डायबिटिक न्यूरोपैथी क्या है?

मधुमेही न्यूरोपैथी या डायबिटिक न्यूरोपैथी (Diabetic neuropathy) एक प्रकार की तंत्रिका क्षति (nerve damage) होती है, जो डायबिटीज से बीमार लोगों को हो सकती है।

यदि आपको मधुमेह है, या आपके रक्त में ग्लूकोज की अत्यधिक मात्रा है, तो आपकी नसों या रक्त वाहिकाओं के कवर (जो आपके नसों में ऑक्सीजन लाता है) को नुकसान पहुंच सकता है। न्यूरोपैथी शरीर में किसी भी तंत्रिका को प्रभावित कर सकती है, लेकिन विशेष रूप से यह गैंग्लिया (खोपड़ी के बाहर), रीढ़ की हड्डी, हृदय, मूत्राशय, आंतों और पेट की तंत्रिका और मौलिक अंगों के कामकाज को प्रभावित करने वाली तंत्रिकाओं को प्रभावित करती है।

विभिन्न प्रकार की तंत्रिका क्षति के कारण विभिन्न प्रकार के लक्षण होते हैं। ये लक्षण आपके पैरों में दर्द और सुन्न पड़ने से ले कर आपके आंतरिक अंगों जैसे आपके दिल और मूत्राशय के कार्यों की समस्याएं हो सकते हैं। मधुमेह न्यूरोपैथी मधुमेह से होने वाली एक आम और गंभीर जटिलता है। लेकिन आप ब्लड शुगर के नियंत्रण और स्वस्थ जीवन शैली से मधुमेह न्यूरोपैथी को रोक सकते हैं या इसकी प्रगति को धीमा कर सकते हैं।

यह कई वजहों से हो सकती है, और वे सभी लंबे समय तक ब्लड शुगर के स्तर के बहुत अधिक होने से संबंधित हैं।

डायबिटिक न्यूरोपैथी के प्रकार - Types of Diabetic Neuropathy in Hindi

मधुमेही न्यूरोपैथी कितने प्रकार की होती है?

मधुमेही न्यूरोपैथी मुख्यतः चार प्रकार की होती है, जो कि निम्नलिखित हैं :

  • पेरिफेरल न्यूरोपैथी : जो पैर और हाथों को प्रभावित करती है, मधुमेही न्यूरोपैथी का सबसे आम रूप है
  • ऑटोनोमिक न्यूरोपैथी : यह उन तंत्रिकाओं को प्रभावित करती है जो शरीर के अनैच्छिक कार्यों को नियंत्रित करती हैं, जैसे पाचन
  • फोकल न्यूरोपैथी : यह एक ऐसी स्थिति होती है जिसमें आम तौर पर आपके हाथ, सिर, धड़ और पैर में एकल (सिंगल) नसों को नुकसान होता है।
  • प्रॉक्सिमल न्यूरोपैथी : यह आपके कूल्हों या जांघ में अक्षम बना देने वाली तंत्रिका क्षति का एक दुर्लभ प्रकार है।

मधुमेही न्यूरोपैथी के लक्षण - Diabetic Neuropathy Symptoms in Hindi

मधुमेही न्यूरोपैथी के लक्षण क्या हैं?

मधुमेही न्यूरोपैथी के लक्षण इसके प्रकार और प्रभावित होने वाली तंत्रिकाओं पर निर्भर करते हैं। आमतौर पर, इसके लक्षण धीरे-धीरे विकसित होते हैं।

ऑटोनोमिक न्यूरोपैथी

पेरिफेरल न्यूरोपैथी

  • झुनझुनी होना
  • अंगों का सुन्न पड़ जाना (जो स्थायी हो सकती है)
  • जलन अनुभव करना (विशेष रूप से शाम को)
  • दर्द होना
  • प्रॉक्सिमल न्यूरोपैथी

इसमें जांघों और कूल्हों में दर्द (आमतौर पर एक तरफ) होता है। यह पैरों में कमजोरी का कारण भी बन सकती है।

प्रोक्सिमल न्यूरोपैथी

इस तरह की न्यूरोपैथी से कूल्हों और जांघ में दर्द होता है। यह टांगों में कमजोरी के कारण भी बन सकती है। 

फोकल न्यूरोपैथी

डॉक्टर को कब दिखाएं?

इन संकेतों और लक्षणों का हमेशा ये अर्थ नहीं होता कि आपको तंत्रिका क्षति है। लेकिन ये किसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकते हैं जिसके लिए चिकित्सा देखभाल की आवश्यकता होती है।

यदि आप निम्न लक्षणों का अनुभव करते हैं डॉक्टर से संपर्क करें:

  • पैर पर संक्रमित कट या घाव जो है ठीक नहीं हो रहा
  • हाथों या पैरों में जलन, सिहरन, कमजोरी या दर्द होना जो दैनिक गतिविधियों या नींद को बाधित करता है
  • पाचन, पेशाब या यौन क्रियाओं में कोई प्रत्यक्ष परिवर्तन
  • चक्कर आना

मधुमेही न्यूरोपैथी के कारण - Diabetic Neuropathy Causes in Hindi

मधुमेही न्यूरोपैथी क्यों होती है?

समय के साथ, मधुमेह के कारण होने वाली रक्त में ग्लूकोज की अधिक मात्रा, और वसा जैसे (ट्राइग्लिसराइड्स) का उच्च स्तर, आपकी नसों को नुकसान पहुंचा सकते हैं। रक्त में ग्लूकोज का बढ़ा हुआ स्तर छोटी रक्त वाहिकाओं (जो नसों को ऑक्सीजन और पोषक तत्व पहुंचाती हैं) को भी नुकसान पहुंचा सकता है। पर्याप्त ऑक्सीजन और पोषक तत्वों के बिना, आपके नसों अच्छी तरह से काम नहीं कर पातीं।

निम्नलिखित सहित कई कारणों से तंत्रिका क्षति हो सकती है :

शोध से यह भी पता चलता है कि कुछ जीन लोगों को मधुमेह न्यूरोपैथी होने की आशंका को बढ़ा सकते हैं।

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मधुमेही (डायबिटिक) न्यूरोपैथी से बचाव - Prevention of Diabetic Neuropathy in Hindi

मधुमेही न्यूरोपैथी से कैसे बचें?

मधुमेह न्यूरोपैथी को रोकने के लिए, रक्त में ग्लूकोज की मात्रा, रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को नियंत्रित कर मधुमेह का प्रबंधन करना महत्वपूर्ण है।

मधुमेह से संबंधित तंत्रिका क्षति को रोकने के लिए आपको निम्नलिखित उपाय करने चाहिए :

मधुमेह से ग्रस्त सभी लोगों के लिए पैरों की देखभाल बहुत महत्वपूर्ण होती है, खासकर परिधीय न्यूरोपैथी से पीड़ित लोगों के लिए तो यह और भी महत्वपूर्ण है। हर दिन अपने पैरों की जांच करें, और अच्छी देखभाल करें। एक वर्ष में कम से कम एक बार एक न्यूरोलॉजिकल टेस्ट और पैर के परीक्षण के लिए डॉक्टर को दिखाएं।

डायबिटिक (मधुमेही) न्यूरोपैथी का परीक्षण - Diagnosis of Diabetic Neuropathy in Hindi

मधुमेही न्यूरोपैथी का परीक्षण कैसे होता है?

मधुमेही न्यूरोपैथी का परीक्षण डॉक्टर निम्नलिखित टेस्ट द्वारा एंकल रिफ्लेक्स, स्पर्श को महसूस करने की क्षमता को क्षति,त्वचा में बदलाव और त्वचा के रंग में परिवर्तन को जांचते हैं :

  • तंत्रिका परीक्षण
  • शारीरिक परीक्षण

इसके साथ ही, डॉक्टर मधुमेही न्यूरोपैथी के परीक्षण में सहायता के लिए कुछ विशेष टेस्ट भी कर सकते हैं, जैसे कि :

  • फिलामेंट टेस्ट : इस परीक्षण में स्पर्श महसूस करने की क्षमता का परीक्षण करने के लिए डॉक्टर आपकी त्वचा पर मुलायम नायलॉन फाइबर (मोनोफिलामेंट) ब्रश करते हैं।
  • क्वांटिटेटिव सेंसरी परीक्षण : यह नॉनइनवेसिव (noninvasive) परीक्षण यह पता लगाने के लिए प्रयोग किया जाता है कि तंत्रिकाएं  कंपन और तापमान में परिवर्तन पर कैसे प्रतिक्रिया करती हैं।
  • ऑटोनोमिक परीक्षण : यदि डॉक्टर को ऑटोनोमिक न्यूरोपैथी की आशंका होती है, तो यह देखने के लिए विशेष परीक्षण किए जा सकते हैं कि अलग-अलग स्थितियों में आपका रक्तचाप क्या रहता है, और क्या आपको पसीना सामान्य रूप से आ रहा है।

अन्य परीक्षणों में प्रभावित अंगों का अल्ट्रासाउंड या रक्तचाप या हृदय गति परिवर्तनशीलता की जांच हो सकती है।

यदि डॉक्टर को मधुमेही न्यूरोपैथी का संदेह होता है, तो वह रोगी को कुछ डायग्नोस्टिक परीक्षणों के लिए कह सकते हैं, जैसे इलेक्ट्रोमोग्राम (ईएमजी), जो मांसपेशियों में विद्युत गतिविधि रेकॉर्ड करता है, या नर्व कंडकशन विलोसिटी टेस्ट (एनसीवी)।

मधुमेही न्यूरोपैथी का उपचार - Diabetic Neuropathy Treatment in Hindi

मधुमेही न्यूरोपैथी का इलाज क्या है?

मधुमेही न्यूरोपैथी के उपचार के तीन मुख्य तरीके हैं:

1. दवाएं

एंटीड्रिप्रेसेंट दर्द को नियंत्रित करने में मदद कर सकती हैं।

2. भौतिक चिकित्सा

भौतिक चिकित्सा, दवाओं के संयोजन में प्रयोग किये जाने पर, दर्द से छुटकारा पाने और दवा निर्भरता को कम करने में मदद करती है।

विद्युत तंत्रिका उत्तेजना दर्द रहित होती है, और यह अकड़न दूर करने और पैर के छालों के उपचार में मदद कर सकती है।

चाल प्रशिक्षण (गेट ट्रेनिंग) में दोबारा चलना सिखाया जाता है। यह अल्सर जैसी पैर की जटिलताओं को रोकने और स्थिर करने में मदद करता है। मधुमेही न्यूरोपैथी के कारण अंग खो चुके और प्रोटीसिस का उपयोग करने वाले लोगों के लिए चाल प्रशिक्षण अत्यंत महत्वपूर्ण होता है।

अन्य उपचारों में ऐसे उपकरण शामिल होते हैं जिनका कार्य अत्यधिक दर्द करने वाले अंगों को बिस्तर या कुर्सी के स्पर्श से रोकना है। टॉपिकल लोशन और कुछ सप्लीमेंट भी इसमें राहत प्रदान कर सकते हैं।

कैरोप्रैक्टर, मालिश चिकित्सक, या ऑस्टियोपैथ मांसपेशियों के फैलने में मदद के लिए नियमित मालिश या मैनुअल थेरेपी कर सकते हैं। रक्त की कमी के कारण होने वाले मांसपेशियों के संकुचन, नस चढ़ने, और एट्रोफी को मालिश से रोका जा सकता है।

तैराकी या एरोबिक्स जैसे विशिष्ट अभ्यास मांसपेशियों की शक्ति को विकसित करते और बनाए रखते हैं और मांसपेशी के द्रव्यमान में कमी को भी रोकते हैं।

3. वैकल्पिक उपचार

कैप्सैकिन क्रीम (मिर्च से निर्मित), भौतिक चिकित्सा या एक्यूपंक्चर जैसे कई वैकल्पिक उपचार भी उपलब्ध हैं, जो दर्द से राहत दिला सकते हैं। डॉक्टर अक्सर दवाओं के साथ इनका उपयोग करते हैं।

  • अल्फ़ा लिपोइक एसिड
  • ट्रांसक्यूटेनियस इलेक्ट्रिकल नर्व स्टिमुलेशन (टीएनएस) : इस चिकित्सा से दर्द के सिग्नलों को आपके दिमाग तक पहुंचने से  रोका जा सकता है। टीईएनएस में आपकी त्वचा पर रखे छोटे इलेक्ट्रोड के माध्यम से विशिष्ट तंत्रिका मार्गों में छोटे विद्युत आवेग प्रदान किया जाता है।
  • एक्यूपंक्चर : एक्यूपंक्चर न्यूरोपैथी के दर्द से छुटकारा पाने में मदद करता है, और आमतौर पर इसका कोई दुष्प्रभाव भी नहीं होता। ध्यान रखें कि एक्यूपंक्चर से तत्काल राहत नहीं मिलती है और संभवतः इसके एक से अधिक सत्र की आवश्यकता पड़ती है।

डायबिटिक न्यूरोपैथी की जटिलताएं - Diabetic Neuropathy Complications in Hindi

मधुमेही न्यूरोपैथी से ​अन्य क्या परेशानियां हो सकती हैं?

मधुमेही न्यूरोपैथी से कई जटिलताएं होती हैं, जिनके बारे में आपको मालूम होना चाहिए। पेरिफेरल न्यूरोपैथी पैर समस्याओं (जैसे घाव, अल्सर और संक्रमण) का कारण बन सकती है, क्योंकि तंत्रिका क्षति के कारण आप पैरों में महसूस करने की क्षमता खो देते हैं। तंत्रिका क्षति संतुलन और समन्वय की समस्याओं का कारण भी बन सकती है, जिससे गिरने और फ्रैक्चर की आशंका रहती है।
मधुमेही न्यूरोपैथी से निम्नलिखित समस्याएं हो सकती हैं :

  • मूत्र पथ की समस्याएं (और पढ़ें - यूटीआई इंफेक्शन)
  • पैरों में स्पर्श महसूस करने की क्षमता की कमी
  • घावों को महसूस न कर पाना
  • मांसपेशियों को क्षति
  • मांसपेशी द्रव्यमान में कमी
  • बार-बार मतली और उल्टी ब्लड शुगर नियंत्रण को नुकसान पहुंचाती है।
  • पाचन समस्याएं
  • खड़े होने पर लो बीपी होना (ऑर्थोस्टैटिक हाइपोटेंशन)
  • यौन रोग (और पढ़ें - पुरुषों के यौन रोग)
  • मूत्राशय रोग
  • गुर्दे में संक्रमण

Dr. Narayanan N K

एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
16 वर्षों का अनुभव

Dr. Tanmay Bharani

एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
15 वर्षों का अनुभव

Dr. Sunil Kumar Mishra

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Dr. Parjeet Kaur

एंडोक्राइन ग्रंथियों और होर्मोनेस सम्बन्धी विज्ञान
19 वर्षों का अनुभव

डायबिटिक न्यूरोपैथी की दवा - OTC medicines for Diabetic Neuropathy in Hindi

डायबिटिक न्यूरोपैथी के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

OTC Medicine NamePack SizePrice (Rs.)
Benalgis Tabletएक पत्ते में 10 टैबलेट113.85
Rejunuron DN Tabletएक पत्ते में 10 टैबलेट169.1
Trigabantin 300 Mg Tabletएक पत्ते में 10 टैबलेट276.45
Rejumet 1000 Tabletएक पत्ते में 10 टैबलेट60.8
Nurokind LC Tabletएक पत्ते में 15 टेबलेट198.788
Nervz-B Capsuleएक पत्ते में 10 कैप्सूल183.35
Rejunuron Active Softgel Capsuleएक पत्ते में 10 कैप्सूल234.0
Pregabid ME 75 Capsuleएक पत्ते में 15 कैप्सूल259.35
Dulot 20 Capsuleएक पत्ते में 10 कैप्सूल115.235
Maxgalin M 150 Capsuleएक पत्ते में 10 कैप्सूल245.1
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