स्लीपिंग डिसऑर्डर को इंसोमनिया भी कहा जाता है. यह नींद आने की समस्या है. ऐसे में मरीज की स्थित को देखते हुए डॉक्टर नींद की दवा दे सकते हैं, जिसे ट्रैंक्विलाइजर, स्लीपिंग मेडिसीन या स्लीपिंग एड्स के नाम से जाना जाता है. डॉक्टर द्वारा सुझाई जाने वाली आम नींद की गोलियों में एमाजेपम, सिलेनोर व रोजेरेम आदि हैं. इन गोलियों के सेवन से कुछ समय के लिए नींद से जुड़ी समस्याओं का समाधान हो जाता है, लेकिन लंबे समय तक इन गोलियों के सेवन से डायरिया, कब्ज और मसल्स में कमजोरी जैसी समस्याएं भी हो सकती है.

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आज इस लेख में आप जानेंगे कि नींद की गोली के फायदे व नुकसान क्या-क्या हैं -

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  1. नींद की गोलियों के नाम व दाम
  2. नींद की गोली के फायदे
  3. नींद की गोली के नुकसान
  4. सारांश
  5. नींद की गोली के फायदे व नुकसान के डॉक्टर

बाजार में विभिन्न प्रकार की नींद की गोलियां उपलब्ध हैं. इसमें बेंजोडायजेपाइन व डोक्सेपिन (सिलेनोर) गोलियां प्रमुख हैं. ये गोलियां मेडिकल स्टोर से सिर्फ डॉक्टर का पर्चा दिखाने पर ही मिलती हैं. आइए, इन गोलियों के बारे में विस्तार से जानते हैं -

  1. बेंजोडायजेपाइन
  2. एंटीडिप्रेसेंट्स
  3. डोक्सेपिन (सिलेनोर)
  4. रमेल्टेओन (रोजेरेम)
  5. बेल्सोमरा ड्रग

बेंजोडायजेपाइन

ये प्रभावकारी नींद की गोलियां हैं, जिसमें एमाजेपम (रेस्टोरिल) व अन्य गोलियों शामिल हैं. ये नींद आने से संबंधित समस्याओं को ठीक करने में प्रभावी हैं. लंबे समय तक इसके सेवन से नशे की लत लग सकती है और याददाश्त के प्रभावित होने की आशंका रहती है. ऐसे में बिना डॉक्टर की सलाह पर ये दवाएं न लें. मेडिकल स्टोर वाले भी बिना डॉक्टर की पर्ची के ये दवा नहीं देते हैं. इसकी 5 एमजी की एक डोज 19 रुपये से लेकर 95 रुपये तक हो सकती है.

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एंटीडिप्रेसेंट्स

कुछ एंटीडिप्रेसेंट दवाएं, जैसे ट्रैजोडोन (डेसीरेल) आदि नींद न आने की समस्या का इलाज करने में मदद कर सकती हैं. इस दवा के सेवन से चिंता भी कुछ हद तक कम हाे सकती है.

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डोक्सेपिन (सिलेनोर)

डोक्सेपिन उन लोगों को दी जाती है, जिन्हें पूरी नींद लेने में किस तरह की समस्या आती है. सिलेनोर हिस्टामाइन रिसेप्टर्स को अवरुद्ध करके पर्याप्त नींद लाने में मदद करती है. इसकी 10 गोलियों की एक स्ट्रिप 600 रुपये से लेकर 2000 रुपये तक में उपलब्ध है.

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रमेल्टेओन (रोजेरेम)

रमेल्टेओन दूसरों की तुलना में अलग तरह से काम करती है. यह सोने और जागने के सर्कल को संतुलित करने का काम करती है. इसे डॉक्टर की सलाह पर लंबी अवधी के लिए उपयोग किया जा सकता है.

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बेल्सोमरा ड्रग

एक और नींद की गोली है बेल्सोमरा. इस दवा से भी नशे की लत लगने की आशंका कम होती है. बेल्सोमरा ड्रग 20 एमजी की 10 गोलियों की एक स्ट्रिप की कीमत 500 रुपये के आसपास होती है.

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नींद की गोलियां नींद की समस्याओं, जैसे - नींद न आने, रात में नींद खुल जाने का इलाज करने के लिए दी जाती हैं. नींद की गोलियां खाने के फायदों के बारे में नीचे विस्तार से बताया गया है -

  1. नींद में सहायक
  2. तनाव करे कम
  3. शरीर को करे रिलैक्स

नींद में सहायक

शोधों से पता चलता है कि नींद की गोलियां लेने वाले लोग बिना दवा वाले लोगों की तुलना में लगभग 8 से 20 मिनट पहले तेजी से सो जाते हैं.

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तनाव करे कम

आमतौर ये गोलियां डॉक्टर की सलाह पर कम समय के लिए ही ली जाती हैं. इससे दवा के सेवन से नींद में सुधार होने के साथ-साथ तनाव भी कम होता है.

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शरीर को करे रिलैक्स

कुछ लोग सोने में मदद करने के साथ ही शरीर को रिलैक्स करने के लिए भी इस दवा का सेवन करते हैं. इस दवा को लेने से नींद तो पूरी होती है, साथ ही शरीर की थकावट भी कम होती है.

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अनिंद्रा की समस्या को दूर करने वाली दवाओं के सेवन से कुछ प्रकार की समस्याएं भी होती हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है. इनमें से कोई भी समस्या होने पर तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए. आइए, इन समस्याओं के बारे में जानते हैं -

नींद की गोली को कुछ गंभीर दुष्प्रभाव भी हो सकते हैं, जिनके बारे में नीचे बताया गया है -

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नींद की गोलियों को नींद संबंधी समस्याओं, तनाव को कम करने और शरीर को रिलैक्स करने के लिए दिया जाता है. डॉक्टर अलग-अलग समस्याओं के आधार पर नींद की गोलियों की खुराक निर्धारित करते हैं, लेकिन लंबे समय तक नींद की गोलियों के सेवन से कब्ज की समस्या, नींद में चलने की समस्या व याददाश्त में कमी आदि हो सकती है.

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