महिला के प्राइवेट पार्ट में खुजली होने की समस्या उनके लिए असहज स्थिति पैदा कर देती है. इसका असर उनके दिनभर के काम पर पड़ता है. योनि में खुजली गर्मियों के मौसम में अधिक पसीना आने या फिर किसी चीज से एलर्जी के कारण हो सकती है. यह योनि में संक्रमण की ओर भी इशारा कर सकती है, जिसे यीस्ट इन्फेक्शन या फिर बैक्टीरियल वेजिनोसिस कहा जाता है.

ऐसे में कुछ एलोपैथिक दवाओं व क्रीम का इस्तेमाल करके इस समस्या से छुटकारा पाया जा सकता है. क्लोट्रिमेजोल क्रीम, वैजिस्टैट-1 व फ्लुकोनाजोल टेबलेट जैसी दवाइयां खुजली से छुटकारा दिला सकती है.

आज इस लेख में आप महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में होने वाली खुजली के लिए क्रीम व दवा के बारे में जानेंगे -

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  1. महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में खुजली के लिए क्रीम
  2. महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में खुजली के लिए दवा
  3. सारांश
महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में खुजली की क्रीम व दवा के डॉक्टर

स्किन इन्फेक्शनफंगस ग्रोथ, एलर्जीसेक्सुअली ट्रांसमिटेड डिजीज व मेनोपॉज आदि के कारण महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में खुजली, जलन व रेडनेस हो सकती है. इसके लिए कई तरह की क्रीम और जेल जैसे लोट्रिमिन व वैजिस्टैट-1 आदि का उपयोग किया जा सकता है. आइए, महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में होने वाली खुजली को ठीक करने वाली क्रीम के बारे में विस्तार से जानते हैं -

महिलाओं के स्वास्थ के लिए लाभकारी , एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन जैसे हार्मोंस को कंट्रोल करने , यूट्रस के स्वास्थ को को ठीक रखने , शरीर के विषाक्त पदार्थों को बाहर निकाल कर सूजन को कम करने में लाभकारी माई उपचार आयुर्वेद द्वारा निर्मित अशोकारिष्ठ का सेवन जरूर करें ।  

क्लोट्रिमेजोल - Clotrimazole

क्लोट्रिमेजोल एक एंटी-फंगल क्रीम है. यह क्रीम फंगस के विकास को रोकती है. प्राइवेट पार्ट में होने वाले फंगल व स्किन इन्फेक्शन में यह कारगर साबित होती है. इस दवा से युक्त बाजार में कई तरह की क्रीम मिलती है, जिनका उपयोग किया जा सकता है. इस क्रीम का उपयोग एथलीट फुटजॉक खुजलीदाद व कैंडिडिआसिस जैसे स्किन इन्फेक्शन के लिए भी किया जाता है. इस दवा से युक्त बाजार में मिलने वाली कुछ क्रीम हैं - लोट्रिमीन और माईसेलेक्स.

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मिकोनाजोल - Miconazole

मिकोनाजोल क्रीम स्किन फंगल ग्रोथ को रोककर इंफेक्शन को खत्म करती है, जिससे खुजली और जलन से छुटकारा मिल जाता है. यह क्रीम, पाउडर व स्प्रे लिक्विड के साथ-साथ लोशन के रूप में भी मिलती है. आमतौर पर स्किन इन्फेक्शन जैसे दाद व एथलीट फुट आदि फंगल इन्फेक्शन के इलाज में भी इसका उपयोग किया जाता है. इस दवा से युक्त बाजार में मिलने वाली कुछ क्रीम हैं - मोनिस्टेट और मिकाटिन.

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टियोकोनाजोल - Tioconazole

टियोकोनाजोल को एंटी-फंगल क्रीम माना जाता है, जो इमिडाजोल कैटेगरी में आती है. यह क्रीम फंगल या यीस्ट इन्फेक्शन के इलाज के लिए प्रयोग की जाती है. यह एक ब्रॉड स्पेक्ट्रम एंटी-फंगल एजेंट है, जो बीमारी फैलाने वाले माइक्रो-ऑर्गनिज्म के विकास को रोकता है. यह वल्वोवागिनल कैंडिडिआसिस का उपचार करने लिए कारगर क्रीम है. इस दवा से युक्त बाजार में मिलने वाली क्रीम है - वैजिस्टैट-1.

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बुटोकोनाजोल - Butoconazole

बुटोकोनाजोल भी एक प्रकार की एंटी-फंगल क्रीम है, जो वजाइनल इन्फेक्शन के लिए उपयोग होता है. यह क्रीम वजाइना में यीस्ट इन्फेक्शन के लिए उपयोग होती है. यह क्रीम वजाइना में होने वाले जलन व रेशेज का उपचार करती है. यह क्रीम बैक्टीरिया को बढ़ने से रोकती है, जो स्किन में खतरनाक बैक्टीरिया को पैदा करता है. इस दवा से युक्त बाजार में मिलने वाली क्रीम है - गाइनाजोल-1.

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टेरकोनाजोल - Terconazole

टेरकोनाजोल भी एंटी-फंगल क्रीम की श्रेणी में आती है, जिसका उपयोग यीस्ट इन्फेक्शन व कैंडिडा यीस्ट के लिए किया जाता है. इस दवा से युक्त बाजार में मिलने वाली क्रीम है - टेराजोल.

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स्टेरॉयड क्रीम - Steroid Cream

इन्फेक्शन के बहुत गंभीर हो जाने पर खुजली, सूजन और रेडनेस कम करने के लिए स्टेरॉयड युक्त स्किन क्रीम इस्तेमाल की जाती है. आमतौर पर इनमें हाइड्रोकार्टिसोन नामक स्टेरॉयड का इस्तेमाल होता है. इससे सूजन व रेडनेस कंट्रोल हो जाती है.

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महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में खुजली के कारणों को कम करने के लिए क्रीम के साथ-साथ कुछ टेबलेट भी मिलती हैं. आमतौर से काफी गंभीर इन्फेक्शन या अगर किसी कारण से प्राइवेट पार्ट पर क्रीम न लगाई जा सके, तो उस मामले में टेबलेट से इलाज किया जा सकता है. ब्रेकसाफेमे जैसी दवाओं का प्रयोग करके खुजली और जलन को कम किया जा सकता है. आइए, इन दवा के बारे में विस्तार से जानते हैं -

आईब्रेक्सफनगेर्प - Ibrexafungerp

आईब्रेक्सफनगेर्प दवाई इन्फेक्शन फैलाने वाले फंगस को खत्म करके प्राइवेट पार्ट में होने वाली खुजली, जलन और रेशेज को कम करती है. ब्रेकसाफेमे इसी दवा से युक्त एक गोली है, जिसे दिन में दो बार लिया जा सकता है.

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फ्लुकोनाजोल - Fluconazole

फ्लुकोनाजोल दवा पूरे शरीर में मौजूद फंगस और यीस्ट को मार देती है, जिससे इन्फेक्शन से छुटकारा मिलता है. डाईफ्लूकान ऐसे ही एक दवा है, जिसकी दिनभर में सिर्फ एक गोली ही ली जाती है और समस्या से छुटकारा मिल जाता है.

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मैट्रोनिडाजोल - Metronidazole

यह एक एंटी-बैक्टीरियल और एंटी-फंगल दवा है. मैट्रोनिडाजोल बीमारी फैलाने वाले माइक्रो-ऑर्गेनिज्म के विकास को रोकती है, जिससे इन्फेक्शन कम हो सकता है.

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क्लींडामाइसिन - Clindamycin

क्लींडामाइसिन एक एंटी-बायोटिक दवा है, जिसका प्रयोग खासतौर से बैक्टीरिया से होने वाले इन्फेक्शन के इलाज के लिए किया जाता है.

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टिनिडाजोल - Tinidazole

टिनिडाजोल एक ब्रॉड स्पेक्ट्रम एंटी-माइक्रोबियल एजेंट है, जिसे बैक्टीरिया व प्रोटोजोया इन्फेक्शन के उपचार के लिए उपयोग किया जाता है.

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महिलाओं के प्राइवेट पार्ट में होने वाली खुजली के लिए सिर्फ घरेलू उपचार का प्रयोग करके उसे लंबे समय तक सहना नहीं चाहिए. डॉक्टर से सलाह लेकर अपनी स्थिति देखते हुए क्रीम या गोली का उपयोग करना चाहिए. एंटी-फंगल क्रीम, एंटी-माइक्रोबियल, एंटी-बायोटिक दवाओं और क्रीम का प्रयोग करके इस समस्या से आसानी से छुटकारा पाया जा सकता है. बस दवाई का प्रयोग करते समय किसी भी तरह के साइड इफेक्ट का ध्यान रखना चाहिए.

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