चाय प्राचीन आयुर्वेद से उत्पन्न हुई है। चाय सुगन्धित और गर्म मीठा पेय होने के अलावा कई स्वास्थ्य लाभों के लिए भी जानी जाती है। चाय हर जगह पर अलग अलग मसालों के साथ विभिन्न रूप में बनाई जाती है। मसाले चाय को सुखदायक बनाने और ताज़ा स्वाद प्रदान करने का काम करते हैं।
मसाला चाय में अनगिनत औषधीय गुण होते हैं जो सदियों से लोकप्रिय रहे हैं। तो चलिए मसाला चाय के स्वास्थ्य लाभ और औषधीय प्रयोगों के बारे में जानते हैं -
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मसाला चाय के फायदे - Indian masala chai benefits in hindi
- मसाला चाय के फायदे बढ़ाए एनर्जी - Masala chai gives energy in hindi
- मसाला चाय के लाभ बढ़ाए पाचन शक्ति - Masala tea for digestion in hindi
- मसाला टी का उपयोग सूजन के लिए - Masala tea benefits for inflammation in hindi
- मसालेदार चाय दूर करे सर्दी खांसी - Masala chai for cold in hindi
- मसाले वाली चाय के लाभ कैंसर में - Spiced tea mix for cancer in hindi
- मसाला चाय का उपयोग हृदय समस्या के लिए - Indian masala tea health benefits for heart in hindi
- मसाला चाय पीने के फायदे दूर करे दर्द - Spices tea used for pain in hindi
- मसाला टी पीने के फायदे मधुमेह में - Masala tea for diabetes in hindi
- मसाला चाय के हानिकारक प्रभाव - Indian masala tea side effects in hindi
- मसाला चाय बनाने की विधि - Masala chai banane ki vidhi in hindi
मसाला चाय के फायदे - Indian masala chai benefits in hindi
मसाला चाय के फायदे बढ़ाए एनर्जी - Masala chai gives energy in hindi
मसाला चाय शरीर को पुनः शक्ति प्रदान करने का कम करती है और अवसाद से लड़ने में मदद करती है। चाय में कैफीन पाई जाती है जो चिंता और अवसाद को दूर करने में मदद करता है। इसके कारण अवसाद रोगी में ऊर्जा और जीवन शक्ति की भावना बढ़ती है।
मसाला चाय हर जगह आसानी से उपलब्ध होती है। इसलिए जो लोग ख़राब मूड और अवसाद से पीड़ित हैं, वे इसका उपयोग घरेलू उपचार के रूप में कर सकते हैं। चाय में मसाले के रूप में इलायची को डालने से अवसाद की भावनाओं को कम करने में मदद मिलती है।
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मसाला चाय के लाभ बढ़ाए पाचन शक्ति - Masala tea for digestion in hindi
मसाला चाय पाचन शक्ति को बढ़ाती है और सभी प्रकार के पाचन विकारों को नष्ट करने में मदद करती है। मसाला चाय में इस्तेमाल होने वाले मसाले पाचन सम्बन्धित समस्यायों में फायदेमंद होते हैं। आयुर्वेद मुख्यतः पाचन तंत्र से जुड़ी समस्याओं का इलाज करने के लिए मसाला चाय के सेवन के लिए कहता है। मसाला चाय में उपयोग होने वाला प्रत्येक मसाला पाचन रोग से निपटने में मदद करते हैं जो इस प्रकार हैं -
- अदरक पेट के लिए सुखदायक प्रभाव देता है। (और पढ़ें – पाचन क्रिया सुधारने के आयुर्वेदिक उपाय)
- लौंग और काली मिर्च अग्न्याशय में पाचन एंजाइमों के स्राव को बढ़ा कर पाचन प्रक्रिया को बढ़ाने में मदद करते हैं।
- दालचीनी संभावित रूप से मतली और दस्त को रोकने और पेट को शांत और ठंडा रखने में मदद करती है।
- पिप्पली पाचन स्राव को बढ़ाने तथा आमाशय रस और पाचन को संतुलित रखने में मदद करती है।
- इसलिए भोजन के बाद मसाला चाय का सेवन पाचन बूस्टर के रूप में कार्य कर सकता है।
मसाला टी का उपयोग सूजन के लिए - Masala tea benefits for inflammation in hindi
मसाला चाय में व्यापक रूप से एंटी-इंफ्लेमेटरी यानी सूजन को काम करने वाले गुण पाए जाते हैं। मसाला चाय का नियमित उपयोग इसमें उपयोग होने वाले मसाले के गुणों को बढ़ाने में मदद करता है।
विभिन्न मेडिकल पत्रिकाओं के अनुसार अदरक को हर्बल विकल्प के रूप में एंटी-इंफ्लेमेटरी दवा के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। यह ज्यादातर गठिया से जुड़े सूजन के उपचार में प्रयोग किया जाता है। लौंग में पाया जाने वाला मुख्य घटक जिसे यूजेनॉल के रूप में जाना जाता है, यह भी सूजन से राहत देने में मदद करता है। सूत्रों ने अनुसार दालचीनी में भी एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पाया जाता है।
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मसालेदार चाय दूर करे सर्दी खांसी - Masala chai for cold in hindi
मसाला चाय में उपयोग होने वाले मसाले प्रतिरक्षा को मजबूत करने में मदद करते हैं। मसाला चाय में मौजूद अदरक और इलायची दोनों प्रतिरक्षा प्रणाली को बढ़ाने और सामान्य बीमारी जैसे सर्दी खांसी को दूर करने में मदद करते हैं।
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मसाले वाली चाय के लाभ कैंसर में - Spiced tea mix for cancer in hindi
मसाला चाय में शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट होते हैं जो मुक्त कणों द्वारा कोशिकाओं और ऊतकों की क्षति को रोकने में मदद करते हैं। मसाला चाय में अदरक, इलायची और काली मिर्च होते हैं जो इसके एंटी-ऑक्सीडेशन महत्व को बढ़ाते हैं। इस कारण मसाला चाय कैंसर के उपचार में भी मदद करती है। अदरक कोलोरेक्टल कैंसर के विरूद्ध शरीर की सुरक्षा करता है और डिम्बग्रंथि के कैंसर का संभावित उपचार करने में मदद करता है। इलायची में भी एंटी-ऑक्सीडेशन गुण होते है जो नॉन मेलेनोमा त्वचा कैंसर को रोकने में मदद करते हैं।
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मसाला चाय का उपयोग हृदय समस्या के लिए - Indian masala tea health benefits for heart in hindi
मसाला चाय रक्तचाप को कम करने में भी मदद करती है जिससे शरीर को हृदय की समस्या से दूर रखा जा सकता है। काली मिर्च में मौजूद पिपरीन (piperine) नामक सक्रिय एंटीऑक्सीडेंट कोशिकाओं और ऊतकों में ऑक्सीडेटिव क्षति को रोकने में मदद करता है।
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मसाला चाय पीने के फायदे दूर करे दर्द - Spices tea used for pain in hindi
मसाला चाय में मौजूद अदरक और दालचीनी हार्मोनल असंतुलन को संतुलित करने में मदद करते हैं और पीएमएस से जुड़ी दर्द और असुविधा को कम करने में मदद करते हैं।
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मसाला टी पीने के फायदे मधुमेह में - Masala tea for diabetes in hindi
मसाला चाय में मौजूद मसाले रक्त शर्करा के स्तर को नियमित करने में मदद करते हैं और मसाला चाय टाइप 2 मधुमेह को होने से रोकती है।
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मसाला चाय के हानिकारक प्रभाव - Indian masala tea side effects in hindi
आपको दुकान से मसाला चाय खरीदते समय सावधानी बरतनी चाहिए क्योंकि इसमें बड़ी मात्रा में जड़ी-बूटियों का मिश्रण होता है। यह भी सम्भव हो सकता है कि अगर आप इन जड़ी-बूटियों या मसालों में से कुछ का उपयोग दैनिक जीवन में नहीं कर रहे हैं तो ये आपके लिए निम्लिखित समस्याएं पैदा कर सकती हैं - मसाला चाय में मौजूद किसी भी घटक से आपको एलर्जी हो सकती है, सीने में जलन या एसिडिटी हो सकती है, खट्टी डकार की समस्या हो सकती है, अलसर हो सकता है, बड़ी आंत में अलसर हो सकता है और मुँह में छाले भी हो सकते हैं
मसाला चाय में उपयोग होने वाले मसाले आधुनिक दवाओं के प्रभाव पर असर डाल सकते हैं। इसलिए आधुनिक दवाइयों के साथ मसाला चाय का उपयोग करने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
मसाला चाय बनाने की विधि - Masala chai banane ki vidhi in hindi
सामग्री -
- 1/2 चम्मच दार्जिलिंग काली चाय पत्ती
- 2-6 इलायची के बीज
- 1 - 2 लौंग
- 1 इंच दालचीनी
- एक चुटकी काली मिर्च
- एक चुटकी पिप्पली
- आधा इंच ताज़ा अदरक
- 2 कप दूध
- 2 चम्मच चीनी
विधि -
- सबसे पहले आप चाय बनाने के लिए एक बर्तन लें।
- अब आप बर्तन में दो कप दूध डाल कर इसे स्टोव पर रखें।
- जब दूध गर्म हो जाए तो उसमें अपनी चाय पत्ती और अन्य मसाले डालें।
- अब दो चम्मच चीनी डालें और अच्छी तरह चम्मच से हिलाएं। (और पढ़ें – हर्बल चाय के फायदे)
- अब चाय को तब तक उबलने दें जब तक चाय पत्ती और मसालों के गुण इस चाय में न आ जाएँ।
- अब स्टोव बंद कर के किसी कप में चाय को छान लें और इसके मीठे स्वाद और गुणों का आनंद लें।