मासिक धर्म लड़कियों व महिलाओं के जीवन की एक सामान्य सी प्रक्रिया है। इस दौरान अधिकांश महिलाओं को पेट व कमर के निचले हिस्से में तेज दर्द की समस्या से परेशान होना पड़ता है। इस समय होने वाले दर्द को केवल महिलाएं ही महसूस कर सकती है। हर माह होने वाले इस दर्द से कई बार महिलाओं का सामान्य जीवन भी प्रभावित हो जाता है। वैसे तो मासिक धर्म के दौरान होने वाले पेट व कमर के निचले हिस्से के दर्द को दूर करने के लिए कई तरह के उपाय मौजूद हैं, लेकिन इन उपायों में से हम आपके लिए कुछ चुनिंदा उपाय लेकर आएं हैं। जिनकी मदद से आप इस समय होने वाले दर्द की तीव्रता को कम कर सकती हैं।

(और पढ़ें – सीनियर परिवारिक चिकित्सक डॉ गीता प्रकाश से मासिक धर्म के बारे में जानें)

  1. पीरियड्स में कमर दर्द और पेट दर्द के उपाय और इलाज - Home Remedies for menstrual cramps in Hindi
  2. मासिक धर्म में पेट दर्द और कमर दर्द के लक्षण - Symptoms of Stomach pain and back pain in menstrual period in Hindi
  3. पीरियड्स में पेट दर्द और कमर दर्द के कारण - Causes of Abdominal Pain and Waist Pain in Periods in Hindi
  4. मासिक धर्म में पेट दर्द और कमर दर्द से बचाव - Menstrual abdominal pain and prevention of back pain in Hindi
मासिक धर्म के समय पेट दर्द और कमर दर्द के डॉक्टर

मासिक धर्म में पेट दर्द से राहत के लिए करें गर्म बोतल का उपयोग - Apply heat pad for menstrual cramps in Hindi

उपाय के लिए जरूरी सामग्री

गर्म करने वाला पैड (Heating pad) या कांच की बोतल - 1 

गर्म पैड का उपयोग कैसे करें

एक गर्म पैड या किसी कांच की बोलत के अंदर आप गर्म पानी को भर लें। इसके बाद आपको इससे अपने पेट व कमर के निचले हिस्से पर सिकाई करनी होगी। इस तरह की सिकाई आप करीब दस से पंद्रह मिनट तक करें। इसके अलावा आप गर्म पानी में सूती कपड़े को डालकर निचोड़ लें और इसके बाद पेट व पीठ के निचले हिस्से पर थोड़ी-थोड़ी देर रखकर सिकाई करें।

एक दिन कितनी बार करें इस्तेमाल

इस उपाय को आप दिन में थोड़े-थोड़े समय के अंतराल में तब तक करते रहें, जब तक आपका दर्द कम नहीं हो जाता।

यह उपाय क्यों कारगर है

आपको बता दें कि इस तरह की समस्या को कम करने के लिए गर्म पानी से सिकाई एक बेहतर उपाय मानी जाती है। आपकी मांसपेशियों को आराम पहुंचाने व सूजन को कम करने के लिए इस उपाय को आजमा सकती है।

  • विभिन्न अध्ययन से इस बात का पता चला है कि गर्म पानी से सिकाई करना, पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को दूर करने के लिए ली जानें वाली दवाइयों की तरह काम करता है।
  • अगर आपको आने वाले समय में भी पीरियड्स के दौरान पेट व कमर के निचले हिस्से में दर्द हो तो आप गर्म पैड का सहारा लें या गर्म पानी से स्नान करें।

(और पढ़ें - पीएमएस सिंड्रोम के लक्षण)

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मासिक धर्म के समय पेट में दर्द से बचने के लिए करें मालिश - Massage for stomach pain in periods in Hindi

कुछ विशेष तेलों का इस्तेमाल करके भी आप इस तरह की समस्या से निजात पा सकती हैं। इन तेलों में कई तरह के गुण होते हैं जो पीरियड्स में होने वाले दर्द को दूर करने का काम करते हैं। इनमें से कुछ तेलों के बारे में हम नीचे बता रहें हैं।

1. लैवेंडर का तेल (Lavender Oil)

उपाय के लिए जरूरी सामग्री

लैवेंडर का तेल - 3 से 4 बूंद
नारियल का तेल व जोजोबा का तेल - एक-एक चम्मच

लैवेंडर के तेल का उपयोग कैसे करें

इस उपाय को आजमाने के लिए आपके पास लैवेंडर का तेल होना चाहिए। इसके अलावा आप नारियल तेल व जोजोबा का तेल भी ले लें। इसको आजमाने के लिए आप 3 से 4 बूंद लैवेंडर ऑयल व 1 से 2 चम्मच नारियल तेल व जोजोबा ऑयल को साथ में मिला लें। इसके बाद आप इस मिश्रण को अपने दर्द की जगह यानि की पेट व कमर के निचले हिस्से पर लगा लें। इसके अलावा आप लैवेंडर ऑयल की कुछ बूंदे गर्म पानी में डालकर, उसकी भाप भी ले सकती हैं।

एक दिन कितनी बार करें उपयोग

इस उपाय को आप एक दिन में 1 से 2 बार आजमा सकती हैं।

यह उपाय क्यों कारगर है

  • ​लैवेंडर ऑयल में मासिक धर्म में होने वाले दर्द को दूर करने के गुण होते हैं।
  • इसके अलावा इस तेल को सूंधने से आप को आराम मिलता है और आपको अच्छी व गहरी नींद आती है।

2. पिपरमिंट का तेल

उपाय के लिए जरूरी सामग्री

पिपरमिंट का तेल - 3 से 4 बूंद
नारियल का तेल व जोजोबा का तेल - एक-एक चम्मच

पिपरमिंट के तेल का उपयोग कैसे करें 

लैवेंडर के तेल की तरह ही पिपरमिंट के तेल को भी मासिक धर्म के दौरान इस्तेमाल किया जाता है। इसको भी आप जोजोबा व नारियल तेल के साथ उपयोग में ला सकती हैं। इसको इस्तेमाल करने के लिए आप 3 से 4 बूंद पिपरमिंट ऑयल की लें और इसमें नारियल व जोजोबा ऑयल की मिला लें। इसके बाद इसको अपने दर्द वाले स्थान पर लगा लें व हल्के हाथों से करीब दो मिनट मसाज करें।
(और पढ़ें - पुदिने के फायदे और नुकसान)

एक दिन कितनी बार करें उपयोग

इस उपाय को आप एक दिन में एक बार करें।

यह उपाय क्यों कारगर है

  • पिपरमिंट में मैंथोल के तत्व मौजूद होते हैं। इसके अलावा इसमें दर्द व थकान को दूर करने वाले गुण भी होते हैं।
  • पिपरमिंट की खूशबु बेहद ही अच्छी होती है। इसके साथ ही साथ यह सिरदर्द और जी मिचलाना जैसे लक्षणों को दूर करने में भी कारगर साबित होती है। 

(और पढ़ें – पेट दर्द के कारण)

पीरियड्स में पेट के दर्द से बचने के लिए खाएं पौष्टिक आहार - Foods that ease menstrual cramps in Hindi

इस समय महिलाओं पौष्टिक आहार के सेवन करने की जरूरत है, क्योंकि इस समय महिलाओं के शरीर को खून की कमी (एनीमिया) का सामना करना पड़ता है। लोहे और मैग्नीशियम से भरपूर खाद्य पदार्थों का भरपूर सेवन करें। खुद को स्वस्थ रखने के लिए हरी पत्तेदार सब्जियां, बादाम आदि खाएं। शीतल पेय पदार्थों (सॉफ्ट ड्रिंक आदि) से बचें, क्योंकि यह आपके दर्द को बड़ा सकते हैं। 

(और पढ़ें - हरी सब्जियां खाने के फायदे)

विटामिन डी लेने के फायदे

विटामिन डी की एक खुराक आपके मासिक धर्म में होने वाले दर्द को काफी हद तक दूर करने का काम करती है। मासिक धर्म में होने वाले दर्द के लिए जिम्मेदार प्रोस्टाग्लैंडीन (Prostaglandin) को विटामिन डी की मदद से कम किया जा सकता है। इसके लिए आप विटामिन डी को अपनी डाइट के माध्यम से लेना शुरू करें। इसके लिए आप खाने में मछलीपनीरअंडेसंतरे का जूस व दालों को शामिल करें। 

(और पढ़ें – पत्ता गोभी के फायदे)

महावारी में पेट दर्द को दूर करने के लिए लें हर्बल चाय - Herbal tea for stomach pain during periods in Hindi

हर्बल टी यानी की कुछ प्राकृतिक चाय मासिक धर्म के दर्द को दूर करने के लिए एक बहुत अच्छा उपाय मानी जाती है। यह एक दर्द निवारक पदार्थ के रूप में कार्य करती है। इस समय दर्द को कम करने वाली अन्य प्रकार की प्राकृतिक चाय के बारे में जानते हैं।

1. ग्रीन टी - 

उपाय के लिए जरूरी सामग्री

ग्रीन टी - एक पैकट (टी बैग)

गर्म पानी - एक कप

शहद - आधा चम्मच

ग्रीन टी का उपयोग कैसे करें

ग्रीन टी से भी आप अपने मासिक धर्म के दर्द को दूर कर सकती हैं। इसके लिए आप ग्रीन टी के साथ शहद को मिलाकर पिएं।

एक दिन में कितनी बार करें सेवन

मासिक धर्म के दर्द की तीव्रता के अनुसार इस चाय का सेवन करें। दर्द तेज हो तो आप दिन में दो से चार बार भी इस चाय को पी सकती हैं।

यह उपाय क्यों कारगर है

 ग्रीन टी में कई तरह के पोषक तत्व मौजूद होते हैं, जो हमारे शरीर को कई तरह की परेशानियों से दूर रखते हैं। इसमें पाए जाने वाले एंटी ऑक्सिडेंट तत्व मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को दूर करने का काम करते हैं।

2. कैमोमाइल चाय - 

उपाय के लिए जरूरी सामग्री 

कैमोमाइल चाय - एक पैकट (टी बैग)

गर्म पानी - एक कप

शहद - आधा चम्मच

ग्रीन टी का उपयोग कैसे करें

मासिक धर्म के दर्द को दूर करने के लिए आपको कैमोमाइल से बनी चाय का इस्तेमाल करना चाहिए। इसका उपयोग करने के लिए आपके पास कैमोमाइल के टी बैग व शहद होना चाहिए। इस उपाय को आजमाने के लिए आपको गर्म पानी में कैमोमाइल टी बैग को करीब दस मिनट के लिए डूबोकर रखना होगा। थोड़ी देर बाद जब यह पानी हल्का ठंड़ा हो जाए तो आप इसमें शहद मिला दें और इसका सेवन करें।

एक दिन में कितनी बार करें सेवन

इस विशेष चाय को आप पीरियड्स में कमजोरी महसूस करने होने पर दिन में कम से कम दो बार जरूर सेवन करें।  

यह उपाय क्यों कारगर है

  • कैमोमाइल एक फूलों वाला पौधा होता है, जो पीरियड्स के दौरान होने वाले दर्द को कम करने के लिए पहचाना जाता है। इसमें सूजन को कम करने व शरीर को पोषण प्रदान करने वाले तत्व मौजूद होते हैं, जो दर्द और सूजन को कम करते हैं।
  • इसके अलावा कैमोमाइल में मूत्र मार्ग की मांसपेशियों को मजबूत बनाने वाले गुण भी मौजूद होते हैं। 

(और पढ़ें – चाय के प्रकार)

मासिक धर्म में पेट दर्द से निजात पाने के लिए अदरक - Ginger for menstrual cramps in Hindi

उपाय के लिए जरूरी सामग्री

अदरक - 50 ग्राम बारीक पिसा हुआ

गर्म पानी - एक कप

शहद - करीब आधा चम्मच

अदरक का उपयोग कैसे करें

अदरक एक उत्कृष्ट घटक है जो आप मासिक धर्म के दर्द से राहत पाने के लिए आप इसका इस्तेमाल कर सकती हैं। यह आपकी थकान को कम करता है और आपको अधिक ऊर्जावान महसूस करने में मदद करता है। एक कप गर्म पानी में, थोड़ा अदरक और शहद मिलाएं और कुछ समय के लिए ऐसे ही रहने दें, जब पानी हल्का गुनगुना हो जाए तो इसको पी लें। 

एक दिन कितनी बार करें सेवन

मासिक धर्म में तेज दर्द होने पर आप एक दिन में तीन बार अदरक की चाय को पी सकती हैं।

यह उपाय क्यों कारगर है

  • पीरियड्स के दर्द को दूर करने के लिए अदरक एक बेहतरीन उपाय है।
  • इससे पीरियड्स के दौरान होने वाले अन्य दर्द से राहत मिलती है।
  • इससे जी मिचलाने की परेशानी भी ठीक हो जाती है।

(और पढ़ें – अदरक की चाय के फायदे)

पीरियड्स के दौरान पेट दर्द मे करें तुलसी का प्रयोग - Basil for menstruation stomach pain in Hindi

उपाय के लिए जरूरी सामग्री

तुलसी के पत्ते - 8 से 10 

पानी - करीब डेढ़ गिलास

तुलसी का उपयोग कैसे करें

तुलसी के इस्तेमाल से कई बीमारियों का इलाज सदियों से किया जाता रहा है। इसमें एसिड होता है, जो प्राकृतिक दर्द निवारक के रूप में काम करता है। आप कुछ तुलसी के पत्तों को मिलाकर एक काढ़ा तैयार करें और इसका सेवन करें। आप तुलसी लेने के बाद निश्चित रूप से अच्छा महसूस करेंगी।

एक दिन कितनी बार करें सेवन

इससे बने काढ़े को आप दिन में कम से कम तीन बार सेवन करें। 

(और पढ़ें – तुलसी के औषधीय गुण)

(और पढ़ें - पीरियड के कितने दिन बाद गर्भ ठहरता है)

पीरियड्स के दर्द से बचने के लिए आचार के जूस का सेवन - Drink pickle juice in periods cramps in Hindi

उपाय के लिए जरूरी सामग्री

आचार का अर्क - करीब आधा कप

आचार के अर्क(जूस) का उपयोग कैसे करें 

आचार के अर्क (जूस) को भी मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को दूर करने के लिए जाना जाता है। इसके लिए आप आधा कप आचार का जूस पी सकती हैं।

एक दिन में कितनी बार सेवन करें

इस परेशानी में आप दिन में एक बार इस उपाय को आजमा सकती है।

यह उपाय क्यों कारगर है

आचार के अर्क (जूस) में प्रचुर मात्रा में सोडियम पाया जाता है जो आपको ऊर्जावान करने का काम करता है। इसके अलावा यह मासिक धर्म में होने वाले दर्द को दूर कर, आपकी मांसपेशियों में होने वाली ऐंठन को भी ठीक करता है।
(और पढ़ेें - मांसपेशियों में दर्द)

चेतावनी

इसका खाली पेट बिल्कुल सेवन न करें।

पीरियड्स में कमर दर्द व पेट दर्द को दूर करने के लिए दही - Curd to remove waist pain and stomach pain in periods in hindi

उपाय के लिए जरूरी सामग्री 

दही - करीब तीन से चार कप

दही का उपयोग कैसे करें

इस समस्या में आप हल्का खाना ही खाएं। इस दौरान आप दही का सेवन करें, इससे आपके पेट को काफी आराम मिलता है। साथ ही साथ यह भी ध्यान दें कि इस दही में आप कुछ मिलाएं नहीं, बल्कि सादे दही का सेवन करने से आपको विशेष लाभ मिलेगा।
(और पढ़ें - खाने के बाद दही खाने के फायदे)

एक दिन में कितनी बार खाएं

एक दिन में आप 3 से 4 बार दही का सेवन कर सकती हैं।

यह उपाय क्यों कारगर है

दही में अधिक मात्रा में कैल्शियम और विटामिन डी होता है। इस तरह से यह दोनों तत्व आपके दर्द को दूर करने का काम करते हैं। 

(और पढ़ें - छाछ के फायदे)

पीरियड्स में कमर व पेट दर्द में सेंधा नमक का उपाय - Measurement of rock salt in the waist and abdominal pain in periods in Hindi

उपयोग के लिए जरूरी सामग्री 

सेेंधा नमक - एक कप

सेंधा नमक का उपयोग कैसें करें

सेंधा नमक से स्नान करके आप अपने मासिक धर्म के दौरान होने वाले दर्द को दूर कर सकती हैं। इसके लिए आप एक कप सेंधा नमक नहाने के हल्के गनुगने पानी में मिलाएं और इससे स्नान करें।

(और पढ़ें - समुद्री नमक के फायदे)

एक दिन में कितनी बार करें

पीरियड्स की तारीख से एक दो दिन पहले से आप इस उपाय को करना शुरू करें और इसको दिन में एक बार करें। 

यह उपाय क्यों कारगर है

सेंधा नमक में मैग्निशियम सल्फैट मौजूद होता है। कहा जाता है कि मैग्निशियम सल्फेट में दर्द को दूर करने व सूजन को ठीक करने वाले गुण होते हैं। इस स्नान के दौरान जब सेंधा नमक आपकी त्वचा के अंदर जाता है तो यह आपको पीरियड्स के दर्द को कम करता है। 

(और पढ़ें - काले नमक के फायदे)

मासिक धर्म में पेट दर्द से बचने के लिए मेथी दाना का उपयोग - Use of fenugreek grains to avoid stomach pain in menstrual period in Hindi

उपाय के लिए जरूरी सामग्री 

मेथी दाना - करीब एक चम्मच

मेथी दाने का उपयोग कैसे करें

माना जाता है कि खाली पेट मेथी दाने के पानी का सेवन करना मासिक धर्म के दौरान कमर व पेट के निचले हिस्से में होने वाले दर्द में राहत पहुंचाने का काम करता है। इस उपाय को करने के लिए आप मेथी दाने को एक गिलास पानी में रात भर भिगोने के लिए रख दें। अगली सुबह खाली पेट आप इस पानी का सेवन करें।

एक दिन में कितनी बार सेवन करें

पीरियड्स शुरू होने से करीब दो दिन पहले आप इस उपाय को हर सुबह करें।

यह उपाय क्यों कारगर है

मेथी दाने में प्रोटीन की अधिक मात्रा होती है। इसके अलावा मेथी दाने में कई चिकित्सीय गुण मौजूद होते हैं। मेथी दाना दर्द को दूर करने वाले गुणों से भरपूर होता है। इन गुणों के कारण यह आपके मासिक धर्म होने वाले कमर व पेट दर्द में आराम पहुंचाते है। 

(और पढ़ें - मेथी के तेल के फायदे और नुकसान)

पीरियड्स के दर्द में करें पैरों की मसाज - Foot massage in periods cramps in Hindi

पैरों में हमारे पूरे शरीर के प्रेशर प्वाइंट होते हैं। इस कारण से इनकी मसाज से शरीर के लगभग सभी प्रकार के दर्द को ठीक किया जा सकता है। टखने की हड्डी से चार अंगुलियों की चौड़ाई के ऊपर इस दर्द को कम करने वाला बिंदु होता है। इस बिंदु पर हल्के हाथों से मसाज करने से पेट व कमर के निचले हिस्से के दर्द को कम किया जा सकता है। 
(और पढ़ें - पैर में दर्द के घरेलू उपाय)

मासिक धर्म के दौरान आपको कई तरह की अन्य समस्याओं का भी सामना करना पड़ता है। इस समय आपके शरीर में क्या लक्षण दिखाई देते हैं, जानते है इस बारे में।

  • इस समय आपके पेट के निचले हिस्से में ऐंठन रूपी तेज दर्द होता है।

  • इसके साथ ही साथ आपकी पीठ के निचले हिस्से में भी लगातार दर्द बना रहता है।

(और पढ़ें - डिलीवरी के बाद कमर दर्द)

कई महिलाएं कभी-कभी निम्न तरह के लक्षणों का भी सामना करती हैं।

कभी-कभी पीरियड्स या मासिक धर्म के समय पेट व कमर दर्द बेहद ही तेज होने लगता है। इस दौरान हार्मोन के बदलाव के कारण आपके विचारों (मूड) में भी बदलाव आ जाता है। इस समस्या को दूर करने के लिए आपको घरेलू उपायों को आजमाना चाहिए। यह इस समस्या को दूर करने का प्राकृतिक और सरल उपाय होता है।  

पीरियड्स में पेट दर्द और कमर दर्द के निम्न कारण हो सकते हैं।

  • योनि से अतिरिक्त रक्तस्त्राव
  • पहले बच्चे के जन्म के बाद
  • प्रोस्टाग्लैंडिन (दर्द के लिए जिम्मेदार तत्व) हार्मोन का अतिरिक्त बनाना
  • किशोरावस्था में पीरियड्स की शुरूआत होने पर
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मासिक धर्म में होने वाले कमर व पेट के निचले हिस्से के दर्द से बचने के लिए आप कुछ उपाय आजमा सकती हैं। इसके बचाव के तरीकों को हम नीचे बता रहें हैं।

ऊपर दिए गए उपायों को अपनाने के बाद भी यदि आपको दर्द से राहत न मिले, तो तुरंत किसी स्त्री रोग विशेषज्ञ से मिलकर इस समस्या की जांच कराएं।   

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