आंखों में एलर्जी - Eye Allergies in Hindi

Dr. Ajay Mohan (AIIMS)MBBS

December 04, 2018

August 24, 2023

आंखों में एलर्जी
आंखों में एलर्जी

आंखों में एलर्जी का मतलब क्या है?

आंखों में एलर्जी को एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस (Allergic conjunctivitis: एलर्जी के कारण आंख आना) भी कहा जाता है। यह प्रतिरक्षा तंत्र की गंभीर प्रतिक्रिया होती है, जो कि आंखों में जलन पैदा करने वाले पदार्थ जाने से होती है। जलन वाले ये पदार्थ पराग, धूल और धुआं हो सकते हैं। 

प्रतिरक्षा तंत्र बाहरी हानिकारक तत्व जैसे वायरस और बैक्टीरिया से लड़कर शरीर को बीमारियों से सुरक्षा प्रदान करता है। आंख में जाने वाले पदार्थ हानिकारक हो या नहीं, लेकिन प्रतिरक्षा तंत्र उससे लड़ने के लिए विशेष तरह के केमिकल बनाना शुरू कर देता है। इस प्रतिक्रिया से व्यक्ति को आंखों में कई बार खुजली,लालिमा और पानी आने के लक्षण महसूस होने लगते हैं।

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आंखों में एलर्जी के लक्षण क्या हैं?

आंखों में एलर्जी और एलर्जिक कंजंक्टिवाइटिस में आंखों से पानी आना, खुजली, लालिमा, दर्द, सूजन और अांख में चुभन महसूस होने लगती है। आंखों में खुजली होना आंखों की एलर्जी का एक मुख्य लक्षण होता है। ऐसा बेहद कम मामलों में देखा जाता कि आंखों में एलर्जी के दौरान व्यक्ति को आंखों पर खुजली न महसूस हो। इस समस्या में अक्सर दोनों ही आंखे प्रभावित होती है। हालांकि, एक आंख में होने वाले लक्षण दूसरी आंख से अलग भी हो सकते हैं। 

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आंखों में एलर्जी क्यों होती है? 

आंखों में एलर्जी आमतौर पर कई अन्य तरह की एलर्जिक स्थितियों से संबंधित होती है, जैसे - एलर्जिक राइनाइटिस (hay fever/ allergic rhinitis) व एटोपिक एक्जिमा (Atopic Eczema), आदि। आंखों में एलर्जी होने के अधिकतर कारण एलर्जिक अस्थमा और हे फीवर की तरह होते हैं। कई तरह की दवाएं और कॉस्मेटिक प्रोडक्ट आंखों में एलर्जी होने के कारण में मुख्य भूमिका निभाते हैं।  

(और पढ़ें - एलर्जिक राइनाइटिस के घरेलू उपाय)  

आंखों में एलर्जी​​ का इलाज कैसे होता है?

एलर्जी पैदा करने वाले पदार्थों से आंखों को दूर रखना ही इस स्थिति से बचने का आसान उपाय है। हालांकि अगर आपको मौसम के कारण एलर्जी हो गई है तो बचाव करना मुश्किल होता है। वैसे आंखों की एलर्जी को दूर करने के कई तरीके मौजूद हैं। जिनको नीचे बताया गया है। 

  • दवाएं :
    कुछ विशेष तरह की दवाओं को खाने से आंखों की एलर्जी को कम किया जा सकता है। विशेष रूप से जब आपको एलर्जी संबंधी अन्य लक्षण महसूस हो रहें हों। 
     
  • एलर्जी शॉट : 
    जब खाने वाली दवाओं से लक्षण कम न हो पाएं तो ऐसे में एलर्जी शॉट (Allergy shots) दिए जा सकते हैं। यह प्रक्रिया इम्यूनोथेरेपी की तरह होती है, जिसमें एलर्जी पैदा करने वाले पदार्थ को कम करने के लिए कई इंजेक्शन दिए जाते हैं। इन इंजेक्शन से शरीर एलर्जी के कारण को कम करने के लिए सक्षम बनता है। 
     
  • आंखों में डालने वाली दवा (Eyedrops) :
    इस समस्या को कम करने के लिए आंखों में डालने वाली कई दवाएं मौजूद हैं। 

(और पढ़ें - आंखों में जलन का उपचार)

आंखों में एलर्जी क्या है - What is Eye Allergies in Hindi

आंखों में एलर्जी क्या है?

आंख में एलर्जी होना प्रतिरक्षा प्रणाली की एक प्रतिकूल (विपरीत) प्रतिक्रिया है। जब आंख किसी एलर्जिक पदार्थ के संपर्क में आती है, तो उससे आंख में एलर्जी हो जाती है। आंख में एलर्जी होने से आंख में कई परेशान कर देने वाले लक्षण होने लग जाते हैं, जैसे आंख में खुजली, लालिमा और आंख से पानी आना। 

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आंखों में एलर्जी के लक्षण - Eye Allergies Symptoms in Hindi

आंखों में एलर्जी के लक्षण क्या हैं?

यदि आपकी एक आंख की एलर्जी जैसे लक्षण हो रहे हैं, तो आपकी दोनों आंखों मे एलर्जी होने के जोखिम बढ़ सकते  हैं। आंखों में एलर्जी होने पर आमतौर पर निम्नलिखित लक्षण विकसित हो जाते हैं:

यदि यह स्थिति नाक की एलर्जी से संबंधित है, तो ऐसे में आपको बंद नाक, नाक में खुजली और अधिक छींक आना आदि जैसे लक्षण भी होने लग जाते हैं। इसके अलावा आपको गले में दर्द या खुजली, सिरदर्द या खांसी जैसे लक्षण भी हो सकते हैं। 

डॉक्टर को कब दिखाएं?

यदि आपको कुछ दिन तक आंख में कोई आराम ना मिले या फिर आपको आंखों की एलर्जी का कारण पता ना चल पाए, तो ऐसी स्थिति में आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए। 

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आंखों में एलर्जी के कारण व जोखिम कारक - Eye Allergies Causes & Risk Factors in Hindi

आंखों में एलर्जी क्यों होती है?

जब आंख में उपस्थित किसी एलर्जिक पदार्थ के खिलाफ शरीर की प्रतिरोधक क्षमता रिएक्शन देती है, तो आंख में एलर्जी हो जाती है। आंखों में एलर्जी ज्यादातर मामलों मे हवा में उपस्थित एलर्जिक पदार्थों के कारण होती है, जैसे: 

  • पराग
  • फफूंदी
  • धुआं
  • सिगरेट का धुआं
  • धूल

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परफ्यूम, कॉस्मेटिक उत्पाद व कुछ प्रकार की दवाओं आदि से होने वाली एलर्जी के कारण भी आंखों में एलर्जी हो जाती है। कुछ लोगों को आंखों में डाली जाने वाली दवाओं में पाए जाने वाले केमिकल से भी एलर्जी हो जाती है, ये केमिकल आंखों को चिकना रखने वाली आई ड्रॉप्स या डॉक्टर के द्वारा लिखी जाने वाली अन्य आंखों की दवाओं में हो सकते हैं। 

सामान्य तौर पर शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली शरीर के केमिकल मे बदलाव कर देती है, जिससे बैक्टीरिया व वायरस जैसे खतरनाक सूक्ष्मजीवों से लड़ने में मदद मिलती है। हालांकि कुछ लोगों में उनकी प्रतिरक्षा प्रणाली एलर्जिक पदार्थों को खतरनाक सूक्ष्मजीव समझने लग जाती है और उनको क्षति पहुंचाने लग जाती है।

(और पढ़ें - वायरस संक्रमण का इलाज)

जब आंख एलर्जिक पदार्थों के संपर्क में आती है, तो शरीर में “हिस्टामिन” नामक पदार्थ बनने लग जाता है। हिस्टामिन विकसित होने से काफी परेशान कर देने वाले लक्षण विकसित होने लगते हैं, जैसे आंख में खुजली होना व पानी आना आदि। इसके कारण नाक बहने, छींक आने व खांसी होने जैसे लक्षण भी विकसित होने लगते हैं।

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आंखों में एलर्जी होने का खतरा कब बढ़ता है?

  • कुछ लोगों को जन्म से ही आंखों की एलर्जी होती है। यदि आपके माता व पिता दोनों को आंखों में एलर्जी की समस्या है, तो आपकी आंखों में एलर्जी होने का खतरा बढ़ जाता है।
  • आंखों में एलर्जी साल के किसी भी मौसम में हो सकती है। हालांकि यह अक्सर वसंत, गर्मी, और पतझड़ के महीनों में अधिक होती है, क्योंकि इन महीनों में ज्यादातर पेड़ व पौधों में फूल आने लगती हैं। 
  • भोजन से होने वाली एलर्जी से भी आंखों में एलर्जी के लक्षण विकसित होने लग जाते हैं।

(और पढ़ें - एलर्जी होने पर क्या करें)

आंखों में एलर्जी से बचाव - Prevention of Eye Allergies in Hindi

आंखों में एलर्जी की रोकथाम कैसे करें?

यदि आप घर के अंदर या बाहर किसी भी चीज या पदार्थ से एलर्जिक हैं, तो उसके संपर्क से दूर रहना ही आंखों की एलर्जी से बचाव का सबसे अच्छा उपाय है। इसके अलावा निम्नलिखित कुछ उपाय हैं, जिनकी मदद से आप एलर्जिक पदार्थों से दूर रह सकते हैं:

  • जब वातावरण में पराग व फफूंद अधिक हो तो घर पर ही रहें और यदि आप बाहर से घर आ रहे हैं, तो आने के बाद नहाएं, अपने बालों को शैंपू करें और कपड़े धोएं। (और पढ़ें - बाल झड़ने से रोकने के शैम्पू)
  • यदि संभव हो तो रात के समय अपनी खिड़कियों को बंद रखें और घर पर ऐसे एयर कंडीशनर का इस्तेमाल करें जो हवा को ठंडा, स्वच्छ व साफ बनाता हो। 
  • धूप वाले चश्मे लगाने से भी आंखों में जाने वाले एलर्जिक पदार्थों की मात्रा को कम किया जा सकता है। (और पढ़ें - चश्मा उतारने के उपाय)
  • अपने बाग-बगीचे आदि खुद से साफ ना करें।
  • सोने से पहले नहा लें और अपनी पलकों को अच्छे से साफ करें ताकि पलकों में फंसा कोई पराग या अन्य उत्तेजक पदार्थ निकल जाए। क्योंकि वह आपकी आंखों में एलर्जी पैदा कर सकता है। 
  • यदि आपकी आंखों में खुजली हो रही है, तो उन्हें रगड़ें या मलें नहीं क्योंकि आंख मलने से अधिक मात्रा में हिस्टामिन बनने लगता है जिससे आंखों में एलर्जी के लक्षण और बदतर हो जाते हैं। 
  • घर के बार कपड़े या चादर आदि को ना सुखाएं।
  • यदि आप कहीं यात्रा कर रहें हैं, तो गाड़ी के शीशों को बंद रखें।
  • पालतू जानवर को छूने के बाद अपने हाथों को अच्छे से धो लें और जानवरों पर लपेटे या पहनाए जाने वाले कपड़ों को भी धोते रहें।
  • बाहर की हवा में मौजूद एलर्जिक पदार्थों को आंखों से दूर रखने में मदद करने के लिए आप सिर पर टॉपी भी पहन सकते हैं।
  • बाहर से आने के बाद आंखों में सेलाइन आई ड्रॉप्स डालें, ऐसा करने से आंखों के अंदर के एलर्जिक पदार्थ निकल जाते हैं।
  • घर के अंदर के एलर्जिक पदार्थों से बचना मुश्किल हो सकता है, जैसे धूल आदि। लेकिन इनके संपर्क में आने से बचाव करने के लिए भी कुछ उपाय किए जा सकते हैं। 
  • घर के अंदर की धूल को कम करने के लिए वैक्युम वाले एयर फिल्टर का प्रयोग करें।
  • पालतू जानवरों को बेडरूम से बाहर रखें ताकि रात को सोते समय आपकी आंखों में उनके बाल आदि ना जा पाए।

(और पढ़ें - दूर दृष्टि दोष का कारण)

आंखों में एलर्जी का परीक्षण - Diagnosis of Eye Allergies in Hindi

आंखों की एलर्जी की जांच कैसे करें?

आंखों की एलर्जी की ठीक से जांच करना ही उससे राहत पाने का सबसे अच्छा उपाय है। एलर्जी की जांच करने के लिए विशेष डॉक्टर होते हैं, जिन्हें “एलर्जिस्ट” या “इम्यूनोलॉजिस्ट” कहा जाता है। ये विशेष रूप से परिशिक्षित डॉक्टर होते हैं, जो एलर्जी की सटीक रूप से जांच करते हैं और पता लगा लेते हैं कि आंखों में एलर्जी किस कारण से हो रही है।

यदि आंखों की एलर्जी के सही कारण का पता लगा लिया जाए, तो उसका उचित उपचार किया जा सकता है। यदि आपको एलर्जी से संबंधित अन्य लक्षण जैसे अस्थमा या एक्जिमा भी महसूस हो रहे हैं, तो किसी एलर्जिस्ट को दिखाना बहुत जरूरी होता है। 

(और पढ़ें - लैब टेस्ट क्या है)

परीक्षण के दौरान डॉक्टर आपके स्वास्थ्य से संबंधित पिछली जानकारी लेते हैं और आपके लक्षणों की जांच करते हैं। इसके अलावा डॉक्टर निम्नलिखित कुछ अन्य टेस्ट भी कर सकते हैं, जिनकी मदद से एलर्जी का पता लगाया जा सकता है:

  • माइक्रोस्कोप से जांच करना, इस टेस्ट की मदद से आंख की सतह पर मौजूद रक्त वाहिकाओं में सूजन का पता लगाया जाता है। (और पढ़ें - विटामिन डी टेस्ट कैसे होता है)
  • इसके अलावा डॉक्टर कुछ प्रकार की सफेद रक्त कोशिकाओं की जांच भी कर सकते हैं, जो प्रभावित आंख के आसपास के क्षेत्र में दिखाई देती हैं। इसमें पलक की भीतरी सतह से पानी व अन्य पदार्थों का सेंपल लिया जाता है और उसमें सफेद रक्त कोशिकाओं की जांच की जाती है। (और पढ़ें - एसजीपीटी टेस्ट क्या है)
  • स्किन प्रिक टेस्ट का उपयोग आंखों में एलर्जी का कारण बनने वाली अंदरूनी स्थितियों का पता लगाने के लिए किया जाता है। इस टेस्ट के दौरान एलर्जिक पदार्थ की एक छोटी सी मात्रा को इंजेक्शन की मदद से त्वचा के अंदर डाला जाता है और यह जांच की जाती है को कोई विपरीत प्रतिक्रिया हो रही है या नहीं। यदि इंजेक्शन वाली जगह लाल हो जाती है और वहां पर सूजन आ जाती है, तो इसका मतलब आपको इंजेक्ट किए गए पदार्थ से एलर्जी है। 

(और पढ़ें - एलर्जी टेस्ट क्या है)

आंखों में एलर्जी का इलाज - Eye Allergies Treatment in Hindi

आंखों में एलर्जी का इलाज कैसे किया जाता है?

आंखों में एलर्जी पैदा करने वाले पदार्थों को हटाना इसके इलाज का सबसे सबसे पहला और सबसे मुख्य काम होता है। ये एलर्जिक पदार्थ एक प्रकार का एंटीजन होता है, जिसके प्रति आप एलर्जिक हो जाते हैं। 

आंखों में एलर्जी के लक्षणों की रोकथाम निम्नलिखित तरीकों की मदद से की जा सकती है:

  • ओरल एंटीहिस्टामिन:
    इस दवा की मदद से आंखों मे एलर्जी के लक्षणों की रोकथाम की जा सकती है। लेकिन कुछ मामलों में इनसे आंखों में सूखापन आ जाता है और आंखों में एलर्जी के लक्षण और बदतर हो जाते हैं। (और पढ़ें - दवाइयों की जानकारी)
     
  • एंटीहिस्टामिन आई ड्रॉप्स:
    इन दवाओं की मदद से आंख में खुजली व आंख की एलर्जी का इलाज किया जाता है। एंटीहिस्टामिन आई ड्रॉप्स को दिन में एक या दो बार लगाया जाता है जिससे आंख में लालिमा, खुजली, धुंधला दिखना, अधिक पानी आना व अन्य परेशानियां दूर हो जाती हैं। (और पढ़ें - आंखों में दर्द का इलाज)
     
  • कृत्रिम आंसू (आर्टिफिशियल टीयर):
    इसकी मदद से आंख के अंदरुनी हिस्से को धोया जाता है, जिससे आंख के अंदर किसी भी प्रकार के उत्तेजक या एलर्जिक पदार्थ बाहर आ जाते हैं और कुछ समय के लिए आंखों की एलर्जी ठीक हो जाती है। कृत्रिम आंसू की मदद से आंखों को अंदर से नम किया जाता है, जिससे आंख में सूखापन व अन्य कई प्रकार की आंख संबंधी तकलीफें ठीक हो जाती हैं। ये दवाएं डॉक्टर की पर्ची के बिना (ओटीसी) भी मिल जाती हैं और इन्हें एक दिन में 6 बार तक इस्तेमाल किया जा सकता है। (और पढ़ें - आँखों में दर्द का घरेलू इलाज)
     
  • डिकॉन्जेस्टे्ंस (Decongestants):
    इन दवाओं की मदद से आंखों की एलर्जी के कारण होने वाली लालिमा को कम किया जा सकता है। आप ऐसी आई ड्रॉप्स का उपयोग भी कर सकते हैं, जिसमें डिकॉन्जेस्टे्ंस के साथ एंटीहिस्टामिन भी मौजूद हो क्योंकि इसकी मदद से आंखों की खुजली को भी ठीक किया जा सकता है। इन दवाओं का उपयोग 2 या तीन दिन से ज्यादा नहीं करना चाहिए।
     
  • नॉन-स्टेरॉयडल एंटी इन्फ्लेमेटरी ड्रग:
    इन दवाओं को एनएसएआईडी (NSAID) भी कहा जाता है। इन आई ड्रॉप्स दवाओं का उपयोग आंखों में सूजन, लालिमा व मौसमी एलर्जी से जुड़े अन्य आंख संबंधी लक्षणों का इलाज करने के लिए किया जाता है, जैसे एलर्जिक कंजक्टिवाइटिस जिसे पराग ज्वर भी कहा जाता है। (और पढ़ें - आंख में दर्द होने पर क्या करना चाहिए)
     
  • कोर्टिकोस्टेरॉयड:
    आंख संबंधी गंभीर व दीर्घकालिक लक्षण जैसे खुजली, लालिमा व सूजन आदि का इलाज करने के लिए कोर्टिकोस्टेरॉयड दवाओं का इस्तेमाल किया जा सकता है।
     
  • इम्यूनोथेरेपी:
    इस इलाज प्रक्रिया में एलर्जी के विशेषज्ञ डॉक्टर आपकी त्वचा में एक एलर्जिक पदार्थ डाल देते हैं, जिससे आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली धीरे-धीरे उससे बचाव करने लग जाती है। (और पढ़ें - आंख लाल होने पर क्या करना चाहिए)

अन्य उपचार - 

आंखों में एलर्जी से ग्रस्त कुछ लोगों को अपनी आंख पर ठंडा व नम वॉशक्लोथ (एक प्रकार का कपड़ा) लगाने से आंख में आराम मिलता है। आप दिन में कई बार बंद आंख पर वॉशक्लोथ रख सकते हैं। ऐसा करने से आंख के अंदर का सूखापन व साथ ही साथ जलन कम हो जाती है। यह ध्यान रखें कि यह उपचार सिर्फ लक्षणों को कम करने में मदद कर सकता है, इसकी मदद से एलर्जिक रिएक्शन के अंदरूनी कारण का इलाज नहीं किया जा सकता है।

(और पढ़ें - एलर्जिक राइनाइटिस के घरेलू उपाय)

 

आंखों में एलर्जी की जटिलताएं - Eye Allergies Complications in Hindi

आंखों में एलर्जी से क्या समस्याएं होती हैं?

आंखों की एलर्जी से कोई गंभीर जटिलता नहीं होती है। आंखों की एलर्जी आमतौर पर बिना कोई गंभीर जटिलता उत्पन्न किए ठीक हो जाती है।

(और पढ़ें - दूध की एलर्जी का इलाज​)



संदर्भ

  1. British Medical Journal. Allergic eye disease. BMJ Publishing Group. [internet].
  2. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Allergic conjunctivitis
  3. American academy of ophthalmology. What Are Eye Allergies?. California, United States. [internet].
  4. Center for Disease Control and Prevention [internet], Atlanta (GA): US Department of Health and Human Services; Conjunctivitis (Pink Eye)
  5. MedlinePlus Medical Encyclopedia: US National Library of Medicine; Vernal conjunctivitis

आंखों में एलर्जी की ओटीसी दवा - OTC Medicines for Eye Allergies in Hindi

आंखों में एलर्जी के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

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