों से हो सकता है, जैसे - टेंशन टाइप सिरदर्द, माइग्रेन, खराब पोश्चर आदि. ऐसे में सिर के पीछे के दर्द को दूर करने के लिए पेनकिलर, मसाज थेरेपी, एंटी-इंफ्लेमेटी ड्रग्स व एक्सरसाइज से आराम मिल सकता है. कुछ गंभीर मामलों में सर्जरी, एनेस्थीसिया या नर्व्स ब्लॉकेज इंजेक्शंस दिए जा सकते हैं. यदि किसी को बार-बार सिरदर्द होता है, तो डॉक्टर के दिशा-निर्देशों के आधार पर ही ट्रीटमेंट करवाएं.

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