मां बनना हर स्त्री के जीवन का सुखद अहसास होता है. जब पुरुष के स्पर्म महिला के अंडे से मिलते हैं, तो फर्टिलाइजेशन शुरू होता है. इसके बाद निषेचित अंडा भ्रूण के रूप में विकसित होता है. लगभग 5 से 6 दिन के बाद ये भ्रूण यूट्रस लाइन पर चिपक जाता है और धीरे-धीरे विकसित होना शुरू हो जाता है. इसे एंब्रियो इंप्लांटेशन (embryo implantation) कहते हैं. भ्रूण के विकास की यह प्रक्रिया 9 महीने तक लगातार चलती रहती है. मां के गर्भ में बच्चे के विकास की प्रक्रिया को समझने के लिए इसे नौ महीने के चरणों में बांट कर देखते हैं.
आज हम इस लेख में विस्तार से जानेंगे कि गर्भ में शिशु का निर्माण कैसे होता है -
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