गर्भावस्था के समय हर महिला के शरीर में विभिन्न तरह के बदलाव आते हैं. उनमें से एक बदलाव है गर्भ में पल रहा शिशु का राइट साइड होना. शिशु का गर्भ में राइट साइड में होना एक आइडियल पोजीशन मानी जाती है. इसे मेडिकल भाषा में राइट ओसीसीपुट एनटीरियर (Right Occiput Anterior) कहा जाता है. शिशु के इस साइड पर होने से प्रसव के समय किसी भी प्रकार की जटिलता होने की आशंका कम होती है.

आज लेख में हम प्रेगनेंसी में बेबी के राइट साइड पर होने के बारे में चर्चा करेंगे -

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  1. गर्भ में शिशु की पोजीशन
  2. गर्भ में बेबी का राइट साइड में होना
  3. बेबी के राइट साइड में होने के फायदे
  4. सारांश
प्रेगनेंसी में बेबी का राइट साइड में होना के डॉक्टर

गर्भ में भ्रूण किसी भी स्थिति में हो सकता है. वह दाएं या बाएं ओर हो सकता है. इसके अलावा, पीछे, ट्रांसवर्स या फिर ब्रीच पोजीशन में भी जा सकता है. कुछ लोगों को लगता है कि शिशु के राइट ओसीसीपुट एनटीरियर में होना उसके विकास के लिए अच्छा नहीं होता. यही नहीं इससे डिलीवरी के वक्त परेशानी हो सकती है, जबकि ऐसा नहीं है.

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इस स्थिति में शिशु का सिर गर्भाशय ग्रीवा की ओर होता है और शरीर का बाकी हिस्सा ऊपर की तरफ होता है. इस अवस्था में भी शिशु दो पोजीशन में हो सकता है - लेफ्ट ओसीसीपुट एनटीरियर व राइट ओसीसीपुट एनटीरियर.

  • लेफ्ट ओसीसीपुट एनटीरियर - इस पोजीशन में शिशु के सिर का पिछला हिस्सा गर्भवती महिला के प्यूबिक बॉन के पास होता है और महिला के बाईं ओर थोड़ा घूमा हुआ होता है.
  • राइट ओसीसीपुट एनटीरियर - इस पोजीशन में होने वाले शिशु के सिर का पिछला भाग गर्भवती महिला के सामने की ओर होता है और साथ ही शिशु अपनी मां के थोड़ा-सा दाईं ओर झुका होता है.

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ओसीसीपुट एनटीरियर पोजीशन को गर्भ में शिशु की सबसे अच्छी पोजीशन माना गया है. इस अवस्था में लेफ्ट या राइट ओसीसीपुट एनटीरियर पोजीशन में हो सकता है. शिशु के इस पोजीशन में होने से प्रसव के समय कम जटिलताओं का सामना करना पड़ता है. शिशु के राइट ओसीसीपुट एनटीरियर पोजीशन में होन से निम्न प्रकार के फायदे हो सकते हैं -

  • सिजेरियन सेक्शन (सी-सेक्शन) होने की आशंका काफी कम हो जाती है.
  • डॉक्टर मानते हैं कि शिशु के इस पोजीशन में होने से प्रसव समय पर और जल्दी हो सकता है.
  • गर्भवती महिला को कम दर्द का सामना करना पड़ता है.

शिशु के राइट ओसीसीपुट एनटीरियर पोजीशन में होने के कारण महिला का गर्भाशय ग्रीवा मुंह  शिशु के सिर के दबाव से अपने आप खुल जाता है. साथ ही शिशु के सिर की हड्डियां नरम होती हैं, जिस कारण बर्थ कैनाल में आसानी से फिट हो जाती हैं और उससे बाहर निकलने के लिए आराम से शेप बदल लेती हैं.

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गर्भवती महिला के लिए आमतौर पर शिशु की मूवमेंट को लेकर जिज्ञासा बनी रहती है. गर्भ में शिशु ट्रांसवर्स, ब्रीच या ओसीसीपुट एनटीरियर पोजीशन में हो सकता है, लेकिन इनमें राइट साइट पोजीशन यानी राइट ओसीसीपुट एनटीरियर को सबसे बेहतर माना गया है. शिशु के इस पोजीशन में होने गर्भवती महिला को प्रसव के दौरान ज्यादा परेशानी नहीं होती और शिशु का जन्म आसानी से व समय पर हो जाता है.

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