मानव शरीर को कई विटामिन और खनिज की जरूरत होती है, और उनमें से एक है क्रोमियम। क्रोमियम शरीर में खनिज के रूप में मौजूद होता है। शरीर को क्रोमियम की बेहद कम मात्रा की जरूरत होती है। चयापचय (मेटाबॉलिज्म) प्रक्रियाओं का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है क्रोमियम। अपनी इस महत्वपूर्ण भूमिका से यह खून में शुगर के स्तर को नियंत्रित करता है और ग्लूकोज से इन्सुलिन को कोशिकाओं तक पहुंचाने में मदद करता है। इससे शरीर को ऊर्जा मिलती है।

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क्रोमियम कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन के उपयोग में भी महत्वपूर्ण होता है। क्रोमियम की इस उपयोगिता के कारण इस लेख में इसके विषय में विस्तार से बताया जा रहा है। इसके अंतर्गत आप जानेंगे क्रोमियम क्या है, क्रोमियम के फायदे, क्रोमियम की अधिकता, क्रोमियम कितनी मात्रा में लेना चाहिए और क्रोमियम के स्त्रोत क्या हैं।

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  1. क्रोमियम क्या है - Chromium kya hai
  2. क्रोमियम के फायदे - Chromium ke fayde
  3. क्रोमियम की अधिकता - Chromium ki adhikta
  4. क्रोमियम को कितनी मात्रा में लेना चाहिए - Chromium ko kitni matra me lena chahiye
  5. क्रोमियम के स्त्रोत - Chromium ke srot

क्रोमियम एक प्रकार का रासायनिक तत्व है, जो वास्तव में एक सख्त धातु होता है। शरीर को अपना कार्य सही तरह से करने के लिए खनिज के रूप में क्रोमियम की आवश्यकता होती है। रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) व मधुमेह नियंत्रण, हृदय स्वास्थ्य, वजन नियंत्रण और मस्तिष्क को स्वस्थ बनाने में क्रोमियम अहम रोल अदा करता है। साथ ही साथ इंसुलिन प्रक्रिया के लिए महत्वपूर्ण होने के कारण यह आपके द्वारा ली गई चीनी के प्रभाव को नियंत्रित करता है और रक्त में ग्लूकोज के स्तर को सामान्य रखते हुए आपको ऊर्जावान बनाता है।

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शोध से यह भी पता चलता है कि क्रोमियम डीएनए गुणसूत्रों (chromosomes) को क्षति से बचाने में सहायक होता है। इससे क्रोमियम कोशिकाओं में बदलाव के कारण होने वाली गंभीर बीमारियों की संभावनाएं भी कम करता है। प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट, वसा और अन्य पोषक तत्वों के मेटाबॉलिज्म में मदद करने के कारण क्रोमियम आपकी लंबी आयु देने और हृदय संबंधी रोग को दूर करने में मदद करता है।

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क्रोमियम के दो प्रकार होते हैं -

  1. ट्राईवलेंट (Trivalent/ क्रोमियम 3+), इसको व्यक्ति के शरीर के लिए सक्रिय माना जाता है और यह खाद्य पदार्थों में पाया जाता है।
  2. हेक्सावालेन्ट (Hexavalent/ क्रोमियम 6+), यह मनुष्यों के लिए जहरीला और असुरक्षित माना जाता है, इसलिए इसका उपयोग सिर्फ औद्योगिक कार्यों में किया जाता है।

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डायबिटीज से बचाव में सहायक

क्रोमियम रक्त शर्करा (खून में मौजूद शुगर) को नियंत्रित करने वाले महत्वपूर्ण हार्मोन इंसुलिन को बढ़ाने में सहायक होता है और कोशिकाओं में ग्लूकोज पहुंचाने में मदद करता है। जिससे शरीर को ऊर्जा मिलती है। क्रोमियम मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया को भी स्वस्थ रखने के लिए जरूरी होता है। इसके अलावा शरीर में पोषक तत्वों को संरक्षित करने और भोजन से मिलने वाले कार्बोहाइड्रेट, वसा और प्रोटीन को पूरे शरीर में वितरीत करने का कार्य करता है। 

एक अध्ययन में टाइप 2 डायबिटीज से पीड़ित व्यक्तियों को क्रोमियम दवा के रूप में करीब चार महीनों तक रोजाना दिया गया। इस दौरान उनकी अन्य दवाओं और खाने पीने की आदतों में कोई बदलाव नहीं किया गया। इन लोगों में अन्य टाइप 2 डायबिटीज रोगियों की अपेक्षा इंसुलिन और कोलेस्ट्रोल स्तर में कमी देखने को मिली।

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कोलेस्ट्रोल के स्तर को सामान्य करने में महत्वपूर्ण होता है

कोलेस्ट्रॉल और वसा के चयापचय (मेटाबॉलिज्म) के लिए क्रोमियम की आवश्यकता होती है। एक विषय पर हुई रिसर्च क्रोमियम की अधिकता, स्वस्थ धमनियों और रक्त में मौजूद कोलेस्ट्रॉल के स्तर के बीच में एक संबंध बताती है। कुछ अध्ययनों से यह भी पता चला है कि हृदय रोग से मरने वाले लोगों में रक्त में मृत्यु के समय क्रोमियम का स्तर बेहद कम पाया जाता है। अन्य अध्ययनों में यह भी पाया गया कि क्रोमियम नियमित रूप से लेने वाले लोगों के शरीर में एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रोल) का स्तर अन्य के मुकाबले बेहद कम होता है।

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अधिक खाने की आदत और वजन को नियंत्रित रखता है

क्रोमियम मोटापा बढ़ने की सम्भावना को कम करता है, जिससे आपका वजन नियंत्रित रहता है। क्रोमियम का असर भूख और वजन पर क्यों पड़ता है, इसके बारे में विशेषज्ञों को फिलहाल सही तरह से पता नहीं चल सका है। लेकिन कुछ अध्ययनों से इतना तो पता लगा है कि क्रोमियम की अधिक मात्रा का संबंध शरीर में वसा के रूप में इकट्ठा होने वाले ऊतकों को कम करने और भूख को नियंत्रित करने से होता है।

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दिमाग को स्वस्थ बनाने में महत्वपूर्ण होता है

हाल में हुए कुछ अध्ययनों से पता चला है कि इंसुलिन की सही प्रक्रिया से आपका मस्तिष्क क्रियाशील रहता है और अधिक उम्र होने पर भी आपको मस्तिष्क संबंधी अन्य समस्याएं नहीं होती हैं। क्रोमियम से ग्लूकोज स्तर के बढ़ने और इंसुलिन क्रिया गतिशील होने के कारण मस्तिष्क सही तरह कार्य करता है और यह आयु संबंधी मस्तिष्क समस्याओं को कम करता है। क्रोमियम मस्तिष्क के हाइपोथेलेमस भाग के कार्यों के लिए भी महत्वपूर्ण होता है। मस्तिष्क के इस भाग से नींद, भूख, प्यास और भावनात्मक क्रियाओं का नियंत्रण होता है। क्रोमियम से मस्तिष्क के अन्य हिस्सों पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ते हैं।

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क्रोमियम आपकी स्वस्थ त्वचा के लिए जरूरी होता है

रक्त शर्करा (ब्लड शुगर) के स्तर में तेजी से बदलाव होने के चलते त्वचा पर कील मुंहासे और अन्य त्वचा संबंधी समस्याएं होने लगती हैं। तो ऐसे में क्रोमियम रक्त शर्करा के स्तर को सामान्य बनाता है, जिससे आपकी त्वचा स्वस्थ बनती है। क्रोमियम युक्त खाद्य पदार्थों में कई अन्य पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट भी मौजूद होते हैं, जिनसे आपकी त्वचा पर बढ़ती उम्र के लक्षण और मुंहासे कम होते हैं।

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मेटाबॉलिज्म और ऊर्जा स्तर में बढ़ोतरी के लिए सहायक होता है

व्यक्ति को क्रोमियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम को नियमित रूप से लेना चाहिए, इन सभी पोषक तत्वों से व्यक्ति का शरीर ऊर्जावान बनता है। जो व्यक्ति वजन कम करने के लिए एक्सरसाइज और कम भोजन करते हैं, उनको विशेष रूप से क्रोमियम युक्त खाद्य पदार्थों को आहार में शामिल करके अपनी मेटाबॉलिज्म प्रक्रिया को मजबूत बनना चाहिए। एक्सरसाइज में पसीना निकलने से क्रोमियम की कमी होती है, जिसको पूरा करने के लिए आपको क्रोमियम युक्त आहार का सेवन करना चाहिए।

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आंखों को स्वस्थ बनाता है क्रोमियम

उम्र बढ़ने के साथ आंखों में होने वाली ग्लूकोमा की समस्या से क्रोमियम आपको सुरक्षा प्रदान करता है। ग्लूकोमा डायबिटीज से संबंध रखती है, इस समस्या में आंखों में तरल बनने लगता है और आंखों की नसों में दबाव पड़ता है। इसके चलते अंधापन हो जाता है, जबकि क्रोमियम से रक्त में ग्लूकोज के नियंत्रण के कारण डायबिटीज और आंखों के विकार होने की संभावनाएं कम हो जाती हैं।

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हड्डियां कमजोर नहीं होने देता है

क्रोमियम शरीर में होने वाली कैल्शियम की कमी धीमा कर देता है। इससे आप हड्डियों के टूटने और अधिक आयु में इससे संबंधी अन्य विकारों से सुरक्षित रहते हैं। ओस्टियोपोरोसिस रोग में यह एक प्राकृतिक उपाय की तरह काम करता है।

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आहार के माध्यम से क्रोमियम को लेने से समस्या होने के मामले देखे नहीं गए हैं, इस कारण से ही क्रोमियम की अधिकतम मात्रा तय नहीं की गयी है। हालांकि, क्रोमियम को दवा के रूप में अधिक लेने से आपको कई तरह की समस्याएं हो सकती है। इसके लक्षण निम्नतः जानें -

किसी भी तरह के खनिज या विटामिन को भोजन या दवा रूप में लेने से पहले डॉक्टर से बात कर लेने बेहद जरूरी होता है।

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अलग-अलग आयु वर्ग के लोगों को अलग-अलग मात्रा में क्रोमियम की आवश्यकता होती है, जिसको नीचे आप विस्तार से जान सकते हैं।

आयु  रोजाना आवश्यक मात्रा
शिशु 0 से 6 महीने 0.0002 मिलीग्राम
7 से 12 महीने 0.0055 मिलीग्राम
1 से 3 साल 0.011 मिलीग्राम
4 से 8 साल 0.015 मिलीग्राम
9 से 13 साल (लड़के) 0.025 मिलीग्राम
9 से 13 साल (लड़कियां) 0.021 मिलीग्राम
14 से 18 साल (लड़के) 0.035 मिलीग्राम
14 से 18 साल (लड़कियां) 0.024 मिलीग्राम
19 से 50 साल (पुरुष) 0.035 मिलीग्राम
19 से 50 साल (महिला) 0.025 मिलीग्राम
गर्भवती महिलाएं 0.030 मिलीग्राम
स्तनपान कराने वाली महिलाएं 0.035 मिलीग्राम

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क्रोमियम को दवा के रूप में लेने करने की अपेक्षा इसकी जरुरत को खाद्य पदार्थों के माध्यम से पूरा करना ज्यादा सुरक्षित होता है। क्रोमियम युक्त कुछ खाद्य पदार्थों के बार में नीचे विस्तार से बताया गया है।

  1. ब्रोकली - 1 कप ब्रोकली से आपको 0.022 मिलीग्राम क्रोमियम मिलता है, जो आपकी दैनिक जरूरत का 88 प्रतिशत होता है। (और पढ़ें - ब्रोकली खाने के फायदे)
  2. अंगूर का रस - 1 कप का अंगूर के जूस से आपको 0.008 मिलीग्राम क्रोमियम मिलता है, जो आपकी दैनिक जरूरत का 32 प्रतिशत भाग है। (और पढ़ें - अंगूर खाने के फायदे)
  3. आलू - 1 कप आलू से आपको 0.003 मिलीग्राम क्रोमियम मिलता है, जो आपकी प्रतिदिन की आवश्यकता का 12 प्रतिशत हिस्सा है। (और पढ़ें - आलू खाने से फायदे)
  4. लहसुन - 1 चम्मच लहसुन से आपको 0.003 मिलीग्राम क्रोमियम मिलता है, जो आपकी रोजाना की जरूरत का 12 प्रतिशत होता है। (और पढ़ें - कच्चा लहसुन खाने के फायदे)
  5. तुलसी - 1 बड़ा चम्मच तुलसी के अर्क से 0.002 मिलीग्राम क्रोमियम मिलता है, जो आपकी दैनिक जरूरत का 8 प्रतिशत हिस्सा है। (और पढ़ें - तुलसी के फायदे)
  6. संतरे का जूस - 1 कप संतरे के जूस से आपको करीब 0.002 मिलीग्राम क्रोमियम मिलता है, जो आपकी रोजाना की आवश्यकता का 8 प्रतिशत भाग होता है। (और पढ़ें - संतरे का जूस पीने का फायदा)
  7. बीन्स - 1 कप पकी हुई बीन्स से आपको करीब 0.002 मिलीग्राम क्रोमियम मिलता है, जो आपकी रोजाना की जरूरत का 8 प्रतिशत हिस्सा है। (और पढ़ें - ग्वार फली के फायदे)
  8. सेब - 1 मध्यम आकार के सेब से आपको करीब 0.001 मिलीग्राम क्रोमियम मिलता है, जो आपकी दैनिक जरूरत का 4 प्रतिशत भाग है। (और पढ़ें - सेब खाने के फायदे)
  9. केले - 1 मध्यम आकार के केले से आपको करीब 0.001 मिलीग्राम क्रोमियम मिलता है, जो आपकी दैनिक जरूरत का 4 प्रतिशत भाग है।

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