गर्भावस्था के सफर में अब आप आठवें सप्ताह तक पहुंच चुकी हैं। निःसंदेह खुशी का अहसास हो रहा होगा। लेकिन अभी ये सफर लंबा है। आपके शरीर और शिशु में कई तरह के बदलाव होने बाकी हैं। भ्रूण भी धीरे-धीरे विकास कर रहा है। फिलहाल आपके गर्भ में पल रहा शिशु राजमा के एक दाने के आकार का है। हालांकि अभी आप उसके बढ़ते आकार को महसूस नहीं कर पाएंगी। आपके शरीर में भी हल्के-हल्के बदलाव हो रहे हैं।

शिशु की बात करें तो उसके सिर का आकार बढ़ गया है, वह अपनी छाती की ओर हल्का सा झुका हुआ है, चेहरा धीरे-धीरे पिछले हफ्तों की तुलना में ज्यादा स्पष्ट हो रहा है। शिशु के ऊपरी जबड़े और नाक की शेप बनने लगी है। कान और आंख भी बेहतर हो रही है।

बच्चे के मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाएं बननी शुरू हो चुकी हैं। इस सप्ताह मस्तिष्क का जो हिस्सा गंध पर प्रतिक्रिया करता है, वह भी विकसित होने लगता है। उसके हाथों का वो हिस्सा बढ़ रहा है, जहां से उंगलियां निकलेंगी। हालांकि, उसकी टखने, जांघ, घुटने और पैर की उंगलियां अब तक अलग-अलग नहीं हुए हैं। कुल मिलाकर कहने की बात यह है कि इस सप्ताह आपके बच्चे के शरीर में कई तरह के बदलाव हो रहे हैं।

सामान्य प्रेग्नेंसी के दौरान ऐसा होता है। लेकिन कई बार गर्भवती महिला में कुछ ऐसे लक्षण नजर आते हैं, जो सही नहीं होते। इस लेख में आपको इन्हीं लक्षणों के बारे में बताएंगे। साथ ही उन बदलाव के बारे में भी जो इस सप्ताह आपके शरीर और बच्चे में होंगे।

  1. गर्भावस्था के आठवें सप्ताह में आपको ये लक्षण नजर आ सकते हैं - garbhavastha ke athven saptah me apko ye lakshan najar aa sakte hain

इस सप्ताह आपके शरीर में हो रहे बदलाव

अब आप पहली तिमाही के आखिरी चरण में हैं। इन दिनों महसूस करेंगी कि आपके कपड़े कुछ चुस्त हो गए हैं। हालांकि अब तक आपका वजन ज्यादा नहीं बढ़ा, लेकिन गर्भाशय फैलने लगा है ताकि आपके गर्भ में पल रहा भ्रूण सहजता से रह सके और विकसित हो सके। इस वजह से कभी-कभी आपको पेट के निचले हिस्से और साइड में दर्द का अहसास हो सकता है। आपको बता दें कि यह दर्द सामान्य है। इससे शिशु को किसी तरह का खतरा नहीं है। इसके अलावा आपके स्तन भी अब पहले की तुलना में ज्यादा भरे-भरे हैं। इनमें आपको हल्की खुजली, हल्की सिहरन, हल्की गुदगुदाहट महसूस होती है।

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यूनाइटेड स्टेट्स ऑफिस ऑन विमन्स हेल्थ के अनुसार गर्भावस्था के दौरान रक्त की मात्रा में जबरदस्त वृद्धि होती है। इस सप्ताह आपको जो भी बदलाव सतही तौर पर दिख रहे हैं, उससे ज्यादा बदलाव आंतरिक तौर पर हो रहे होते हैं। कई बार शरीर में हो रहे बदलाव की वजह से आप असहज भी होंगी। दरअसल इन दिनों आपके शरीर की डिमांड अन्य दिनों की तुलना में बिल्कुल भिन्न होती है। गर्भनाल के जरिए शिशु अब ऑक्सीजन, प्रोटीन, शुगर और वसा लेने लगा है। ये सभी तत्व शरीर की कोशिकाओं को बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।

इस सप्ताह शिशु का आकार और उसमें बदलाव

जैसा कि पहले ही बताया गया है कि शिशु का आकार और आकृति पिछले हफ्तों की तुलना में ज्यादा बड़ी और स्पष्ट हो चुकी है। अब भ्रूण तेजी से विकास करेगा। दरअसल गर्भ में पल रहा शिशु काफी हद तक वैसा नजर आने लगता है, जैसा शिशु जन्म के बाद नजर आता है। उसके शरीर में छोटे-छोटे हाथ, पैर, उंगलियां, हड्डियां और मांसपेशियां बनने लगती हैं। हैरानी की बात यह है कि आपका शिशु इसी सप्ताह से हिलने भी लगता है। हालांकि आपको उसके बदलाव महसूस नहीं होते।

आठवें सप्ताह के आखिर तक शिशु आधा इंच तक बढ़ जाता है। यह काफी हद तक नए जन्में शिशु जैसे नजर आता हैं। इसके हाथ की लंबाई, कान, ऊपरी होंठ और नाक भी बढ़ने लगते हैं।

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इस सप्ताह कैसा होता है शिशु का विकास

आठवां सप्ताह गर्भ में पल रहे शिशु के लिए काफी जटिल होता है। इन्हीं दिनों उसके मस्तिष्क की कई नर्वज विकसित होती हैं। साथ ही ये ज्यादा जटिल भी होती चली जाती हैं, क्योंकि नर्वज की सभी कोशिकाएं एक-दूसरे से जुड़ने की प्रक्रिया शुरू कर चुकी होती हैं।

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आठवहें सप्ताह में गर्भवती महिला में नजर आने वाले लक्षण

गर्भावस्था के आठवें सप्ताह में आपको निम्न लक्षण नजर आ सकते हैं-

इस सप्ताह आपको लगातार थकान और कमजोरी महसूस होती रहेगी। अगर अब तक आपको इस तरह की समस्या शुरू नहीं हुई है, तो जैसे ही हार्मोन का स्तर बढ़ेगा यानी दसवें सप्ताह के आसपास यह परेशानी होने लगेगी। इसमें आपको माॅर्निंग सिकनेस भी हो सकती है। जी मिचलाने को कम करने के लिए कुछ खट्टी चीजें खाएं। हालांकि इस तरह की परेशानी आने वाले तीन से चार सप्ताह में अपने आप कम हो जाती है और सब कुछ सामान्य हो जाता है।

इसके अलावा ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य रखने और मतली को कम करने के लिए छोटे-छोटे मील लें। इन दिनों अदरक और पुदीना का सेवन करें, प्रोटीन की मात्रा अपनी डाइट में ज्यादा रखें। संभवतः आपको बेहतर महसूस हो।

बहरहाल गर्भावस्था के दौरान हर महिला में अलग-अलग तरह के लक्षण नजर आ सकते हैं। हालांकि अगर इस सप्ताह में आप बहुत ज्यादा असहज महसूस कर रही हैं, तो बिना देरी किए डाॅक्टर से संपर्क करें।

कुछ अन्य लक्षण

हालांकि गर्भावस्था के आठवें सप्ताह में अपने बच्चे के विकास के लिए आपका शरीर बेहतरीन तरीके से काम कर रहा है। लेकिन बच्चे के बेहतर विकास के लिए आपके शरीर को कई तरह के समझौते करने पड़ते हैं। नतीजतन आपके शरीर में रक्त प्रवाह बढ़ जाता है, प्रेग्नेंसी हार्मोन और गर्भाशय के बढ़ते आकार के कारण आपको वैरिकोज वेन्स हो सकता है। यह बढ़ी हुई नसों के कारण होता है। इसके लक्षण सामान्यतः पहली तिमाही में ही नजर आ जाते हैं।

सामान्यतः वैरिकोज वेन्स पैरों में दिखने शुरू होते हैं। लेकिन यह समस्या शरीर के अन्य हिस्सों में भी हो सकती है। अमूमन इससे कोई गंभीर समस्या नहीं होती। इसके बावजूद अपने डाॅक्टर को इस संबंध में पूरी जानकारी दें ताकि कोई  परेशानी होने पर समय रहते इसका इलाज किया जा सके।

स्वस्थ प्रेग्नेंसी के लिए इस सप्ताह आप क्या करें

अगर आपने अब तक अपना पहला प्रीनैटेल चेकअप नहीं करवाया है, तो यह समय बिल्कुल सही है। तुरंत डाॅक्टर से संपर्क करें और पहला चेकअप करवाएं। चेकअप के दौरान आपसे यूरिन सैंपल और मेडिकल हिस्ट्री मांगी जाएगी। अगर आपको स्वास्थ्य संबंधी कोई भी समस्या है तो बिना संकोच के डाॅक्टर से साझा करें। हो सकता है कि डाॅक्टर आपको अल्ट्रासाउंड करवाने को कहें। इससे बच्चे के विकास की स्थिति और उसकी हृदय गति का पता चलेगा। साथ ही डिलीवरी के लिए एक अनुमानित तारीख का भी पता चलेगा। इसके अलावा डाॅक्टर से मिलने से पहले कुछ जरूरी बातों पर अवश्य गौर करें मसलन-

  • क्या जो दवा या सप्लीमेंट आप ले रही हैं, वह सही है?
  • क्या गर्भावस्था के लिए जो एक्सरसाइज आप कर रही हैं, वह सही है?
  • क्या इस सप्ताह के लिए कोई आहार या एक्सरसाइज विशेष है, जो नहीं करना चाहिए?
  • क्या आपकी प्रेग्नेंसी में किसी तरह की जटिलताएं तो नहीं हैं?
  • प्रेग्नेंसी के दौरान किस-किस तरह के टेस्ट आपको करवाने होंगे?
  • इस सप्ताह असुविधा या असहज होने पर क्या करें?

इन सवालों के अलावा प्रेग्नेंसी के आठवें सप्ताह आप नियमित एक्ससरसाइज करें। अपना और बच्चे का ख्याल रखने का यह बेहतरीन तरीका है। अगर आप गर्भधारण करने से पहले शारीरिक रूप से सक्रिय थीं, तो बेहतर होगा कि उन्हीं गतिविधियों को अब भी जारी रखें। हां, कोई भी ऐसी गतिविधि न करें, जो आपके या भ्रूण के स्वास्थ्य के लिए जोखिम भरी हो। अगर किसी जटिल गतिविधि में शामिल होना ही है, तो पहले डाॅक्टर से संपर्क कर लें।

संकेत जो बताते हैं कि आपको डाॅक्टर के पास जाना है

ऐसा जरूरी नहीं है कि नियमित प्रेगनेंसी के लक्षण हमेशा नजर आते रहें। लेकिन कई बार गर्भावस्था के लक्षण नजर न आने की वजह से महिलाएं परेशान हो उठती हैं। कुछ महिलाएं यहां तक सोचने लगती हैं कि कहीं उन्हें गर्भपात तो नहीं हो गया है। लक्षण नजर न आने पर इस तरह परेशान न हों। कई बार तो प्रेगनेंसी में ब्रेस्ट में दर्द और मतली जैसे लक्षण भी बंद हो जाते हैं।

विशेषज्ञों के अनुसार अगर कोई गंभीर समस्या हो, तो डाॅक्टर से अवश्य संपर्क करें। ध्यान रखें कि गर्भपात होने पर पेट में दर्द, योनि से खून निकलना, खून के मोटे-मोटे थक्के नजर आना आदि लक्षण होते हैं।

शोधकर्ताओं का अनुमान है कि लगभग ज्ञात गर्भधारण में से लगभग 20 फीसदी का गर्भपात हो जाता है। गर्भपात होने पर स्थिति बहुत भयावह हो जाती है। अगर आपको इस तरह की अनुभूति होती है तो दुखी न हों, क्योंकि आप अकेली ऐसी महिला नहीं हैं जिसका गर्भपात हुआ हो। आमतौर पर इस सप्ताह में गर्भपात क्रोमोसेमल एनोमेलीस की वजह से होता है। खुशखबरी ये है कि एक बार आप गर्भावस्था के आठवें सप्ताह में पहुंच जाती हैं तो गर्भपात का खतरा 1.5 फीसदी तक कम हो जाता है।

इन जरूरी बातों पर गौर करें

इस सप्ताह तक आपके शरीर का ज्यादा वजन तो नहीं बढ़ता, लेकिन शरीर के हिस्से बढ़ने लगते हैं। आपने गौर भी किया होगा कि ब्रेस्ट का आकार पहले की तुलना में ज्यादा बड़ा हो जाता है। ऐसा इसलिए क्योंकि प्रेगनेंसी हार्मोन वसा की परत को ट्रिगर करती है ताकि आपकी दूध नलिकाएं बन सकें।

ऐसे में अगर ब्रा पहनते हुए आपको असहजता महसूस हो, तो बेहतर है अपने लिए सही और उपयुक्त ब्रा चुनें। यह भी ध्यान रखें कि प्रेगनेंसी के इस सफर में निरंतर आपके स्तन में बदलाव होते रहेंगे। अतः मुलायम और लचीले ब्रा पहनना आपके लिए सही रहेगा। इन दिनों बहुत ज्यादा डिजाइनर ब्रा पहनने से बचें।

क्या इन दिनों आपको ज्यादा पानी पीने की चाह हो रही है? कितना पानी आपके स्वास्थ्य के लिए सही है, इस संबंध में विशेषज्ञ से संपर्क करें। इसके इतर ख्याल रखें कि प्रेगनेंसी में कब्ज एक आम समस्या है। इससे निपटने के लिए उपयुक्त डाइट लें। जरूरी हो तो डाॅक्टर की राय लें। इसी तरह अगर खानपान में समस्या हो तो इसे हल्के में न लें। प्रेग्नेंसी के आठवें सप्ताह में अपने शरीर में हो रहे हर बदलाव पर नजर रखें।

गर्भावस्था के सफर में जब आप आठवें सप्ताह में हैं, तो अपना और अपने शिशु का खास ख्याल रखें। इस सफर को खूब एंजाॅय करें। अपना और अपने बच्चे का खास ख्याल रखें। खुद में हो रहे बदलाव को महसूस करें। इस बीच यदि कोई भी ऐसे लक्षण दिखें, जो जोखिम का कारण बन सकते हैं, तो तुरंत सजग हो जाएं। जरूरत पड़ने पर विशेषज्ञ से भी संपर्क करें। ध्यान रखें कि इस सप्ताह आपके बच्चे के जरूरी अंग विकसित हो रहे हैं। इस संबंध में अपने स्वास्थ्य के प्रति लापरवाही बरतना सही नहीं होगा।

(और पढ़ें - प्रेगनेंसी के आठवें हफ्ते का डाइट प्लान)

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