काला जीरा को ब्लैक क्यूमिन, ग्रेट पिगनट (Great pignut), सॉइल चेस्‍टनट (Soil chestnut) और बुनियम बल्बोकैस्टेनम (Bunium bulbocastanum) भी कहा जाता है, लेकिन ये काला जीरा के नाम से अधिक मशहूर है. काला जीरा एपियासी (Apiaceae) परिवार का है. यह पौधा उत्तरी अफ्रीका, दक्षिण पूर्वी यूरोप और दक्षिणी एशिया में पाया जाता है. काला जीरा का पौधा लगभग दो फीट लंबा होता है और सफेद फूलों के साथ उगता है.

काला जीरा के पौधे के सभी भागों का उपयोग होता है. इसकी जड़ें जो कि खाने में इस्‍तेमाल होती हैं, का स्वाद नारियल की तरह होता है, जबकि इसकी पत्तियों को जड़ी-बूटियों के रूप में इस्तेमाल किया जा सकता है. काला जीरा के बीज बहुत कीमती होते हैं. आज इस लेख में हम काला जीरा के फायदे और नुकसान के बारे में जानेंगे.

  1. काला जीरा के फायदे - Benefits of black cumin in Hindi
  2. काला जीरा के नुकसान - Side effects of kala jeera in Hindi
  3. सारांश - Takeaway
काला जीरा के फायदे और नुकसान के डॉक्टर

काला जीरा (बनियम बुल्बोकैस्टेनम) का उपयोग भारतीय और पाकिस्तानी रसोईघर के बाहर शायद ही कभी होता हो. काले जीरे को कभी पिसकर इस्‍तेमाल नहीं किया जाता. काले जीरे का उपयोग ट्रेडिशनल मेडिसन में सूखा या आवश्यक तेलों में रूप में किया जाता है.

काले जीरा पर बहुत शोध नहीं हुआ है, लेकिन कुछ शोध बताते हैं कि इसका जड़ी-बूटी के रूप में कई उपचारों में उपयोग हो सकता है.

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चलिए जानते हैं काला जीरा के फायदे और नुकसान के बारे में.

इंफेक्शन को कर सकता है कंट्रोल

काला जीरा को एंटी-बैक्‍टीरियल ड्रग के रूप में इस्‍तेमाल करने के लिए शोधकर्ता अभी इस पर शोध कर रहे हैं. खासतौर पर स्टैफिलोकोकस ऑरियस (staphylococcus aureus) नामक बैक्टीरिया से लड़ने में मदद के लिए. ये बैक्‍टीरिया त्वचा और कोमल टिश्‍यूज के इंफेक्‍शन का प्रमुख कारण है. ये इंफेक्‍शन अक्सर वैनकोमाइसिन-प्रतिरोधी (vancomycin-resistant) और मेथिसिलिन-प्रतिरोधी (एमआरएसए) (methicillin-resistant (MRSA)) होते हैं, जिसका मतलब ये है कि इन पर एंटीबायोटिक दवाओं का कोई असर नहीं होता. ऐसे में काला जीरा का अल्टरनेटिव ट्रीटमेंट बहुत फायदेमंद होगा.

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कैंसर

ऑक्सीडेटिव तनाव को रोकने में एंटीऑक्सिडेंट की महत्वपूर्ण भूमिका होती है, जिसे कैंसर का एक प्रमुख कारण माना गया है. काले जीरे को संभावित कैंसर से लड़ने वाले प्रभावों के साथ एक एंटीऑक्सिडेंट के रूप में देखा गया है. रिसर्च में काला जीरा ( बुनियम बल्बोकैस्टेनम) के ऐक्वीअस फ्रैक्‍शन (aqueous fraction) में  एंटीऑक्सीडेंट और एंटीकैंसर गुण देखे गए हैं. हालांकि अभी इस पर अधिक शोध की आवश्‍यकता है.

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डायबिटीज

यह बढ़े हुए ग्लूकोज स्तर को नियंत्रित करता है. कुछ शोधों के अनुसार, ब्लैक क्यूमिन में एंटीऑक्सीडेंट गुण होते हैं जो उम्र बढ़ने और कोशिका ब्रेकडाउन को रोकने के लिए सेल फ़ंक्शन में सुधार करने का काम कर सकते हैं. इतना ही नहीं, काला जीरा डायबिटीज की जटिलताओं, ऑक्सीकरण (Oxidation) और ग्लाइसेशन (Glycation) के कारण उम्र बढ़ने के प्रभाव को कम करने में प्रभावी साबित हो सकता है. ये प्रक्रियाएं हमारी कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाती हैं और कई मेडिकल कंडीशंस में योगदान करती हैं.

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हार्ट वस्‍कुलर डिजीज़ के खतरे को करता है कम

काला जीरा शरीर में कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बनाए रखने में मदद करता है. यह कार्डियोवैस्कुलर सिस्टम के लिए बहुत अच्छा है. काले जीरे के तेल पर लिनोलिक एसिड (linoleic acid) के उच्च स्तर के लिए रिसर्च की जा रही है. लिनोलिक एसिड हमारी डायट में महत्वपूर्ण पॉलीअनसेचुरेटेड फैटी एसिड (polyunsaturated fatty acids) में से एक है. लिनोलिक एसिड हार्ट वैस्कुलर डिजीज़ (heart vascular diseases) के जोखिम को कम करने के लिए जाना जाता है. अपने दैनिक आहार में काले जीरे के तेल को शामिल करने से पहले डॉक्‍टर की परामर्श अवश्‍य लें.

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पेट की समस्‍याओं को करता है दूर

आयुर्वेद में काले जीरा का उपयोग पेट से संबंधित कुछ समस्याओं के लिए किया जाता है. इसे ऊर्जा देने वाला माना जाता है. इसमें ऐंठन, कार्मिनेटिव (carminative), लैक्टेशन एनर्जाइज़र (lactation energizer) और दर्द निवारक गुण मौजूद हैं. इसलिए काले जीरे का उपयोग आंतों के ढीलेपन, अपच, बुखार, पेट में दर्द, बवासीर और हिचकी को दूर करने में किया जाता है. कई दिनों से हो रहे पेट दर्द से छुटकारा दिलाने में भी ये मदद करता है.

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एनीमिया में कारगर

खून की कमी वाले लोगों के लिए काला जीरा फायदेमंद होता है. काला जीरा आयरन का बड़ा स्रोत है. आयरन की कमी को दूर करने के लिए काले जीरे का सेवन कर सकते हैं.

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काला जीरा के अन्‍य स्वास्थ्य लाभ

काला जीरा के अन्‍य फायदे –

  • काला जीरा त्वचा और बालों के लिए बेहद फायदेमंद होता है.
  • काले जीरे को रोजाना खाने से शरीर का आंतरिक तापमान मेंटेन रहता है. वहीं पका हुआ काला जीरा खाने से भी बुखार में आराम मिलता है.
  • काला जीरा शरीर में मौजूद सुरक्षित कोशिकाओं को मजबूत कोशिकाओं में बदलकर इम्‍यून सिस्‍टम की समस्याओं को कम करने में उपयोगी है. यह कमजोरी और थकान को दूर करता है,
  • यह अस्थमा, पर्टुसिस (pertussis), ब्रोंकाइटिस (bronchitis) जैसी संवेदनशील सांस की बीमारियों में फायदेमंद है. काले जीरे का सेवन पिग इन्फ्लुएंजा (pig influenza) और वायरल जैसे बुखार के इलाज में भी सहायक होता है.
  • काला जीरा बलगम और बंद नाक के लिए एक इनहेलर के रूप में काम करता है.
  • ये भूख और पाचन में मदद करता है.
  • मासिक धर्म की परेशानियों को दूर करता है.
  • गैस बनने की समस्‍या में आराम मिलता है.
  • वजन कम करने में मदद करता है.
  • गर्भाशय की मांसपेशियों को आराम देने में मदद करता है.
  • लैक्टेशन बढ़ाता है.

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काले जीरा के नुकसान -

  • यदि आपको हाई ब्‍लड प्रेशर की समस्‍या है तो काला जीरा अधिक मात्रा में ना लें, अन्‍यथा ये हाई ब्लड प्रेशर की दवा के असर को कम कर देता है.
  • किडनी में सूजन है तो काला जीरा का सेवन ना करें.
  • गर्भावस्था और स्तनपान के समय में बहुत अधिक मात्रा में काले जीरे का सेवन ना करें. इसके सेवन से पहले डॉक्‍टर से परामर्श कर लें.
  • अधिक मात्रा में काले जीरे के सेवन से रक्तस्राव का खतरा बढ़ सकता है.
  • काले जीरे के सेवन से हाइपोग्लाइसीमिया (hypoglycemia) यानि ब्लड शुगर लेवल कम हो सकता है.
  • किसी भी प्रकार की सर्जरी से कम से कम 2 सप्ताह पहले काले जीरे का उपयोग ना करें.

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काला जीरा में कार्मिनेटिव (carminative),ऐन्टीस्पैज़्माडिक (antispasmodic), एंटी माइक्रोबॉयल जैसे कई औषधीय गुण होते हैं. ये पाचन एजेंट के रूप में भी काम करता है. इसका उपयोग खांसी और सर्दी के इलाज के लिए भी किया जाता है. यह मासिक धर्म को बेहतर बनाने के साथ ही मां के दूध के स्त्राव को बढ़ाता है. यह शरीर की गैस्ट्रिक समस्‍याओं को दूर कर भूख बढ़ाने में मदद करता है. काला जीरा के कई फायदे हैं लेकिन यदि इसका अधिक सेवन किया जाए तो कई नुकसान भी हो सकते हैं. ऐसे में काले जीरे का सीमित मात्रा में अपने न्‍यूट्रिशन की देखरेख में सेवन करना ही बेहतर है.

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