पेशाब बंद होना - Urinary Tract Obstruction in Hindi

written_by_editorial

April 24, 2023

पेशाब बंद होना
पेशाब बंद होना

पेशाब में रुकावट होना आमतौर पर मूत्र पथ के अंगों से संबंधित समस्या होती है। इस स्थिति में पेशाब पूरी तरह से बंद हो जाता है या फिर उसकी मात्रा में थोड़ी बहुत कमी आ जाती है, जो कि स्थिति की गंभीरता और अंदरुनी कारणों निर्भर करता है। पेशाब न आना ही इस स्थिति का मुख्य लक्षण होता है। हालांकि, इसके साथ कुछ अन्य लक्षण भी देखे जा सकते हैं जैसे पेशाब करते समय दर्द होना, बार-बार पेशाब करने का मन करना और अधिक प्यास लगना आदि।

पेशाब बंद होने का कारण अक्सर गुर्दे, मूत्रवाहिनी या मूत्राशय से संबंधी समस्याएं होती हैं। साथ ही स्वास्थ्य संबंधी कुछ अन्य स्थितियां भी हैं, जो इस समस्या का कारण बन सकती हैं जैसे पर्याप्त मात्रा में पानी न पीना आदि। इसके कारण का पता लगाने के लिए मरीज का शारीरिक परीक्षण किया जाता है, जिसमें उसकी शारीरिक जांच के साथ-साथ कुछ टेस्ट भी किए जाते हैं।

पेशाब में रुकावट का इलाज मुख्य रूप से इसके अंदरुनी कारणों के अनुसार किया जाता है। डॉक्टरों का मुख्य लक्ष्य इलाज की मदद से पेशाब के बहाव को फिर से शुरु करना होता है। अंदरुनी कारणों के अनुसार कुछ गंभीर मामलों में इलाज करने के लिए सर्जरी आदि की मदद लेनी पड़ सकती है। यदि समय पर इसका इलाज न किया जाए तो गुर्दे खराब हो सकते हैं।

 

ऑब्सट्रक्टिव यूरोपैथी क्या है - What is Obstructive Uropathy in Hindi

पेशाब बंद होना एक ऐसी समस्या है, जो मूत्र पथ के किसी भी हिस्से के प्रभावित होने पर विकसित हो जाती है। इसे यूरीनरी ट्रैक्ट ऑब्सट्रक्शन और ऑब्सट्रक्टिव यूरोपैथी के नाम से जाना जाता है। इस स्थिति में पेशाब पूरी तरह से बंद हो सकता है या फिर उसके बहाव में कमी आ सकती है, जो अंदरुनी समस्या के प्रकार, गंभीरता और समस्या की जगह पर निर्भर करता है। पेशाब बंद होने की स्थिति एकदम से विकसित हो सकती है या फिर पेशाब धीरे-धीरे करके कम होने लगता है और अंत में बंद हो जाता है।

पेशाब की मात्रा में कमी आने पर ज्यादातर लोगों में किसी प्रकार के कोई लक्षण दिखाई नहीं देते हैं और जब इस स्थिति के कारण शरीर के अंदरुनी अंग प्रभावित हो जाते हैं, तो इस स्थिति का पता चलता है।

(और पढ़ें - बार-बार पेशाब आना)

पेशाब बंद होने के लक्षण - Urinary Tract Obstruction Symptoms in Hindi

पेशाब बंद होने की समस्या एकदम से या फिर धीरे-धीरे विकसित होती है। पेशाब बंद होने पर पेट के एक या दोनों तरफ दर्द होने लगता है। ऑब्सट्रक्टिव यूरोपैथी में होने वाला दर्द हर व्यक्ति के अनुसार अलग-अलग हो सकता है। साथ ही पेशाब बंद होने के लक्षण मुख्य रूप से रोग के प्रकार व गंभीरता पर भी निर्भर करते हैं, उदाहरण के लिए एक या दोनों गुर्दे प्रभावित होने पर दर्द व अन्य लक्षण भी अलग-अलग हो सकते हैं।

बुखार, उल्टी और जी मिचलाना आदि कुछ लक्षण हैं, जो आमतौर पर पेशाब बंद होने के साथ देखे जा सकते हैं। जब पेशाब शरीर से बाहर नहीं जा पाता है, तो वह वापस गुर्दों की तरफ जाने लगता है, जिससे गुर्दों में सूजन, लालिमा व अन्य क्षति होने लगती है।

आपके पेशाब करने की आदत व प्रक्रिया में किसी तरह का बदलाव यूरेटर (मूत्र वाहिनी) में रुकावट होने का संकेत दे सकता है। इनमें निम्न लक्षण देखे जा सकते हैं -

  • पेशाब करने में दिक्कत होना पेशाब की धार कमजोर होना (कभी-कभी थोड़ा-थोड़ा पेशाब टपकना)
  • बार-बार पेशाब करने का मन करना, विशेष रूप से रात के समय (नोक्ट्यूरिया)
  • पेशाब में खून आना

यदि आपकी एक किडनी प्रभावित हुई है या मूत्रवाहिनी में रुकावट हो गई है, तो पेशाब की कुल मात्रा में कमी हो सकती है। यदि दोनो किडनी प्रभावित हुई हैं या दोनो तरफ की मूत्रवाहिनी रुक गई हैं, तो पेशाब की कुल मात्रा गंभीर रूप से प्रभावित हो सकती है।

गर्भ में भ्रूण के पेशाब में रुकावट के लक्षण

गर्भ मे पल रहे भ्रूण के लिए भी ऑब्सट्रक्टिव यूरोपैथी काफी परेशान कर देने वाली स्थिति हो सकती है। गर्भ में पल रहे शिशु का पेशाब बंद होने का सबसे मुख्य संकेत होता है, गर्भ में एम्नियोटिक फ्लूड का स्तर सामान्य से कम हो जाना। पेशाब एम्नियोटिक द्रव का एक भाग होता है। ऑब्सट्रक्टिव यूरोपैथी से ग्रस्त भ्रूण पेशाब को शरीर से बाहर नहीं निकाल पाता है। ऐसी स्थिति में एम्नियोटिक द्रव में कमी आ जाती है और शिशु के जन्म से संबंधित व अन्य घातक स्थितियां पैदा हो जाती हैं। 

डॉक्टर को कब दिखाएं?

यदि आपको लगता है कि आपका पेशाब सामान्य के मुकाबले कम आ रहा है या फिर आपको ऊपर बताए गए लक्षणों में से कोई एक भी महसूस हो रहा है, तो डॉक्टर से इस बारे में बात कर लेनी चाहिए।

पेशाब में अचानक से रुकावट होना गंभीर स्थिति का संकेत हो सकता है, इसलिए जल्द से जल्द डॉक्टर से इस बारे में बात करें।

(और पढ़ें - बुखार की होम्योपैथिक दवा)

पेशाब बंद होने के कारण व जोखिम कारक - Urinary Tract Obstruction Causes in Hindi

जब पेशाब मूत्रपथ होते हुऐ शरीर से बाहर न निकल पाए तो इस स्थिति को पेशाब में रुकावट कहा जाता है। पेशाब बाहर न निकलने पर वह अंदर जमा होने लगता है, जिस कारण से गुर्दे में सूजन होने लगती है। इस स्थिति को हाइड्रोनेफ्रोसिस के नाम से जाना जाता है।

ऑब्सट्रक्टिव यूरोपैथी एक या दोनों गुर्दों को प्रभावित कर सकता है। यह अचानक से या फिर धीरे-धीरे पैदा होता है।

पेशाब बंद होने के सामान्य कारणों में निम्न शामिल हो सकते हैं -

पेशाब बंद होने का खतरा कब बढ़ता है?

मूत्रवाहिनी या किडनी संबंधी समस्याएं के अलावा कुछ अन्य समस्याएं भी हैं, जो पेशाब बंद होने का कारण बन सकती हैं। यदि आप पर्याप्त मात्रा में पानी नहीं पी रहे हैं, तो परिणामस्वरूप पेशाब की मात्रा में कमी आ जाएगी।

कई बार अधिक गर्मी की वजह से शरीर का पानी पूरी नहीं हो पाता है और ज्यादा पसीना आने पर भी अधिक पानी निकलने लगता है, ऐसी स्थिति में भी पेशाब बंद हो सकता है।

(और पढ़ें - एक्सरसाइज में ज्यादा पसीना आना)

SBL Clearstone Drops
₹148  ₹165  10% छूट
खरीदें

पेशाब बंद होने से बचाव - Prevention of Urinary Tract Obstruction in Hindi

पेशाब बंद होने की स्थिति की रोकथाम करने के लिए कोई विशेष उपाय नहीं है। हालांकि, इसका कारण बनने वाली स्थितियां विकसित होने से रोककर यह समस्या होने से भी बचाव किया जा सकता है। इसके अलावा जीवनशैली में सुधार करने से भी पेशाब में रुकावट जैसी समस्याएं होने बचाव किया जा सकता है।

पेशाब बंद होने का परीक्षण - Diagnosis of Urinary Tract Obstruction in Hindi

यदि आपका पेशाब बंद हो गया है, तो डॉक्टर से बात कर लेनी चाहिए। इस स्थिति का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर मरीज के कुछ सवाल पूछ सकते हैं और साथ ही साथ आपके स्वास्थ्य से संबंधी पिछली जानकारी ले सकते हैं। ऑब्सट्रक्टिव यूरोपैथी का परीक्षण करने के लिए निम्न टेस्ट किए जा सकते हैं -

पेशाब बंद होना का इलाज - Urinary Tract Obstruction Treatment in Hindi

ऑब्स्ट्रक्टिव यूरोपैथी का इलाज उसके कारण के अनुसार किया जाता है। मरीज के लक्षणों और परीक्षण के परिणाम के अनुसार इलाज शुरु किया जाता है। पेशाब में रुकावट होने के इलाज का मुख्य लक्ष्य रुकावट को ठीक करके पेशाब के बहाव को फिर से चालू करना होता है। इसके लिए अलग-अलग इलाज प्रक्रियाओं की जरूरत भी पड़ सकती है, जो निर्भर करता है कि मूत्रपथ का कौन सा हिस्सा प्रभावित है या रुकावट किस हिस्से में है। यदि मूत्रपथ के किसी हिस्से में संक्रमण के कारण पेशाब में रुकावट हुई है, तो इसका इलाज करने के लिए एंटीबायोटिक दवाओं का इस्तेमाल किया जाता है।

कुछ गंभीर मामलों में पेशाब बंद होने का इलाज दवाओं से ठीक नहीं हो पाता है, क्योंकि वह अक्सर रुकावट के कारण होता है। ऐसी स्थिति में निम्न इलाज प्रक्रियाओं की मदद ली जाती है -

सर्जरी - यदि पेशाब में रुकावट मूत्रवाहिनी में कैंसर, ट्यूमर, स्कार ऊतक या फिर कहीं पर मांस बढ़ने के कारण हुई है, तो इस स्थिति का इलाज करने के लिए सर्जरी की मदद लेनी पड़ती है। जब मूत्रवाहिनी के प्रभावित भाग से रुकावट को ठीक कर दिया जाता है, तो पेशाब का बहाव फिर से शुरु हो जाता है।

स्टेंट प्लेसमेंट - किडनी या मूत्रवाहिनी की रुकावट वाली जगह पर स्टेंट लगाना सर्जरी की तुलना में काफी सामान्य प्रक्रिया है। इस प्रक्रिया को काफी छोटे चीरे की मदद से कर दिया जाता है। स्टेंट विशेष तारों की जाली से बनी एक ट्यूब होती है, जिसे किडनी या मूत्रवाहिनी के रुकावट वाले हिस्से पर लगाकर खोल दिया जाता है। यदि स्कार ऊतक बनने के कारण पेशाब की रुकावट हुई है, तो स्टेंट लगाना सबसे बेहतर विकल्प हो सकता है।

कैथीटर नाम की एक पतली व लचीली ट्यूब की मदद से मूत्रवाहिनी के प्रभावित हिस्से पर स्टेंट लगा दिया जाता है। इस प्रक्रिया को कैथेटराइजेशन कहा जाता है, जिसे करने के लिए आमतौर पर सुन्न करने वाली दवा का इस्तेमाल भी किया जाता है। कुछ मामलों में मरीज को पूरी तरह से बेहोश भी करना पड़ सकता है।

भ्रूण को ऑब्सट्रक्टिव यूरोपैथी होने पर उसका इलाज -

यदि गर्भ में पल रहे बच्चे का पेशाब बंद हो गया है, तो डॉक्टर उसका इलाज भी कर सकते हैं। ऐसी स्थिति में डॉक्टर गर्भ में पल रहे शिशु के मूत्राश्य में एक शंट या कोई अन्य ड्रेनेज सिस्टम डालेंगे। इसके बाद शंट की मदद मूत्राशय में मौजूद पेशाब एम्नियोटिक सैक (थैली) में आ जाएगा।

गर्भ में पल रहे शिशु के लिए ऐसी प्रक्रिया सिर्फ तब ही की जाती हैं, जब उसका पेशाब बंद होने पर उसकी किडनी क्षतिग्रस्त होने का खतरा अधिक बढ़ जाए। ज्यादातर मामलों में शिशु के पैदा होने के बाद डॉक्टर उनके गुर्दों की कार्य क्षमता में सुधार कर देते हैं और यदि मूत्रवाहिनी में रुकावट है तो उसे भी ठीक कर देते हैं।

ऑब्सट्रक्टिव यूरोपैथी की जटिलताएं - Urinary Tract Obstruction Complications in Hindi

ऑब्सट्रक्टिव यूरोपैथी से गुर्दे स्थायी या फिर कुछ समय के लिए गंभीर रूप से प्रभावित हो सकते हैं। ऐसी स्थिति में कई बार किडनी काम करना कम या पूरी तरह से बंद कर देती है।

यदि मूत्राशय में रुकावट होने के कारण पेशाब बंद हुआ है, ऐसी स्थिति में मूत्राशय में लंबे समय तक क्षति रह सकती है। ऐसी स्थिति में पेशाब पूरी तरह बंद होना या फिर अनुचित समय पर रिसाव होते रहने जैसी समस्याएं विकसित हो सकती हैं।

यदि लंबे समय से पेशाब बंद होने की समस्या हो रही है, तो इससे मूत्र पथ में संक्रमण की समस्या हो सकती है।



पेशाब बंद होना की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Urinary Tract Obstruction in Hindi

पेशाब बंद होना के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।