धनिया भारतीय व्यंजनों का एक अभिन्न हिस्सा है। हम नियमित रूप से मसाले के रूप में सूखे धनिया का उपयोग करते हैं और दाल, करी, सलाद या सूप के लिए धनिया पत्तों का उपयोग किया जाता है। इसे औषधीय गुणों के लिए दुनिया भर में जाना जाता है। यह पोटेशियम, लोहा, विटामिन ए, विटामिन K और विटामिन सी, फोलिक एसिड, मैग्नीशियम और कैल्शियम का एक बड़ा स्रोत है जो कई स्वास्थ्य समस्याओं को ठीक कर सकता है। (और पढ़ें - धनिये के फायदे और नुकसान)

  1. धनिये के बीज के फायदे - Dhaniye ke Beej ke Fayde in Hindi
  2. धनिये के बीज के नुकसान - Dhaniye ke Beej ke Nuksan in Hindi

धनिये के बीजों को खाने में स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग किया जाता है। खाने में स्वाद बढ़ाने के अलावा यह त्वचा, बालों, पाचन के लिए, मधुमेह के इलाज और लौह की कमी को पूरा करने के लिए उपयोग किया जा सकता है। तो आइये जानते हैं इसके लाभों के बारे में -

धनिये के बीज के फायदे त्वचा के लिए - Coriander Seeds Benefits for Skin in Hindi

धनिया विभिन्न त्वचा रोगों जैसे एक्जिमा, खुजली वाली त्वचा, चकत्ते और सूजन का इलाज करने में काफी प्रभावी है। इससे मुंह के अल्सर और घावों का इलाज भी होता है। धनिया के बीज और पानी को उबाल लें। इस पानी से मुंह के अल्सर को कम करने और ठीक करने के लिए उपयोग करें। इसके अलावा धनिया के बीज, पानी और एक चम्मच शहद को पीसकर एक पेस्ट बनाएं। तत्काल राहत के लिए, खुजली वाली त्वचा पर इस पेस्ट को लगाएं और लगभग 10 मिनट के बाद धो लें। (और पढ़ें - चमकदार त्वचा पाने के लिए गाइड)

सूखे धनिये के फायदे पिंपल्स के उपचार के लिए - Coriander Seeds for Pimples in Hindi

तैलीय त्वचा वालो के लिए पिंपल्स होने एक बहुत ही आम समस्या है जो बार बार आकर परेशान करती रहती है। धनिया बीज एक्ने को कम करने में बहुत मददगार साबित हो सकते हैं। इसके लिए आप घरेलू फेस मास्क तैयार कर सकते हैं। इसके लिए आपको धनिया के बीज, एक चम्मच शहद, एक चुटकी हल्दी, मुल्तानी मिट्टी (वैकल्पिक) की जरूरत होगी। धनिया पेस्ट, शहद और हल्दी के साथ एक फेस मास्क तैयार करें। यदि आपकी त्वचा तैलीय है तो आप मुल्तानी मिट्टी को भी मिला सकते हैं। चेहरे पर इस मास्क को लगाए और सूखने के बाद अच्छी तरह से धो लें। धनिया बीज के जीवाणुरोधी गुण एक्ने और ब्लैकहैड्स का मुकाबला करने के लिए बहुत ही लाभकारी होते हैं। यह एक प्रभावी घरेलू उपाय के रूप में कार्य करते हैं। (और पढ़ें - पिम्पल्स हटाने के घरेलू उपाय)

कोरिएंडर सीड्स फॉर हेयर ग्रोथ - Coriander Seeds for Hair Growth in Hindi

बालों के झड़ने की वजह कमजोर हेयर फॉलिकल्स, हार्मोनल असंतुलन, तनाव, साथ ही अनुचित आहार हो सकता है। धनिया के बीज का उपयोग करके आप बालों को गिरने से बचा सकते हैं। अपने बालों के तेल में कुछ धनिया पाउडर मिलाएं और सप्ताह में कम से कम दो बार अपने सिर की मालिश करने के लिए इसका इस्तेमाल करें। धनिया के बीज आपके बालों की जड़ों को मजबूत करते हैं और बालों की ग्रोथ में मदद करते हैं, इस प्रकार यह आपके बालों की झड़ने की समस्याओं को दूर रखने में मदद करता है। (और पढ़ें - बाल बढ़ाने के उपाय)

धनिया के बीज का लाभ रखें पाचन को स्वस्थ - Coriander Seeds for Digestion in Hindi

धनिया के बीज और ताजे धनिया के पत्ते पाचन क्रिया को स्वस्थ रखने में मदद करते हैं। एक दिन के लिए पानी में एक मुट्ठी धनिये के बीज सुखाएं। बीज को बाहर निकालें और खाली पेट धनिया पानी पी लें। अपच का इलाज करने के लिए दैनिक रूप से इसका सेवन करें। धनिया के बीज में एंटीऑक्सिडेंट गुण और आहार फाइबर हैं जो लिवर को स्वस्थ रखने में मददगार होते हैं और साथ ही साथ आँतों को भी स्वस्थ रखते हैं। ये पाचक एंजाइमों और रस के बनने में मदद करते हैं जो पाचन प्रक्रिया को आसान करते हैं। यदि आप अपच और पेट की किसी भी समस्या से पीड़ित हैं, तो अपने आहार में धनिया बीज शामिल करें। (और पढ़ें - पाचन क्रिया सुधारने के आयुर्वेदिक उपाय)

सूखा धनिया के फायदे सर्दी जुकाम के लिए - Coriander Seeds for Cold in Hindi

धनिये के बीज से युक्त आहार कोलेजन के स्वस्थ उत्पादन में मदद करते हैं जिससे त्वचा की लोच को बनाए रखने में सहायता मिलती है। यह घावों को ठीक करने, स्वस्थ संयोजी ऊतकों को बनाए रखने और जुकाम और फ्लू से बचाव के लिए भी मदद करता है। विटामिन सी एक शक्तिशाली एंटीऑक्सीडेंट है जो एक स्वस्थ शरीर और त्वचा के लिए आवश्यक है। धनिये में कई आवश्यक विटामिन होते हैं जैसे फोलिक एसिड, विटामिन ए और बीटा-कैरोटीन आदि। (और पढ़ें - फ्लू के घरेलू उपाय)

सूखा धनिया फॉर डायबिटीज - Coriander Seeds for Diabetes in Hindi

धनिया बीज में डायबिटीज को कम करने वाले गुण पाए जाते हैं। रातभर के लिए एक मुट्ठी धनिया की भिगोएं। अगली सुबह, पानी को छाने और इसका सेवन करें। यदि आप मधुमेह और कोलेस्ट्रॉल की समस्या से पीड़ित हैं, तो आपको दैनिक रूप से इस धनिया पानी का सेवन करना चाहिए। यह ब्लड ग्लूकोज को कम करने में मदद करता है जिससे स्वस्थ रक्त शर्करा के स्तर को भी कम रखने में मदद मिलती है। इससे एलडीएल (खराब कोलेस्ट्रॉल) की मात्रा कम हो जाती है और रक्त में एचडीएल (अच्छे कोलेस्ट्रॉल) की मात्रा बढ़ जाती है। मधुमेह और हाई कोलेस्ट्रॉल से पीड़ित लोगों को धनिया पानी दैनिक रूप से पीना चाहिए। (और पढ़ें - शुगर के घरेलू उपचार)

डायबिटीज को नियंत्रियत करने के लिए myUpchar Ayurveda Madhurodh डायबिटीज टैबलेट का उपयोग करे और डायबिटीज से होने वाली अन्य बीमारियों से बचे।

 

धनिये के बीज में होते हैं एंटीबैक्टीरियल गुण - Coriander Seeds have Antibacterial Properties in Hindi

कई भोजन और जल से उत्पन्न रोग जैसे हैजा, टाइफाइड, फ़ूड पोइज़निंग, पेचिश (डिसेन्ट्री; Dysentery) आदि बैक्टीरिया (साल्मोनेला) के कारण होते हैं। धनिये का नियमित सेवन अपने जीवाणुरोधी गुणों के कारण खाने-पीने से होने वाले रोगों से बचाता है। आप धनिया अपने भोजन या अतिरिक्त स्वाद के लिए सलाद में इस्तेमाल कर सकते हैं। आपको इसका नियमित रूप से आहार में उपयोग करना चाहिए। यह किसी भी प्रकार के बैक्टीरिया के संक्रमण को रोक सकता है, खासकर साल्मोनेला से होने वाले संक्रमण। धनिये के बीज में डोडेक्नेनल (dodecenal) की उच्च मात्रा पाई जाती है (यह एक यौगिक है जो साल्मोनेला के लिए उपयोग किये जाने वाले किसी भी एंटीबायोटिक से दो गुना अधिक शक्तिशाली है)।

धनिया के बीज के गुण करें एनीमिया का उपचार - Coriander Seeds Good for Anemia in Hindi

क्या आप जानते हैं कि धनिये के बीज भी एनीमिया को रोकने में मदद कर सकते हैं? लोहे की कमी से एनीमिया हो सकता है। धनिये के बीज लोहे की कमी को पूरा करने में मदद करते हैं। धनिये के बीज में कई आवश्यक विटामिन्स और खनिज होते हैं जिनमें लोहा भी शामिल है, जो कि एनीमिया को रोकने में मदद करते हैं। (और पढ़ें - खून की कमी के घरेलू उपाय)

अनियमित मासिक धर्म को रोकें धनिया के बीज का उपयोग - Coriander Seeds for Irregular Periods in Hindi

यदि आप भारी पीरियड्स से पीड़ित हैं, तो अपने नियमित आहार में धनिया बीज शामिल करें। ये मासिक धर्म अनियमितताओं को रोकने में भी मदद करते हैं। आधा लीटर पानी में 6 ग्राम धनिया बीज उबालें। जब पानी आधे से कम रह जाए तो उसमें एक चम्मच चीनी डालें। जब यह मिश्रण हल्का गर्म रह जाएँ तो इसका सेवन करें। यह मिश्रण रोजाना तीन बार से उपयोग किया जाना चाहिए। धनिये के बीज में प्राकृतिक उत्तेजक (Natural stimulant) गुण होते हैं जो उचित हार्मोन संतुलन को बनाए रखने में मदद करते हैं जिससे पीरियड्स के दौरान दर्द और अगर पीरियड्स में अधिक रक्तस्राव हो तो वो  कम हो जाता है। (और पढ़ें - अनियमित मासिक धर्म के कारण और उपचार)

कंजंक्टिवाइटिस का घरेलू इलाज है धनिये के बीज - Coriander Seeds for Conjunctivitis in Hindi

धनिया नेत्रश्लेष्मलाशोथ (आँख आना) के लिए सबसे अच्छा उपचार माना जाता है। इसके अलावा, धनिया अन्य नेत्र रोगों और समस्याओं को भी रोकता है। बस अपनी आँखों को धोने के लिए धनिये के बीज के काढ़े का उपयोग करें। यदि आप कंजंक्टिवाइटिस से पीड़ित है, तो जितनी बार आप कर सकते हैं, उतनी बार काढ़े के साथ प्रभावित आंख को धोने की कोशिश करें। इसमें मौजूद उच्च एंटीऑक्सीडेंट सामग्री आंखों में लाली, खुजली और सूजन को कम करने में सहायक है। (और पढ़ें - आँखों की रौशनी कैसे बढ़ायें)

  1. धनिये के बीज का अत्यधिक और लंबे समय तक उपयोग लिवर की समस्याएं पैदा कर सकता है। 
  2. कुछ लोगों को इसके उपयोग से चक्कर, साँस लेने में कठिनाई, खुजली, चक्कर आना जैसी एलर्जी हो सकती हैं। यदि आप इन समस्याओं का सामना करते हैं, तो इसके सेवन से पहले अपने डॉक्टर से सलाह लें।
  3. ये धनिये के बीज के गंभीर दुष्प्रभावों में से एक है जिससे महिलाओं को सावधान रहना चाहिए। गर्भवती और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को सीमित मात्रा में धनिया के बीज का उपयोग करना चाहिए क्योंकि ग्रंथि स्राव पर इसका असर होता है जिससे माता और भ्रूण और प्रजनन ग्रंथियों को नुकसान हो सकता है।
  4. कभी-कभी, धनिये के बीज का उपयोग सूरज की किरणों के प्रति संवेदनशीलता का कारण बन सकता है जिससे सनबर्न और त्वचा कैंसर का खतरा बढ़ सकता है। यदि आप सूरज की किरणों से एलर्जी या संवेदनशीलता से पीड़ित हैं, तो इसे कम से कम इस्तेमाल करें। और वह भी अपने डॉक्टर से सलाह करने के बाद।
  5. कुछ लोगों को त्वचा की समस्याएं जैसे सूजन, खुजली, जलन आदि हो सकती है। ऐसे मामलों में आपको अपने डॉक्टर से सलाह करनी चाहिए। यदि इन लक्षणों में से किसी भी लक्षण को देखते हैं, तो आपको इसके उपयोग को बंद कर देना चाहिए।
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