एएनसीए टेस्ट के परिणाम क्या बताते हैं?
डॉक्टर सभी क्लीनिकल संकेतों और लक्षणों को ध्यान में रखते हुए टेस्ट के रिजल्ट के बारे में बताते हैं। अंतिम निर्णय लेने से पहले अन्य कुछ टेस्ट भी किए जाते हैं, जिनमें कई प्रकार के लैब टेस्ट और इमेजिंग स्टडी शामिल हैं।
वैस्कुलाइटिस के लिए:
एएनसीए, एमपीओ और पीआर3 टेस्ट के पॉजिटिव परिणाम सिस्टेमिक ऑटोइम्म्यून वैस्कुलाइटिस (Systemic autoimmune vasculitis) की उपस्थिति दिखाता है। यह वैस्कुलाइटिस (धमनियों में सूजन) के प्रकार का पता लगाने में भी मदद करता है। बाद में बायोप्सी की मदद से परिणाम की पुष्टि कर ली जाती है।
नेगेटिव रिजल्ट का मतलब होता है कि जो लक्षण दिख रहे हैं वे सिस्टेमिक ऑटोइम्यून वैस्कुलाइटिस से संबंधित नहीं हैं।
इनडायरेक्ट इम्म्युनोफ्लोरोसेंस माइक्रोस्कोपी के पॉजिटिव रिजल्ट में अलग-अलग प्रकार या पैटर्न देखे जा सकते हैं, जिनमें निम्न हैं:
- पेरीन्यूक्लियर एएनसीए (पी एएनसीए):
अधिकतम फ्लोरोसेंस न्युक्लियस के चारों ओर ही देखा जाता है। पी एएनसीए पैटर्न में एमपीओ एंटीबॉडीज लगभग 90% तक मौजूद होते हैं।
- सायटोप्लास्मिक एएनसीए (सी एएनसीए):
अधिकतम फ्लोरोसेंस कोशिका द्रव (Cytoplasm) के आस-पास बिखरा होता है। इसके अंतर्गत पीआर3 एंटीबाडीज सी एएनसीए पैटर्न में 80% के लगभग पाए जाते हैं।
- नेगेटिव एएनसीए:
यह बताता है कि फ्लोरोसेंस बिल्कुल नहीं है या बहुत ही कम मात्रा में हैं।
इसके अलावा यदि एएनसीए टेस्ट के रिजल्ट पॉजिटिव आते हैं, तो ही खून में एंटीबॉडी का स्तर जानने के लिए एक एंटीबॉडी टाइटर टेस्ट (Antibody titre test) किया जाता है। सैंपल को लगातार हर स्टेप में पतला (dilute) किया जाता है, हर बार जब सैंपल को पतला किया जाता है तो एएनसीए की उपस्थिति को चेक करता है। सैंपल जब बिल्कुल पतला हो जाता है तो एंटीबॉडी का पता चल जाता है इसे ही टाइटर कहते हैं। टाइटर का अधिक स्तर एंटीबॉडीज की अधिकतम मात्रा का संकेत देता है।
जो टेस्ट विशेष रूप से एमपीओ और पीआर3 एंटीबाडीज की जांच के लिए किए जाते हैं उन के निम्न रिजल्ट होते हैं:
- पॉजिटिव पीएआर3 और पी एएनसीए या सी एएनसीए इस बात का संकेत देते हैं कि शरीर में ग्रैन्युलोमैटोसिस विद पोलीएनजिटिस है।
- पॉजिटिव एमपीओ एंटीबॉडीज और पी एएनसीए पोलीएनजाइटिस (चर्ग स्ट्रॉस सिंड्रोम) के साथ गुड पैस्चर सिंड्रोम, ग्लोमेरुलोनेफ्राइटिस, माइक्रोस्कोपिक पोलीएनजाइटिस, इओसिनोफिलिक ग्रैन्युलोमैटोसिस का संकेत देते हैं।
आईबीडी के लिए एएनसीए टेस्ट:
- यदि एएनसीए-एसे पॉजिटिव है और एंटी-सैक्रोमैसेस सर्विसिए एंटीबॉडी असे (एएससीए) नेगेटिव है तो यूसी की अधिक संभावना होती है।
- जब एएनसीए के रिजल्ट नेगेटिव और एएससीए के रिजल्ट पॉजिटिव हों तो सीडी की अधिक संभावना होती है।
- यदि एएनसीए और एएससीए दोनों के रिजल्ट नेगेटिव आते हैं तो व्यक्ति को सीडी, यूसी या अन्य आईबीडी रोग हो सकते हैं।