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स्किन एलर्जी क्या है?

स्किन एलर्जी उत्तेजक पदार्थों या एलर्जी पैदा करने वाले पदार्थों के प्रति एक एलर्जिक रिएक्शन होता है। स्किन एलर्जी कई कारकों के कारण हो सकती है, जैसे कि संक्रमण, प्रतिरक्षा प्रणाली विकार और दवाओं के प्रति प्रतिक्रियाएं। स्किन एलर्जी कई प्रकार की होती है, जैसे एक्जिमा, डर्मेटाइटिस, पित्ती और वाहिकाशोफ (Angioedema in hindi) आदि। साबुन, मॉइस्चराइज़र और यहां तक की कपड़ों से भी एलर्जी की प्रतिक्रिया हो सकती है। इसके लक्षणों में परतदार व खुजलीदार त्वचा, लालिमा, छाले, वेल्ट्स और चकत्ते आदि शामिल हैं। स्किन एलर्जी पूरे शरीर पर भी हो सकती है या शरीर के कुछ हिस्सों में भी हो सकती है।

इसके उपचारों में दवाएं लेना, त्वचा को राहत महसूस करवाना और खुजली व जलन को शांत करना और स्किन एलर्जी पैदा करने वाली अंतर्निहित समस्याओं का इलाज करना आदि शामिल है। स्किन एलर्जी के लिए इस्तेमाल की जाने वाली कुछ सामान्य दवाएं में एंटीहिस्टामिन, कॉर्टिकोस्टेरायड, कैराटॉलाइटिक कॉम्बिनेशन और स्किन बैरियर इमोलिएंट्स आदि शामिल हैं।

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स्किन एलर्जी के प्रकार - Types of Skin Allergy in Hindi

स्किन एलर्जी कितने प्रकार की हो सकती है?

एक्जिमा - यह एक सामान्य त्वचा संबंधी समस्या होती है, जो वयस्कों से ज्यादा शिशुओं को प्रभावित करती है। यह बीमारी त्वचा में सूखापन आने के कारण होती है, इसके कारण जलन और सूजन उत्पन्न होती है। यह अक्सर अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस और अन्य प्रकार की फूड एलर्जी से जुड़ी होती है।

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डर्मेटाइटिस - यह एक प्रकार की एलर्जिक प्रक्रिया है, जो तब होती है जब त्वचा कुछ विशेष प्रकार के एलर्जिक पदार्थों या मिश्र धातुओं के संपर्क में आती है। कुछ लोगों को निकेल जैसी मिश्र धातुओं से एलर्जिक रिएक्शन हो जाता है, जिससे उनको लाल चकत्ते, जलन व खुजली होने लगती है।

(और पढ़ें - एटॉपिक डर्मेटाइटिस के उपचार)

पित्ती (Urticaria) – यह भी एक प्रकार की एलर्जिक समस्या है, इसे कई बार हीव्स (Hives) के नाम से भी जाना जाता है। जब प्रतिरक्षा प्रणाली हिस्टामाइन हार्मोन का उत्पादन करती है, तो यह समस्या होने लगती है। इसके कारण त्वचा के नीचे छोटी रक्त वाहिकाएं प्रभावित होती हैं एवं सूजन होने लगती है।

(और पढ़ें - पित्ती का इलाज)

एंजियोडिमा (Angioedema) – यह त्वचा के नीचे सूजन की एक समस्या होती है। आमतौर पर यह किसी ट्रिगर (उत्तेजक) के प्रति रिएक्शन होता है, जैसे कोई दवा।

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स्किन एलर्जी के लक्षण - Skin Allergy Symptoms in Hindi

स्किन एलर्जी के लक्षण क्या होते हैं?

स्किन एलर्जी विभिन्न प्रकार की होती है। यह एक्जिमा, एटॉपिक डर्मेटाइटिस, कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस, हीव्स या एंजियोएडीमा के रूप में हो सकती है। स्किन एलर्जी के कुछ संकेत निम्न हो सकते हैं:

  • लाल चकत्ते
  • खुजली
  • लालिमा
  • सूजन
  • उभरी हुई त्वचा या गांठ बनना
  • त्वचा पर पपड़ी जमना
  • त्वचा क्रैक होना

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एक्जिमा -

  • लाल, खुजलीदार या सूखी त्वचा। (और पढ़ें - ब्रेस्ट की खुजली का इलाज)
  • इसमें द्रव रिसने लगता है और उसको खरोंचने पर पपड़ी बन जाती है, जिसका मतलब है कि यह भी संक्रमित है।
  • शिशुओं में एक्जिमा अक्सर चेहरे पर दिखाई देता है।
  • बच्चों को चकत्ते अक्सर घुटनों और कोहनी के जोड़ों पर, कोहनी के पीछे और कान के पीछे होते हैं।
  • किशोर और युवा वयस्कों को चकत्ते अकसर वहीं होते हैं, जहां पर बच्चों को होते हैं। इसके अलावा इनको हाथों और पैरों पर भी चकत्ते हो जाते हैं।

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पित्ती -

  • पित्ती गुलाबी या पीले रंग की सूजन होती है, जो वेल्ट्स की तरह दिखाई देती है। यह त्वचा के किसी भी हिस्से पर हो सकती है।
  • प्रत्येक व्यक्ति में पित्ती विशेष रूप से एक मिनट से घंटों तक या अलग-अलग समय तक रह सकती है।
  • जैसे ही पुराने पित्ती गायब होने लगते हैं, नए हीव्स विकसित होना शुरू हो जाते हैं।
  • ये आकार में भिन्न हो सकते हैं, जो कुछ मिलीमीटर से कुछ इंच तक हो सकते हैं और एक-दूसरे के साथ जुड़ कर एक बड़े आकार की सूजन का रूप धारण कर सकते हैं।
  • पित्ती आमतौर पर खुजलीदार होते हैं, लेकिन कभी-कभी इनमें जलन भी महसूस हो सकती है।

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कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस -

  • कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस एक ऐसी स्थिति होती है, जिसमें किसी विशेष पदार्थ से सीधे संपर्क में आने के बाद त्वचा में छाले पड़ जाते हैं और सूजन, लालिमा व जलन विकसित हो जाती है।
  • कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस के दो प्रकार हो सकते हैं, इरिटेंट्स और एलर्जिक।
  • कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस में त्वचा जिस जगह से एलर्जिक पदार्थों से स्पर्श करती है, वहीं पर लालिमा, खुजली, गांठ या सूजन हो जाती है। 
  • कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस से होने वाले रिएक्शन में देरी हो सकती है, इसमें संपर्क में आने के एक या उससे अधिक दिन बाद चकत्ते दिखाई देने लगते हैं।
  • चकत्तों में उभरे हुऐ लाल दाने हो सकते हैं, जो नम या गीले फफोलों के रूप में बन सकते हैं या परतदार, पपड़ीदार या मोटे हो सकते हैं।

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एंजियोएडीमा -

  • एंजियोएडीमा त्वचा के अंदर की सूजन होती है, जो आमतौर पर पलकों, होठों और जीभ को प्रभावित करती है।
  • एंजियोएडीमा को अक्सर हीव्स के साथ देखा जाता है। यह अक्सर तब होता है जब त्वचा की परत की गहराई में सूजन, जलन व लालिमा पैदा होने लगती हैं। एंजियोएडीमा कई बार नरम ऊतकों में भी हो जाती है, जैसे पलकें, मुंह या जननांग आदि। (और पढ़ें - योनि में सूजन का इलाज)
  • कई बार यह जीवन के लिए एक गंभीर स्थिति के रूप में विकसित हो जाती है, जैसे अगर यह गले में हो जाए या सांस लेने में दिक्कत की समस्या से जुड़ जाए।

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डॉक्टर को कब दिखाना चाहिए

आपको डॉक्टर को दिखाना चाहिए अगर:

  • एलर्जिक रिएक्शन आपकी आंखों के पास हो गया है।
  • एलर्जी से शरीर का कोई बड़ा हिस्सा ग्रस्त हो गया है।
  • बिना डॉक्टर के पर्चे के मिलने वाली दवाओं से आप खुजली को नियंत्रित नहीं कर पा रहे हैं।
  • अगर चकत्ते संक्रमित होने के संकेत दे रहे हैं। (चकत्तों में मवाद, दुर्गंध, सूजन बढ़ना, लालिमा स्पष्ट होना, चकत्ते में लाल धारियां या लकीरे दिखाई देना या त्वचा को छूने से गर्म महसूस होना आदि चकत्तों में संक्रमण का संकेत देते हैं।) 
  • एंजियोएडीमा होठों और गले को प्रभावित करती है, जिससे सांस लेने में तकलीफ होने लगती है। ऐसी स्थिति में तुरंत डॉक्टर को दिखाना चाहिए।

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स्किन एलर्जी के कारण - Skin Allergy Causes in Hindi

स्किन एलर्जी होने के क्या कारण हो सकते हैं?

स्किन एलर्जिक रिएक्शन काफी सामान्य होते हैं,इसके चलते इनके कारणों का पता लगाना काफी हद तक मुश्किल होता है।

एक्जिमा (एटोपिक डर्मेटाइटिस) -

  • एटोपिक डर्मेटाइटिस या एक्जिमा, विशेष रूप से बच्चों में एक आम समस्या है।
  • माना जाता है कि यह समस्या स्किन बैरियर में किसी प्रकार के दोष होने के कारण होती है। क्योंकि स्किन बैरियर में दोष के कारण त्वचा में सूखापन, सूजन और जलन आदि की समस्या होने लगती है। कुछ प्रकार के खाद्य पदार्थों के प्रति संवेदनशीलता भी एक्जिमा के लक्षणों और स्थिति को बदतर बना सकती है।
  • एक्जिमा की समस्या अक्सर अस्थमा, एलर्जिक राइनाइटिस (घास का बुखार) या फूड एलर्जी से जुड़ी हुई होती है।
  • अगर आपके माता-पिता को इनमें से किसी भी प्रकार की समस्या है, तो आपमें एक्जिमा विकसित होने की संभानाएं बढ़ जाती है।

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पित्ती -

  • जब आपकी प्रतिरक्षा प्रणाली हिस्टामाइन हार्मोन को जारी करती है, तो रक्त वाहिकाओं में रिसाव होने लगता है। इस स्थिति में त्वचा में सूजन व जलन की समस्या या हीव्स विकसित हो जाता है।
  • अर्टिकेरिया या हीव्स दो प्रकार के होते हैं, क्रॉनिक और एक्यूट।
    • एक्युट अर्टिकेरिया तब होता है, जब आप कोई विशेष प्रकार का खाद्य पदार्थ खाते हैं या किसी विशेष ट्रिगर (समस्या को बढ़ाने वाला कारक) के संपर्क में आते हैं, जैसे गर्मी या एक्सरसाइज। इसके अलावा कुछ प्रकार की दवाएं, खाद्य पदार्थ और कीट आदि के काटने से भी एक्युट आर्टिकेरिया की समस्या हो जाती है।
    • क्रॉनिक अर्टिकारिया एक दीर्घकालिक समस्या होती है। यह कई महीनों से सालों तक रह सकती है।

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डर्मेटाइटिस के संपर्क में आने से एलर्जी -

  • एलर्जिक पदार्थों से सीधे संपर्क में आने के बाद जब त्वचा में चकत्ते फूटने लगते हैं, तो इस स्थिति को एलर्जिक कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस कहा जाता है।
  • उदाहरण के लिए, काफी सारे लोगों को निकेल धातु से एलर्जी होती है। यह एक ऐसी धातु होती है, जो घरों की कई वस्तुओं में पाई जाती है।
  • पौधे जैसे पॉइजन, आईवी लता, पॉइजन ओक और पॉइजन सुमैक आदि के संपर्क में आने से भी एर्जिक कॉन्टेक्ट डर्मेटाइटिस हो सकता है। इन पौधों पर एक तेल होता है जो खुजली और लाल चकत्ते पैदा करता है।

(और पढ़ें - एलर्जिक राइनाइटिस का इलाज)

एंजियोएडीमा या सूजन –

  • त्वचा की गहराई वाली परत में सूजन होने की स्थिति को एंजियोएडीमा कहा जाता है।
  • एंजियोएडीमा अलग-अलग लोगों में अलग-अलग कारणों से शुरू हो सकता है। इसको शुरू करने वाले कारण निम्न हो सकते हैं:

(और पढ़ें - कॉस्मेटिक उत्पादों के कारण स्किन एलर्जी)

अन्य एलर्जिक रिएक्शन भी संभव हैं, साथ ही साथ शरीर की प्रतिरक्षा निम्न घटनाओं में उल्टे ढंग से कार्य करने लगती है:

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स्किन एलर्जी से बचाव के उपाय - Prevention of Skin Allergy in Hindi

स्किन एलर्जी से बचाव कैसे करें?

स्किन एलर्जी होने से रोकथाम करने के लिए निम्न बातों का ध्यान रखना चाहिए:

उन ट्रिगर्स से बचें जिन्हें आप जानते हैं –

यहां तक कि अगर आप स्किन एलर्जी का इलाज करवा रहे हैं, तो भी इस एलर्जी को शुरू करने वाले पदार्थों से बचने की कोशिश करें। उदाहरण के लिए, यदि आपको पराग से एलर्जी है, तो जब हवा में पराग अधिक हों तो घर के अंदर रहें और खिड़की व दरवाजे बंद रखें। यदि आपको धूल के कण, धूल या वैक्युम आदि से एलर्जी है तो अक्सर बिस्तर को साफ करते रहें।

(और पढ़ें - एलर्जिक राइनाइटिस के घरेलू उपाय)

(और पढ़ें - लाल चकत्ते के उपाय)

स्किन एलर्जी का परीक्षण - Diagnosis of Skin Allergy in Hindi

स्किन एलर्जी का परीक्षण/ निदान कैसे किया जाता है?

आपके परीक्षण के दौरान डॉक्टर आपसे आपके लक्षणों के बारे में और आपकी पिछली मेडिकल स्थिति के बारे में कुछ सवाल पूछेंगे। डॉक्टर आपका एक शारीरिक परीक्षण भी करेंगे। आपकी स्किन एलर्जी का पता लगाने के लिए डॉक्टर आपको निम्न टेस्ट करवाने का सुझाव दे सकते हैं:

(और पढ़ें - एलर्जी टेस्ट कैसे होता है)

ब्लड टेस्ट को निम्न की उपस्थिति का पता लगाने के लिए किया जाता है –

  • इम्युनोग्लोबुलिन ई (एलर्जी में वृद्धि)
  • इयोसिनोफिल काउंट में वृद्धि

(और पढ़ें - सी आर पी ब्लड टेस्ट)

स्किन प्रिक टेस्ट -

स्किन प्रिक टेस्ट को पंक्चर टेस्ट या स्क्रैच टेस्ट भी कहा जाता है। इसको तत्काल एलर्जिक प्रतिक्रियाओं के लिए टेस्ट किया जाता है। इससे एक बार में 40 से अधिक प्रकार के पदार्थों की जांच की जा सकती है।

वयस्कों में यह टेस्ट आमतौर पर बांह की कलाई पर किया जाता है। बच्चों में यह टेस्ट आमतौर पर पीठ के ऊपरी हिस्से में किया जाता है।

(और पढ़ें - स्टूल टेस्ट क्या है)

स्किन इन्जेक्शन टेस्ट -

इस टेस्ट में एक सुई का इस्तेमाल करते हुऐ किसी एलर्जिक पदार्थ की छोटी सी मात्रा को आपकी त्वचा में इंजेक्ट किया जाता है, इसे इंट्राडर्मल टेस्ट भी कहते हैं। इंजेक्शन लगाने के बाद 15 मिनट बाद उस जगह एलर्जी के लक्षण व संकेतों की जांच की जाती है। कीट के जगह या पेनिसिलीन के प्रति एलर्जिक प्रतिक्रियाओं का पता करने के लिए डॉक्टर यह टेस्ट करने की सिफारिश कर सकते हैं।

(और पढ़ें - एसजीपीटी टेस्ट कैसे होता है)

पैच टेस्ट -

पैच टेस्ट का इस्तेमाल यह पता करने के लिए किया जाता है कि कोई विशेष पदार्थ एलर्जिक प्रतिक्रिया को ट्रिगर कर रहा है या नहीं। पैच परीक्षण में विलंबित एलर्जी प्रतिक्रियाओं (Delayed allergic reactions) का पता लगाया जा सकता है, जिसको विकसित होने में कुछ दिन का समय लगता है। 

पैच टेस्ट में सुई का इस्तेमाल नहीं किया जाता है। इसकी बजाए इसमें एलर्जिक पदार्थों को एक पैच पर लगाया जाता है और फिर इस पैच को कुछ सीमित समय के लिए त्वचा पर चिपका दिया जाता है।

(और पढ़ें - सीआरपी ब्लड टेस्ट)

स्किन एलर्जी का उपचार - Skin Allergy Treatment in Hindi

स्किन एलर्जी ट्रीटमेंट कैसे की जाती है?

स्किन एलर्जी का इलाज एलर्जी पैदा करने वाले पदार्थों से बचाव करने के लिए किया जाता है।

(और पढ़ें - फंगल इन्फेक्शन का इलाज)

  • स्किन क्रीम -
    कुछ स्किन क्रीम जैसे हाइड्रोकोर्टिसोन क्रीम और लैक्टो कैलामाइन लोशन स्किन एलर्जी के लिए बेहतर माने जाते हैं। एलोवेरा जैल भी खुजली कम करने में मदद करता है। (और पढ़ें - लैक्टो कैलामाइन लोशन के फायदे)
     
  • मॉइश्चराइजर - 
    ड्राई स्किन में जल्दी और आसानी से एलर्जी होने की संभावना रहती है, इससे बचने के लिए हमेशा अपनी स्किन पर मॉइस्चराइजर लगाते रहें। 
     
  • एंटीहिस्टामिन दवाएं -
    एलर्जी से बचने के लिए एंटीहिस्टामिन दवाएं लें। एंटीहिस्टामिन से आशय है कि जब रोगी को पराग, धूल, या पशुओं से एलर्जी हो और फलस्वरूप उनकी नाक बंद हो जाएं या लगातार छींके आएं।
     
  • एंटीबायोटिक्स -
    अगर डॉक्टरों को लगता है कि बैक्टीरियल संक्रमण के कारण अगर एक्जिमा विकसित हुआ है, तो ऐसे में डॉक्टर एंटीबायोटिक्स दवाएं लिख सकते हैं।
     
  • ओटमील बाथ
    ओटमील (दलिया) को पीसकर उसके पाउडर को पानी में अच्छे से मिला लें। यह कुछ लोगों की त्वचा में हो रही सूजन, जलन व लालिमा की तकलीफ को शांत करता है। इसका इस्तेमाल करने के लिए गुनगुने पानी का इस्तेमाल करें, अधिक गर्म होने पर यह त्वचा में जलन पैदा कर सकता है और त्वचा में सूखापन आ जाता है। (और पढ़ें - ओट्स के फायदे)
     
  • ठंडी सेक करना -
    किसी ठंडी चीज से सेकने या ठंडे पानी से स्नान करने से चकत्तों में जलन को शांत किया जा सकता है। धीरे-धीरे उनको सुखाएं और फिर मॉश्चराइज़ करें।
     
  • ऑटो एड्रेनालाईन इंजेक्टर -
    वे लोग जिनको गंभीर एलर्जी है, उनको अपने साथ एक ऑटो इंजेक्टर रखना चाहिए, जिसे आपात स्थिति में इस्तेमाल किया जा सके।

(और पढ़ें - त्वचा जीवाणु संक्रमण का इलाज)

स्किन एलर्जी में क्या खाना चाहिए? - What to eat during Skin Allergy in Hindi?

स्किन एलर्जी होने पर क्या खाना चाहिए?

अगर आप स्किन एलर्जी से पीड़ित हैं तो आपको निम्न खाद्य पदार्थ खाने चाहिए।

बीन्स - इसमें आवश्यक पोषक तत्व, ग्लूकोज और प्रोटीन होते हैं। जो आपके चकत्तों को ठीक करने में मदद के लिए नई त्वचा के विकास में मदद करते हैं।

(और पढ़ें - प्रोटीन युक्त आहार)

रंगीन फलसब्जियां - चमकीले रंग के फल और सब्जियों का पर्याप्त सेवन इलाज को बढ़ावा देते हैं और सूजन को कम करने में मदद करते हैं। इनमें विटामिन ए होता है, जो प्रतिरक्षा प्रणाली के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण होता है।

(और पढ़ें - प्रतिरक्षा प्रणाली में सुधार करने के उपाय)

भरपूर मात्रा में विटामिन सी वाले खाद्य पदार्थ - विटामिन सी में समृद्ध आहार का सेवन बढ़ाने से त्वचा के चकत्तों के उपचार को बढ़ावा मिलता है। एक एंटीऑक्सीडेंट के रूप में विटामिन सी आपकी त्वचा को तनाव से बचा सकता है, जिससे सूजन कम हो जाती है।

(और पढ़ें - एंटीऑक्सीडेंट के फायदे)

निम्न खाद्य पदार्थों का सेवन करें:

(और पढ़ें - रूखी त्वचा के उपाय)

Dr Shishpal Singh

डर्माटोलॉजी
5 वर्षों का अनुभव

Dr. Sarish Kaur Walia

डर्माटोलॉजी
3 वर्षों का अनुभव

Dr. Rashmi Aderao

डर्माटोलॉजी
13 वर्षों का अनुभव

Dr. Moin Ahmad Siddiqui

डर्माटोलॉजी
4 वर्षों का अनुभव

स्किन एलर्जी की दवा - OTC medicines for Skin Allergy in Hindi

स्किन एलर्जी के लिए बहुत दवाइयां उपलब्ध हैं। नीचे यह सारी दवाइयां दी गयी हैं। लेकिन ध्यान रहे कि डॉक्टर से सलाह किये बिना आप कृपया कोई भी दवाई न लें। बिना डॉक्टर की सलाह से दवाई लेने से आपकी सेहत को गंभीर नुक्सान हो सकता है।

OTC Medicine NamePack SizePrice (Rs.)
Myupchar Ayurveda Nalpamaradi Ointmentएक डिब्बे में 50 gm ऑइंटमेंट699.0
Bristaa Advanced Skin Creamएक डिब्बे में 20 gm क्रीम620.35
Excela Max Moisturiserएक बोतल में 200 gm लोशन505.78
Everyuth Neem Facewashएक ट्यूब में 50 gm जेल49.92
Sri Sri Tattva Nishamlaki Tabletएक बोतल में 60 टैबलेट120.0
Sri Sri Tattva Haridra Khanda Churnaएक बोतल में 80 gm चूर्ण115.0
Kerala Ayurveda Gulguluthikthakam Kwathएक बोतल में 200 ml क्वाथ (काढ़ा)215.0
Kerala ayurveda Swarnamukhiएक डिब्बे में 20 gm क्रीम395.0
Shree Dhanwantri Beutanic Fasewashएक ट्यूब में 170 ml फेस वाश228.0
Nagarjuna Mahatiktak Ghritamएक बोतल में 100 gm घृत230.0

स्किन एलर्जी से जुड़े सवाल और जवाब

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मेरी 4 साल की बेटी को एलर्जी हो गई है। कल रात से उसे बुखार है और शरीर पर रैशेज हो गए हैं। क्या मैं उसे एंटी-एलर्जिक दवा दे सकता हूं?

Dr. Prakash kumar MBBS , सामान्य चिकित्सा

आप अपनी बेटी को कोई एंटी-एलर्जिक दवा न दें। तुरंत उसे पीडियाट्रिशियन को दिखाएं। समय पर इलाज करवाने से बीमारी को बढ़ने से रोका जा सकता है।

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मुझे स्किन एलर्जी से शरीर पर रैशेज हो गए हैं जिसके बाद 4 दिन से बुखार भी था। मेरा बुखार तो कम हो गया लेकिन त्वचा पर रैशेज अभी भी हैं और इनमें खुजली भी होती है। स्किन एलर्जी के लिए कोई दवा बताएं जिससे मैं ठीक हो सकता हूं?

Dr. Faisal Mukhtar MBBS, PG Dip, DNB , ऑपथैल्मोलॉजी

आपको वायरल एक्सान्थेम हो सकता है। दवा की मदद से इसे कंट्रोल किया जा सकता है लेकिन दवा लेने से पहले ये जानना जरूरी है कि एलर्जी कितनी बढ़ चुकी है। इसके लिए आप डर्मटोलॉजिस्ट से मिलें।

 

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मैं जब भी नॉन-वेज खाता हूं, मुझे पूरे शरीर पर सिर से लेकर पैर की उंगलिओं तक खुजली होने लगती है। मुझे धूल से भी एलर्जी है और मैं एलर्जिक दवा भी ले रहा हूं?

Dr. Sangita Shah MBBS , सामान्य चिकित्सा

अगर आपको नॉन-वेज खाने से एलर्जी होती है तो आप इसे खाना बंद कर दें। धूल के कणों से होने वाली एलर्जी से बचने के लिए आपको घर और अपनी दिनचर्या में कुछ बदलाव करने की जरूरत है, जैसे कि अपने बेडरूम के दीवारों पर लगे पर्दे और कालीन आदि हटा दें क्योंकि इन पर धूल के कण जमा हो जाते हैं। घर के अंदर 50% से कम नमी बनाए रखें। माइट-प्रूफ गद्दे और तकियों का उपयोग करें और समय-समय पर बेड की चादर को गर्म पानी में धोएं। घर की साफ-सफाई करते समय मास्क पहकर रखें।

सवाल 4 साल से अधिक पहले

मुझे स्किन एलर्जी है जिसकी वजह से मेरे पूरे शरीर में सूजन आ जाती है। डॉक्टर ने मुझे बताया कि ऐसा सीफूड की वजह से हुआ है, लेकिन मुझे यह अभी भी हो रहा है। मैं 4 महीने से टैबलेट Allegra 120 एमजी ले रहा हूं, अगर मैं दवा एक दिन भी खाना छोड़ देता हूं तो मुझे एलर्जी दोबारा हो जाती है। मैं ज्यादा दवा खाने की वजह से इससे होने वाले दुष्प्रभावों से डरा हुआ हूं। मुझे इसके लिए कोई उपाय बताएं?

Dr. Faisal Mukhtar MBBS, PG Dip, DNB , ऑपथैल्मोलॉजी

शायद आपने यह दवा किसी सामान्य चिकित्सक की सलाह से ली है। Allegra 120 एमजी की खुराक सांस से जुड़ी हल्की एलर्जी होने पर दी जाती है। स्किन एलर्जी के लिए आप इस टैबलेट की 180-540 एमजी की खुराक रोज लें। एक बार आप डर्मेटोलॉजिस्ट से सलाह लें। अगर आपको सीफूड से एलर्जी है तो इनके सेवन से भी बचें।

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