हमारे शरीर का प्रत्‍येक अंग काफी महत्‍वपूर्ण है। अगर शरीर के एक भी अंग में चोट लग जाए तो रोजमर्रा के काम करने में भी परेशानी होने लगती है। हमारे पूरे शरीर का भार पैरों पर होता है इसलिए पैरों का मजबूत और स्‍वस्‍थ रहना बहुत जरूरी है। पैरों में दर्द और कमजोरी होना एक सामान्‍य समस्‍या है जो कि किसी भी उम्र के व्‍यक्‍ति को प्रभावित कर सकती है।

बच्‍चों से लेकर वृद्धावस्‍था तक में पैर में दर्द की शिकायत हो सकती है जिसके कारण दैनिक कार्य करने में भी दिक्‍कत आती है। कई कारणों से पैर में दर्द हो सकता है। मांसपेशियों में मोच या मांसपेशियों में खिंचाव, मांसपेशियां फटने, पोषण की कमी, मांसपेशियों में थकान, मांसपेशियों में ऐंठन, लंबे समय तक खड़े रहने, नसों में दिक्‍कत, पानी की कमीहड्डी टूटने की वजह से पैर में दर्द महसूस हो सकता है।

(और पढ़ें - मांसपेशियों में दर्द के कारण)

उपरोक्‍त स्थिति में उचित इलाज लें और चिकित्‍सक से परामर्श करें। हालांकि, अगर आपको पैर में दर्द महसूस हो रहा है तो नीचे दिए गए कुछ तरीकों एवं टिप्‍स की मदद से आप घर पर ही अपनी समस्‍या का निदान कर सकते हैं।

  1. निम्बू का जूस है टांगों के दर्द के लिए गुणकारी - Lemon juice for leg pain in Hindi
  2. टांगों के दर्द के लिए विटामिन डी है सहायक - Vitamin d for leg pain in Hindi
  3. पोटेशियम टांगों के दर्द में पहुचाये लाभ - Potassium for leg pain in Hindi
  4. टांगों के दर्द से जुड़े अन्य सुझाव - Tips for leg pain in Hindi
  5. घूमना देता है टांगों को ताकत - Walking to strengthen legs
  6. टांगों की मांसपेशियों को मज़बूत करता है व्यायाम - Leg strengthening exercises in Hindi
  7. टांगों की स्वस्थ हड्डियों के लिए महत्वपूर्ण है सूरज की रोशनी - Sunlight for stronger bones in Hindi
  8. टांगों को मज़बूत बनाता है पौष्टिक आहार - Healthy food for strong legs in Hindi
  9. टांगों के दर्द के लिए ठंडे बैग का करें इस्तेमाल - Cold compress for leg pain in Hindi
  10. टांगों के दर्द का घरेलू उपाय है मसाज - Massage for leg pain in Hindi
  11. टांगों के दर्द के लिए हल्दी का करें उपयोग - Turmeric for leg pain in Hindi
  12. टांगों के दर्द का घरेलू नुस्खा है सेब का सिरका - Apple cider vinegar for leg pain in Hindi
  13. टांगों के दर्द के लिए सेंधा नमक है लाभकारी - Epsom salt for leg pain in Hindi
  14. टांगों के दर्द के लिए चेरी जूस का करें प्रयोग - Tart cherry juice for leg pain in Hindi
  15. अदरक रखे टांगों के दर्द को दूर - अदरक रखे टांगों के दर्द को दूर

नींबू में एंटीऑक्सीडेंट मौजूद होता है जो दर्द से राहत दिलाने में मदद करता है। इससे आपके शरीर का Ph स्तर बना रहता है और टांगों में सूजन या दर्द से जुडी समस्याएं नहीं होती।

नींबू का इस्तेमाल दो तरीकों से करें - 

पहला तरीका -

  1. बराबर मात्रा में नींबू का जूस और अरंडी का तेल मिलाएं।
  2. इसे पूरे दिन में दो या तीन बार प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं।

दूसरा तरीका -

  1. एक गर्म पानी में एक नींबू का जूस और थोड़ा शहद मिला लें।
  2. इस मिश्रण को हफ्ते में दो बार ज़रूर पियें।

(और पढ़ें - नींबू के फायदे और नुकसान)

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जिन लोगो में विटामिन डी की कमी होती है उनमे इस तरह के लक्षण देखने को मिलते हैं जैसे टांगों में दर्द, कमर दर्द, शरीर में दर्द और जाँघों में दर्द। इसके अलावा, यह विटामिन दो खनिजों को नियंत्रित करता है - कैल्शियम और फास्फोरस जिससे तंत्रिका और मांसपेशियों के कार्यों में मदद मिलती है। इस दर्द से छुटकारा पाने के लिए सुबह सुबह दस से पंद्रह मिनट सूरज के सामने खड़े रहें। इससे आपके शरीर में विटामिन डी की कमी पूरी होगी। इसके अलावा अपने आहार में विटामिन डी-समृद्ध खाद्य पदार्थ जोड़ें जैसे पैक्ड दूध, संतरे का जूस, अनाज आदि। डॉक्टर से परामर्श करने के बाद आप विटामिन डी के सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।

पोटेशियम की कमी से भी टांगों में दर्द होता है। पोटेशियम मांसपेशियों और तंत्रिका कार्यों के लिए एक जरूरी महत्वपूर्ण पोषक तत्व है। यह निर्जलीकरण भी रोकता है। टांगों के दर्द से छुटकारा पाने के लिए पोटेशियम से समृद्ध खाद्य पदार्थ खाएं। जैसे बेक्ड आलूशकरकंदी छिलकों के साथ, केला, किशमिश, टमाटर का जूस आदि अपने आहार में शामिल करें। अपने डॉक्टर से परामर्श करने के बाद आप पोटेशियम से जुड़े सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं।

  1. आप कैप्साइसिन से बने जेल का भी इस्तेमाल कर सकते हैं। इससे आपके टांगों का दर्द बिल्कुल गायब हो जाएगा।
  2. रोज़ाना दो से तीन कप ग्रीन टी पियें।
  3. पूरे दिन में दो बार कुछ दिनों तक एक चम्मच पीली सरसों को एक ग्लास पानी के साथ खाएं। इससे आपकी मांसपेशियां अच्छे से कार्य करेंगी।
  4. अपने रक्तचाप और कोलेस्ट्रॉल को नियंत्रण में रखें।
  5. पीने की मात्रा को नियंत्रित रखें।
  6. धूम्रपान या सेकंड हैंड स्मोकिंग से बचें।
  7. अगर आपको शुगर है तो ब्लड शुगर स्तर को नियंत्रित करें।
  8. तनाव को दूर रखें।
  9. रोज़ाना दस मिनट तक व्यायाम करें। व्यायाम करने से पहले और बाद में स्ट्रेच करें जिससे टांगों में दर्द न हो।
  10. बहुत लंबे समय के लिए एक ही स्थिति में खड़े होने या बैठने से बचें।
  11. यदि आप धूम्रपान करते हैं, तो इसे छोड़ना महत्वपूर्ण होगा।
  12. संतृप्त वसा वाले खाद्य पदार्थ को खाने से बचें।
  13. एडिमा को रोकने के लिए अपनी नमक की खपत को सीमित करें।
  14. रक्त परिसंचरण को बढ़ाने के लिए अपने टांगों को कुछ समय के लिए ऊंचा रखें।
  15. आप परिसंचरण में सुधार करने के लिए एक्यूप्रेशर और एक्यूपंक्चर का उपयोग कर सकते हैं।
  16. हमेशा कोई भी पूरक (supplement) लेने से पहले अपने चिकित्सक से परामर्श करें।
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घूमना एक बहुत अच्छा व्यायाम है जो कि आपके टांगों की ताकत में मदद करता है और मांसपेशियों को टोन (tone) करता है। यह रक्त परिसंचरण में भी सुधार करता है।

सप्ताह में कम से कम 5 बार, न्यूनतम 30 मिनट के लिए चलें। अगर आपको घूमने में कठिनाई है, तो किसी छड़ी का उपयोग करें। चलने के साथ-साथ स्विमिंग, जॉगिंग, बाइकिंग, ट्रैकिंग जैसी गतिविधियों को सप्ताह में एक बार ज़रूर करें।

  • आप व्यायाम से कमज़ोर टांगों की सभी प्रमुख मांसपेशियों को मज़बूत कर सकते हैं।
  • कुछ अच्छे अभ्यास हैं जो कि आप घर पर कर सकते हैं जैसे हील स्लाइड, क्वाड प्रेस, सीधे पैर उठाना, हैमस्ट्रिंग सुदृढ़ीकरण, स्विस बॉल स्क्वाट्स, लनजस आदि ।
  • आपको इन अभ्यासों को प्रति सप्ताह 3 या 4 बार करें बशर्ते ये दर्द का कारण ना बनें या उसमें वृद्धि ना करें।
  • आप योग और ताई ची भी कर सकते हैं।
  • हमेशा अपने चिकित्सक के साथ इन अभ्यासों की उपयुक्तता पर चर्चा करें। इसके अलावा, एक विशेषज्ञ से इन अभ्यासों को सीखें।

क्लीनिकल न्यूट्रीशन पत्रिका अमेरिकन सोसायटी में प्रकाशित एक 2002 के अध्ययन के अनुसार विटामिन डी की कमी मांसपेशियों में कमज़ोरी का कारण है। यह दो खनिजों को विनियमित रखने में भी मदद करता है।  कैल्शियम और फास्फोरस, जो स्वस्थ हड्डियों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

धूप में कुछ समय बिताना आपको विटामिन डी प्रदान करने में मदद कर सकता है, सूर्य की पराबैंगनी (UV) किरणें आपके शरीर में इस विटामिन को बनाने में मदद कर सकती हैं। सीधे शब्दों में दैनिक रूप से 10 से 15 मिनट के लिए हर सुबह सूरज की रोशनी आपके टांगों के लिए महत्वपूर्ण हैं।

इसके अलावा, सैमैन, सार्डिन, मॅकरल और दूध, संतरे का रस आदि विटामिन डी युक्त खाद्य पदार्थ खाने चाहिए। आप डॉक्टर से परामर्श के बाद, एक पूरक भी ले सकते हैं।

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खराब आहार और निर्जलीकरण टांगों की कमज़ोरी और मांसपेशियों में ऐंठन के मुख्य कारणों में से एक है। आप अपने शरीर का पुनर्जलीकरण करके आसानी से इस हालत को कम कर सकते हैं। इसके अलावा, आपके शरीर को हाइड्रेटेड रखने के लिए और अधिक पानी युक्त फल और सब्ज़ियाँ खाने चाहिए।

टांगों की कमज़ोरी को कम करने के लिए, अपने आहार में स्वस्थ प्रोटीन, पोटेशियम, मैग्नीशियम और विटामिन शामिल करें। आप अपने आहार में प्रोटीन युक्त कुछ अच्छे स्रोत जैसे अंडे, दही, सोया खाद्य पदार्थ और नट्स और इसके अलावा पोटेशियम युक्त पके हुए आलू और मीठे आलू, केले, प्लम, किशमिश और टमाटर के रस का उपयोग कर सकते हैं।

इसी तरह मैग्नीशियम युक्त कद्दू के बीज, सूरजमुखी के बीज, बादाम, लाइमा बीन्स, और पालक, और विटामिन बी युक्त अनाज, अंडे, दाल, केले, गेहूं के बीज, सेम, मछली, दलिया, पनीर और दही आदि का सेवन करें।

कैल्शियम, प्रोटीन और अन्य पोषक तत्व के साथ भरा हुआ दूध, एक और अच्छा आहार है जो कि पैर की कमज़ोरी से लड़ सकता है। अपने टांगों को शक्ति प्रदान करने के लिए दिन में कम से कम 1 गिलास कम वसा वाले दूध को दो बार पीना चाहिए। आप एक गिलास कम वसा वाले दूध के साथ कटे हुए अंजीर, खजूर और बादाम को उबाल कर पिएं।

पोटेशियम, कैल्शियम और मैग्नीशियम के साथ ही विटामिन बी जैसे खनिजों से समृद्ध सेब का सिरका कमज़ोर टांगों के लिए एक और कारगर उपाय है। एक गिलास गर्म पानी में 1 से 2 चम्मच कच्चे अनफ़िल्टर्ड सेब के सिरके को मिक्स करें। इसमे थोड़ा सा कच्चा शहद और नींबू का रस मिलाएं। इस टॉनिक को दिन में एक या दो बार पिएं।

मांसपेशियों को मज़बूत बनाए रखने और टांगों में कमज़ोरी रोकने के लिए आप लोहा, विटामिन बी, कैल्शियम और पोटेशियम से युक्त शीरा (blackstrap molasses) का उपयोग कर सकते हैं। एक कप गर्म पानी या दूध में 1 चम्मच शीरे को मिक्स करें। यह दिन में एक या दो बार पिएं। वैकल्पिक रूप से, 1 कप पानी में 2 चम्मच शीरे और 2 चम्मच कच्चे अनफ़िल्टर्ड सेब के सिरके को मिक्स करें और दिन में एक बार पिएं।

जब अत्यधिक शारीरिक गतिविधि के बाद टांगों में दर्द होता है तो आप ठंडे बैग का इस्तेमाल कर सकते हैं। यह प्रभावित क्षेत्र को सुन्न करके दर्द को दूर कर देगा और सूजन को नियंत्रित करने में मदद करेगा।

ठंडे बैग का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. मोटे कपडे की तौलिया या कपडे में कुछ बर्फ रख लें।
  2. अब इसे 10 से 15 मिनट के लिए प्रभावित क्षेत्रों पर लगाएं।
  3. इस प्रक्रिया को पूरे दिन में कई बार दोहराएं।

नोट - बर्फ को सीधा त्वचा पर न लागएं इससे फ्रॉस्टबाइट का खतरा हो सकता है।

मसाज मांसपेशियों में होने वाली समस्या को जल्द राहत प्रदान करता है। 2012 के अध्ययन के अनुसार व्यायाम के बाद मांसपेशियों में होने वाले तनाव में अगर आप दस मिनट तक मालिश करते हैं तो इससे आपको बेहद आराम पहुंचेगा। इसके अलावा मसाज करने से रक्त परिसंचरण में सुधार होता है और तनाव या चिंता को भी दूर करने में मदद मिलती है।

मालिश कैसे करें -

  1. प्रभावित क्षेत्रों पर गर्म जैतून का तेलनारियल या सरसों का तेल लगाएं।
  2. दस मिनट तक टांगों पर मसाज करें।
  3. पूरे दिन में दो से तीन बार मसाज की प्रक्रिया को दोहराएं।

इसके अलावा आप खुद से भी मसाज करने वाले उपकरण से टांगों पर मसाज कर सकते हैं।

टांगों के दर्द के लिए अन्य प्रभावी घरेलू उपाय है हल्दी जिसमें एंटीऑक्सिडेंट और सूजनरोधी गुण होते हैं। हल्दी में मौजूद करक्यूमिन सूजन को कम करने में मदद करते हैं।

हल्दी का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. एक चम्मच हल्दी का पाउडर कुछ मात्रा में गर्म तिल के तेल के साथ मिला लें।
  2. पेस्ट अच्छे मिलाने के बाद इसे प्रभावित क्षेत्रों पर लगाकर रगड़ें।
  3. इसे आधे घंटे के लिए ऐसे ही लगा हुआ छोड़ दें।
  4. फिर गर्म पानी से इसे धो लें।
  5. इस प्रक्रिया को पूरे दिन में दो बार करें।
  6. इसके अलावा आप एक ग्लास दूध में एक चम्मच हल्दी डालकर भी पूरे दिन में दो बार पी सकते हैं।
  7. आप हल्दी से जुड़े सप्लीमेंट्स का भी सेवन कर सकते हैं लेकिन इनका सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर से बात ज़रूर करें।

(और पढ़ें - हल्दी के फायदे और नुकसान)

नोट - अगर आप ब्लड थिन्निंग से जुडी दवाइयां लेते हैं तो हल्दी से संबंधित दवाइयां लेने से पहले अपने डॉक्टर से बात ज़रूर करें।

सेब का सिरका टांगों के दर्द को दूर करने में मदद करता है। यह विशेष रूप से गठिया और गाउट दर्द के लिए फायदेमंद होता है। इसका क्षारीय प्रभाव रक्त में यूरिक एसिड क्रिस्टल को खत्म करता है। इसके अलावा यह जोड़ों और ऊतकों में विषाक्त पदार्थों के निर्माण को दूर करने में भी मदद करता है। इसके साथ ही यह दर्द और सूजन को कम करने के लिए पोटेशियम, कैल्शियम और अन्य आवश्यक खनिजों को भी आपके शरीर तक पहुंचाता है।

सेब के सिरके को दो तरीकों से करें इस्तेमाल -

पहला तरीका -

  1. बाथटब या बाल्टी में गर्म पानी करें और उसमे एक या दो चम्मच सेब के सिरके को मिलाएं।
  2. अब उसमे अपने टांगों को आधे घंटे के लिए रखें।
  3. इस प्रक्रिया को कुछ दिनों तक पूरे दिन में एक बार ज़रूर करें।

दूसरा तरीका -

  1. इसके आलावा आप एक ग्लास दूध में एक या दो चम्मच सेब के सिरके के साथ थोड़ा शहद मिलाकर पी सकते हैं।
  2. इस मिश्रण को पूरे दिन में दो बार ज़रूर पियें।

(और पढ़ें - सेब के सिरके के फायदे)

सेंधा नमक में मैग्नीशियम होता है जो कि एक महत्वपूर्ण इलेक्ट्रोलाइट है जिससे शरीर में तंत्रिका संकेतों को विनियमित करने में मदद मिलती है। यह प्राकृतिक तरीकों से भी मांसपेशियों को आराम पहुंचाने में मदद करता है और टांगों के दर्द और सूजन को भी कम करता है।

सेंधा नमक का इस्तेमाल कैसे करें -

  1. एक बाल्टी में गर्म पानी लें और उसमे एक या आधा चम्मच सेंधा नमक की मिलाएं।
  2. अब उसमे टांगों को 15 मिनट के लिए डालें रखें।
  3. इस मिश्रण को हफ्ते में दो या तीन बार करें।

(और पढ़ें - सेंधा नमक के फायदे)

इसके अलावा ज़्यादा मैग्नीशियम युक्त खाद्य पदार्थ खाएं जैसे केलाकद्दू के बीजसोया मिल्कअखरोट, शीरा, साबुत अनाज और हरी पत्तेदार सब्जियां आदि। आप मैग्नीशियम सप्लीमेंट्स भी ले सकते हैं लेकिन उससे पहले अपने डॉक्टर से बात ज़रूर करें।

अगर टांगों में दर्द और सूजन का कारण अत्यधिक शारीरिक गतिविधि है तो टार्ट चेरी का जूस पियें। इसके एंटीऑक्सिडेंट और सूजनरोधी गुण चोट और दर्द का इलाज करने में मदद करते हैं। 2012 के अध्यन्न के मुताबिक दुकानों से ली गयी दर्द निवारक दवाइयों की तुलना में टार्ट चेरी जूस मांसपेशियों के दर्द और सूजन के लिए बेहद लाभदायक है। रोज़ान पूरे दिन में एक बार एक या आधा कप ताज़ी टार्ट चेरी खाएं या एक कप टार्ट चेरी का जूस भी पी सकते हैं।


नोट - अगर टार्ट चेरी जूस की वजह से आपको पेट में खराबी या डायरिया होता है तो इसका सेवन न करें।

अदरक में सूजनरोधी गुण होते हैं जो टांगों में दर्द और सूजन को दूर करने में मदद करते हैं। यह परिसंचरण और रक्त के प्रवाह में भी सुधार करता है जिससे मांसपेशियों का दर्द दूर होता है।

अदरक का इस्तमाल कैसे करें -

  1. प्रभावित क्षेत्रों पर अदरक के तेल से मसाज करें।
  2. आप पूरे दिन में दो या तीन बार मसाज की प्रक्रिया तब तक दोहराएं जब तक टांगों में दर्द नहीं चला जाता।
  3. इसके अलावा अदरक की चाय को पूरे दिन में दो या तीन बार ज़रूर पियें। अदरक की चाय बनाने के लिए पांच से दस मिनट तक ताज़ी अदरक के टुकड़ों को पानी में उबालने के लिए रख दें। अब उसमे शहद और नींबू स्वाद बनाने के लिए डाल दें।
  4. अगर आप अदरक से जुड़े सप्लीमेंट खाना चाहते हैं तो सबसे पहले अपने डॉक्टर से बात करें।

(और पढ़ें - अदरक के फायदे)

नोट - ज़्यादा अदरक का सेवन न करें इससे आपका रक्त पतला हो सकता है।

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