बादाम की छोटी-सी गिरी में कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। बादाम के फल के अंदर जो बीज होता है उसे खाया जाता है। अंडाकार का बादाम एक सिरे से नुकीला होता है। इसका बीज सफेद रंग का होता है जिस पर भूरे रंग का पतला छिलका होता है। कुछ घंटे पानी में भिगोने के बाद बादाम का छिलका उतर जाता है।

बादाम रोजेशी परिवार से संबंधित है जिसमें आडू, सेब, नाशपाती, चेरी और खुबानी भी शामिल है। मध्‍य एशिया और चीन में बादाम की उत्‍पत्ति मानी जाती है। संयुक्‍त राज्‍य में सबसे ज्‍यादा बादाम का उत्‍पादन किया जाता है और इसके बाद स्‍पेन एवं ईरान का नाम आता है। भारत में जम्‍मू–कश्‍मीर और हिमाचल प्रदेश में सबसे ज्‍यादा बादाम का उत्‍पादन होता है।

अधिकतर लोग कच्‍चे बादाम खाते हैं लेकिन आप इसे अलग-अलग तरह के व्‍यंजनों में डालकर भी खा सकते हैं। मध्‍य पूर्व में बादाम से मिठाई और स्‍नैक्‍स बनाए जाते थे और अब तो इसे कॉफी में भी डाला जाता है। केक, कुकीज, नोगट, कैंडीज, स्‍नैक बार के साथ-साथ डेजर्ट पर टॉपिंग के लिए भी बादाम का इस्‍तेमाल किया जाता है। बादाम से मक्‍खन, दूध और तेल भी तैयार होता है।

बादाम के सेहत को कई फायदे मिलते हैं। इसमें प्रोटीन, मिनरल्‍स, विटामिंस और फाइबर्स होता है। बादाम कोलेस्‍ट्रोल को कम करता है और कार्डियोवस्‍कुलर रोगों एवं कैंसर को रोकने में मदद करता है। डायबिटीज के मरीजों के लिए बादाम बहुत बढिया स्‍नैक्‍स हैं।

बादाम के बारे में तथ्‍य:

  • वैज्ञानिक नाम: प्रूनुस डल्शिस
  • कुल: रोजेशी
  • सामान्‍य नाम: बादाम, आल्‍मंड
  • भौगोलिक विवरण: बादाम के पेड़ का मूल स्‍थान दक्षिण-पश्चिमी एशिया है। आर्थिक रूप से महत्‍वपूर्ण प्रूनुस डल्शिस पेड़ को मुख्य रूप से भूमध्यसागरीय जलवायु में उगाया जाता है। अमेरिका बादाम का दुनिया के कुल उत्पादन का लगभग 70 प्रतिशत उत्पादन करता है। कैलिफोर्निया में 25 प्रकार के बादाम उगाए जाते हैं। मार्को कर वालेंसिया बादाम स्‍पेन एवं फेरा जींस बादाम ग्रीस से आयात किए जाते हैं। मध्‍य पूर्व, भारतीय उपमहाद्वीप और उत्तरी अफ्रीका में भी बादाम का पेड़ पाया जाता है।
  1. बादाम के फायदे - Badam ke fayde in hindi
  2. बादाम के नुकसान - Badam ke nuksan in Hindi
  3. बादाम की तासीर - Badaam ki taseer in Hindi
  4. बादाम खाने का सही समय - Badam khane ka sahi samay in Hindi

बादाम खाने के फायदे तेज़ दिमाग के लिए - Almonds for brain power in Hindi

यह बादाम की वो खुबी है जिससे बच्चा-बच्चा वाकिफ है। दिमाग के स्वास्थ्य के लिए बादाम की गुणवत्ता को देखते हुए, इसे दिमाग के लिए "सर्वोत्तम आहार" माना जाता है। इसमें मौजूद विटामिन ई ना केवल दिमाग की सतर्कता को बढ़ाता है बल्कि संज्ञानात्मक गिरावट (cognitive decline) को रोकने में भी मदद करता है साथ ही आपकी याददाश्त को भी बरकरार रखता है। यही नहीं, बादाम में ज़िंक (zinc) भी भरपूर माता में होता है जो दिमाग की कोशिकाओं (brain cells) को हानिकारक आक्रमणों से बचाता है और इसमें पाया जाने वाला विटामिन बी-6 दिमाग की कोशिकाओं की मरम्मत करने में सहायता करता है। फेनिलएलनिन पार्किंसंस रोग (Parkinson's disease) को रोकने में और डोपामाइन (dopamine) और एड्रेनालाईन (adrenaline) जैसे मस्तिष्क के रसायनों (brain chemicals) के उत्पादन में मदद करता है। यह रसायन ध्यान और स्मृति के लिए महत्वपूर्ण होते हैं। तो रोज़ाना एक मुट्ठी बादाम खायें और अपने दिमाग की तीव्रता को बढाएं। 

(और पढ़ें - दिमाग तेज़ कैसे करें)

बादाम खाने के लाभ वजन घटाने में सहायक - Almonds for weight loss in Hindi

अनेक पोषक तत्वों से प्रचुर, बादाम वजन घटाने में भी अत्यंत सहायक है। इसका थोड़ा सा ही सेवन करने से आपका पेट भर जाता है और आप ज्यादा खाने से बच जाते हैं, साथ ही में ज़िंक और विटामिन बी की मौजूदगी की वजह से आपका शुगर खाने का भी कम मन करता है। क्लीनिकल न्यूट्रीशन के यूरोपीय जर्नल में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, जो लोग 1.5 औंस बादाम रोज़ाना नियमित रूप से चार हफ़्तों के लिए खाते हैं, उनके वजन में काफी अच्छा सुधार पाया गया है। 

(और पढ़ें – वजन कम करने के तरीके और वजन घटाने के लिए एक्सरसाइज)

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बादाम के औषधीय गुण जन्म दोष पर लगाते हैं प्रतिबंध - Almonds avert birth defects in Hindi

इसका सेवन गर्भवती महिला भी कर सकती हैं। बादाम में फोलिक एसिड होता है, जो होने वाली संतान को हृष्ट-पुष्ट बनाता है एवं उसमें होने वाले विकारों या फिर जन्म दोष को होने से रोकता है। जो महिलाएं गर्भावस्था के दौरान बादाम का सेवन करती हैं उनके शिशु में एनटीडी (तंत्रिका ट्यूब दोष) की संभावना कम हो जाती है। गर्भवती महिलाओं को अपने आहार में बादाम शामिल करना चाहिए। यदि आप गर्भवती हैं, तो इसका सेवन आपके शिशु के अच्छे स्वास्थ्य के लिए अवश्य करें।

(और पढ़े - गर्भावस्था में देखभाल)

 

बादाम के गुण कब्ज से दिलाते हैं राहत - Almonds good for constipation in Hindi

चूँकि बादाम फाइबर से भरपूर होते हैं, ये ना केवल कब्ज़ से राहत दिलाते हैं परंतु कब्ज़ से बचाव भी करते हैं। इसका सेवन करने से कॉलन कैंसर होने की संभावना बहुत हद तक कम हो जाती है। अच्छी मात्रा में तेलीय प्रदार्थ होने की वजह से यह सीने में जलन का भी एक सक्षम उपचार है। कब्ज़ को दूर रखने के लिए आपको रोज़ बस 4-5 बादाम खाने हैं और ढेर सारा पानी पीना है।

(और पढ़ें – कब्ज के रामबाण इलाज)

बादाम तेल की मालिश से हड्डियाँ होती हैं मज़बूत - Almonds for strong bones in Hindi

हड्डी के स्वास्थ्य के लिए दो पोषक तत्व अत्यंत आवश्यक होते हैं - फास्फोरस और कैल्शियम, और बादाम में दोनों ही अच्छी मात्रा में निहित हैं। इसमें मैग्नीशियम, मैंगनीज और पोटेशियम भी है, जो स्वस्थ और मज़बूत हड्डियों के लिए महत्वपूर्ण है। ऑस्टियोपोरोसिस (Osteoporosis) और अन्य हड्डी से सम्बंधित रोगों से बचने के लिए रोज़ाना साबुत बादाम खाएं या फिर बादाम वाला दूध पियें। छोटे बच्चों की बादाम के तेल से मालिश करने से उनकी हड्डियां मज़बूत होती हैं।

(और पढ़ें - हड्डी मजबूत करने का उपाए)

बादाम के फायदे करते हैं त्वचा को पोषित - Badam for skin in Hindi

बादाम ना केवल त्वचा को पोषित, सुन्दर, जवां व झुर्रियों से मुक्त रखता है, अपितु यह त्वचा के रंग को भी निखारता है। इसके तेल से त्वचा की मसाज करने से सनबर्न और अन्य त्वचा-सम्बंधित विकारों को भी कम किया जा सकता है। अच्छी बात तो यह है कि बादाम के तेल से मसाज करने से आपकी त्वचा तेलिये नहीं बनती और ना ही पिम्पल्स होने का खतरा होता है।

(और पढ़ें - सनबर्न हटाने के घरेलू उपाय)

बादाम तेल के फायदे हैं बालों के लिए - Badam tel for hair in Hindi

एक बादाम अनेक बालों की समस्याओं का हल है, चाहे वो बाल झड़ने की समस्या हो या रूसी की। बादाम विटामिन ई, बायोटिन, मैंगनीज, तांबा, फैटी एसिड जैसे बालों के लिए अनुकूल पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं। बादाम में निहित ज़िंक नई कोशिकाओं के नवीकरण को बढ़ाता है, बालों को झड़ने से बचाता है और उन्हें मज़बूत व घना बनाने में योगदान देता है। इसके तेल से मालिश करने से आपके बाल सुनहरे व लंबे भी होते हैं। लैवेंडर के तेल के साथ मिलाकर सिर की मसाज करने से दोमुँहे बाल कम होते हैं, रूसी समाप्त हो जाती है और बालों का झड़ना भी बंद हो जाता है।

(और पढ़ें – सफेद बालों को काला करने के उपाय)

बादाम करते हैं हृदय स्वास्थ्य का समर्थन - Almond for heart health in Hindi

बादाम मैग्नीशियम से भरपूर होता है जो इसे ह्रदय का एक बहुत ही अच्छा साथी बना देता है। यह ना केवल रक्त प्रवाह (blood circulation) एवं रक्त चाप (blood pressure) में सुधार लाता है, अपितु दिल के दौरे के खतरे को भी कम करता है। बादाम में असंतृप्त वसा (non-saturated fat) होता है जो ह्रदय के स्वास्थ्य को बनाये रखता है और इसमें निहित विटामिन ई धमनियों (arteries) को हानिकारक प्रहार से बचाता है। दिल के स्वास्थ्य में सुधार लाने के लिए, अपने दैनिक आहार में एक मुट्ठी बादाम शामिल करें। आप बादाम नाश्ते के रूप में या अपने सूप, सलाद में डाल कर खा सकते हैं।

(और पढ़ें - हृदय रोग का इलाज)

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बादाम के लाभ हानिकारक कोलेस्ट्रॉल को घटाने में - Almonds keep bad cholesterol under control in Hindi

नियमित रूप से बादाम खाने से हानिकारक कोलेस्ट्रॉल का स्तर नियंत्रण में रहता है और अच्छे कोलेस्ट्रॉल के स्तर को बढ़ावा मिलता है। अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के जर्नल में 2002 में प्रकाशित एक अध्ययन में पाया गया है कि बादाम खाने से एलडीएल कोलेस्ट्रॉल को 15 प्रतिशत तक कम कर सकते हैं।

(और पढ़ें - कोलेस्ट्रॉल कम करने के उपाय)

बादाम लगाते हैं मधुमेह पर अंकुश - Almonds for diabetes in Hindi

बादाम ना केवल मधुमेह को नियंत्रण में रखता है, अपितु शुगर से होने वाली समस्याओं पर भी अंकुश लगाता है। स्वस्थ वसा (fat), विटामिन, फाइबर और बादाम में कई खनिज ग्लूकोज के अवशोषण (absorption) और प्रसंस्करण (processing) को नियमित करने में मदद करते हैं। एक अध्ययन के अनुसार, बादाम जैसे नट्स पुरुषों में टाइप-2 मधुमेह को नियंत्रण करने में अत्यंत सक्षम है। अन्य अध्य्यनों के अनुसार, बादाम खाने से मधुमेह से बचाव भी किया जा सकता है। रोज़ाना एक औंस बादाम खाएं और रक्त में शुगर के स्तर को स्वस्थ बनाए रखें।

(और पढ़ें – शुगर कम करने के उपाय)

डायबिटीज का इलाज:निरंतर जाँच करे,myUpchar Ayurveda Madhurodh डायबिटीज टैबलेट का उपयोग करे,स्वस्थ आहार ले, नियमित व्यायाम करे और  स्वस्थ जीवनशैली अपनाएं और सही दिशा में बढ़ें।

 

बादाम के वैसे नुकसान नहीं हैं, परंतु अगर अधिक मात्रा में खाए जाएँ, तो अवश्य इनके सेवन से नुकसान हो सकता है - 

  • बादाम के अत्यधिक सेवन से कब्ज और पेट की सूजन हो सकती है क्योंकि ये फाइबर में उच्च हैं।
  • यादि आप एक मैंगनीज युक्त डाइट पर हैं और आप बादाम खाते हैं, तो यह आपकी दवाओं से हस्तक्षेप कर सकते हैं। इसका कारण यह है कि बादाम भी मैंगनीज से युक्त हैं। शरीर में मैंगनीज की उच्च राशि रेचक औषधीयों, एंटीबायोटिक दवाओं और कुछ ब्लड प्रेशर की दवाओं के साथ हस्तक्षेप कर सकता है। आपको अपने दैनिक आहार में केवल मैंगनीज की 1.3 से 2.3 मिलीग्राम की जरूरत है।
  • हमें विटामिन ई के 15mg की हर दिन आवश्यकता होती है। बादाम की बड़ी मात्रा में खपत से हम इस मात्रा को बहुत ज़्यादा बढ़ा सकते हैं। अतिरिक्त विटामिन ई के दुष्प्रभाव हैं - दस्त, पेट फूलना, दृष्टि का साफ ना होना, सिर में दर्द और चक्कर आना और सुस्ती
  • चूंकि एक औंस बादाम में 14g फैट और 163 कैलोरी होती है, यदि आप अधिक मात्रा में बादाम का सेवन कर रहे हो और इस कैलोरी को पर्याप्त मात्रा में नहीं जला रहे हो, तो आपके शरीर में फैट निश्चित रूप से जमा हो जाएगा और आपका वजन बढ़ने लगेगा। (और पढ़ें - वजन घटाने के लिए योगासन)
  • कड़वे बादाम में हाइड्रोसायनिक एसिड होते हैं, जो तंत्रिका तंत्र को मंदा कर सकते हैं, सांस लेने में समस्या उत्पन्न कर सकते हैं जो घातक भी हो सकती है।
  • यह एक दुर्लभ दुष्प्रभाव है, लेकिन कुछ लोगों ने बादाम से एलर्जी के लक्षण भी दिखाए हैं। इसके लक्षण होंगे चकत्ते, श्वास में कठिनाई आदि।

नोट:- जिन लोगों को पित्ताशय एवं गुर्दे से सम्बंधित कोई भी विकार हो, उन्हें बादाम का सेवन नहीं करना चाहिए।

बादाम की तासीर गरम होती है और गरम होने की वजह से ही लोग इसे सर्दियों में खाना ज़्यादा पसंद करते हैं। अन्यथा यह हमारे शरीर के लिए बहुत फायदेमंद होते हैं, इनका सेवन गर्मियों में भी किया जा सकता है। पर गर्मियों के मौसम में इनका सेवन कम करना चाहिए, वरना ज़्यादा सेवन करने से आपके शरीर में गर्मी बढ़ सकती है और किसी तरह की समस्या हो सकती है।

(और पढ़ें - गर्मी में क्या खाना चाहिए)

 

बादाम को आमतौर पर दिन में किसी भी समय खाया जा सकता है। बादाम खाने का समय इस बात पर निर्भर करता है की वास्तव में आपका इसे अपने आहार में शामिल करने का मुख्य कारण क्या है ?

  • यदि आप बादाम का सेवन दिल की समस्या के इलाज के लिए कर रहें हैं, तो दिन के दौरान इसका उपयोग करना आपके लिए ज़्यादा फायदेमंद रहेगा ।
  • अगर आप अपने एथलेटिक प्रदर्शन को बढ़ाना चाहते हैं तो बादाम का उपयोग सुबह के समय करें।
  • अगर आपको कम नींद या नींद न आने की समस्या हो रही है तो बादाम का उपयोद रात को सोने से पहले करें। बादाम में मैग्नीशियम होता है, जो नींद लाने में मदद करता है।

(और पढ़ें - अच्छी नींद आने के उपाय)


उत्पाद या दवाइयाँ जिनमें बादाम है

संदर्भ

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