कफ का इलाज कैसे किया जा सकता है?
नमी - हवा को नम करना -
अपने वातारवरण की हवा को नम करने से बलगम को पतला करने में मदद मिलती है। आपने सुना भी होगा कि नमी, जमे हुऐ बलगम व कफ को साफ कर सकती है।
हाइड्रेशन - हाइड्रेटेड रहना -
पर्याप्त मात्रा में तरल पदार्थों का सेवन करें, खासकर जो गर्म होते हैं क्योंकि ये बलगम को बहने में मदद कर सकते हैं। पानी बलगम को ढ़ीला करके, उसके जमाव को कम करने में मदद करता है। सादा शोरबा से चिकन सूप आदि का सेवन करें। अन्य अच्छे तरल पदार्थ जैसे बिना कैफीन की चाय (डिकैफ़िनेटेड चाय), फलों के गर्म रस या गर्म नींबू पानी आदि। (और पढ़ें - गर्म पानी पीने के फायदे)
कुछ सामग्री - श्वसन स्वास्थ्य को बढ़ावा देने वाले सामग्रियों का सेवन करना -
ऐसे खाद्य व पेय पदार्थों का सेवन करने की कोशिश करें, जिनमें नींबू, अदरक और लहसुन शामिल हैं। मसालेदार खाद्य पदार्थ जिनमें कैप्सिसिन होता है, जैसे कि लाल मिर्च या काली मिर्च। ये अस्थायी रूप से साइनस को साफ करने में मदद कर सकते हैं, जिससे बलगम का जमाव कम हो जाता है।
(और पढ़ें - अदरक की चाय के लाभ)
नीचे दिए गए खाद्य पदार्थ व सप्लीमेंट्स वायरल श्वसन रोगों की रोकथाम या उनका इलाज करने में मदद कर सकती है:
नमक वाली पानी – नमक के पानी के साथ गरारे करना -
हल्के गर्म नमक पानी के साथ गरारे करने से आपके गले के पीछे जमे बलगम को साफ करने में मदद मिलती है। यह रोगाणुओं को भी मार सकता है और गले में दर्द को शांत कर सकता है। (और पढ़ें - गले के दर्द का घरेलू उपाय)
एक ग्लास पानी में आधा या एक तिहाई चम्मच (Teaspoon) नमक मिलाएं। हल्का गर्म पानी लेना और भी बेहतर हो सकता है, क्योंकि इसमें नमक जल्दी घुल जाता है। फिल्टर किया हुआ या पैक्ड बोतल के पानी का उपयोग करना बेहतर हो सकता है, क्योंकि इसमें उत्तेजित करने वाला क्लोरीन नहीं होता। इस पानी की एक छोटी घूंट भरें और अपनी गर्दन को पीछे की तरफ झुका लें। इस घुंट को पीएं नहीं बल्कि इससे गरारे करें। अपने फेफड़ों से धीरे-धीरे हवा निकालते हुऐ 30 से 60 सेकिंडों तक गरारे करें और उसके बाद पानी को बाहर थूक दें। आवश्यकता के अनुसार इस प्रक्रिया को दोहराते रहें।
नीलगिरी – नीलगिरी के तेल का इस्तेमाल करें -
नीलगिरी के तेल का उपयोग, बलगम को आपकी छाती से बाहर निकाल सकता है। यह बलगम को ढ़ीला करने में मदद करता है ताकि आप खांसी के साथ इसे आसानी से बाहर निकाल सकें। अगर आपको लगातार परेशान करने वाली खांसी है तो नीलगिरी का तेल इसको भी ठीक कर सकता है। इसके लिए आप इसके भाप को ले सकते हैं या एक ऐसे बाम का उपयोग कर सकते हैं, जिसमें यह घटक शामिल हो।
ओवर-द-काउंटर उपचार लेना –
जो दवाएं बिना डॉक्टर की पर्ची के मेडिकल स्टोर से मिल जाती हैं, उनको ऑवर द काउंटर (OTC) मेडिसिन कहा जाता है। ऐसी कुछ ओटीसी दवाएं हैं जिनका बलगम के उपचार के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। डिकोन्जेस्टेंट्स (Decongestants) दवा की मदद से जमा हुआ बलगम उतरने लगता है और नाक से बाहर आने लगता है। डिकोन्जेस्टेंट्स वायुमार्गों की सूजन को कम करने और उनको खोलने के लिए भी प्रयोग होती है।
(और पढ़ें - सूजन कम करने के घरेलू उपाय)
मुंह द्वारा लेने के लिए डिकोन्जेस्टेंट्स निम्न रूपों में पाया जाता है।
- टेबलेट या कैप्सूल
- तरल या सीरप
- फ्लेवर्ड पाउडर
- प्रिस्क्रिप्शन (पर्ची पर मिलने वाली) दवाएं –
अगर आपको कुछ निश्चित प्रकार का संक्रमण है, तो डॉक्टर आपके लक्षणों के मूल कारण का इलाज करने के लिए दवाएं लिख सकते हैं। अगर आपको सिस्टिक फाइब्रोसिस या फेफड़ों संबंधी कोई दीर्घकालिक समस्या है, तो कुछ ऐसी विशिष्ट दवाएं हैं जो आपके बलगम को पतला कर सकती हैं।
हाइपरटॉनिक सेलाइन (Hypertonic saline) एक ऐसा उपचार है, जिसको नेब्युलाइजर (Nebulizer) के माध्यम से सांस द्वारा लिया जाता है। यह आपके वायुमार्ग में नमक की मात्रा को बढ़ा देता है। यह कई अलग-अलग पावर में आता है, इसका इस्तेमातल 6 साल व उससे ऊपर की उम्र के लोगों में किया जाता है। लेकिन, यह उपचार सिर्फ तात्कालिक आराम के लिए दिया जाता है, लंबे समय तक इसके प्रयोग से इसके साईड इफेक्ट हो सकते हैं।
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