एपिसियोटोमी एक प्रकार की सर्जरी है, जिसे बच्चे की डिलीवरी करने के लिए किया जाता है। इस सर्जरी प्रोसीजर में सर्जन महिला के पेरिनियल भाग में चीरा लगाते हैं। योनिद्वार और गुदा के बीच के हिस्से को पेरिनियम कहा जाता है। ऐसा आमतौर पर इसलिए किया जाता है, ताकि योनिद्वार बड़ा हो जाए और बच्चा आसानी से जन्म ले सके। एपिसियोटोमी कई अलग-अलग स्थितियों के कारण की जा सकती है, जैसे यदि बच्चा गर्भ में अपनी जगह से हिल गया हो या फिर महिला प्रसव के दौरान जोर लगाते-लगाते थक चुकी हो।
एपिसियोटोमी में जिस हिस्से की सर्जरी की जानी है, वहां पर लोकल एनेस्थीसिया का इंजेक्शन लगाया जाता है। यदि प्रसव के दौरान एपिड्यूरल एनेस्थीसिया दिया गया है, तो हो सकता है कि लोकल एनेस्थीसिया की आवश्यकता न पड़े। बच्चे की डिलीवरी होने के बाद चीरे वाले हिस्से को बंद करके टांके लगा दिए जाते हैं। डॉक्टर सर्जरी के दौरान और बाद में दर्द को कम करने के लिए दर्द निवारक दवाएं देते हैं, जिन्हें डॉक्टर की निर्देशों के अनुसार ही लेना चाहिए। साथ ही महिला को सर्जरी के बाद बर्फ की सिकाई करने और गर्म पानी में नहाने की सलाह दी जाती है, जिससे सर्जरी के बाद होने वाली तकलीफ से आराम मिलता है।
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