अगर आपने अपनी डाइट में सामान्य दिनों से ज्यादा कैलोरीज का सेवन करना शुरू कर दिया है या फिर अगर आपने एक्सरसाइज करना कम कर दिया है और अपनी दैनिक गतिवधियों में भी कटौती कर दी है तो ऐसे में आपका वजन बढ़ना कोई आश्चर्य की बात नहीं होगी। लेकिन उस स्थिति में क्या होगा अगर आप सबकुछ वैसा ही कर रहे हों जैसा आप पहले हमेशा की तरह करते आए हैं और इसके बावजूद आपका वजन बढ़ रहा हो?

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अनजाने में या अचानक वजन बढ़ने की समस्या तब होती है जब आप वजन बढ़ाने के लिए कुछ भी नहीं करते, न खाने-पीने की आदतों में बदलाव, न एक्सरसाइज में कमी लेकिन फिर भी आपका वजन बढ़ने लगता है। यह कई बार शरीर में वॉटर रिटेंशन, असामान्य ग्रोथ, कब्ज, स्ट्रेस, कोई बीमारी, किसी दवा के सेवन आदि के कारण हो सकता है। अनजाने में वजन बढ़ने की समस्या 2 तरह की हो सकती है:

  • पीरियॉडिक या कुछ समय के लिए : इसमें समय-समय पर या कुछ समय के लिए अचानक वजन में नियमित रूप से उतार-चढ़ाव होना शामिल है। इसके 2 उदाहरण हैं। पहला है- मासिक धर्म जिसमें कुछ दिनों के लिए महिला का वजन अचानक बढ़ा हुआ महसूस होता है। दूसरा है- प्रेगनेंसी जिसमें 9 महीने तक महिला का वजन बढ़ा रहता है।
  • रैपिड या तेजी से वजन बढ़ना : कई बार कुछ ऐसी दवा भी होती है जिसके साइड-इफेक्ट के कारण तेजी से अनजाने में वजन बढ़ सकता है। वैसे तो अनजाने में वजन बढ़ने के कई मामले हानिरहित होते हैं। लेकिन तेजी से वजन बढ़ने के साथ अगर कई और लक्षण भी अनुभव किए जाएं तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

जब अचानक वजन बढ़ने का संबंध किसी बीमारी या स्वास्थ्य की स्थिति से न हो तो उसके ये सामान्य कारण हो सकते हैं:

  • अधिक भोजन करना
  • प्रीमेनोपॉज और मेनोपॉज
  • उम्र बढ़ने के साथ मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया का धीमा होना
  • शारीरिक रूप से कम सक्रिय होना
  • डिहाइड्रेशन या अतिरिक्त नमक के कारण शरीर में वॉटर रिटेंशन
  • तनाव, अवसाद या चिंता
  • नींद की कमी

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अगर किसी भी समय आपको ऐसा महसूस हो कि बिना किसी सामान्य कारण के अचानक आपका वजन तेजी से बढ़ रहा है तो इस स्थिति को गंभीरता से लें क्योंकि कई बार कुछ बीमारियों के कारण या फिर दवाइयों के सेवन के कारण भी अचानक वजन बढ़ने लगता है:

  1. अचानक वजन बढ़ने का कारण है हाइपोथायरायडिज्म - Weight gain due to hypothyroidism in hindi
  2. वजन बढ़ने का कारण है अनिद्रा - Insomnia causes weight gain in hindi
  3. पीसीओडी है वजन बढ़ने का कारण - PCOD causes sudden weight gain
  4. अचानक वजन बढ़ने का कारण है कुशिंग सिंड्रोम - Weight gain due to cushing's syndrome in hindi
  5. वजन बढ़ने का कारण है किडनी की बीमारी - Weight gain due to kidney problem in hindi
  6. लिवर सिरोसिस के कारण भी बढ़ता है अचानक वजन - Liver cirrhosis causes weight gain in hindi
  7. अचानक वजन बढ़ने का कारण है ओवेरियन कैंसर - Ovarian cancer causes weight gain in hindi
  8. स्ट्रेस के कारण भी बढ़ने लगता है वजन - Sudden weight gain due to stress in hindi
  9. दवाइयों के सेवन से भी अचानक बढ़ सकता है वजन - Weight gain due to certain medication
  10. धूम्रपान छोड़ने के कारण भी बढ़ सकता है वजन - Quitting smoking may cause sudden weight gain in hindi

अगर आपके गले में मौजूद थायराइड ग्लैंड पर्याप्त मात्रा में थायराइड हार्मोन का निर्माण नहीं कर रहा है और आपके शरीर में थायराइड की कमी हो गई जिसे चिकित्सीय भाषा में हाइपोथायरायडिज्म कहते हैं तो इस कारण भी अचानक आपका वजन बढ़ सकता है। इस बीमारी में वजन बढ़ने के अलावा कई और लक्षण भी दिखते हैं जैसे- थकान महसूस होना, कमजोरी और ठंड लगना। दरअसल, शरीर में जब थायरायड हार्मोन की कमी हो जाती है तो मेटाबॉलिज्म की प्रक्रिया भी धीमी हो जाती है जिससे जल्दी और तेजी से वजन बढ़ने लगता है। सही दवाओं के जरिए हाइपोथायरायडिज्म का इलाज करने से बढ़े हुए वजन को कुछ कम किया जा सकता है।

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रिसर्च में यह बात सामने आयी है कि नींद की कमी या अनिद्रा के कारण भी वजन बढ़ने की समस्या हो सकती है। नींद के चक्र (स्लीप साइकल) में अगर किसी तरह का परिवर्तन होता है तो इस कारण व्यक्ति का भोजन करने का पैर्टनर और मूड बदल जाता है जिस कारण लोग अधिक खाने लगते हैं। 2013 के एक अध्ययन के लेखकों ने पाया कि नींद से वंचित लोगों ने अपनी ऊर्जा की जरूरतों को पूरा करने के लिए अधिक मात्रा में कार्बोहाइड्रेट का सेवन किया जिससे उनका वजन बढ़ने लगा। इस अध्ययन के प्रतिभागियों ने कुल मिलाकर अधिक कैलोरी का भी सेवन किया, खासकर रात के खाने के बाद।

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जिन महिलाओं को पॉलिसिस्टिक ओवरी सिंड्रोम (पीसीओडी) की समस्या होती है उनका वजन भी तेजी से बढ़ने लगता है। पीसीओडी की समस्या में महिला की ओवरी असामान्य रूप से पुरुष सेक्स हार्मोन का अधिक मात्रा में उत्पादन करने लगती है। पीसीओडी होने पर वजन बढ़ने के साथ ही अनियमित मासिक धर्म, छाती, पेट और पीठ पर अत्यधिक बाल, बाल गिरना या बालों का बहुत पतला होना, मुंहासे, गर्दन, ब्रेस्ट और कांख में स्किन पर डार्क पैचेज जैसे लक्षण शामिल हैं। पीसीओडी वाली महिलाओं में इंसुलिन प्रतिरोध की भी समस्या हो जाती है जिस कारण उनका वजन बढ़ने लगता है। इसमें खासकर पेट के आसपास चर्बी जमा हो जाती है जिस कारण हृदय रोग का खतरा भी बढ़ जाता है।

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वजन बढ़ना कुशिंग सिंड्रोम का एक सामान्य लक्षण है। यह एक ऐसी स्थिति है जिसमें व्यक्ति बहुत अधिक तनाव हार्मोन कोर्टिसोल के संपर्क में आता है जिस कारण उसमें वजन बढ़ने के साथ ही कई अन्य असामान्यताएं भी दिखती हैं। अगर आप अस्थमा, गठिया, या लुपस जैसी बीमारियों के लिए स्टेरॉयड लेते हैं तो आप कुशिंग सिंड्रोम का शिकार हो सकते हैं। कुशिंग सिंड्रोम की समस्या तब भी हो सकती है जब आपकी अधिवृक्क ग्रंथियां (ऐड्रिनलिन ग्लैंड) बहुत अधिक कोर्टिसोल का निर्माण करने लगती हैं या फिर यह एक ट्यूमर से संबंधित हो सकता है। कुशिंग सिंड्रोम में चेहरा, गर्दन, ऊपरी पीठ या कमर के आसपास बढ़ा हुआ वजन सबसे अधिक नजर आता है।

अचानक वजन बढ़ना या शरीर में सूजन होना, किडनी से जुड़ी बीमारी जैसे- किडनी फेलियर या नेफ्रोटिक सिंड्रोम के कारण भी हो सकता है जिसमें किडनी को काफी नुकसान पहुंचता है। अगर आपकी किडनी सही तरीके से काम नहीं कर रही है तो शरीर में अतिरिक्त तरल पदार्थ जमा होने लगते हैं जिसकी वजह से वजन बढ़ता है। क्षतिग्रस्त किडनी अपशिष्ट पदार्थों और पानी के साथ ही तरल पदार्थों को शरीर से सही तरीके से बाहर नहीं निकाल पाती हैं और ये टीशू में जमा होने लगते हैं।

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अगर किसी व्यक्ति का वजन अचानक बढ़ने लगे और उसका पेट बड़ा नजर आए तो यह लिवर सिरोसिस का संकेत हो सकता है। जब लिवर किसी कारण क्षतिग्रस्त हो जाता है तो स्कार ऊत्तक या ऊत्तकों पर खरोंच जैसे निशान बनने लगते हैं और ये स्कार ऊत्तक स्वस्थ ऊत्तकों को बदलकर उनकी जगह ले लेते हैं। इस कारण पेट में तरल पदार्थ जमा होने लगते हैं और लिवर की काम करने की क्षमता में गिरावट आने लगती है। बीमारी का इलाज कराने पर वजन भी कम होने लगता है।

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अचानक या बिना किसी स्पष्ट कारण के वजन बढ़ना और पेट फूलने की समस्या ओवेरियन कैंसर का संकेत हो सकती है। वजन बढ़ने के अलावा पेट और पेल्विस में दर्द, नींद आने में दिक्कत, बार-बार पेशाब आना, भूख न लगना या जल्दी पेट भर जाना, अनियमित मासिक धर्म चक्र और बदहजमी जैसे लक्षण शामिल हैं। ओवेरियन कैंसर के ज्यादातर मामलों का पता बाद के स्टेज में ही चलता है। लिहाजा अगर किसी महिला को पेल्विक क्षेत्र में असामान्य दर्द हो रहा हो तो उन्हें डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

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जब हमारे काम और लाइफ से जुड़ी मांगें शरीर से बहुत अधिक होने लगती हैं तो हमारा शरीर इससे बचने के उपाय खोजने लगता है। ऐसे समय में शरीर में कॉर्टिसोल, स्ट्रेस हार्मोन रिलीज होता है, जो भूख में वृद्धि का कारण बनता है और निश्चित रूप से, हम तनाव के समय में उच्च कैलोरी वाले आरामदायक खाद्य पदार्थों का सेवन अधिक मात्रा में करने लगते हैं। यह कॉम्बिनेशन यानी तनाव का बढ़ना और अधिक भोजन करना, वजन बढ़ने का कारण बनता है।

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माइग्रेन, दौरे पड़ना, हाई ब्लड प्रेशर और डायबिटीज समेत बाइपोलर डिसऑर्डर के इलाज के लिए दी जाने वाली ऐसी कई प्रिस्क्रिप्शन वाली दवाइयां हैं जिनके साइड इफेक्ट के तौर पर मरीज का वजन बढ़ने लगता है। इसके अलावा एंटी-इन्फ्लेमेटरी स्टेरॉयड्स और डिप्रेशन दूर करने के लिए इस्तेमाल होने वाली एंटी-डिप्रेसेंट दवाइयां भी वजन बढ़ाने के लिए जिम्मेदार हो सकती हैं। लेकिन कभी भी अपने मन से कोई भी दवा बंद न करें। अपने डॉक्टर से बात करें और ऐसी दवा के बारे में चर्चा करें जो आपकी बीमारी भी ठीक करे और जिसका साइड इफेक्ट भी कम हो।

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सिगरेट पीने या इस तरह के तंबाकू वाले उत्पादों की आदत छोड़ने पर शुरुआत में कई लोगों का वजन बढ़ने लगता है। एक्सपर्ट्स की मानें तो ऐसा 2 कारणों से होता है। पहला- निकोटिन भूख को दबाने का काम करता है और दूसरा- विनिवर्तन (विदड्रॉल) के लक्षणों में स्ट्रेस भी शामिल है जिसकी वजह से व्यक्ति ज्यादा खाने लगता है। इस बारे में हुई रिसर्च से पता चलता है कि धूम्रपान की आदत छोड़ने के बाद पहले महीने में औसतन 1 किलोग्राम वजन बढ़ता है। धूम्रपान छोड़ने के बाद औसतन पहले 3 महीनों के दौरान व्यक्ति के वजन में वृद्धि होती है, लेकिन 6 महीने के बाद वजन में बढ़ने की इस प्रक्रिया में कमी आने लगती है।

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