गर्भावस्था के दौरान महिलाओं के शरीर में लगातार बदलाव होते रहते हैं. इस दौरान उन्हें नींद की खराब गुणवत्ता का भी सामना करना पड़ता है. गर्भावस्था में तनाव, शारीरिक और मानसिक बदलाव, दोनों ही नींद को प्रभावित कर सकते हैं. गर्भावस्था के दौरान नींद की कमी महिलाओं को बुरी तरह से प्रभावित कर सकती है. नींद की कमी गर्भावस्था के दौरान जटिलताओं को बढ़ा सकती है. आपको बता दें कि गर्भावस्था के दौरान अधिकतर महिलाएं नींद की कमी से प्रभावित होती हैं. नेशनल स्लीप फाउंडेशन के एक अध्ययन में पाया गया कि 78 प्रतिशत महिलाओं को गर्भावस्था के दिनों में नींद की कमी का सामना करना पड़ता है. खराब नींद स्वास्थ्य पर बुरा प्रभाव डाल सकती है. इसका गर्भवती महिलाओं और उनके भ्रूण पर गंभीर प्रभाव पड़ सकता है.

आज इस लेख में आप गर्भावस्था के दौरान कम नींद से पड़ने वाले असर के बारे में विस्तार से जानेंगे -

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  1. गर्भावस्था में नींद की कमी से पड़ने वाला असर
  2. गर्भावस्था में अच्छी नींद के लिए क्या करें?
  3. सारांश
  4. गर्भावस्था में कम सोने के दुष्प्रभाव के डॉक्टर

गर्भावस्था के दौरान होने वाले बदलावों के कारण नींद में कमी आने लगती है. इसके अलावा, महिला का वजन अधिक होने या फिर तनाव का शिकार होने पर नींद प्रभावित हो सकती है. जब कोई महिला गर्भावस्था के दौरान अच्छी नींद नहीं लेती है, तो इसका असर उनके स्वास्थ्य पर बुरी तरह से पड़ सकता है -

  1. स्लीप एपनिया
  2. प्रीक्लेम्पसिया
  3. हाई ब्लड प्रेशर
  4. भ्रूण में ऑक्सीजन का कम स्तर
  5. गर्भकालीन डायबिटीज
  6. भ्रूण के विकास पर असर

स्लीप एपनिया

गर्भावस्था में नींद की कमी स्लीप एपनिया का कारण बन सकता है, खासकर दूसरी और तीसरी तिमाही के दौरान. इस स्थिति में महिलाओं को तेजी से खर्राटे और रात को सांस लेने में दिक्कत महसूस हो सकती है. ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया की समस्या भी हो सकती है. वहीं, अगर किसी महिलाओं को पहले से ही स्लीप एपनिया है, तो नींद की कमी इसके लक्षणों को ट्रिगर कर सकती है. ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया 8 से 32 फीसदी गर्भवती महिलाओं को प्रभावित कर सकता है. 

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प्रीक्लेम्पसिया

प्रीक्लेम्पसिया ऐसी स्थिति होती है, जो नींद की कमी होने पर सिर्फ गर्भावस्था के दौरान होती है. यह एक खतरनाक स्थिति होती है, जिसमें दौरे पड़ सकते हैं. दरअसल, इस स्थिति में वायुमार्ग में सूजन होने लगती है. यह समस्या प्रेगनेंसी के 20वें सप्ताह में हो सकती है. इसमें ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है और यूरिन में प्रोटीन निकल सकता है.

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हाई ब्लड प्रेशर

गर्भावस्था के दौरान नींद में कमी होने पर महिलाओं को हाई ब्लड प्रेशर से भी परेशान होना पड़ सकता है. जब किसी महिला को प्रेगनेंसी में अच्छी नींद नहीं आती है, तो उसका ब्लड प्रेशर हाई हो सकता है. अगर ब्लड प्रेशर 140/90 mmHg से अधिक होता है, तो यह स्थिति हाई ब्लड प्रेशर की होती है. हाई ब्लड प्रेशर प्रेगनेंसी में कई दिक्कतों को बढ़ा सकता है. ऐसे में ब्लड प्रेशर को कंट्रोल में रखना जरूरी होता है.

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भ्रूण में ऑक्सीजन का कम स्तर

प्रेगनेंसी में अच्छी नींद न लेना भ्रूण के विकास को भी प्रभावित कर सकता है. नींद की कमी होने पर भ्रूण में पर्याप्त रूप से रक्त प्रवाह और ऑक्सीजन का प्रवाह नहीं हो पाता है. इस स्थिति में भ्रूण में ऑक्सीजन के स्तर में कमी आ सकती है.

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गर्भकालीन डायबिटीज

गर्भावस्था में डायबिटीज का विकसित होना भी बेहद आम है. यह प्रेगनेंसी में होने वाली नींद की कमी के कारण हो सकता है. इस स्थिति में महिलाओं में ब्लड शुगर का स्तर बढ़ सकता है. गर्भकालीन डायबिटीज के चलते प्रेगनेंसी में जटिलताएं बढ़ सकती हैं.

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भ्रूण के विकास पर असर

जब प्रेगनेंसी में किसी महिला की नींद प्रभावित होती है, तो इसका सीधा असर भ्रूण पर भी पड़ता है. इसकी वजह से भ्रूण का विकास रुक सकता है, साथ ही उसे अन्य समस्याओं का सामना भी करना पड़ सकता है.

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महिला को गर्भावस्था के दौरान अच्छी नींद आए, उसके लिए निम्न बातों पर ध्यान देने की जरूरत है -

  • गर्भावस्था में अच्छी नींद के लिए सबसे पहले तनाव मुक्त रहना जरूरी होता है.
  • अच्छी नींद के लिए रात को सोने से पहले मोबाइल फोन, टीवी आदि इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स का उपयोग करने से बचें.
  • रेगुलर एक्सरसाइज और योग का अभ्यास करें, इससे रात को अच्छी नींद आने में मदद मिलेगी.
  • मेडिटेशनब्रीदिंग एक्सरसाइज और प्राणायाम का भी अभ्यास करें. इससे आपको रिलैक्स फील होगा और नींद भी अच्छी आएगी.

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गर्भावस्था के दौरान नींद में कमी होना आम होता है. यह दूसरी और तीसरी तिमाही में होता है. प्रेगनेंसी में होने वाली नींद की कमी महिलाओं और होने वाले शिशु को प्रभावित कर सकती है. नींद की कमी महिलाओं में कई तरह की बीमारियों का कारण बन सकता है. वहीं, नींद की कमी की वजह से भ्रूण का विकास भी प्रभावित हो सकता है. इसलिए, भ्रूण और खुद को स्वस्थ रखने के लिए अच्छी नींद लेना जरूरी होता है. इसके लिए आप स्ट्रेस फ्री रहें. साथ ही वजन, ब्लड प्रेशर और ब्लड शुगर को कंट्रोल में रखने की कोशिश करें.

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