प्रेगनेंसी में मां और बच्चे की सेहत का बहुत ख्याल रखना पड़ता है। प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिला को कई तरह की पौष्टिक चीजें खाने और ठीक तरह से अपना ख्याल रखने की भी सलाह दी जाती है। प्रेगनेंसी में अक्सर खट्टा खाने का मन करता है जिसमें नींबू भी शामिल है। नींबू पानी एक ऐसा ड्रिंक है जो शरीर को तुरंत एनर्जी देता है और प्रेगनेंसी के दौरान गर्भवती महिलाओं को एनर्जी की बहुत जरूरत होती है।

ऐसा माना जाता है कि जो महिलाएं प्रेगनेंसी के दौरान नींबू पानी पीती हैं उन्हें प्रसव के समय कम समस्याओं का सामना करना पड़ता है। अगर आप भी गर्भवती हैं और इस दौरान नींबू पानी के सेवन को लेकर उलझन में हैं तो घबराएं नहीं। आज हम इस लेख के द्वारा आपको बताएंगें कि क्या वाकई में प्रेगनेंसी के समय नींबू पानी पीना फायदेमंद है या इससे किसी तरह के नुकसान भी हो सकते हैं।

प्रेगनेंसी में नींबू पानी पीने के फायदे :

कब्ज से छुटकारा:

अक्सर प्रेगनेंसी में गर्भवती महिलाओं को कब्ज की समस्या रहती है। सोनाली रुदर द्वारा लिखी किताब ‘नेचुरल प्रेगनेंसी कुकबुक’ के अनुसार प्रेगनेंसी में रोजाना एक गिलास नींबू पानी पीने से कब्ज की समस्या से छुटकारा मिल सकता है। नींबू लिवर को उत्तेजित और पाचन में सुधार करता है जिससे आपके शरीर में मौजूद विषाक्त पदार्थ आसानी से बाहर निकल जाते हैं।

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इम्युनिटी बढ़ाता है:

प्रेगनेंसी में नींबू पानी का सेवन करने से सामान्य रूप से होने वाले संक्रमण जैसे सर्दी, फ्लू और बुखार से बचा जा सकता है। नींबू विटामिन-सी से युक्त होता है जो शरीर में मौजूद बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने और इम्युनिटी को बढ़ाने में मदद करता है। 

भ्रूण का विकास:

नींबू पानी में मैग्नीशियम और कैल्शियम भरपूर मात्रा में होता है जिससे मां की हड्डियों को मजबूती मिलती है। नींबू पानी से मिलने वाले ये मिनरल्स गर्भस्थ शिशु तक भी पहुंचते हैं। नींबू में पोटैशियम होता है जो मस्तिष्क की कोशिकाओं और तंत्रिका को पोषण प्रदान करता है, इसी के साथ यह भ्रूण की हड्डियों के विकास में भी मदद करता है। 

प्रसव को आसान बनाता है:

गर्भवती महिला के लिए प्रसव बहुत पीड़ादायक और तनावपूर्ण स्थिति होती है। अगर प्रेगनेंसी में आप नींबू पानी में शहद मिलाकर पीती हैं तो इससे प्रसव के समय होने वाली पीड़ा को कम किया जा सकता है। इस उपाय को प्रेगनेंसी के 5वें महीने से लेकर डिलीवरी होने तक इस्तेमाल करें।

फूड क्रेविंग को कम करता है: 

हम सभी जानते हैं कि प्रेगनेंसी में फूड क्रेविंग बहुत होती है। इस समय महिलाओं का बहुत कुछ खाने का मन करता है जिसमें हेल्दी और अनहेल्दी दोनों तरह की चीजें शामिल हैं। गर्भावस्था के दौरान महिलाओं को कई तरह की चीजें खाने का मन करता है जिसमें से कुछ चीजें ऐसी होती हैं जिन्हें गर्भावस्था में खाना नुकसानदायक होता है। अनहेल्दी चीजों की क्रेविंग से बचने में नींबू आपकी मदद कर सकता है। इसके लिए सीधे तौर पर नींबू का प्रयोग न करें बल्कि पानी में नींबू का रस मिलाकर सेवन करें या फिर किसी फल पर भी नींबू का रस डालकर खा सकती हैं।

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प्रेगनेंसी में नींबू पानी पीने के नुकसान: 
प्रेगनेंसी के आखिरी हफ्तों के दौरान, अधिकतर गर्भवती महिलाओं को अक्सर सीने में जलन और अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल समस्याएं हो सकती हैं। नींबू बहुत ज्यादा एसिडिक होता है जिससे ये परेशानियां और गंभीर रूप ले सकती हैं। अगर प्रेगनेंसी में आपको भी इस तरह की कोई परेशानी हो रही है तो इन लक्षणों के ठीक होने तक नींबू का सेवन न करें।
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