हाई कोलेस्टरॉल अक्सर अस्वास्थ्यकर जीवनशैली के कारण होता है जैसे आहार में संतृप्त वसा का सेवन करना और पर्याप्त शारीरिक गतिविधि की कमी होना। मोटापा, धूम्रपान, अत्यधिक शराब, उम्र बढ़ने, आनुवंशिक और मुख्य स्थितियां जैसे शुगर, हाई बीपी, किडनी रोग और लीवर से जुड़े रोग हाई कोलेस्टरॉल की समस्या को और भी ज़्यादा बढ़ाते हैं।

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आज हम आपको कोलेस्ट्रॉल को सामान्य रखने के लिए कुछ घरेलू उपायों के बारे में विस्तार से बताएंगे -

(और पढ़ें - हृदय रोग का इलाज)

  1. क्या है हाई कोलेस्ट्रॉल?
  2. हाई कोलेस्ट्रोल कैसे कम करें धनिया के बीज से - Cholesterol kam karne ka upay hai dhaniya in Hindi
  3. कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय में करें प्याज का उपयोग - Cholesterol kam karne ka tarika hai onion in Hindi
  4. कोलेस्ट्रोल कैसे घटाएं आंवला से - Cholesterol kaise kam kare amla se in Hindi
  5. कोलेस्ट्रोल से बचने के उपाय में करें सेब सिरका का उपयोग - Cholesterol kaise ghataye apple vinegar se in Hindi
  6. कोलेस्ट्रॉल कम करने का तरीका है संतरे का जूस - Cholesterol thik hoga orange juice se in Hindi
  7. कोलेस्ट्रोल कम करने के घरेलू नुस्खे में करें नारियल तेल का उपयोग - Coconut oil good for high cholesterol in Hindi
  8. कोलेस्ट्रॉल कम करने का रामबाण इलाज है ओट्स - Cholesterol kam karne ka gharelu upay hai oatmeal in Hindi
  9. कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के तरीके में करें मछली के तेल का उपयोग - Cholesterol ghatane ke upay hai fish oil in Hindi
  10. हाई कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने का उपाय है रेड यीस्ट राइस - Cholesterol control karne ka tarika hai red yeast rice in Hindi
  11. बिना दवा कोलेस्ट्रॉल कंट्रोल करने के तरीके में करें नट्स का उपयोग - Cholesterol control karne ke gharelu upay kare nuts se in Hindi
  12. सारांश

आपके रक्त में कोलेस्ट्रॉल एक वसायुक्त पदार्थ है जो कोशिकाओं के निर्माण और बनाए रखने के लिए आवश्यक है साथ ही ये सूर्य की ऊर्जा को विटामिन डी में परिवर्तित करता है और अन्य महत्वपूर्ण कार्य करने में भी मदद करता है। हालांकि, कोलेस्ट्रॉल का उच्च स्तर जिसे हाइपरकोलेस्ट्रोलेमिया भी कहा जाता है आपके शरीर के लिए  अस्वस्थ और गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं को जन्म देता है। कोलेस्ट्रॉल धमनी की दीवारों के साथ जमा हो जाती है जिसकी वजह से हृदय रोग विकसित होने का खतरा बढ़ जाता है।

आमतौर पर, रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर 200 मिलीग्राम / डीएल (रक्तचाप प्रति मिलीमीटर) से कम होना चाहिए। 200 और 239 मिलीग्राम / डीएल के बीच कोलेस्ट्रॉल का स्तर ज़्यादा माना जाता है, और जब यह 240 या उच्च एमजी / डीएल तक बढ़ जाता है तो इसे हाई कोलेस्टरॉल माना जाता है। ज्यादातर, लिपिप्रोटीन प्रोफाइल नामक एक टेस्ट कोलेस्ट्रॉल के स्तर का कुल कोलेस्ट्रॉल जांचने के लिए लिया जाता है। इसमें एचडीएल, एलडीएल और वीएलडीएल की संयोजित मात्रा देखी जाती है।

इनमें एचडीएल या उच्च घनत्व वाले लिपोप्रोटीन को अच्छा माना जाता है क्योंकि यह लीवर में कोलेस्ट्रॉल लेता है जहां इसे कम किया जा सकता है। आपके शरीर को पूरी तरह से कार्य करने के लिए एचडीएल की एक निश्चित मात्रा की आवश्यकता होती है जो कि एक बहुत अच्छी बात है। एचडीएल के निम्न स्तर वाले लोगों को हृदय रोग का खतरा अधिक बड़ जाता है। दूसरी तरफ एलडीएल या कम घनत्व लेपोप्रोटीन को शरीर के लिए बुरा माना जाता है। यह कोलेस्ट्रॉल धमनियों की आंतरिक दीवार में एकत्रित हो जाता है साथ ही रक्त वाहिकाओं को संकुचित करने का भी कारण बनता है। 

(और पढ़ें - हाई कोलेस्ट्रॉल का इलाज)

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शोध से पता चला है कि धनिया कुल कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम रखने में मदद करता है। धनिया के बीज में हाइपोग्लाइसेमिक का भी प्रभाव होता है और इसका इस्तेमाल शुगर के लिए भी किया जाता है।

(और पढ़ें - शुगर में क्या खाना चाहिए)

धनिया के बीज का कैसे करें इस्तेमाल

  1. एक कप पानी में दो चम्मच धनिया बीज पाउडर डालें।
  2. अब इस मिश्रण को उबालें और उबालने के बाद मिश्रण को छान लें।
  3. इस मिश्रण को पूरे दिन में एक या दो बार ज़रूर पियें।
  4. आप इसमें दूध, चीनी और इलायची भी जोड़ सकते हैं और अपनी रोज़ाना वाली चाय की जगह इसका इस्तेमाल करने की आदत डालें।

अगर आपके पास धनिया बीज का पाउडर नहीं है तो आप धनिया के बीज का इस्तेमाल कर सकते हैं। बीज को मिक्सर में डालकर उसका पाउडर बना सकते हैं। 

(और पढ़ें - धनिये के फायदे)

लाल प्याज हाई कोलेस्ट्रॉल से निपटने में फायदेमंद होती है। हांगकांग के वैज्ञानिकों ने पाया कि प्याज ख़राब कोलेस्ट्रॉल को कम करती है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढाती है। इसके सेवन से हृदय रोग का खतरा कम होता है।

(और पढ़ें - हृदय को स्वस्थ रखने के लिए क्या खाएं)

प्याज का कैसे करें इस्तेमाल

  1. प्याज और शहद की एक एक चम्मच एक साथ मिलाएं।
  2. अब इस मिश्रण को अच्छी तरह से मिलाने के बाद पी जाएँ।
  3. इस मिश्रण को रोज़ाना दिन में एक बार ज़रूर पियें।
  4. इसके अलावा एक कप छाछ में कटी हुई प्याज और एक चम्मच काली मिर्च मिलाएं और पी जाएँ।
  5. इस मिश्रण को भी रोज़ाना दोहराएं।

इसके साथ ही अपने आहार में प्याज, अदरक, और लहसुन भी शामिल करें। 

(और पढ़ें - प्याज के फायदे)

आंवला एक प्राकृतिक हाईपोलिपिडेमिक के रूप में कार्य करता है जिसका अर्थ है कि यह सीरम में लिपिड सांद्रता को कम करने में मदद करता है। एक अध्ययन से पता चला है कि इस फल में एंटीहाइपरलिपिडेमिक, एंटी-एथ्रोजेनिक, और हाइपोलिपिडेमिक का प्रभाव शामिल है।

(और पढ़ें - हाइपरटेंशन का इलाज)

आंवला का कैसे करें इस्तेमाल

  1. एक चम्मच आंवला का पाउडर या फिर सूखे आंवला को गर्म पानी में डालें।
  2. रोज़ सुबह इसे पानी को खाली पेट पिएँ।
  3. रोज़ाना सुबह इस प्रक्रिया को खाली पेट दोहराएं। 
    (और पढ़ें - आंवला के  गुण)
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सेब सिरका आपके कुल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने में मदद करता है। इसके साथ ही यह एक प्रभावशाली घरेलू उपाय है जिसे हाई ब्लड प्रेशर, गुप्त रोग, श्वसन संक्रमण और अन्य कई बिमारियों के लिए उपयोग किया जाता है।

(और पढ़ें - गुप्त रोगों का उपचार)

सेब सिरका का कैसे करें इस्तेमाल

  1. एक गिलास पानी में एक चम्मच सेब सिरका मिलाएं।
  2. अब इस मिश्रण को पी जाएँ।
  3. कम से कम एक महीने के लिए इस दो या तीन बार ज़रूर पियें।

आप धीरे-धीरे सेब साइडर सिरका की मात्रा को प्रति गिलास दो चम्मच बढ़ा सकते हैं। यदि आप सेब साइडर सिरका के स्वाद को पसंद नहीं करते हैं तो आप इसे ताजा संतरे का जूस, सेब का जूस, अंगूर का जूस, या अन्य फलों के जूस के साथ मिक्स कर सकते हैं। 

(और पढ़ें - सेब के सिरके के फायदे)

ताज़ा संतरे के जूस को रोज़ाना पीने से स्वाभाविक रूप से रक्त कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में बहुत मदद मिलती है क्योंकि इसमें विटामिन सी, फोलेट और फ्लेवोनोइड के गुण होते हैं।

अध्ययन में पाया गया कि 750 मिलीलीटर शुद्ध संतरे का जूस रोजाना पीने से एचडीएल कोलेस्ट्रॉल और ट्रायग्लिसराइड्स में वृद्धि होती है और हाइपरकोलेस्ट्रोलेमोलिक रोगियों में एलडीएल / एचडीएल के अनुपात में कमी देखने को मिलती है।

संतरे के जूस में स्टेरोल के गुण होने से ये और भी ज़्यदा प्रभावी हो जाता है। अध्ययनों से पता चला है कि एक दिन में लगभग 3 ग्राम फाइटोस्टोरोल का सेवन आपके कुल कोलेस्ट्रॉल को 11% और एलडीएल को 15% तक कम कर सकता है। तो फिर प्रति दिन स्टेरोल पौधे से समृद्ध संतरे के जूस को पीने की आदत डालें। 

(और पढ़ें - संतरे के जूस के फायदे)

नारियल तेल हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए एक लाभकारी घरेलु उपाय माना जाता है। हालाँकि इसमें संतृप्त वसा मौजूद होती है। नारियल तेल में लौरिक एसिड होता है जिससे एचडीएल ('अच्छा' कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाने और एलडीएल / एचडीएल के अनुपात में सुधार करने में मदद मिलती है।

अपने आहार में कार्बनिक नारियल के तेल को जोड़ें। आप इस तेल का इस्तेमाल एक या दो चम्मच के साथ ज़रूर करें। परिष्कृत या संसाधित नारियल तेल का उपयोग न करें। 

(और पढ़ें - नारियल तेल के फायदे)

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ओट्स आपके कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करता है। यह एक आसान और प्रभावी तरीका है। यह घुलनशील फाइबर से भरपूर होता है और कोलेस्ट्रॉल के अवशोषण को कम करने में मदद करता है। इसकी मदद से ख़राब कोलेस्ट्रॉल का स्तर भी कम रहता है।

एक और एक-आधा कप पका हुआ ओट या एक कप ओट के चोकर (bran) में लगभग तीन ग्राम घुलनशील फाइबर, बीटा ग्लुकन होता है। आप अतिरिक्त स्वास्थ्य लाभों के लिए अपने ओट्स में फल और नट्स डाल सकते हैं जैसे सेब, केले, स्ट्रॉबेरी, अखरोट आदि। 

(और पढ़ें - ओट्स के फायदे)

मछली का तेल या फैटी मछली जैसे मैकेरल, टूना, ट्राउट, हेरिंग, सैल्मन, ब्लूफिश, सार्डिन ओमेगा -3 फैटी एसिड से भरपूर होती हैं। यह सभी ट्राइग्लिसराइड्स (खून में वसा) को कम करने और हृदय रोग को रोकने में मदद करते हैं।

प्रति दिन लगभग एक से चार ग्राम मछली के तेल का उपभोग करें। अगर आप शाकाहारी भी हैं तो फ्लैक्ससीड्स का भी उपयोग करें इसमें ओमेगा -3 फैटी एसिड भरपूर मात्रा में पाया जाता है। 

(और पढ़ें - मछली के तेल के फायदे)

रेड यीस्ट राइस में मोनैकोलिन नामक यौगिक (compound) शामिल होता है जो कोलेस्ट्रॉल संश्लेषण (synthesis) को रोकता है जिसकी वजह से कोलेस्ट्रॉल को कम करने में मदद मिलती है। सीधे शब्दों में कहे तो ये खमीरयुक्त चावल हैं। हजारों सालों के लिए यह औषधी के रूप में चीन में इस्तेमाल की गयी है। आप दवाइयों की दूकान से रेड यीस्ट राइस की गोलियां भी ले सकते हैं।

हाई कोलेस्ट्रॉल के लिए आप इसे पूरे दिन में एक या दो बार 1200-2400 मिलीग्राम ले सकते हैं। अध्ययनों से पता चला है कि इसके सेवन से कुल और एलडीएल ('खराब') कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम किया जा सकता है। हालांकि, इन खुराक को उचित मात्रा में लेने के दौरान सावधानी बरतें।

इसके अलावा रेड यीस्ट राइस के उत्पादों में लोवस्टाटिन और अन्य केमिकल पाए जाते है जिनके सेवन से आपको किसी भी प्रकार का नुकसान हो सकता है। बेहतर है की आप इसका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ले लें। गर्भावस्था, स्तनपान या लीवर की समस्याओं से पीड़ित होने पर इसका सेवन न करें। 

(और पढ़ें - कोलेस्ट्रॉल कम करने के लिए जूस)

अखरोट, बादाम, मूंगफली, पिस्ता और अन्य सूखे मेवे और बीज हाई कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रित करने में उपयोगी हैं क्योंकि वे पौधे स्टेरोल्स और फाइबर से समृद्ध होते हैं। अखरोट विशेष रूप से कुल कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड के स्तर को कम करने में मदद करता है। तो अब आप नियमित रूप से स्वादिष्ट भुने हुए नट्स खा सकते हैं। लेकिन इसका ज़्यादा सेवन करने से बचे। 

इन घरेलू उपायों के साथ साथ स्वस्थ आहार और जीवन शैली पर भी ध्यान देने की आवशयकता है। अपने आहार से ट्रांस वसा को हटा दें। वे आपके एलडीएल ('खराब' कोलेस्ट्रॉल) को बढ़ाते हैं और एचडीएल ('अच्छा' कोलेस्ट्रॉल) को कम करते हैं। इसके अलावा, विटामिन सी समृद्ध आहार खाएं इससे आपका कोलेस्ट्रॉल सामान्य रहेगा। 

(और पढ़ें - संतुलित आहार किसे कहते है)

शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेवल खराब होने पर कई प्रकार की स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें हृदय रोग भी शामिल है। इसलिए, कोलेस्ट्रॉल के स्तर को सामान्य बनाए रखना जरूरी है। अगर यह बढ़ जाता है, तो इस लेख में बताए गए घरेलू नुस्खों से इसे ठीक किया जा सकता है। इसके अलावा, नियमित रूप से व्यायाम व योग करना, संतुलित जीवन जीना और तनाव मुक्त रहना भी जरूरी है।

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