आज भारत में कब्ज की समस्या इतनी बड़ी सामान्य हो चुकी है कि आप कब्ज का नाम हर दूसरे आदमी के मुंह से सुन सकते हैं। हालांकि, कब्ज की समस्या आपके खाने-पीने पर बहुत ज्यादा निर्भर करती है। आपके आहार में फाइबर की कमी से कब्ज होने की संभावना सबसे अधिक होती है। इसलिए अपने आहार में अधिक से अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाएं।

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डॉक्टर सलाह देते हैं कि रोजाना कम से कम 20 से 30 ग्राम फाइबर की मात्रा रोजाना लेना चाहिए। इसके अलावा कब्ज के रोगियों को इस बात का भी पता होना चाहिए कि कब्ज की समस्या में क्या खाना चाहिए और क्या नहीं खाना चाहिए।

  1. कब्ज में क्या खाना चाहिए - What to eat in constipation in Hindi
  2. कब्ज होने पर क्या न खाएं - What not to eat in constipation in Hindi
  3. सारांश
कब्ज में परहेज, क्या खाएं और क्या न खाएं के डॉक्टर

सबसे जरुरी है कि आप फाइबर का सेवन बढ़ाएं। आहार में फाइबर शामिल करने से मल का वजन बढ़ जाता है जिससे मलत्याग में आसानी होती है। धीरे-धीरे प्रत्येक दिन अधिक ताजे फल और सब्जियां खाना शुरू करें। साबुत अनाज वाली ब्रेड चुनें। आइए विस्तार से जानते हैं इन सब के बारे में -

कब्ज में खाएं पॉपकार्न खाने के फायदे - Eat popcorn in constipation in Hindi

पॉपकॉर्न में कैलोरी की मात्रा बहुत कम होती है और फाइबर की मात्रा बहुत अधिक। इसलिए पॉपकॉर्न खाएं, लेकिन बिना नमक और बिना बटर वाले पॉपकॉर्न खाएं। अच्छी गुणवत्ता वाले और माइक्रोवेव में बने पॉपकॉर्न को ही खाना चाहिए। पॉपकॉर्न साबुत अनाज है और साबुत अनाज में सबसे अधिक मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं। फाइबर कब्ज के उपचार में रामबाण की तरह काम करता है। 

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कब्ज में बीन्स खाने के फायदे - Eat beans in constipation in Hindi

बीन्स या फलियां और मसूर की दाल में सब्जियों की तुलना में दो गुना फाइबर होते हैं। आधा कप फली में लगभग 10 ग्राम फाइबर होते हैं। फाइबर कब्ज को कम करने में बहुत ज्यादा लाभदायक है। इसलिए जितना हो सके अधिक से अधकि फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ खाना चाहिए। बीन्स को आप निम्न खाद्य पदार्थों में मिलाकर खा सकते हैं जैसे सलाद, सूप, पुलाव और पास्ता में।

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कब्ज में ड्राय फ्रूट खाने के फायदे - Eat dry fruits in constipation in Hindi

ड्राय फ्रूट जैसे खजूर, अंजीर, खुबानी और किशमिश फाइबर के बेहतर स्त्रोत हैं। फाइबर कब्ज को कम करने में सहायक है। इसके अलावा आलूबुखारा में फाइबर के साथ-साथ सोर्बिटोल (सोर्बिटोल एक प्रकार का कार्बोहाइड्रेट है) भी पाया जाता है, जो कब्ज से राहत दिलाने में बहुत ज्यादा फायदेमंद है। फाइबर आपके आंत में पानी की मात्रा बनाए रखता है और मल त्याग में भी मदद करता है। इसके साथ ही साथ यह कब्ज को भी ठीक करता है। ड्राय फ्रूट में बहुत अधिक मात्रा में कैलोरी और शुगर होते हैं, इसलिए इस बात का ध्यान रखते हुए इन्हें खाएं।

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कब्ज में ब्रेड खाने के फायदे - Eat whole grain bread in constipation in Hindi

यदि आप कब्ज की समस्या से बहुत ज्यादा परेशान हैं और इससे छुटकारा पाना चाहते हैं, तो सुबह नाश्ते में सामान्य ब्रेड की जगह होल ग्रेन ब्रेड खाएं। होल ग्रेन ब्रेड में कम वसा होती है और फाइबर व कार्बोहाइड्रेट्स अधिक होते हैं। फाइबर कब्ज के इलाज में बहुत ज्यादा लाभदायक है। हालांकि, होल ब्रेड ग्रेन खरीदते समय सावधानी रखें और अच्छी तरह जांच-परख कर ही इसे खरीदें।

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कब्ज में फाइबर युक्त अनाज के फायदे - Eat fiber containing cereals in constipation in Hindi

कब्ज से राहत पाने के लिए फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों का चुनाव करें। इसके साथ ही साथ ऐसे अनाजों को खाएं, जिसमें 1 बड़े चम्मच में कम से कम 6 से 7 ग्राम फाइबर मौजूद हो। यदि आपके पसंदीदा अनाज में फाइबर की मात्रा अधिक न हो, तो उसमें 1 से 2 चम्मच गेहूं के चोकर, चिया के बीज और अलसी के बीज को मिलाकर खाएं।

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कब्ज में ब्रोकली खाने के फायदे - Eat broccoli in constipation in Hindi

ब्रोकली में सबसे अधिक फाइबर की मात्रा होती है। इसके अलावा यह कैलोरी और पोषक तत्वों से भी भरपूर होती है। कच्चा ब्रोकली खाना कब्ज को कम करने में बहुत ज्यादा मदद करता है, क्योंकि इसे पकाने से इसमें मौजूद फाइबर की मात्रा कम हो जाती है। यदि आप कच्चे ब्रोकली को नहीं खा सकते हैं, तो इसे उबालकर या स्टीम करके खाना चाहिए। इसे थोड़ा स्वादिष्ट बनाने के लिए आप इसमें जैतून का तेल, नमक और मिर्च भी मिला सकते हैं।

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कब्ज में फल खाने के फायदे - Eat fruits in constipation in Hindi

कब्ज की समस्या में आप पेट भरा हुआ या फूला हुआ महसूस करते हैं। ऐसे में बेर, अनासपाती और सेब जैसे फल खाने से आपको कब्ज से राहत मिलती हैं, क्योंकि इनके छिलकों में बहुत अधिक मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं। इस बात का ध्यान रखें कि इन फलों को छील कर न खाएं क्योंकि इनके छिलकों में सबसे अधिक फाइबर होता है। 1 सेब में लगभग 4 से 5 ग्राम फाइबर मौजूद होते हैं। इसके अलावा इन फलों में पैक्टीन भी मौजूद होते हैं, जो कब्ज को कम करने में मदद करते हैं।

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कब्ज में सूखे मेवे खाने के फायदे - Eat nuts to reduce constipation in Hindi

सूखे मेवे में भी बहुत अधिक मात्रा में फाइबर मौजूद होते हैं। बादाम और अखरोट फाइबर के अच्छे स्त्रोत हैं। 30 ग्राम बादाम में लगभग 3 से 4 ग्राम फाइबर मौजूद होते हैं। इसके अलावा 1 छोटे चम्मच पिस्ता में लगभग 3 ग्राम फाइबर मौजूद होते हैं। लेकिन, ये आपके ऊपर निर्भर करता है कि आप कितने ग्राम फाइबर एक दिन में खाना चाहते हैं। इसके साथ ही साथ आप इस बात का भी ध्यान रखें कि सूखे मेवे में बहुत अधिक मात्रा में कैलोरी मौजूद होते हैं, इसलिए इस बात का ध्यान रखते हुए इसे खाना चाहिए।

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कब्ज से राहत पाने के लिए यह जानना तो आवश्यक है ही कि क्या खाना चाहिए, लेकिन उतना ही जरुरी यह भी है कि क्या नहीं खाना चाहिए और किन चूजों से परहेज करना चाहिए। उदाहरण के लिए डेयरी उत्पाद, प्रोसेस्ड फ़ूड, पैकेट वाले फ़ूड से बचना चाहिए।

आइए इनके बारे में विस्तार से जानते हैं -

कब्ज में न खाएं डेरी प्रोडक्ट - Do not eat dairy products if you are constipated in Hindi

 पनीर, आइसक्रीम और अन्य डेरी उत्पाद कब्ज में बहुत ज्यादा नुकसानदायक है। इसलिए इन खाद्य पदार्थों को कब्ज में नहीं खाना चाहिेए। डेरी उत्पाद दूध से बने होते हैं और दूध कब्ज की समस्या को बढ़ाता है। इसके अलावा जब बच्चों में कब्ज की समस्या हो तो दूध नहीं देना चाहिए, यह कब्ज को और बढ़ाता है। दूध की जगह फल खाएं, इससे कब्ज को ठीक करने में सहायता मिलेगी।

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कब्ज में न खाएं लाल मांस - Do not eat red meat in Hindi

लाल मांस अपने आप में कब्ज की समस्या को बढ़ावा नहीं देता है। यह नुकसानदायक तब होता है, जब आप इसे रोजाना खाते हैं और यह आपके आहार में फाइबर की जगह लेने लगता है। इसके अलावा जब आप बहुत अधिक मात्रा में लाल मांस खाते हैं, तो हमेशा आपका पेट भरा हुआ महसूस होता है। अपने आहार में अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ, जैसे उबला आलू और सलाद को अपने डाइट में शामिल करें। इससे आपको कब्ज की समस्या से राहत मिलेगी।

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कब्ज में नहीं खाना चाहिए चिप्स - Do not eat chips in constipation in Hindi

स्नैक्स जैसे आलू के चिप्स और अन्य प्रकार के चिप्स कब्ज की समस्या में बहुत ज्यादा नुकसानदायक होते हैं। इसलिए इन खाद्य पदार्थों को नहीं खाना चाहिए। इसके अलावा अधिक फैट वाले खाद्य पदार्थ, जैसे आलू चिप्स और अन्य मल त्याग में बाधा उत्पन्न करते हैं। इसलिए अधिक फैट वाले स्नैक्स की जगह अधिक फाइबर युक्त खाद्य पदार्थों को खाना चाहिए।

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कब्ज में नहीं खाएं बेकरी वाले प्रोडक्ट - Do not eat bakery products in constipation in Hindi

बेकरी वाले उत्पाद जैसे कुकीज, प्रेस्ट्री और केक में रिफाइड कार्बोहाइड्रेट होते हैं, जो कब्ज में नुकसानदायक होते हैं। इसके अलावा इन खाद्य पदार्थों में फाइबर बहुत कम मात्रा में होती है। इसलिए कब्ज की समस्या में अधिक फैट वाले खाद्य पदार्थों को नहीं खाना चाहिए। इन खाद्य पदार्थों की जगह आप फल खाएं, फल कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है।

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कब्ज में नहीं खाना चाहिए केला - Avoid bananas in constipation in Hindi

यह बहुत दिलचस्प है कि केला कब्ज से राहत दिलाता है और कब्ज की वजह भी बनता है। ये दोनों बात इस बात पर निर्भर करता है केला कच्चा है या पका हुआ है। कच्चा केला कब्ज की समस्या पैदा करता है, लेकिन पका हुआ केला कब्ज से राहत दिलाने में मदद करता है क्योंकि इसमें घुलनशील फाइबर मौजूद होते हैं। यह घुलनशील फाइबर आंत से अपशिष्ट पदार्थ को बाहर निकालने में मदद करता है और कब्ज को कम करने में भी सहायक है। इसलिए कब्ज को ठीक करने के लिए अच्छे गुणवत्ता वाले और पके हुए केले खाना चाहिए।

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कब्ज में हानिकारक हैं तले हुए खाद्य पदार्थ - Fried food is harmful in constipation in Hindi

कब्ज रोगियों को अधिक तले हुए खाद्य पदार्थ जैसे फ्रेंच फ्राइज और चिप्स आदि नहीं खाना चाहिए। यह खाद्य पदार्थ पाचन शक्ति को कमजोर बनाते हैं। इसके साथ ही साथ बहुत अधिक मछली खाने से भी आपके पाचन तंत्र पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है और कब्ज की समस्या बढ़ती है। अधिक तले हुए खाद्य पदार्थ जैस आलू चिप्स और अन्य खादय् पदार्थ पचने में बहुत ज्यादा समय लेते हैं। इसलिए भोजन को पकाने के लिए स्टिमिंग या ब्रॉइलिंग विधि का इस्तेमाल करें।

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कब्ज में नहीं करना चाहिए शराब का सेवन - Alcohol should not be consumed in constipation in Hindi

शराब पीने से कब्ज की समस्या होती है। अधिक मात्रा में शराब के सेवन करने से पेशाब के रूप में बहुत ज्यादा पानी शरीर से बाहर निकल जाता है, जिससे आपके शरीर में पानी की कमी होती है। इसलिए अधकि शराब नहीं पीना चाहिए। आपके शरीर में पानी की कमी तब होती है, जब आप कम पानी पीते हैं या पेशाब के रूप में अधिक पानी बाहर निकाल देते हैं। पानी की कमी होने से कब्ज की समस्या होती है। हालांकि अभी तक ऐसा कोई तथ्य हासिल नहीं हुआ है, जिसके आधार पर कहा जा सके कि शराब सीधे तौर पर कब्ज की समस्या से जुड़ा है। हालांकि शराब का प्रभाव प्रत्येक व्यक्ति पर अलग होता है।

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कब्ज में न खाएं प्रोसेस्ड फूड - Do not eat processed food in constipation in Hindi

प्रोसेस्ड फूड, जैसे व्हाइट ब्रेड, व्हाइट राइस और व्हाइट पास्ता में पोषक तत्व बहुत कम मात्रा में मौजूद होते हैं। इन्हें खाने से कब्ज की समस्या होती है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि इन्हे बनाने के प्रक्रिया के दौरान चोकर या भूसी पूरी तरह से अलग हो जाते हैं। आपको इस बात का पता होना चाहिेए कि चोकर या भूसी में बहुत अधिक मात्रा में फाइबर और पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो मल त्याग में मदद करते हैं। कई अधय्यन इस बात की पुष्टी कर चुके हैं कि अधिक मात्रा में फाइबर खाना कब्ज होने की खतरा को कम करता है। हाल ही में जारी एक रिपोर्ट में इस बात की पुष्टी की गई कि प्रति ग्राम फाइबर 2 प्रतिशत कब्ज होने की खतरा को कम करता है।

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कब्ज की समस्या से राहत पाने के लिए सही आहार खाना महत्वपूर्ण है। फाइबर युक्त खाद्य पदार्थ जैसे कि फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज, और बीन्स खाने से कब्ज में सुधार होता है क्योंकि ये पाचन तंत्र को स्वस्थ रखते हैं और मल को नरम बनाते हैं। पर्याप्त मात्रा में पानी पीना भी आवश्यक है , यह शरीर में नमी बनाए रखता है और मल को कठोर होने से रोकता है। इसके अलावा, प्रीबायोटिक्स और प्रोबायोटिक्स युक्त खाद्य पदार्थ जैसे दही और किमची पाचन में सहायक होते हैं।

कब्ज से बचने के लिए तला-भुना, मसालेदार और अत्यधिक वसायुक्त भोजन से परहेज करना चाहिए, क्योंकि ये पाचन प्रक्रिया को धीमा कर सकते हैं। इसके अलावा, प्रोसेस्ड फूड, रेड मीट और डेयरी उत्पादों का अधिक सेवन भी कब्ज को बढ़ा सकता है। कैफीन और शराब का अत्यधिक सेवन भी शरीर में पानी की कमी कर सकता है, जिससे कब्ज की समस्या बढ़ सकती है। स्वस्थ पाचन तंत्र के लिए संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन महत्वपूर्ण है।

Dr. Dhanamjaya D

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Dt. Surbhi Upadhyay

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