एग फ्रीजिंग, को मेडिकल शब्दों में परिपक्व औसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन कहा जाता है, यह महिलाओं में प्रजनन क्षमता को संरक्षित करने के लिए उपयोग की जाने वाली एक विधि है।

एग फ्रीजिंग में आपके अंडाशय से परिपक्व अंडे निकाले जाते हैं, इनको फ्रीज़ करके भविष्य में उपयोग के लिए रख दिया जाता है। इस प्रकार जमे हुए अंडो को जरुरत पड़ने पर प्रयोगशाला में शुक्राणु के साथ मिलाया जा सकता है और इसके बाद निषेचित अंडे को महिला के गर्भाशय (इन विट्रो निषेचन यानी आईवीएफ प्रक्रिया से) में रखा जा सकता है।

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महिलाओं की उम्र जैसे-जैसे बढ़ती है, गुणसूत्र असामान्यताओं (क्रोमोसोमल अब्नोर्मलिटी) की संभावना बढ़ती है और इसके साथ मिसकैरेज, जन्म दोष या ऐसे विकारों का खतरा बढ़ता है जो गर्भधारण अधिक कठिन बनाते हैं।

कुछ लोगों द्वारा एग फ्रीजिंग को जैविक घड़ी को रोकने, प्रजनन विकल्पों का विस्तार करने तथा जवान और स्वस्थ अंडों को संरक्षित करने के तरीके के रूप में देखा जाता है।

कई महिलाओं के लिए जो अपनी बच्चे पैदा करने की क्षमता का विस्तार करना चाहती हैं, यह तेजी से एक आकर्षक विकल्प बन गया है।

इस लेख में विस्तार से बताया गया है कि एग फ्रीजिंग क्या है, एग फ्रीजिंग कैसे की जाती है और एग फ्रीजिंग करवाने में कितना खर्चा होता है इसके साथ ही यह भी बताया गया है कि एग फ्रीजिंग के क्या फायदे और नुकसान हो सकते हैं तथा इसकी सफलता दर कितनी है।

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  1. एग फ्रीजिंग क्या है - Egg freezing kya hai in hindi
  2. एग फ्रीजिंग प्रक्रिया - Egg freezing process in hindi
  3. एग फ्रीजिंग के फायदे - Eggs freezing ke fayde in hindi
  4. एग फ्रीजिंग के नुकसान - Egg freezing ke side effect in hindi
  5. एग फ्रीजिंग का खर्च - Egg freezing cost in hindi
  6. एग फ्रीजिंग की सफलता दर - Egg freezing success rates in hindi

एग फ्रीजिंग या औसाइट क्रायोप्रिजर्वेशन, एक महिला के परिपक्व और उर्वरक होने योग्य अंडो को संग्रहीत करने का एक तरीका है जिससे कि वह बाद की तारीख में गर्भ धारण करने की कोशिश कर सके, जब वह प्राकृतिक रूप से गर्भ धारण में सक्षम नहीं रहेगी।

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एग फ्रीजिंग को उन महिलाओं के लिए प्रजनन क्षमता की संभावना को संरक्षित करने का एक तरीका माना जा सकता है जो वर्तमान में गर्भवती होने की स्थिति में नहीं हैं या जिनकी उर्वरता कैंसर के इलाज जैसे चिकित्सा कारणों से समाप्त होने का जोखिम है। 1986 में फ्रीज़ किये गए एग से पहली बार किसी मानव का जन्म हुआ था।

एक महिला गर्भधारण के लिए 20 वर्ष से लेकर 30 के दशक की शुरुआत तक सबसे अधिक उपजाऊ होती है इस समय तक महिला के अंडाशय में बड़ी संख्या में स्वस्थ अंडे बनते हैं। जैसे-जैसे महिला की उम्र बढ़ती है, उसके अंडे की गुणवत्ता और मात्रा में कमी आती जाती है।

रजोनिवृत्ति से 10 से 15 साल पहले नियमित मासिक धर्म चक्र होने के बावजूद, ओवेरियन कार्यों में गिरावट आने लगती है। यह विशेष रूप से उन महिलाओं के लिए जो अपने 40 के दशक में है और स्वस्थ गर्भावस्था प्राप्त करने की संभावना नहीं रखती हैं।

पिछले कुछ सालों एग फ्रीजिंग तकनीक में काफी प्रगति हुई है, जिससे फ्रीजिंग प्रक्रिया में सुरक्षित बचे रहने वाले अंडों की संख्या में सुधार हुआ है। इसे अमेरिकन सोसायटी फॉर रिप्रोडक्टिव मेडिसिन द्वारा अब प्रयोगात्मक चिकित्सा प्रक्रिया नहीं माना जाता है।

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सबसे पहले, डॉक्टर आपका एचआईवी और हेपेटाइटिस जैसी किसी संक्रामक बीमारियों के लिए परीक्षण करते हैं। इस जाँच का इस पर कोई असर नहीं पड़ता कि आप अपने एग फ्रीज करने योग्य है या नहीं, बल्कि जाँच का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि फ्रीज़ किये गए अन्य नमूनों को ख़राब होने से बचाने के लिए प्रभावित अंडो के नमूने अलग से संग्रहीत किए जाएं।

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फ्रीज़ करने के लिए अंडे प्राप्त करने हेतु, आमतौर पर 10 से 12 दिनों के लिए एक महिला को हार्मोनल उत्तेजना के लिए दवाई दी जाती है, जिससे कई अंडे परिपक्व होने में (आमतौर पर 6-15) सक्षम हो जाते हैं। इस प्रकार की उत्तेजना के लिए कई तकनीकें हैं और आपके प्रजनन विशेषज्ञ के साथ चर्चा में तय किया जायेगा कि आपके लिए सबसे अच्छा तरीका क्या है।

उत्तेजना की दवा एक छोटी सी सुई वाले पेन जैसे उपकरण का उपयोग करके प्रतिदिन इंजेक्शन द्वारा स्वयं को देनी होती हैं। आपको प्रारंभिक परामर्श में यह सिखाया जाता है कि स्वयं पर यह दवा कैसे उपयोग करें।

इंजेक्शन से महिला को योनि के क्षेत्र में थोड़ा फूला हुआ महसूस होता है लेकिन लगातार कोई बड़े साइड इफेक्ट नहीं होते हैं और वह उत्तेजना की इस अवधि में भी सभी सामान्य गतिविधियों को पूरा कर सकती है।

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अल्ट्रासाउंड की मदद से योनि में डाले गए उपकरण का उपयोग करके अंडे अंडाशय से एकत्र किए जाते हैं। एक सुई इस उपकरण के अंदर घूमती है और योनि की दीवार में से होते हुए प्रत्येक अंडाशय में धीरे-धीरे पास किया जा सकता है, जिससे डॉक्टर अंडाशय से अंडे निकाल सकते हैं।

यह प्रक्रिया आमतौर पर हल्के जनरल एनेस्थेटिक या सेडेशन देकर की जाती है। आप प्रक्रिया के 1 घंटे बाद घर जा सकते हैं। आपको यह भी सलाह दी जाती है कि उस दिन के लिए ड्राइव न करें और आराम करें।

ज्यादातर महिलाओं में से लगभग 15 अंडे एकत्र किए जाते हैं, हालांकि जिन महिलाओं के अंडाशय में अंडों की कम संख्या होती है उनके लिए यह हमेशा संभव नहीं हो पाता है।

जब महिला अपने फ्रीज़ किये हुए अंडे उपयोग करना चाहती है, तो अंडे को पिघला दिया जाता है और जो अंडे सुरक्षित बचे रहे उन्हें महिला के साथी या डोनर के शुक्राणु से लैब में मिला दिया जाता है।

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एग फ्रीज़ करने की यह तकनीक आपको अपनी जैविक घड़ी से आजादी देती है क्योंकि जब आप अंततः बच्चों के लिए तैयार होते हैं, तो उस समय आपकी उम्र अधिक होने पर भी आपके पास उच्च गुणवत्ता वाले अंडे उपलब्ध होंगे और संभवतः उम्र के कारण कम सफल होने वाले प्रजनन उपचार से आप बच जायेंगे।

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एग फ्रीजिंग तकनीक के निम्नलिखित लाभ हैं -

  • आप अपने जीवन के 30वें दशक को अपनी शिक्षा और करियर को आगे बढ़ाने के लिए खर्च करने की योजना बना रहे हैं, लेकिन फिर भी आप अपने पास बाद में बच्चें पैदा करने का विकल्प रखना चाहते हैं। (और पढ़े - प्रेग्नेंट होने का तरीका)
  • चूंकि एग फ्रीज करवाने के बाद, आप डेटिंग करते वक्त उम्र गुजरने के बारे में चिंतित नहीं होगी। इसके बजाय, आप दूसरे व्यक्ति को जानने का आनंद ले सकेंगी।
  • एक बार आपके एग फ्रीज करने के बाद, आपको इस बारे में चिंता नहीं रहेगी कि आप बच्चे होने के बारे में सोच रहे हैं या नहीं।

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हालाँकि एग फ्रीज करने की सर्जिकल प्रक्रिया अधिकतर सुरक्षित होती है, लेकिन हार्मोन इंजेक्शन के कारण ओवेरियन हाइपरस्टिम्यूलेशन सिंड्रोम या ओएचएसएस का खतरा होता है, जो कुछ महिलाओं को बीमार बनाता है। इसके साथ मतली, उल्टी और पेट दर्द भी हो सकता है।

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अफसोस की बात है, सभी अंडे जो फ्रीज किये जाते हैं वो बाद में जब उपयोग करने के लिए निकाले जाते हैं तब तक की प्रक्रिया के दौरान जीवित नहीं रहते या उर्वरक नहीं बन पाते हैं। कुछ मामलों में तो, एक भी अंडा जीवित नहीं रहता है।

फ्रीज किये हुए अंडे कभी भी जीवन में बाद में गर्भधारण और स्वस्थ बच्चे के जन्म के लिए गारंटी नहीं कहे जा सकते हैं। जो महिलाएं अपने अंडे फ्रीज करती हैं वे कई वर्षों तक नतीजे नहीं जान पाती हैं और स्वाभाविक रूप से बच्चे को जन्म देने का अवसर खो सकती हैं।

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एग फ्रीजिंग प्रक्रिया की लागत में बहुत अंतर होता है, अलग-अलग क्लिनिक पर कीमत में भारी अंतर मिलता है। इसलिए आप को किसी एक क्लिनिक का चयन करने से पहले कीमतों की तुलना करनी चाहिए। यह तुलना इस बात को ध्यान में रख कर करें की उनकी कुल लागत में किन-किन चीजों की कीमत को शामिल किया गया हैं।

इस प्रक्रिया की अनुमानित लागत जिसमें अंडों को अंडाशय से निकालना, विट्रीफिकेशन से अंडो को जमाने और तरल नाइट्रोजन में अंडो के भंडारण की कीमत शामिल है, लगभग 1.5 लाख रुपये आती है। लंबे समय तक भंडारण करना अधिक महंगा होता है।

एग फ्रीज करने की प्रक्रिया में फ्रीज रखने की समयावधि, दवाईयाँ, लैब की लागत, निषेचन और भंडारण की लागत भी शामिल हो यह सुनिश्चित करें ताकि आप को बाद में अतिरिक्त खर्च न उठाना पड़े।

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लगभग 90 प्रतिशत अंडे जमाने और विगलन की प्रक्रिया के दौरान जीवित रहते हैं और लगभग 75 प्रतिशत सफलतापूर्वक निषेचित किये जा सकते हैं।

अंडा फ्रीज करवाने के समय आपकी उम्र के आधार पर प्रत्यारोपण के बाद गर्भवती होने की संभावना लगभग 30 से 60 प्रतिशत के बिच होती है। अंडा फ्रीज करवाते वक्त आपकी उम्र जितनी अधिक होगी, भविष्य में आपके गर्भ धारण में सफलता की संभावना उतनी कम हो जाती है।

विट्रिफिकेशन नामक एक नई फ्रीज करने की विधि की सफलता दर अच्छी है, जो 2016 के आंकड़ों के अनुसार आई वी एफ तकनीक की सफलता दर से मात्र 2 प्रतिशत कम रही है। हालांकि इस विधि के संबंध में लंबी अवधि के लिए सुरक्षा और विश्वसनीयता का कोई सबूत उपलब्ध नहीं है। (उपलब्ध आंकड़े विदेशी अध्ययन पर आधारित है)

वास्तव में यह प्रक्रिया भारत में कितनी सफल होगी, यह केवल समय ही बताएगा। क्योंकि जिन महिलाओं ने अपने अंडों को फ्रीज करवाया हैं उनमें से अधिकांश महिलाओं ने अभी तक उन्हें गर्भ धारण के लिए वापस नहीं लिया है।

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नोट - ये लेख केवल जानकारी के लिए है। myUpchar किसी भी सूरत में किसी भी तरह की चिकित्सा की सलाह नहीं दे रहा है। आपके लिए कौन सी चिकित्सा सही है, इसके बारे में अपने डॉक्टर से बात करके ही निर्णय लें।

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