रक्त शर्करा को स्थिर करता है –
पोटेशियम के स्तर में कमी होने से शरीर की रक्त शर्करा का स्तर भी कम हो जाता है। रक्त शर्करा का स्तर कम होने से आपको सिरदर्द, कमजोरी, घबराहट और अधिक पसीना आने की समस्या हो सकती है। इस तरह की समस्या में पोटेशियम क्लोराइड और सोडियम लेने से जल्द राहत मिलती है। इस कारण से ही डायबिटीज के मरीजों को पोटेशियम के स्तर को सामान्य रखने की सलाह दी जाती है।
(और पढ़ें - डायबिटीज का घरेलू उपाय)
मांसपेशियों के विकार को कम करना –
मांसपेशियों के संकुचन और आराम के लिए खनिजों की आवश्यकता होती है। शरीर में अधिकांश पोटेशियम मांसपेशियों की कोशिकाओं में स्थित होता हैं। यह मांसपेशी और तंत्रिका कार्य को सही करता है। इसके अलावा यह मांसपेशियों और मस्तिष्क की तंत्रिका के बीच होने वाले संबंधों को उत्तेजित करता है।
(और पढ़ें - मांसपेशियों में दर्द का इलाज)
मांसपेशियों की ऐंठन को कम करे -
खून में पोटेशियम के स्तर में कमी आने से मांसपेशियों में ऐंठन होती है। इस स्थिति को हाइपोकैलमिया कहते हैं। रोज एक केले को खाने से आप मांसपेशियों की ऐंठन की समस्या से बच सकते हैं। क्योंकि केले में भरपूर मात्रा में पोटेशियम पाया जाता है।
(और पढ़ें - मांसपेशियों में ऐंठन के कारण)
हड्डियों के स्वास्थ के लिए जरूरी होता है –
पोटैशियम को हड्डियों के स्वास्थ्य के लिए उपयोगी माना जाता है। पोटेशियम शरीर में एसिड को खत्म करता है, जिससे हड्डियों के लिए आवश्यक कैल्शियम सही तरह से बनता है और शरीर में संरक्षित रहता है। कैल्शियम का स्तर सही होने से हड्डियों का स्वास्थ्य सही रहता है।
(और पढ़ें - हड्डियों को मजबूत करने के उपाय)
मस्तिष्क कार्यों के लिए महत्वपूर्ण होता है –
पोटैशियम मस्तिष्क की विद्युतीय तरंगों को नियंत्रित करता है, जिससे मस्तिष्क कार्यों पर खासा असर देखने को मिलता है। साथ ही यह आपकी याद करने की क्षमता और याददाश्त को भी मजबूत करता है।
(और पढ़ें - याददाश्त बढ़ाने के घरेलू उपाय)
पोटैशियम के कुछ अन्य फायदे निम्न हैं